मंडी। शहीद भगत सिंह विचार मंच की ओर से शनिवार को ‘लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे और आगे का रास्ता’ विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें हाल ही में सत्तासीन हुई भाजपा-नीत राष्ट्रीय जनतान्त्रिक गठबंधन की विजय का विश्लेषण किया गया। विचार गोष्ठी के बाद बैठक में यह निष्कर्ष निकाला गया कि एनडीए की जीत के पीछे सबसे बड़ा कारण पूँजीपति वर्ग का उनको एकमत समर्थन था। पिछले पाँच वर्षों में भारत के सभी बड़े पूँजीवादी घरानों ने भाजपा को सर्वाधिक चन्दा दिया है। जबकि अन्य दल इस दौड़ में कहीं पीछे छूट गए। धनबल के अलावा भाजपा का सुसंगठित तंत्र, संगठन और कार्यसंस्कृति भी रहा। भाजपा का अनुशासित काडर आधारित ढाँचा उनकी सबसे बड़ी शक्ति है। जिसके कारण वह मीडिया की मदद से अपने प्रचार को धरातल तक पहुंचाने में सफल रही है। जबकि विपक्ष अपने प्रचार को काडर के अभाव में धरातल पर नहीं पहुंचा पाया। इसके अलावा मोदी का करिश्माई नेतृत्व, भाजपा द्वारा राष्ट्रवाद को प्रमुख मुद्दा बनाने और अन्य मुद्दों को दरकिनार करने में सफलता भी जीत के कारण रहे। ईवीएम के साथ छेडछाड और उसे बदलवाने की कोशिशें भी इस जीत का एक कारक रहा है। भाजपा को एक काडर-आधारित पार्टी ही निर्णायक शिकस्त दे सकती है। जिसके लिए विपक्ष को एक विकल्प खड़ा करने की जरूरत है। पिछले पाँच वर्षों में बेरोज़गारी और भ्रष्टाचार के सारे कीर्तिमान धवस्त होने के बाद भी भाजपा को ऐसी जीत मिली है। शहीद भगत सिंह विचार मंच का मानना है कि फासीवाद को हराने के लिए ठोस रणनीति बनाये जाने की जरूरत है ताकि प्रतिरोध की ताकतें आने वाले पाँच सालों में इस फासीवादी उभार को परास्त करने की दूरगामी रणनीति पर कारगर तरीके से काम कर सके। वैकल्पिक संस्थाओं को विकसित करना पड़ेगा जिससे लोगों में वैज्ञानिक, तार्किक और प्रगतिशील विचारों को बढ़ावा देकर फासीवाद के खिलाफ लड़ा जा सके। बैठक में शहीद भगत सिंह विचार मंच शिमला के मनन विज, विचार मंच मंडी के पदाधिकारी समीर कश्यप, अमर चंद वर्मा, रवि सिंह राणा, विनोद कुमार, देशमित्र, बी आर जसवाल, मनीष कुमार, रूपिन्द्र सिंह, नरेन्द्र कुमार, लवण ठाकुर और सुरेन्द्र ठाकुर मौजूद रहे।
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