Tuesday, 28 February 2012

एसएसए द्वारा स्कूल प्रबंधन कमेटी के सदस्यों के प्रशिक्षण में करोंडों के घोटाले का अनुमान


मंडी। हिमाचल प्रदेश में सर्व शिक्षा अभियान के तहत करवाए गए स्कूल प्रबंधन कमेटी के सदस्यों के प्रशिक्षण में करोडों रूपये की धांधली किए जाने की आशंका है। इसका खुलासा आरटीआई की सूचना मिलने पर आरटीआई बयुरो के सदस्य संत राम ने किया है। उन्होने भारत सरकार के केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्रालय को इस मामले में शिकायत भेज कर इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में हुई वितिय अनियमितताओं और  करोंडों रूपये के घोटाले की जांच केन्द्रीय एजेंसियों से करवाने की मांग की है। आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के 15083 विद्यालयों के स्कूल प्रबंधन समिती (एसएमसी) से प्रति स्कूल के 6 सदस्यों को 3-3 दिनों का आवासिय व 3-3 दिनों का गैर आवासिय प्रशिक्षण विद्यालय, खंड स्तर तथा जिला व राज्य स्तर पर प्रशिक्षित समूह द्वारा दिया गया। यह प्रशिक्षण नवंबर दिसंबर माह में दिया गया। जिसमें प्रति सदस्य 200 रूपये प्रतिदिन खर्च किया गया दर्शाया गया है। प्रशिक्षण के लिए 106600 मार्गदर्शिकाएं निकाली गई। जिनकी छपाई पर 1635777 रूपये का खर्चा आया है। जिला के परियोजना अधिकारी ने सूचना में बताया है कि जिला की 340 केन्द्रीय पाठशालाओं में यह प्रशिक्षण करवाया गया है। सूचना का रोचक पहलू यह है कि जिला की एक दर्जन पाठशालाओं में प्रशिक्षण करवाया ही नहीं गया। मंडी की 50 से अधिक पाठशालाओं में प्रशिक्षित स्त्रोत व्यक्ति कोई नहीं था। स्त्रोत व्यक्तियों को इन स्कूलों में मात्र मार्गदर्शिका देकर उन्हे मास्टर ट्रेनर बना कर प्रशिक्षण करवा दिया। जिला की 45 से अधिक केन्द्रीय पाठशालों में अध्यापकों ने ही स्त्रोत व्यक्ति की अवैतनिक भूमिका निभाई। जबकि करीब 30 केन्द्रीय पाठशालाओं में अध्यापकों ने स्त्रोत व्यक्ति की भूमिका निभाने की एवज में मानदेय प्राप्त किये। सूचना में बताया गया है कि जिला मंडी की कई पाठशालाओं में स्त्रोत व्यक्ति को 125 रूपये, किसी को 500 रूपये प्रतिदिन के और किसी को 150 रूपये प्रति सत्र के दिए गए हैं। इन स्त्रोत व्यक्तियों को 300 रूपये से लेकर 3000 रूपये तक की राशी अदा की गई है। सूचना से पता चला है कि एक केन्द्रीय पाठशाला ने यह राशी अपने मद से खर्च की है। ब्यूरो के सदस्य संत राम ने बताया कि इन सूचनाओं से जाहिर होता है कि विभाग के सपष्ट दिशा निर्देश न होने के कारण यह प्रशिक्षण कागजों में रह गया है। इस प्रशिक्षण का कोई औचित्य नहीं है कयोंकि स्कूल प्रबंधन कमेटी का कार्यकाल मार्च में समाप्त होना है। उन्होने केन्द्रीय मंत्रालय से मांग की है सर्व शिक्षा अभियान के तहत खर्च की जा रही जनता की राशी का दुरूपयोग रोकने के लिए केन्द्रीय एजेंसी से जांच करवाई जाए।  

Saturday, 25 February 2012

संत निरंकारी मिशन ने गुरू पूजा दिवस मनाया


मंडी। संत निरंकारी मिशन ने सदगुरू बाबा हरदेव सिंह का 58वां जन्म दिवस गुरू पूजा दिवस के रूप में मनाया। यहां के सतसंग भवन में मिशन की ओर से इस अवसर पर विशाल सतसंग का आयोजन किया गया। मिशन के जोन 6 की विभिन्न इकाईयों द्वारा आयोजित इस सतसंग समारोह की अध्यक्षता स्थानिय प्रमुख डी पी पठानिया ने की। अपने संबोधन में उन्होने कहा कि कर्तव्य को समझने के लिए आचरण की आवश्यकता होती है कयोंकि आचरण ही धर्म की रोशनी होती है। उन्होने कहा कि सत्य के संदेशवाहक सदगुरू बाबा हरदेव सिंह का सारी दुनिया से यही आहवान है कि इन्सानियत ही सबसे बडा धर्म है। उन्होने कहा कि गुरू पूजा के अवसर पर हमें सदगुरू के बताए रास्ते पर चलने की प्रेरणा लेनी चाहिए। मिशन के एपीआरओ कुम्मी राम ने बताया कि इस अवसर पर बाल संगत की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए गए। समारोह के कार्यक्रम का संचालन सी आर वर्मा ने किया। मिशन की ओर से इस अवसर पर सफाई अभियान और प्रीति भोज का भी आयोजन किया गया।  

Friday, 24 February 2012

करोडों खर्चने के बाद भी शिक्षा में गिरावट


मंडी। करोडों रूपये खर्च करने के बावजूद भी जिला के सराज क्षेत्र में शिक्षा का स्तर सुधर नहीं पाया है। क्षेत्र में शिक्षा को लेकर विभाग और सरकार के रवैये से गुणात्मक शिक्षा की अवधारणा अभी भी कोसों दूर है। शुक्रवार को क्षेत्र के सौ से अधिक लोगों का हस्ताक्षरित ज्ञापन उपायुक्त मंडी के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रेषित किया गया है। बालीचौकी क्षेत्र की उच्च पाठशाला सुधराणी के स्कूल प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष संत राम की अगुवाई में यह ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा गया। संत राम ने बताया कि आरटीई कानून के लागू होने के बावजूद भी शिक्षा व्यवस्था मजाक बन कर रह गई है। गुणात्मक शिक्षा की बात तो दूर रही बल्कि शिक्षा के मौजूदा ढांचे में भी गिरावट देखी जा रही है। हालांकि सर्व शिक्षा अभियान के तहत हर साल करोंडों की राशी खर्च की जा रही है। लेकिन ऐसा लगता है कि अभियान की सारी योजनाएं कागजों में ही सीमित हैं। बल्कि शिक्षा में सुधार की जगह गिरावट देखी जा रही है। पाठशालाओं में तैनात शिक्षकों को पढाई करवाने के बजाए अभियान के सेमीनारों और दूसरे कार्यों में ज्यादा उलझा दिया गया है। गत वर्ष अभियान के तहत आधार कार्यक्रम की स्तर एक, दो और तीन की किताबें अक्तूबर नवंबर में पाठशालाओं में वितरित की गई। जबकि पाठशालाओं में दिसंबर में परीक्षा हो जाती है। करोडों रूपये की इन किताबों का विद्यार्थियों को कोई लाभ नहीं मिल पाया। उन्होने बताया कि स्कूल प्रबंधन कमेटी के सदस्यों का प्रशिक्षण दिसंबर माह में करवाया गया। जबकि इन कमेटियों का कार्यकाल मार्च माह में समाप्त हो रहा है। ऐसे में करोडों रूपये फूंक कर करवाए जा रहे इन प्रशिक्षणों का कोई औचित्य नहीं है। क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि स्कूलों में खाली पडे पदों को जल्द भरा जाए और शिक्षकों का प्रशिक्षण अवकाश में करवाया जाए। इसके अलावा प्रिटिंग और प्रशिक्षण के नाम पर जनता के धन के दुरूपयोग को रोका जाए। प्रतिनिधीमंडल में बीर सिंह और हुक्म राम सहित स्थानिय लोग शामिल थे।  

वीरभद्र सर्मथकों ने मनाए अपने नेता की राजनिती के स्वर्णीम 50 वर्ष


 मंडी। केन्द्रीय मंत्री वीरभद्र सिंह के सर्मथकों ने मंडी में एक सादे किंतु गरिमापूर्ण समारोह में उनके राजनैतिक जीवन के 50 वर्ष पूर्ण होने पर उन्हे सम्मानित किया। इस अवसर पर मंडी की विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधी भी भारी संख्या में उपस्थित थे। राजीव एकता मंच के बैनर तले वीरभद्र समर्थकों ने अपने नेता के राजनैतिक जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्हे हिमाचल के विकास पुरूष की संज्ञा देते हुए उन्हे विकास का मसीहा बताया। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री ने अपने भावनात्मक संदेश में आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनका राजनैतिक जीवन एक खुली किताब की तरह है। गौरतलब है कि वीरभद्र सिंह ने 23 जनवरी 1962 को कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी तथा वर्तमान में वे 15 वीं लोकसभा के सबसे वरिष्ठ सदस्य हैं। इस दौरान वे तीन बार केन्द्रीय मंत्री तथा पांच बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के तात्कालीन महासचिव सादिक अली ने वीरभद्र सिंह को कांग्रेस पार्टी की सदस्यता प्रदान की थी। वीरभद्र सिंह ने इस मौके पर कहा कि उन्हे गर्व है कि इन 50 वर्षों में उन्हे कांग्रेस नेतृत्व का पूरा आर्शीवाद मिला। जिसकी वजह से वह लोगों की सेवा करने में सक्षम हुए। इस दौरान उन्हे भारत के प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, लाल बहादुर शासत्री, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी तथा पीवी नरसिंहा राव एवं वर्तमान प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह के साथ काम करने का मौका मिला।  

केन्द्रीय मंत्री वीरभद्र सिंह ने छोटी काशी मंडी के मंदिरों में पूजा अर्चना की


मंडी। केन्द्रीय सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने शुक्रवार को छोटी काशी के नाम से मशहुर मंडी नगर में विभिन्न मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना की। उन्होने शिवरात्री मेले में मंडी जनपद के दूरदराज के क्षेत्रों से आए हुए देवी देवताओं का भी आर्शीवाद लिया। केन्द्रीय मंत्री ने हर बार की तरह सर्वप्रथम मंडी नगर की प्रसिद्ध शकि्तपीठ माता श्यामा काली के टारना स्थित मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की। वहीं पर टारना मंदिर में ठहरे हुए शिवरात्री मेले में विशेष रूप से आए बडा देयो कमरूनाग जी का भी आर्शीवाद लिया। वीरभद्र सिंह जी ने इसके बाद मंडी के अराध्य देवता भूतनाथ मंदिर में शीश नवाया। उन्होने तत्पश्चात एकादश रूद्र मंदिर में भी पूजा अर्चना की। यहां के बाद केन्द्रीय मंत्री वीरभद्र सिंह भ्युली स्थित मां भीमाकाली के दर्शन करने पहुंचे। उन्होने मंदिर में पूजा अर्चना करके मां का आर्शीवाद किया। छोटी काशी के इन मंदिरों के दर्शनों के दौरान उनके साथ जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पूर्ण चंद ठाकुर भी विशेष रूप से साथ थे। जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने उन अटकलों पर विराम लगाते हुए केन्द्रीय मंत्री को बताया कि वह वीरवार के उनके कार्यक्रमों में इसलिए शरीक नहीं हो सके कयोंकि उनके पैतृक गांव में कोई दुर्घटना घटित हुई थी। गौरतलब है कि वीरभद्र सिंह के वीरवार को मंडी जिला में हुए अभूतपूर्व स्वागत में जिला कांग्रेस अध्यक्ष का नदारद रहना चर्चा का विषय बना हुआ था।  

कांग्रेस रूपी मशीन का एक छोटा सा पुर्जा हुँः वीरभद्र सिंह


मंडी। केन्द्रीय मंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि वह कांग्रेस पार्टी रूपी मशीन के एक छोटे से पुर्जे हैं। कांग्रेस उन्हे जो आदेश करेगी वह वही करेंगे। वीरवार को मंडी में शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में संबोधित करते हुए उन्होने बताया कि ठीक एक महीना पहले 23 जनवरी को अपने राजनैतिक जीवन की गोल्डन जुबली पूरी कर चुके हैं। उन्होने कहा कि 23 जनवरी 1962 में अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के दिल्ली स्थित कार्यालय में बुला कर उन्हे महासू से विधान सभा का टिकट दिया था। इसके बाद से वह लगातार पार्टी के आदेशों पर कार्य करते रहे हैं। उन्होने कहा कि उन्हे गर्व है कि वह आया राम गया राम की श्रेणी में नहीं हैं। फेमा के आदेश के तहत उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह के चुनाव को रद्द करने के फैसले पर उन्होने कहा कि मुझे इस मामले में यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि यह फैसला तथ्यों पर आधारित नहीं है। कयोंकि इस मामले में प्राकृतिक न्याय की अवधारणा से वंचित रख कर बिना दूसरे पक्ष को सुने बगैर ही फैसला दे दिया गया है। सतारूढ भाजपा पर हमला करते हुए उन्होने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में ऐसा कोई कार्य नहीं हुआ है जिसके लिए सरकार की सराहना की जाए। बल्कि भाजपा ने जातपात, धर्म और क्षेत्रवाद के नाम पर लोगों को बांटने का ही काम किया है। प्रदेश सरकार ने ऊपरी हिमाचल और निचले हिमाचल के नाम पर प्रदेश वासियों में दरार डालने की कोशीश की है। महेश्वर सिंह द्वारा हिलोपा के गठन से पडने वाले असर पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होने कहा कि यह इस बात पर निर्भर करता है कि उन्हे जनता से कितना समर्थन मिलता है। हालांकि उन्होने कहा कि हिलोपा के गठन से भाजपा को ही फर्क पडेगा। 

Thursday, 23 February 2012

दो किलो चरस सहित पकडे आरोपी को दो साल की कठोर कैद बीस हजार जुर्माने की सजा


मंडी। चरस सहित पकडे जाने का अभियोग साबित होने पर अदालत ने एक आरोपी को दो साल के कठोर कारावास और बीस हजार रूपये जुर्माने की सजा सुनाई। आरोपी के जुर्माना राशी निश्चित समय में अदा न करने पर उसे तीन माह का अतिरिक्त कारावास भुगतना पडेगा। जिला एवं सत्र न्यायधीश वीरेन्द्र सिंह के विशेष न्यायलय ने जिला कांगडा के धार (नूरपूर) निवासी प्रह्लाद पुत्र भोलू राम के खिलाफ मादक एवं नशीले पदार्थ अधिनियम की धारा 20 के तहत अभियोग साबित होने पर उसे उक्त सजा का फैसला सुनाया। अभियोजन पक्ष के अनुसार 5 फरवरी 2008 को पुलिस का दल मुख्य आरक्षी कृष्ण चंद की अगुवाई में सुक्की बाईं के पास राष्ट्रिय राजमार्ग 21 पर गश्त के लिए तैनात था। इसी दौरान पंडोह की ओर से एक व्यक्ति बैग उठाए हुए मंडी की ओर आया। पुलिस दल को देखकर आरोपी ने भागने की कोशीश की। जिस पर पुलिस दल ने उसे काबू कर लिया। आरोपी के बैग की तलाशी लेने पर पुलिस को 2 किलोग्राम चरस बरामद हुई थी। जिस पर पुलिस ने आरोपी को मादक एवं नशीले पदार्थ अधिनियम के तहत हिरासत में लेकर अदालत में अभियोग चलाया था। अभियोजन पक्ष की ओर से पैरवी करते हुए जिला न्यायवादी जे के लखनपाल ने 9 गवाहों के बयान अदालत में कलमबंद करवाकर आरोपी के खिलाफ मामले को साबित किया। सजा की अवधी पर हुई सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष का कहना था कि आरोपी का पहला अपराध होने के कारण उसके प्रति नरम रूख अपनाया जाए। जबकि अभियोजन पक्ष का कहना था कि एनडीपीएस के मामलों में हो रही बढौतरी को देखते हुए आरोपी के प्रति नरम रूख नहीं अपनाया जाए। अदालत ने दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद आरोपी से बरामदशुदा चरस की मात्रा को देखते उसे उक्त कारावास और जुर्माने की सजा का फैसला सुनाया।  

Wednesday, 22 February 2012

शिवरात्री मेले में बहुभाषी कवि सम्मेलन आयोजित


मंडी। अंतर्राष्टिय शिवरात्री मेले के दौरान उपायुक्त कार्यालय सभागार में साहित्य चुडामणी पंडित भवानी दत शास्त्री जी की स्मृति में बुधवार को बहुभाषी कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।

निरंकारी मिशन ने शिवरात्री महोत्सव मनाया


मंडी। शिवरात्री महोत्सव के शुभ अवसर पर निरंकारी मिशन की ओर से एक विशेष समारोह आयोजित किया गया। मिशन के सतसंग भवन में आयोजित इस समारोह की अध्यक्षता जोनल इंचार्ज महात्मा रोशन लाल ने की। इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्होने कहा कि प्रत्येक मानव दैविक शक्तियों से आलौकित है क्योंकि उसमें मानवीय गुणों का संग्रह है। संत जनों का हर युग और हर दौर में यही प्रयास रहता कि वह मानव को मानवता के पथ पर चलने के लिए प्रेरित करे। उन्होने कहा कि मानव अगर सही दिशा में चल पडे तो वह अवश्य ही मंजिल प्राप्त कर लेता है और रोशन मीनार बन कर संसार के लिए मार्गदर्शक बनता है। मिशन के एपीआरओ कुम्मी राम ने बताया कि समारोह का मंच संचालन स्थानिय प्रमुख डी पी पठानिया ने किया। इस अवसर पर मिशन के सदस्य भारी संखया में मौजूद थे।  

Monday, 20 February 2012

भगवान मुहल्ला से सुकेती पुल सडक का कार्य शुरू करने पर उपायुक्त का आभार जताया


मंडी। भगवाहन मुहल्ला से सुकेती पुल सडक को ठीक करने के लिए उपायुक्त मंडी को दिये ज्ञापन के बाद नगर परिषद हरकत में आ गई है। नगर परिषद की ओर से इस सडक का कार्य शुरू कर दिया गया है। जिससे स्थानिय वासियों को शिवरात्री से पहले सडक की हालत सुधरने की उम्मीद बंधी है। उल्लेखनीय है कि शिवरात्री के दौरान राजमहल में अधिकांश देवताओं का ठहराव होता है। इस रास्ते से देवता और उनके साथ आए देवलू पडडल को जाते हैं। लेकिन सडक के खस्ताहाल होने के कारण स्थानिय निवासियों ने उपायुक्त मंडी देवेश कुमार, नगर परिषद
की कार्यकारी अधिकारी उर्वशी वालिया और स्थानिय पार्षद अलकनंदा हांडा को ज्ञापन देकर इसे शिवरात्री से पहले पहले ठीक करने की मांग की थी। जिस पर उपायुक्त मंडी ने नगर परिषद को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए थे। उपायुक्त के निर्देशों के बाद हरकत में आई नगर परिषद ने सडक को ठीक करने का कार्य शुरू कर दिया है। सडक पर राजमहल के मलबे को हटा दिया गया है। राजमहल से सडक पर आने वाले पानी की निकासी के लिए पाईप लगा दिया गया। सडक के किनारे की बंद पडी नाली को भी साफ कर दिया गया है जिससे केसरी बंगला से आने वाले पानी की निकासी हो सके। सडक पर पडे गढढों को भरा जा रहा है। उखाडी गई सडक को भी अब ठीक किया जा रहा है। नगर परिषद की कार्यकारी अधिकारी उर्वशी वालिया ने सडक का कार्य शुरू होने की पुष्टि करते हुए बताया कि इस कार्य को मेला शुरू होने से पहले पहले पूरा करने की कोशीश की जाएगी। इधर, सडक का कार्य शुरू होने पर स्थानिय पार्षद अलकनंदा हांडा सहित स्थानिय वासियों समीर कश्यप, टी पी कपूर, हेम राज शर्मा, विवेक गोयल, तिलक राज शर्मा, विनय कुमार, प्रवीण, कुलदीप, लवण ठाकुर, पंकज मोदगिल, शिव दत, यशकांत कश्यप, योगेश मोदगिल, जिवेश, ललित कश्यप, प्रदीप, धनदेव, सुशांत, अपूर्व, हेमराज शर्मा, उमेश भारद्वाज, यशपाल, कृष्ण लाल, राघविन्द्र और धीरज ने उपायुक्त मंडी देवेश कुमार और नगर परिषद का आभार व्यक्त किया है।  

Friday, 17 February 2012

चेत राम ठाकुर बने रेल उपभोक्ता कमेटी के सदस्य


मंडी। चच्योट सराज ब्लाक कांग्रेस के अध्यक्ष चेत राम ठाकुर को भारतीय रेलवे के मंडलीय रेल उपभोक्ता परामर्श कमेटी का सदस्य नियुकत किया गया है। यह नियुक्ति केन्द्रीय रेल मंत्री के आदेशानुसार की गई है। अपनी नियुक्ति पर हि.प्र. मिल्कफेड के पूर्व अध्यक्ष चेत राम ठाकुर ने केन्द्रीय मंत्री वीरभद्र सिंह का आभार व्यक्त किया है। चेत राम ठाकुर को रेल उपभोक्ता कमेटी का सदस्य बनाए जाने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक टेक चंद डोगरा, विधायक प्रकाश चौधरी, पूर्व विधायक मस्त राम, सुरेन्द्र पाल ठाकुर, चंद्रशेखर, नगर पालिका सुंदरनगर के पूर्व अध्यक्ष हरेन्द्र सेन, नगर परिषद मंडी के पूर्व अध्यक्ष पुष्प राज शर्मा, हिमाचल प्रदेश खेत किसान मजदूर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता तरूण पाठक, कांग्रेसी नेता शशी शर्मा, अमर सिंह ठाकुर, योगेश कुमार तथा अन्यों ने केन्द्रीय मंत्री वीरभद्र सिंह का आभार व्यक्त किया है।  

केन्द्रीय विद्यालय को जमीन देने पर मुख्यमंत्री का आभार जताया


मंडी। यहां के खलियार मुहल्ला में स्थित केन्द्रीय विद्यालय के लिए जमीन मुहैया करवाने पर विद्यालय बचाओ समिती ने प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और प्रदेश सरकार के गृह सचिव का आभार व्यक्त किया है। विद्यालय के छात्रों के अभिभावकों की इस समिती के संयोजक पी आर महाजन ने कहा कि प्रदेश सरकार के  निर्णय से छात्रों का भविष्य दांव पर लगने से बच गया है। उन्होने कहा कि विद्यालय में इस समय करीब 600 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। लेकिन स्कूल के लिए जमीन न होने के कारण छात्रों के अभिभावक इनके भविष्य को लेकर चिंतित थे। समिती ने स्थानिय विधायक अनिल शर्मा को भी भूमि दिलवाने के लिए उनके द्वारा किए गए प्रयासों के लिए धन्यावाद किया है। उल्लेखनीय है कि विद्यालय के पास अपनी जमीन न होने के कारण इसे अन्यत्र जगह पर बदला जा रहा था। विद्यालय के लिए भूमि मिलने से विद्यार्थियों और अभिभावकों ने राहत की सांस ली है।  

Thursday, 16 February 2012

भगवान मुहल्ला की समस्याओं को लेकर उपायुक्त को ज्ञापन


मंडी। भगवान मुहल्ला की विभिन्न समस्याओं को लेकर वार्ड नंबर 9 के स्थानिय वासियों ने उपायुक्त मंडी और नगर परिषद को ज्ञापन सौंपा। वीरवार को वार्ड के प्रतिनिधीमंडल ने ज्ञापन के माध्यम से शिवरात्री से पहले भगवान मुहल्ला से सुकेती पुल सडक को ठीक करने की मांग की है। इसके अलावा मुख्य डाकघर मार्ग की हालत सुधारने की भी मांग की है। स्थानिय निवासियों के अनुसार भगवाहन मुहल्ला से सुकेती के नए पुल की ओर जाने वाली सडक खस्ता हाल है। यह सडक जगह जगह से उखडी हुई है। डिभा बावडी के पास आईपीएच विभाग द्वारा करीब 9 महीने पहले उखाडी गई सडक को ठीक नहीं किया गया है। इसके अलावा नगर परिषद ने भी करीब एक साल पहले जाली लगाने के लिए इस जगह पर सडक को उखाडा था। इसे भी ठीक नहीं किया गया है। श्रीराम की दुकान के पास भी सडका का डंगा लगाने का काम शुरू किया गया था। लेकिन यह कार्य भी अधूरा पडा हुआ है। इस जगह भी उखाडी गई सडक को ठीक नहीं किया गया है। सडक पर बडे-बडे गडढे पडे हुए हैं। पीपल के पास तो यह सडक खतरनाक रास्ते में बदल गई है। इस जगह पर सडक के किनारे लगाई गई रेलिंग भी गायब हो गई है। पीपल से आगे पुल की ओर के रास्ते की सडक तो बहुत ही ज्यादा खतरनाक हो गई है। इतना ही नहीं सडक के नीचे का डंगा गायब हो चुका है और यह सडक भगवान भरोसे ही टिकी हुई है। किसी दिन यहां पर बडा हादसा हो सकता है। केसरी बंगला के रणेश्वर महादेव मंदिर के पास नगर परिषद ने एक रेन शेल्टर का निर्माण किया है। लेकिन इस रेन शेल्टर का इस जगह कोई औचित्य नहीं है। क्योंकि यहां पर कोई बस ठहराव नहीं है। यह रेन शेल्टर इन दिनों अवांछित तत्वों का अडडा बना हुआ है। रेन शेल्टर के पास गंदगी का आलम रहता है। जहां यह सडक सुकेती पुल से मिलती है इस जगह के आस पास शौच और पेशाब के कारण भारी दुर्गंध फैली रहती है। अकेली जगह होने के कारण लोग यहां खुले में ही शौचादि कर देते हैं। जिससे सडक से गुजरने वाली महिलाओं को शर्मिंदगी का सामना करना पडता है। इतना ही नहीं ऐतिहासिक रणेश्वर महादेव के मंदिर के आधार में लोग शौच कर देते हैं। जिससे मंदिर के अस्तित्व को भी खतरा हो गया है। सुकेती पुल से भगवान मुहल्ला को जाने वाली यह सडक सैंकडों साल पुरानी है। लेकिन उचित रखरखाव न होने के कारण यह क्षेत्र बेहद संवेदनशील हो गया है। इस सडक पर बिजली की भी उचित व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण यहां अक्सर आपराधिक घटनाएं घटित हो रही हैं। सडक से गुजरने वाले वाहन कभी भी किसी खतरनाक हादसे का शिकार हो सकते हैं। सुकेती पुल के लिए शार्ट कट होने के कारण इस सडक का बहुत अधिक प्रयोग किया जाता है। इस सडक मार्ग के नीचे कई अवैध कब्जे हो गए हैं। जिन्हे अब सलम एरिया का नाम देकर इन्हे वैधता प्रदान करने की कोशीश की जा रही है। इन कब्जों के कारण भी इस सडक को नुक्सान पहुंच रहा है। स्थानिय वासियों की मांग है कि इस जगह से अतिक्रमण हटा कर स्कूल और युवा मंडल के सामुदायिक भवन के लिए भूमि आबंटित की जानी चाहिए। क्योंकि भगवाहन मुहल्ला का प्राईमरी स्कूल शहर के सबसे पुराने स्कूलों में से एक है। लेकिन स्कूल का अपना भवन न होने के कारण यह आज दिन तक अपग्रेड नहीं हो पाया है। इसके वार्ड की सडकों पर अवैज्ञानिक ढंग से स्पीड ब्रेकर लगाए गए हैं। इन्हे ठीक किया जाना भी बेहद जरूरी है। मुख्य डाकघर की ओर बनाई गई सडक की हालत भी बेहद खराब है। सडक की कोई लेबलिंग नहीं की गई है और इसका काम पूरा किए बगैर आधा अधूरा ही छोड दिया गया है। शिवरात्री के दौरान अधिकांश देवी देवताओं के राजमहल में ठहरने के कारण इस सडक का कार्य करवाया जाना निहायत जरूरी है। ऐतिहासिक डिभा बावडी के पास नालियों के रिसाव के कारण बावडी का पानी खराब हो चुका है। इन नालियों को भी ठीक किए जाने की जरूरत है। लेकिन नगर परिषद ने इस ओर कोई कदम नहीं उठाया गया है। स्थानिय वासियों ने मांग की है कि भगवाहन मुहल्ला से नए सुकेती पुल की ओर जाने वाले रास्ते को शिवरात्री से पहले ठीक किया जाए। केसरी बंगला के पास बनाए गए रेन शेल्टर में शौचालय का निर्माण किया जाए। इस रास्ते में बिजली का उचित प्रबंध किया जाए। वार्ड के स्पीड ब्रेकरों को ठीक किया जाए। वार्ड की नालियों और मुख्य डाकघर वाली सडक को भी ठीक करवाया जाए। वार्ड की पाठशाला और युवक मंडल के सामुदायिक भवन के लिए भूमि मुहैया करवा कर इनका कार्य शुरू किया जाए। प्रतिनिधीमंडल में स्थानिय पार्षद अलकनंदा हांडा, समीर कश्यप, टी पी कपूर, हेम राज शर्मा, विवेक गोयल, तिलक राज शर्मा, विनय कुमार, प्रवीण, कुलदीप, लवण ठाकुर, पंकज मोदगिल, शिव दत, यशकांत कश्यप, योगेश मोदगिल, जिवेश, ललित कश्यप, प्रदीप, धनदेव, सुशांत, अपूर्व, हेमराज शर्मा, उमेश भारद्वाज, यशपाल, कृष्ण लाल, राघविन्द्र और धीरज शामिल थे। इधर, उपायुक्त देवेश कुमार ने कहा कि इस बारे में आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। वहीं पर नगर परिषद की कार्यकारी अधिकारी उर्वशी वालिया ने कहा कि इस सडक का कार्य शिवरात्री से पहले पूरा करने की कोशीश की जाएगी।  

Thursday, 9 February 2012

सुकेती पुल से भगवाहन मुहल्ला की सडक खस्ता हाल, स्थानिय वासियों ने पार्षद को दिया ज्ञापन


मंडी। शहर के वार्ड नंबर नौ में सुकेती पुल से भगवाहन मुहल्ला को जाने वाली सडक खस्ता हाल है। भगवाहन मुहल्ला वासियों ने स्थानिय पार्षद अलकनंदा हांडा को ज्ञापन देकर इस सडक को शिवरात्री से पहले ठीक करने की मांग की है। भगवान मुहल्ला निवासी समीर कश्यप, कुलदीप, प्रवीण, योगेश, धीरज, जीतेन्द्र, यशपाल, सदानंद पुरोहित, यशकांत, योगेश, पंकज मोदगिल, अपूर्व, प्रतीक कश्यप और अन्यों ने स्थानिय पार्षद को लिखित तौर पर ज्ञापन देकर इस सडक को जल्द से जल्द ठीक करने की मांग की है। स्थानिय निवासियों के अनुसार सुकेती पुल से भगवान मुहल्ला को जाने वाली सडक पिछले करीब दो सालों से खस्ता हाल है। यह सडक जगह-जगह से उखडी हुई है। पीपल के पास डंगा लगाने के लिए उखाडी गई सडक में बडे-बडे गडढे बने हुए हैं। सडक के किनारे की रेलिंग गायब हो जाने से यह सडक किसी बडे हादसे को अंजाम दे सकती है। करीब एक साल पहले सडक पर मलबा आ गया था। लेकिन इस मलबे को अभी तक नहीं हटवाया गया। जिससे सडक बेहद संकरी हो गई है। इसके अलावा केसरी बंगला की ओर से आने वाला पानी निकासी न होने के कारण सडक में भरा रहता है। कई जगह तो सडक के नीचे की जमीन ही खोखली हो गई है। जबकि इस सडक से दोपहिए वाहन भी चलते हैं। ऐसे में किसी बडी दुर्घटना का अंदेशा है। स्थानिय निवासियों ने पार्षद से मांग की है कि केसरी बंगला के पास स्थित रणेश्वर महादेव मंदिर के पास बनाए गए रेन शेल्टर में शौचालय का निर्माण किया जाए। इस शेल्टर में अवांछित तत्वों का जमावडा लगा रहने से यहां से गुजरने वाले स्थानिय निवासियों को शर्मिन्दगी का सामना करना पडता है। इस जगह शौचालय न होने के कारण लोग सडक पर और मंदिर के नीचे ही शौच कर देते हैं। जिससे यहां से गुजरना मुश्किल हो जाता है। उन्होने बताया कि शिवरात्री के समय अधिकांश देवी देवताओं की रिहाइश राजमहल में होती है। इस सडक को पडडल पहुंचने के लिए शार्ट कट के रूप में प्रयोग किया जाता है। ऐसे में इस सडक को शिवरात्री मेले से पहले ठीक करवा दिया जाए। इसके अलावा मुख्य डाकघर को जाने वाली सडक को भी ठीक करवाया जाए। इधर, स्थानिय पार्षद अलकनंदा हांडा ने ज्ञापन मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि वार्ड को मिली राशी को प्राथमिकता के तौर पर सडक ठीक करवाने पर खर्च किया जाएगा। उन्होने बताया कि जल्द ही सडक का काम शुरू करके शिवरात्री तक पूरा करने की कोशीश की जाएगी।

Wednesday, 8 February 2012

विस्फोटक बरामद होने का अभियोग साबित न होने पर अदालत ने किए तीन आरोपी बरी


मंडी। विस्फोटक पदार्थ रखने के तीन आरोपियों के खिलाफ अभियोग साबित न होने पर अदालत ने उन्हे बरी करने का फैसला सुनाय। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि अभियोजन पक्ष आरोपियों पर संदेह की छाया से दूर अभियोग साबित नहीं कर सका। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश राकेश कैंथला के न्यायलय ने औट तहसील के रैंस गांव निवासी चिरंजी लाल पुत्र हरी सिंह, निश गांव निवासी भेद राम पुत्र अच्छरू राम और नेपाल के अंचल भगवंती के बथोंग (सिधपुल चौक) निवासी कैला लामा पुत्र नीमे दोरजे के खिलाफ विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 5 के तहत अभियोग साबित नहीं होने पर उन्हे बरी करने का फैसला सुनाया। अभियोजन पक्ष के अनुसार औट थाना पुलिस का दल 19 दिसंबर 2002 को खोती नाला के पास तैनात था। इसी दौरान हणोगी की ओर से कंधे पर बैग उठाए आ रहे एक व्यक्ति को संदेह के आधार पर रोक कर उसके बैग की तलाशी ली गई। पुलिस को तलाशी के दौरान बैग से 20 डेटोनेटर (जिलेटीन) और 9 कैपस (टोपियां) बरामद हुई थी। पुलिस ने आरोपी चिरंजी लाल को विस्फोटक अधिनियम के तहत हिरासत में लिया था। आरोपी ने पुलिस तहकीकात में बताया था कि यह विस्फोटक आरोपी कैला लामा ने आरोपी भेद राम को बेचे थे और उसने यह भेदराम से खरीदे थे। इस पर पुलिस ने भेद राम और कैला लामा को भी हिरासत में लेकर तीनों आरोपियों के खिलाफ अदालत में अभियोग चलाया था। अभियोजन पक्ष की ओर से इस मामले में 8 गवाहों के बयान दर्ज किए गए। बचाव पक्ष की ओर से पैरवी करते हुए अधिवक्ता समीर कश्यप का कहना था कि इस मामले के स्वतंत्र गवाहों ने पुलिस अधिकारियों के बयानों से विरोधाभासी बयान दिये हैं। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि अभियोजन पक्ष आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य पेश नहीं कर सका जिससे आरोपियों पर संदेह की छाया से दूर अभियोग साबित हो सके। ऐसे में अदालत ने आरोपियों को बरी करने का फैसला सुनाया।  

Tuesday, 7 February 2012

आई पी एच की पाईप फटने से उठा फव्वारा


मंडी। यहां के विश्वकर्मा मंदिर के पास आईपीएच विभाग की एक पाइप फटने अफरातफरी मच गई। पानी की धार इतनी तेज थी कि इससे सडक का एक हिस्सा विस्फोट की तरह उखड गया। जिसके बाद पानी का करीब बीस फुट ऊंचा फव्वारा उठ गया। इसे देखने के लिए लोगों की भीड लग गई। पाइप से लगभग एक घंटे तक पानी बहता रहा। मौका पर मौजूद लोगों ने घटना की सूचना आईपीएच विभाग को दी। जिसके बाद विभाग ने पानी की सप्लाई बंद कर दी। इधर, विभाग ने पानी की आपूर्ती बहाल करने के लिए पाइप की मुरम्मत का काम शुरू कर दिया है।

गुरू रविदास ने भगवान के संदेह वाहक के रूप में कार्य कियाः विक्रमादित्य सिंह


मंडी। हिमाचल प्रदेश खेल संस्कृति एवं पर्यावरण संघ के अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह ने संत परंपरा के महान योगी एवं परम ज्ञानी गुरू रविदास जी के 635 वें प्रकटोत्सव पर यहां के रवि नगर में आयोजित धार्मिक समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि विश्व की रचना करने वाले भगवान अपने भक्तों की रक्षा करने के लिए समय समय पर अपने संदेश वाहक पृथ्वी पर भेजते रहते हैं। यह संदेश वाहक संतों और योगियों के रूप में भगवान का प्यार लोगों में बांटते हैं। ऐसे ही एक योगी पुरूष गुरू रवि दास जी थे। गुरू रविदास जी उच्च कोटी के पूर्ण संत थे। उनकी दृष्टि में कर्म ही धर्म था। उनका जीवन इस बात का महान उदाहरण है कि हम संसार में रहते हुए और सामाजिक दायित्व निभाते हुए भी प्रभु प्राप्ती का मार्ग पा सकते हैं। उनकी वाणी अत्यंत सरल और उदार विचारों व भक्ति भावना से पूर्ण थी। उनके भजन श्रद्धा से गाए जाते हैं। ऐसे संत के बताए मार्ग पर चलना प्रत्येक इंसान का कर्तव्य है। विक्रमादित्य सिंह ने रविदास सभा द्वारा आयोजित समारोह में मुख्य अतिथी के रूप में शिरकत की। इस अवसर पर रविनगर स्थित गुरू रविदास के गुरूद्वारे में झंडा रस्म अदा की। सभा की ओर से विक्रमादित्य सिंह को सिरोपा भी भेंट किया गया। इस मौके पर रविदास सभा के प्रधान जयकिशन, पार्षद विमला, योगराज, नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष पुष्प राज शर्मा, राजेन्द्र मोहन, युवां कांग्रेस के संसदीय अध्यक्ष संजय डोगरा तथा स्थानिय निवासी भारी संख्या में मौजूद थे।  

Monday, 6 February 2012

सराची गांव में देवता गहरल और पांजवीर की भूमि पर अवैध कब्जा करने की कोशीश


मंडी। गोहर उपमंडल की थुनाग तहसील के सराची गांव में देवता गहरल और देवता पांजवीर की भूमि पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा करके शैड डाल दिए हैं। इस अवैध कब्जे की कोशीश का पता लगते ही स्थानिय लोगों ने वन विभाग को सूचित किया था। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही न होने के कारण सराची गांव निवासियों के एक प्रतिनिधीमंडल ने मुख्यमंत्री प्रो प्रेम कुमार धूमल को ज्ञापन प्रेषित किया है। इस प्रतिनिधीमंडल ने अतिरिक्त उपायुक्त हंस राज चौहान को भी इस बारे में ज्ञापन सौंपा है। सराची गांव निवासियों प्यारे लाल, कांशी राम, नरोतम राम, अनुप चंद व अन्यों ने बताया कि गांव के ही कुछ लोगों ने देहुरीधार में देवता गहरल और पांजवीर की झुघाणीनाला डीपीएफ जंगल में स्थित भूमि पर कब्जा करने की नीयत से पांच कमरों का शैड बना दिया है। देवता की इस वन भूमि पर अवैध कब्जा करने की कोशीश का पता चलते ही स्थानिय लोगों ने वन विभाग के कंजरेवेटर और नाचन उपमंडल के डीएफओ को भी सूचना दे दी गई थी। लेकिन विभाग द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है और वन भूमि की जमीन पर अवैध कब्जा करने की इस कोशीश पर रोक लगाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है। इधर, अतिरिक्त उपायुक्त हंस राज चौहान ने प्रतिनिधीमंडल के ज्ञापन पर संज्ञान लेते हुए थुनाग तहसील के तहसीलदार को इस मामले में छानबीन करके आवश्यक कार्यवाही अम्ल में लाने के निर्देश दिए हैं।  

Saturday, 4 February 2012

प्रेस क्लब मंडी ने परिवहन मंत्री के वकतव्य पर आपति जताई


मंडी। प्रेस क्लब मंडी ने परिवहन मंत्री महेन्द्र सिंह के सरकाघाट में जनसभा को संबोधित करते हुए पत्रकारों के खिलाफ दिये गए वक्तव्य पर कडी आपति जताई है। प्रेस क्लब ने इस मामले में प्रेस क्लब सरकाघाट का पूरा-पूरा समर्थन किया है। प्रेस क्लब मंडी की कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को रामनगर स्थित प्रेस क्लब भवन में आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता प्रेस क्लब के अध्यक्ष बीरबल शर्मा ने की। क्लब के महासचिव समीर कश्यप ने बताया कि क्लब ने सरकाघाट प्रेस क्लब का समर्थन करते हुए प्रस्ताव पारित किया है। परिवहन मंत्री महेन्द्र सिंह के सरकाघाट प्रेस क्लब को पत्रकारिता माफिया कहने का विरोध जताते हुए क्लब ने मंत्री से माफी मांगने की मांग की है। उन्होने कहा कि अगर परिवहन मंत्री को किसी पत्रकार विशेष से शिकायत थी तो उन्हे सपष्ट तौर पर उनका नाम लेना चाहिए था। लेकिन पत्रकार वर्ग के खिलाफ सामुहिक तौर पर इस तरह के वक्तव्य पूरी तरह से गैर जिम्मेदाराना और दुर्भावनापूर्ण तरीके से मानहानी करने वाला है। प्रेस क्लब ने परिवहन मंत्री से इस मामले को जल्द सुलझाने की मांग की है। उन्होने कहा कि प्रेस क्लब की सदस्यता का अभियान 15 फरवरी तक बढा दिया गया है। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि रामनगर स्थित क्लब भवन के उदघाटन के लिए मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल से आग्रह किया जाएगा। बैठक में प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष रणवीर सिंह ठाकुर, सह सचिव रमेश यादव, कोषाध्यक्ष जितेन्द्र शर्मा, कार्यकारिणी सदस्य मुरारी शर्मा और नारायण ठाकुर भी मौजूद थे। 

Friday, 3 February 2012

पुलिस और जनता की दूरी समाप्त की जाएः आशीष



मंडी। सदर पुलिस थाना परिसर में शुक्रवार को पुलिस सामुदायिक योजना की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला पुलिस उपाधीक्षक आशीष शर्मा ने की। इस अवसर पर सामुदायिक योजना पर प्रकाश डालते हुए उन्होने कहा कि इस योजना का उदेश्य पुलिस और जनता के बीच की दूरी समाप्त करना है। जिससे अपराधों पर लगाम लगाई जा सके और समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसके अलावा उन्होने सडक सुरक्षा के बारे में लोगों को जागरूक करने का आहवान किया। उन्होने कहा कि हालांकि पुलिस ने सडक सुरक्षा की जागरूकता के लिए विभिन्न सकूलों में पोस्टर भी लगवाए हैं। लेकिन खास तौर पर तेज रफ्तार बाईकरों की दुघर्टनाएं रोकने के लिए लोगों को इन बाईकस के नंबर पुलिस को बताने चाहिए। जिससे इस चालकों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जा सके। इसके अलावा लोगों को आसपास के क्षेत्र में घटित होने वाले अपराधों और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना भी पुलिस को देनी चाहिए। बैठक में मंडी शहर के विभिन्न वार्डों, पंडोह, लागधार, बाडी गुमाणु और सदर थाना अंतर्गत विभिन्न स्थानों से आए सामुदायिक योजना के सदस्यों ने भाग लिया। वहीं पर नशे के कारोबर में संलिप्त लोगों और नशे के शिकार युवकों के सुधारों पर भी बैठक में चर्चा की गई। इस अवसर पर सदर थाना प्रभारी सुरेन्द्र पाल मिन्हास, शहरी चौकी प्रभारी विजय कुमार और जिला एवं सत्र न्यायलय द्वारा सदर थाना में तैनात किए गए पैरा लीगल वालंटियर समीर कश्यप भी विशेष रूप से मौजूद थे।  

मंडी में बनाया जाए आधुनिक पुस्तकालयः शहीद भगत सिंह विचार मंच

मंडी। प्रदेश की सांस्कृतिक और बौद्धिक राजधानी मंडी में आधुनिक और बेहतरीन पुस्तकालय के निर्माण की मांग की गई है। इस संदर्भ में शहर की संस्...