Tuesday, 31 December 2013

बिजनेस पार्टनर के हत्यारोपी को सश्रम उम्र कैद की सजा


मंडी। बिजनेस पार्टनर की बेसबाल बैट से आघात करके हत्या करने के आरोपी को अदालत ने सश्रम उम्र कैद की सजा का फैसला सुनाया। हत्या के बाद सबूतों को नष्ट करने का अभियोग भी साबित होने पर अदालत ने आरोपी और सहआरोपी को क्रमश: सात और पांच साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई। अतिरिक्त सत्र न्यायधीश पी पी रांटा के न्यायलय ने हरियाणा के जिंद जिला के दिलूवाला (अलेवा) निवासी मंजीत सिंह पुत्र रामफल के खिलाफ भादंस की धारा 302 और 201 के तहत हत्या करने व सबूत नष्ट करने का अभियोग साबित होने पर सश्रम उम्र कैद और सात साल की कारावास और पांच-2 हजार रूपये जुर्माने की सजा सुनाई। ये दोनों सजाएं एक साथ चलेंगी। जबकि सहआरोपी जिला कैथल के पटटी अफगान गांव निवासी धर्मेन्द्र संधु पुत्र जगमेल के खिलाफ सबूत नष्ट करने का अभियोग साबित होने पर पांच साल कारावास और पांच हजार रूपये जुर्माने की सजा सुनाई। अभियोजन पक्ष के अनुसार विक्रम सिंह और उक्त आरोपी प्रौपर्टी डीलर के बिजनेस में पार्टनर थे। यह लोगों ने हिमाचल में भी अपना कारोबार कर रहे थे। विगत 4 नवंबर 2011 को उक्त दिनों लोग लापता हो गए और उनके मोबाईल फोन भी बंद हो गए। परिजनों ने उनकी गुमशुदगी की रपट दर्ज की थी। इसके बाद मृतक विक्रम सिंह का शव पंडोह डैम में बरामद हुआ था। मृतक के भाई साजन कुमार ने उनके शव की शिनाखत की थी। सदर थाना पुलिस ने मृतक के शरीर पर आई चोटों के आधार पर हत्या का मामला दर्ज करके आरोपियों को हिरासत में लिया था। आरोपियों ने अपनी दरयाफत में बताया था कि वह 4 नवंबर को सोलन से सैंट्रो कार पर कुल्लू की ओर जा रहे थे। मंडी से कुछ दूरी पर ही आरोपी मंजीत और विक्रम का आपस में झगडा शुरू हो गया। इसके बाद उन्होने कार को खोती नाला के पास रोका। जहां पर झगडे के दौरान आरोपी मंजीत ने बेसबाल के बैट से विक्रम के सिर पर आधात करके उसकी हत्या कर दी थी। इसके बाद दोनों आरोपियों ने शव को दवाडा के पास व्यास नदी में फेंक दिया था। अभियोजन पक्ष की ओर से पैरवी करते हुए लोक अभियोजक आत्मा राम और अधिवक्ता आर के शर्मा ने 28 गवाहों के ब्यान कलमबंद करवा कर मामले को साबित किया। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि अभियोजन पक्ष की ओर से प्रस्तुत साक्ष्यों से आरोपियों पर संदेह की छाया से दूर अभियोग साबित हुआ है। ऐसे में अदालत ने आरोपियों को उक्त कारावास और जुर्माने की सजा का फैसला सुनाया।

Monday, 30 December 2013

छोटी काशी में धार्मिक पर्यटन शुरू हो


मंडी। भारतीय कमयुनिस्ट पार्टी (सीपीआई) की शहरी इकाई ने मंडी शहर की समस्याओं को लेकर उपायुक्त मंडी को ज्ञापन सौंपा। पार्टी ने जिला प्रशासन से इन समस्याओं का शीघ्रातिशीघ्र निराकरण करने की मांग की है। भारतीय कमयुनिस्ट पार्टी (भाकपा) की शहरी इकाई के सचिव समीर कश्यप, राज सिंह मंडयाल, प्रकाश पंत, लवण ठाकुर, अमर चंद वर्मा और तिलक राज शर्मा की अगुवाई में उपायुक्त मंडी को यह ज्ञापन सौंपा गया। सचिव समीर कश्यप ने बताया कि इस वर्ष पार्टी की ओर से शहर के सभी वार्डों में पदयात्रा की गई। इस दौरान अनेकों समस्याएं उजागर हुई हैं। सीपीआई की मांग है कि पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित राष्ट्रीय धरोहर त्रिलोकीनाथ मंदिर, अर्धनारीश्वर मंदिर, बरसेला समारक, पंकवक्तर महादेव मंदिर, अधिष्ठाता देव भूतनाथ मंदिर व टारना मंदिर सहित सभी पुरातात्विक महत्व के मंदिरों को पर्यटन और शैक्षणिक लिहाज से उभारा जाना चाहिए। पुरानी मंडी सहित शहर के सभी वार्डों में हर 50 मीटर की दूरी पर प्राचीन मंदिर अवस्थित है। इन सभी मंदिरों का विशेष रखरखाव करके छोटी काशी की धार्मिक परिक्रमा से संबंधित धार्मिक पर्यटन शुरू किया जाना चाहिए। मंदिरों के अलावा शहर में स्थित प्राचीन बावडियां और नौण भी संरक्षित किये जाने चाहिए। इन स्त्रोतों का बेकार बह रहा पानी इकठा करके सारे शहर को उनके घरों में भी आपूर्ती की जाए। शहरवासियों को ट्रैफिक जाम से निजात दिलाई जाए। उंचाई वाले क्षेत्रों में बने मकानों के लिए एंबुलैंस योगय रोड बनाये जाएं। सफाई, सट्रीट लाईट और सडकों का उचित प्रबंध किया जाए। गांधी चौक में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर छत बनाई जाए, चौहट्टा बाजार में ट्रैफिक बंद करने से लोगों को हो रही भारी असुविधा समाप्त की जाए, है। टाउन हाल को प्रेक्षागृह बनाकर सांस्कृतिक गतिविधियों का केन्द्र बनाया जाए। खलयार और पुरानी मंडी जाने वाले विक्टोरिया पुल के पास नया पुल बनाया जाए और इस धरोहर को संरक्षित किया जाए। लुप्तप्राय मंडयाली बोली और भाषा को संरक्षित और संवर्धित किया जाए। व्यास नदी के किनारे स्थित घाटों का सौदर्यीकरण किया जाए। प्राचीन धरोहरों को संरक्षित और संवर्धित करने के लिए प्रयास किये जाएं। देव सदन का निर्माण किया जाए। टारना का मेला फिर से शुरू किया जाए। टारना का सौन्दर्यीकरण करके पर्यटन मानचित्र पर लाया जाए। सर्वधर्म समभाव को बढाने के लिए एक केन्द्र विकसित किया जाए। सभी नालों का चैनेलाइजेशन किया जाए। सभी लाईट प्वाईंट को चालू किया जाए। सडकों की मुरममत की जाए। सिद्ध शंभू मंदिर के दर्शन श्रद्धालुओं के लिए 24 घंटे खोले जाएं। पड्डल मैदान को बचाने के लिए तत्काल प्रयास किये जाएं। नये बस स्टैंड का कार्य जल्द पूरा किया जाए। खाली पडी भूमि पर वृक्षारोपण किया जाए। मंडी कालेज में अन्य विषयों सहित कानून की कक्षाएं शुरू की जाएं। भयुली चौक पर वर्षा शालिका तथा शौचालय का निर्माण किया जाए। अवैध निर्माण के बारे में पालिसी बनाई जाए। मंडी शहर के लिए बाईपास बनाये जाएं। सीवरेज व्यवस्था का रखरखाव सुनिश्चित किया जाए। महामृत्युंजय अस्थाई बस स्टैंड को सेरी मंच पर वापिस लाया जाए। सब्जी विक्रेताओं के लिए जगह सुनिश्चित करके शहर के फुटपाथों को बहाल किया जाए। गल्त तरीके से बनाए गए स्पीडब्रेकर हटाए जाएं। साफ सफाई का उचित प्रबंध किया जाए। नालियों की मुरममत की जाए। सडकों की हालत ठीक की जाए। शहर से तारों का जंजाल खत्म किया जाए। उपभोक्ताओं की सभी सेवाओं और वस्तुओं के मुल्य सुनिश्चित किये जाए और इन्हे पारदर्शी बनाए जाए। इंदिरा मार्केट में शौचालय की समस्या का स्थाई समाधान किया जाए। मार्केट का सौन्दर्यीकरण किया जाए। मार्केट की छत पर शौचालय के बंद पडे काम के निर्माण को हटाया जाए। पार्किंग का उचित प्रबंध किया जाए। भाकपा ने उपायुक्त से मांग की है कि शहरवासियों की इन समस्याओं के निराकरण के शीघ्र कदम उठाएं। जिससे शहरवासी राहत की सांस ले सकें।

डीपीआरओ के सी चौहान के सम्मान में प्रेस क्लब ने की बैठक


मंडी। मंगलवार को सेवानिवृत हो रहे जिला लोक संपर्क अधिकारी कृष्ण चंद चौहान के सममान में प्रेस क्लब मंडी की ओर से एक बैठक का आयोजन किया गया। इस मौके पर क्लब के प्रधान बीरबल शर्मा और पूर्व प्रधान हेम कांत कात्यायन ने उन्हे सम्मानित किया। प्रेस रूम में आयोजित बैठक में संबोधित करते हुए जिला एवं संपर्क अधिकारी कृष्ण चंद चौहान ने कहा कि उन्होने अपने चार दशकों के सेवाकाल का अधिकांश समय मंडी में बिताया है। इस दौरान उन्हे मंडी प्रेस की ओर से उन्हे हमेशा स्नेह और सहयोग मिला है जिसे वह कभी भी भूला नहीं सकते। प्रेस क्लब के महासचिव समीर कश्यप ने बताया कि इस मौके पर क्लब के सदस्य और लोक संपर्क विभाग के कर्मी मौजूद रहे। इस मौके पर प्रेस क्लब की ओर से जलपान का भी आयोजन किया गया।  

निजी बस परिचालकों की मनमानी की शिकायत


मंडी। शहर के समीपवर्ती गांवों को जाने वाली सवारियां निजी बसों में यात्रा करने से वंचित हैं। लोकल सवारियों को इन बसों में अक्सर दुव्र्यवहार का सामाना करना पडता है। ऐसी ही एक शिकायत यहां के नजदीकी पंजेहटी (तल्याहड) गांव की सीमा सेन पत्नी प्रदीप सेन ने जिला पुलिस अधीक्षक को दी है। उन्होने शिकायत की प्रति परिवहन मंत्री, आरटीओ और आरएम को भी प्रेषित की है। महिला के अनुसार वह अपने बच्चों सहित खरीदारी करने मंडी आई हुई थी। घर वापिस जाने के लिए वह बस स्टाप में खडी थी। लेकिन यहां से गुजरने वाली निजी बसों ने लोकल सवारियों को बस में चढने से रोक दिया और उन्हे सरकारी बस में आने को कहा। जब वह एक निजी बस में चढ गई तो कंडक्टर ने कहा कि जेलरोड, तवामडा, दो अंब की लोकल सवारियों के लिए कोई सीट नहीं है और उन्हे तल्याहड में अपने गांव से डेढ किलोमीटर दूर उतरना पडेगा। परिचालक ने उनकी बेइज्जती की और दुव्र्यवहार किया । उन्होने बताया कि दो अंब में बस के न रूकनेे से छात्रों और कार्यालयों में पहुंचने वाले लोगों को देरी होती है और उन्हे परेशानी का सामना करना पडता है। निजी बसों के परमिट लोगों की सुविधा के लिए दिये हैं लेकिन इनकी कार्यप्रणाली से वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और छात्रों को भारी परेशानी उठानी पड रही है। उन्होने उक्त बस कंडक्टर के खिलाफ दुव्र्यवहार करने पर कार्यवाही अमल में लाए जाने की मांग की है। इधर, सीपीआई शहरी कमेटी ने जिला प्रशासन से मांग की है कि मंडी शहर तथा समीपवर्ती क्षेत्रों के लिए सुबह 8 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक नियमित तौर पर हर घंटे के बाद मुद्रिका बसें चलाई जाएं। सीपीआई के महासचिव समीर कश्यप ने कहा कि निजी बसों की कार्यप्रणाली ठीक की जाए और लोकल सवारियों को न बैठाने वाली निजी बसों पर कार्यवाही की जाए।

Sunday, 29 December 2013

छोटी काशी मंडी को धार्मिक पर्यटन नगरी बनाया जाएः सीपीआई



मंडी। भारतीय कमयुनिस्ट पार्टी की ओर से मंडी शहर की समस्याओं को लेकर उपायुक्त मंडी को ज्ञापन सौंपा गया। पार्टी ने जिला प्रशासन से इन समस्याओं का शीघ्रातिशीघ्र निराकरण करने की मांग की है। भारतीय कमयुनिस्ट पार्टी (भाकपा) की शहरी इकाई के सचिव समीर कश्यप, राज सिंह मंडयाल, प्रकाश पंत, लवण ठाकुर, अमर चंद वर्मा और तिलक राज शर्मा की अगुवाई में उपायुक्त मंडी को यह ज्ञापन सौंपा। सचिव समीर कश्यप ने बताया कि इस वर्ष पार्टी की ओर से शहर के सभी वार्डों में पदयात्रा की गई। इस दौरान अनेकों समस्याएं उजागर हुई हैं। पार्टी ने मांग की है कि खलयार मुहल्ला में ब्यास नदी की बाढ के खतरे से बडा नुक्सान बचाने के लिए किनारे पर दीवारें बनाई जाएं, उपयुक्त जगह पर शौचालय का निर्माण, जवाहर पार्क का सौन्दर्यीकरण, डीएवी स्कूल के पास वाहनों के पार्किंग की उचित व्यवस्था, पेट्रोल पंप के पास सूख गई प्राचीन बावडी को ठीक करने तथा एन एच-20 पर भारी ट्रैफिक के कारण सडक के किनारे पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ बनाया जाए। खलयार और पुरानी मंडी जाने वाले विक्टोरिया पुल के पास नया पुल बनाया जाए और इस धरोहर को संरक्षित किया जाए। पुल के साथ ही पठानकोट और कटौला की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए बस स्टाप में लोगों को बैठने की उचित व्यवस्था की जाए। पुरानी मंडी का शमशान घाट भी उचित रखरखाव किया जाए। हनुमान मंदिर के पास भूस्वखलन रोका जाए। पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित राष्ट्रीय धरोहर त्रिलोकीनाथ मंदिर को पर्यटन और शैक्षणिक लिहाज से उभारा जाना चाहिए। पुरानी मंडी सहित शहर के सभी वार्डों में करीब 50 मीटर की दूरी पर प्राचीन मंदिर अवस्थित है। इन सभी मंदिरों का विशेष रखरखाव करके छोटी काशी की धार्मिक परिक्रमा से संबंधित धार्मिक पर्यटन शुरू किया जाना चाहिए। मंदिरों के अलावा शहर में स्थित प्राचीन बावडियां और नौण भी संरक्षित किये जाने चाहिए। इन स्त्रोतों का बेकार बह रहा पानी इकठा करके सारे शहर को उनके घरों में भी बावडी के पानी की आपूर्ती की जा सके। जेलरोड में सुकेती पुल से लेकर उप जेल मंडी तक लगने वाले ट्रैफिक जाम का उचित प्रबंध किया जाए। शहर की उंचाई वाले क्षेत्रों में बने मकानों के लिए एंबुलैंस रोड बनाया जाए। सफाई, सट्रीट लाईट और सडकों का उचित प्रबंध किया जाए। सुहडा मुहल्ला में स्थित विजय सीनीयर सेकेन्डरी स्कूल के ओ भवन का जीर्णोधार किया जाए। मुहल्ले में स्थित बच्चों के पार्क का सौन्दर्यीकरण, सुकेती खड्ड में गंदगी आने से रोका जाए और रंगकर्म, संगीत और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए केन्द्र बनाया जाए। पैलेस मुहल्ले में स्थित क्षेत्रीय अस्पताल में इलाज की उचित सुविधा, सिद्ध गणपती और प्राचीन राम मंदिर सहित सभी स्थलों को धार्मिक पर्यटन की दृष्टी से उभारा जाए, राजमहल भवन को धरोहर के रूप में संरक्षित किया जाए। सिध गणपती से सैण मुहल्ले को जाने वाले रास्ते को पक्का किया जाए, गंधर्व के जंगल को संरक्षित किया जाए, वार्ड में लाईट की उचित व्यवस्था की जाए, कुष्ठ रोगियों का अस्पताल चालू किया जाए। शहर के सभी नालों का चैनेलाईजेशन किया जाए। गांधी चौक में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर छत बनाया जाए, चौहट्टा बाजार में ट्रैफिक बंद करने से लोगों को भारी असुविधा उठानी पड रही है। टाउन हाल को प्रेक्षागृह बनाकर सांस्कृतिक गतिविधियों का केन्द्र बनाया जाए। राष्ट्रीय धरोहर के रूप में पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित अर्धनारीश्वर मंदिर के महत्व को उजागर करते हुए इस स्थल को धार्मिक पर्यटन के रूप में उभारा जाए। डुगलीघाट पेयजल स्त्रोत व शमशान घाट का उचित प्रबंध किया जाए। शहर के अधिष्ठाता देव भूतनाथ मंदिर सहित सभी मंदिरों को धार्मिक परिक्रमा पर्यटन से जोडा जाए। विक्टोरिया पुल से वेदांत कुटीर की ओर जाने वाली सडक की हालत ठीक की जाए। साहित्य चूडामणी पंडित भवानीदत शास्त्री की स्मृति में लुप्तप्राय मंडयाली बोली और भाषा को संरक्षित और संवर्धित किया जाए। एकादश रूद्र मंदिर के पास की स्टीक चढाई वाली सडक को ठीक किया जाए। एकादश मंदिर के साथ वाले नाले को चैनलाइज करने व इस सडक पर बिजली का उचित प्रबंध किया जाए। मंडी के हनुमान घाट में स्थित शमशान घाट की उचित व्यवस्था, व्यास नदी के किनारे स्थित घाटों का सौदर्यीकरण, चकढीनी की चट्टान के लिए रास्ते का निर्माण किया जाना चाहिए। यहां स्थित सभी बावडियों का उचित रखरखाव, सुकेती खड्ड के किनारे स्थित शिव लिंग को संरक्षित करने और यहां की सडको की मुरममत की जाए। लोअर भगवाहन के प्राकृतिक जल स्त्रोतों का उचित रखर खाव किया जाए। डिभा बावडी सहित शहर के सभी स्त्रोंतो के पानी की जांच नियमित की जाए। वार्ड में स्थित मंदिरों को छोटी काशी की धार्मिक परिक्रमा में जोडते हुए धार्मिक पर्यटन विकसित किया जाए। शहर के हर मुहल्ले में सामुदायिक भवन का निर्माण किया जाए। भगवान मुहल्ला प्राइमरी स्कूल का पाठशाला भवन का निर्माण किया जाए। यहां स्थित दमदमा पैलेस, भवानी पैलेस, भडंती का बेहडा, एमरसन हाउस, दरबार हाल जैसी अनेकों प्राचीन धरोहरों को संरक्षित और संवर्धित करने के लिए प्रयास किये जाएं। प्राचीन वास्तुकला का प्रदर्शन करने वाली कोठियां और पारंपरिक शैली में बने घरों को संरक्षित किया जाए। चंड महात्मा के नाम से मशहुर चंद्रमणी कश्यप के संग्रहालय के लिए उचित स्थान मुहैया करवाया जाए, सांस्कृतिक प्रतिभाओं के लिए केन्द्र विकसित किया जाए, शिवरात्री के दौरान देवताओं को ठहराने के लिए सुकेती नदी के किनारे देव सदन का निर्माण किया जाए। दरबार हाल को डाक विभाग से लेकर इसे संरक्षित करके इसमें प्रेक्षागृह बनाया जाए। चौहट्टा से मुखय डाकघर की सडक पर केवल मुहल्ला वासियों की गाडियों को प्रवेश हो। यहां की पार्किंग स्थानिय वासियों को दी जाए। नये सुकेती पुल से भगवाहन मुहल्ला को जाने वाली सडक पर शौचालय बनाया जाए। इस सडक को जल्द से जल्द ठीक किया जाए। जौंचु नौण के साथ पडी खाली भूमि का उचित प्रयोग किया जाए। अपर भगवाहन मुहल्ला और टारना मुहल्ला में स्थित टारना माता मंदिर की ऐतिहासिक बडी पौडियों का उचित रखरखाव, बिजली की व्यवस्था और सीढियों की फिसलन हटाने की मांग की है। टारना का मेला फिर से शुरू किया जाए। आईपीएच आफिस से कबीर मंदिर की ओर जाने वाली सडक पर बिजली की उचित व्यवस्था की जाए। इस सडक को रामनगर तक पक्का किया जाए। माहुंनाग मंदिर के पास वाले नाले की चैनलाईजेशन की जाए, कामरेड तारा चंद हाल की ओर जाने वाली सडक की हालत ठीक की जाए, नाले में मलबा फेंकना बंद करवाया जाए। आईपीएच दफतर के पास वाले नाले की भी चैनलाईजेशन की जाए। इस वार्ड का नाम थनेहडा या लोअर टारना रखा जाए। टारना मुहल्ला में लक्ष्मी नारायण मंदिर से टारना को जाने वाले बंद रास्ते को बहाल किया जाए। टारना मंदिर के महत्व को समझते हुए इसका सौन्दर्यीकरण करके पर्यटन मानचित्र पर लाया जाए। यहां की खाली जमीन पर वृक्षारोपण किया जाए। टारना की बावडी का उचित रखरखाव किया जाए। रामनगर वार्ड में विश्वकर्मा मंदिर के साथ स्थित बावडी सहित सभी पेयजल स्त्रोतों का उचित रखरखाव किया जाए। राष्ट्रीय धरोहर के रूप में पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित बरसेला समारक के महत्व को उजागर करने के लिए विशेष प्रयत्न किये जाएं। इस समारक तक पहुंचने का मार्ग प्रदर्शित करने के लिए कदम उठाए जाएं। वार्ड में सभी धर्मों के लोगों के रहने के कारण यहां पर सर्वधर्म समभाव को बढाने के लिए एक केन्द्र विकसित किया जाए। वार्ड में खिलाडियों की एक बडी संखया रहती है ऐसे में स्पोर्टस गतिविधियों के लिए एक केन्द्र विकसित किया जाए। वार्ड के सभी नालों का चैनेलाइजेशन किया जाए। पशु उपनिदेशक कार्यालय के सामने नगर परिषद के बंद पडे शौचालय को बहाल किया जाए। रामनगर मुहल्ला में सभी लाईट प्वाईंट को चालू किया जाए। सडकों की मुरममत की जाए। पड्डल में स्थित राष्ट्रीय धरोहर के रूप में पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित पंकवक्तर महादेव मंदिर को धार्मिक पर्यटन की दृष्टी से उभारा जाए। मंदिर को जाने के रास्तों को निर्देशित करने वाले बोर्ड लगाए जाएं। पंचवक्तर महादेव मंदिर के साथ बनी खानाबदोशों की बस्ती में रहने वाले लोगों को उचित भूमि मुहैया करवाकर इस स्थल का सौन्दर्यीकरण किया जाए। यहां स्थित सभी धार्मिक स्थलों के महत्व को उभार कर धार्मिक पर्यटन परिक्रमा शुरू करके छोटी काशी का नाम सार्थक किया जाए। जिमखाना कल्ब की दीवारों में बंद कर दिये गए सिद्ध शंभू मंदिर के दर्शन श्रद्धालुओं के लिए 24 घंटे खोले जाएं। इन दिनों क्लब के दरवाजा बंद कर देने से सिर्फ दो घंटे ही दर्शन हो पाते हैं। जिमखाना कल्ब की गतिविधियों में आम लोगों को भी जोडा जाए। यहां स्थित लान टेनिस कोर्ट को ठीक किया जाए और प्रशिक्षण शुरू किया जाए। पुलिस थाना की कार्यप्रणाली से अवगत करवाने और सामुदायिक योजना में स्थानीय लोगों को शामिल किया जाए। वार्ड के प्राकृतिक जल स्त्रोतों का उचित रखरखाव किया जाए। पड्डल मैदान को बचाने के लिए तत्काल प्रयास किये जाएं। किसी भी खेेल को खेेलने की इच्छा रखने वाले खिलाडी को खेल का सारा सामान उपलब्ध किया जाए। मैदान में शौचालय का निर्माण किया जाना चाहिए। आईटीआई में स्थानीय लोगों के लिए ऐसे प्रोग्राम शुरू किये जाएं जिसके तहत युवाओं को रोजगार कमाने का कोई हुनर सिखाया जाए। प्रशिक्षण के बाद उसे संस्थान की ओर से ही कार्य करने की जगह और टुल के लिए आर्थीक सहायता भी मुहैया करवाई जाए। नये बस स्टैंड का कार्य जल्द पूरा किया जाए। बस स्टैंड से बाहर आने वाले रास्तों के पास लोगों को चलने के लिए जेबरा क्रासिंग बनाई जाए। मोतीपूर जंगल में खाली पडी भूमि पर वृक्षारोपण किया जाए। मंडी कालेज में अन्य विषयों सहित कानून की कक्षाएं शुरू की जाएं। आईटीआई कलौनी में बरसात के समय पानी रूकने की समस्या को दूर किया जाए। भयुली चौक पर वर्षा शालिका तथा शौचालय का निर्माण किया जाए। सावली खड की बावडी और शमशान घाट का उचित रखरखाव किया जाए। अवैध निर्माण के बारे में पालिसी बनाई जाए। मंडी शहर के लिए बाईपास बनाया जाएं। मंडी शहर की स्ट्रीट लाईट कमेटी के गल्ती से करीब एक महीने तक काट दी गई थी। आगे से यह गल्ती रोकना सुनिश्चित किया जाए। शहर में बिछाई गई सीवरेज व्यवस्था का रखरखाव सुनिश्चित किया जाए। महामृत्युंजय अस्थाई बस स्टैंड को सेरी मंच पर वापिस लाया जाए। सब्जी विक्रेताओं के लिए और जगह सुनिश्चित करके शहर के फुटपाथों को बहाल किया जाए। गल्त तरीके से बनाए गए स्पीडब्रेकर हटाए जाएं। साफ सफाई का उचित प्रबंध किया जाए। नालियों की मुरममत की जाए। सडकों की हालत ठीक की जाए। मंडी शहर से तारों का जंजाल खत्म किया जाए। उपभोक्ताओं की सभी सेवाओं और वस्तुओं के मुल्य सुनिश्चित किये जाए और इन्हे पारदर्शी बनाए जाए। इंदिरा मार्केट में शौचालय की समस्या का स्थाई समाधान किया जाए। मार्केट का सौन्दर्यीकरण किया जाए। मार्केट की छत पर शौचालय के बंद पडे काम के निर्माण को हटाया जाए। पार्किंग का उचित प्रबंध किया जाए। भाकपा ने उपायुक्त से मांग की है कि शहरवासियों की इन समस्याओं के निराकरण के शीघ्र कदम उठाएं। जिससे शहरवासी राहत की सांस ले सकें।

चित्रः गूगल से साभार

Saturday, 28 December 2013

सीपीआई शहरी कमेटी ने सौंपा उपायुक्त को ज्ञापन




सेवा में,

उपायुक्त मंडी, हि.प्र.

विषयः भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से मंडी शहर की समस्याओं पर ज्ञापन

महोदय,

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की शहरी इकाई की ओर से इस वर्ष मंडी शहर के विभिन्न वार्डों में पदयात्रा की गई। पदयात्रा के दौरान शहर की विभिन्न समस्याएं उजागर हुई हैं जिन्हे पार्टी प्रशासन के ध्यान में लाना चाहती है। जिससे इन समस्याओं के निराकरण के लिए उचित पहल की जा सके। शहर के विभिन्न वार्डों की समस्याएं निम्मलिखित हैः खलयार मुहल्ला 1. ब्यास नदी के किनारे बसा होने के कारण बाढ के खतरे से बडा नुक्सान बचाने के लिए किनारे पर दीवारें बनाई जाएं। 2. विक्टोरिया पुल से लेकर वार्ड के अंत तक एन एच 20 के किनारे कोई शौचालय नहीं है। उपयुक्त जगह पर शौचालय का निर्माण किया जाए। 3. जवाहर पार्क का सौन्दर्यीकरण किया जाए। 4. डीएवी स्कूल के पास वाहनों के पार्किंग की उचित व्यवस्था की जाए। एन एच पर वाहनों के खडा रहने से लगातार दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है। 5. पेट्रोल पंप के पास सूख गई प्राचीन बावडी को ठीक किया जाए। बावडी के साथ ही उत्पन हुए पानी के स्त्रोत को टैप करने के लिए टैंक का निर्माण किया जाए। इसके अलावा अन्य प्राकृतिक पेय जल स्त्रोतों का भी उचित रखरखाव किया जाए। 6. एन एच-20 पर भारी ट्रैफिक के कारण सडक के किनारे पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ बनाए जाएं। 7. विक्टोरिया पुल की जगह नया पुल बनाया जाए जिससे इस धरोहर को संरक्षित रखा जा सके। पुरानी मंडी 1. ब्रिटिश कालीन समय में 1875 ई में बनाया गया विक्टोरिया पुल 136 साल पुराना हो चुका है। भारी तादात में बढ गए वाहनों के दवाब में इस पुराने पुल से ज्यादा उम्मीदें नहीं की जा सकती और कोई बडा हादसा भी सामने आ सकता है। ऐसे में इस पुल की जगह नया पुल तैयार करना लाजमी हो गया है जिसके लिए शीघ्रातिशीघ्र प्रयास किए जाएं। 2. विक्टोरिया पुल के साथ ही पठानकोट और कटौला की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए एक अस्थाई बस स्टाप में लोगों को बैठने की उचित व्यवस्था नहीं है। लोगों को कडकती धूप और बारिश में बस के इंतजार के लिए बाध्य होना पडता है। हालांकि शमशान घाट के उपर की ओर एक शौचालय बना हुआ है लेकिन यह बंद ही रहता है जिससे लोगों को भारी परेशानी झेलनी पडती है। 3. पुरानी मंडी के शमशान घाट भी उचित रख रखाव की दरकार में है। ठीक हालत में न होने के कारण स्थानीय वासियों को हनुमान घाट में दाह संस्कार करने पडते हैं। ऐसे में इस घाट की उचित मुरम्मत और रखरखाव किया जाए। 4. हनुमान मंदिर के पास कुछ समय भारी मात्रा में चटानें और मलबा आ जाने से एन एच पर खडे वाहन दब गए थे। जिससे कई दिनों तक एनएच जाम रहा था। इस जगह पर भूस्वखलन रोका जाए। 5. मंडी रियासत की पुरानी राजधानी होने के कारण इसके ऐतिहासिक स्थलों के लिए विशेष प्रयास किये जाने चाहिए। पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित राष्ट्रीय धरोहर त्रिलोकीनाथ मंदिर को पर्यटन और शैक्षणिक लिहाज से उभारा जाना चाहिए। वार्ड में लगभग 50 मीटर की दूरी पर प्राचीन मंदिर अवस्थित है। इन सभी मंदिरों का विशेष रखरखाव करके और इनका नाम व इतिहास दर्शाते हुए शहर के अन्य मंदिरों के साथ छोटी काशी की धार्मिक परिक्रमा से संबंधित धार्मिक पर्यटन शुरू किया जाना चाहिए। 6. मंदिरों के अलावा वार्ड में स्थित प्राचीन बावडियां और नौण भी संरक्षित किये जाने चाहिए। गजेटियर आफ मंडी में ब्रिटिश इतिहासकारों ने लिखा है कि मंडी जनपद के लोगों को जनजीवन बावडी और नौण से ही शुरू होता था। लोग तडके उठकर बावडी में आते थे और खूब कसरत के बाद नहा धो कर अपनी दिनचर्या शुरू करते थे। ये मंजर अभी भी देखने को मिल जाते हैं। अभी भी ये स्त्रोत लोगों की दिनचर्या का हिस्सा हैं। इनका उचित रखरखाव किया जाए। ऐसी कोशीश की जानी चाहिए कि इन स्त्रोतों का बेकार बह रहा पानी इकठा करके सारे शहर को उनके घरों में भी बावडी के पानी की आपूर्ती की जा सके। जेल रोड 1. सुकेती पुल से लेकर उप जेल मंडी तक लगने वाले ट्रैफिक जाम का उचित प्रबंध किया जाए। 2. वार्ड के उंचाई वाले क्षेत्रों में बने मकानों के लिए एंबुलैंस रोड बनाया जाए। 3. वार्ड के प्राकृतिक जल स्त्रोंतो का उचित रखरखाव किया जाए। 4. सफाई का उचित प्रबंध किया जाए। 5. सडकों के रखरखाव का उचित प्रबंध किया जाए। 6. स्ट्रीट लाईटस का उचित प्रबंध किया जाए। सुहडा मुहल्ला 1. विजय सीनीयर सेकेन्डरी स्कूल के ओ भवन का जीर्णोधार किया जाए। 2. बच्चों के पार्क का सौन्दर्यीकरण किया जाए। 3. सुकेती खड्ड में गंदगी आने से रोका जाए। जिससे खडड के किनारे की दुर्गंध समाप्त की जा सके। 4. वार्ड में रंगकर्म, संगीत और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए केन्द्र बनाया जाना चाहिए जिससे यहां की प्रतिभाओं को उचित मंच मिल सके। पैलेस मुहल्ला 1. वार्ड के उपरी इलाकों में बने घरों के लिए एंबुलैस रोड बनाया जाए। ये रोड हस्पताल के पास से गंधर्व के जंगल के नीचे से पैलेस मुहल्ले के उपर से जेल रोड तक निकाला जाना चाहिए। जिससे उपरी क्षेत्रों में रह रहे लोगों को सुविधा हो सके। 2. क्षेत्रीय अस्पताल में इलाज की उचित सुविधा मुहैया करवाई जाए और गरीबों का मुफ्त इलाज सुनिश्चित करवाया जाए। चिकत्सकों और स्टाफ के रिक्त पद भरे जाएं। 3. राजा सिद्ध सेन के समय में सिद्ध गणपती, पंचवक्तर महादेव, सिद्ध काली, सिद्ध भद्रा और सिद्ध सर सहित कई मंदिर बनाए गए थे। वार्ड में स्थित सिद्ध गणपती और प्राचीन राम मंदिर सहित सभी स्थलों को धार्मिक पर्यटन की दृष्टी से उभारा जाए। 4. पैलेस के राजमहल भवन में चल रहे कार्यालयों को अन्यत्र स्थान पर भेजकर इसे धरोहर के रूप में संरक्षित किया जाए। 5. सिध गणपती से सैण मुहल्ले को जाने वाले पैदल रास्ते को पक्का किया जाए और यहां पर लाईट की उचित व्यवस्था की जाए। 6. गंधर्व के जंगल को संरक्षित रखने के प्रयास किये जाएं। जंगल में आग लगते रहने से वृक्ष नष्ट हो गए हैं। ऐसे में यह जंगल फिर से हरा-भरा करने के प्रयास किये जाने चाहिए। 7. वार्ड में गणपती मंदिर मोड से आगे अंधेरा छाया रहता है। जंगल का क्षेत्र साथ होने के कारण स्थानीय लोगों को अंधेरे में भारी परेशानी और असुरक्षा का सामना करना पडता है। वार्ड में लाईट की उचित व्यवस्था की जाए। 8. कुष्ठ रोगियों का अस्पताल फिर से शुरू किया जाए। यहां रह रहे कुष्ठ रोगियों के उपचार और रहन सहन की उचित व्यवस्था की जाए। 9. अस्पताल के पास वाले नाले सहित सभी नालों की चैनलाइजेशन करके पानी की निकासी के उचित प्रबंध किए जाएं। नाले के उपर किये गए अतिक्रमणों को हटाया जाए। पहले भी इन जगहों पर पानी रूक जाने के कारण हादसे हो चुके हैं। लोअर समखेतर 1. गांधी चौक पर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर छत बनाया जाए, जिससे प्रतिमा पर गिरने वाली गंदगी को रोका जा सके। 2. नगर परिषद कार्यालय के लिए नया भवन तैयार किया जाए। भवन में लोगों के बैठने की उचित व्यवस्था की जाए। 3. चौहट्टा बाजार मंडी की शान है। यह बाजार वार्ड नंबर 6,7,8 और 9 के साथ सीधे-2 जुडा हुआ है। चौहट्टा बाजार से इन सभी मुहल्लों को गलियां जाती हैं और इन मुहल्लों के लोगों को कहीं भी जाने के लिए चौहट्टा मुहल्ला से गुजरना पडता है। मुहल्लों की गलियां छोटी-2 हैं और सैंकडों साल पुरानी बनावट में हैं। हाल ही में प्रशासन की ओर से चौहट्टा बाजार में शनिवार को दो घंटों के लिए ट्रैफिक बंद कर दिया गया है। जिससे इन मुहल्लों में रहने वाले लोगों को दोहरी मुश्किलों का सामना करना पड रहा है। एक तो उन्हे किसी भी स्थान के लिए दो घंटों का इंतजार करना पड रहा है वहीं पर चौहट्टा बंद होने से वाहनों की भीड गलियों में घुस रही है। जिससे लोगों को नयी आफत आ गई है। लोगों को इन वाहनों, तिपहिया और रेहडियों के कारण भारी असुविधा उठानी पड रही है। प्रशासन को बाई पास बनाए जाने तक शहरवासियों को इस तरह के प्रयोगों में अपने आप को ढालने के आदेशों पर तुरंत विराम लगाना चाहिए। 4. टाउन हाल को सांस्कृतिक गतिविधियों का केन्द्र बनाया जाए। पुरातत्व, साहित्य, संगीत, चित्रकला, रंगकर्म, नृत्य होर लोक कला से समृध सांस्कृतिक राजधानी कहे जाने वाले मंडी शहर के पास अपना कोई प्रेणागृह नहीं होना शर्मनाक है। टाउन हाल बनाते समय इसे प्रेक्षागृह का ही प्रारूप दिया गया था। लेकिन इसे प्रेक्षागृह नहीं कहा जा सकता क्योंकि इसके लिए इस हाल की ईको को खत्म करना पडेगा। शहर के सांस्कृतिक कर्मियों की मांग है कि टाउन हाल को ठीक करके इसे प्रेक्षागृह के तौर पर सांस्कृतिक गतिविधियों को बढावा देने का केन्द्र विकसित किया जाए। 5. राष्ट्रीय धरोहर के रूप में पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित अर्धनारीश्वर मंदिर के महत्व को उजागर करते हुए इस स्थल को धार्मिक पर्यटन के रूप में उभारा जाए। 6. डुगलीघाट पेयजल स्त्रोत का उचित प्रबंध किया जाए। 7. डुगलीघाट शमशान घाट में उचित व्यवस्था की जाए। अपर समखेतर और दरम्याना मुहल्ला 1. मंडी शहर के अधिष्ठाता दे भूतनाथ मंदिर के ऐतिहासिक महत्व से जोडते हुए छोटी काशी मंडी के मंदिरों की धार्मिक परिक्रमा बना कर इसे धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसीत किया जाए। मंदिर की आय से नियमिति तौर पर लंगर की सुविधा की जाए। इसके अलावा चिंतपूर्णी मंदिर, बालकरूपी मंदिर, खुआराणी मंदिर, डुगलीघाट, वेदांत कुटीर, एकादश रूद्र, महाकाल, हनुमान घाट शिव मंदिर, शिव रूद्र सहित सभी मंदिरों को इस धार्मिक परिक्रमा पर्यटन से जोडा जाए। 2. विक्टोरिया पुल के पास आर्यसमाज स्कूल के नजदीक ट्रैफिक की उचित व्यवस्था की जाए। विक्टोरिया पुल पर ट्रैफिक की मार रोकने के लिए पुरानी मंडी और खलयार के लिए व्यास नदी पर नया पुल बनाया जाए। 3. विक्टोरिया पुल से वेदांत कुटीर की ओर जाने वाली सडक की हालत ठीक की जाए। 4. साहित्य चूडामणी पंडित भवानीदत शास्त्री की स्मृति में लुप्तप्राय मंडयाली बोली और भाषा को संरक्षित और संवर्धित करने के लिए प्रयास शुरू किये जाएं। शास्त्री जी के मंडयाली साहित्य का प्रचार प्रसार किया जाए। 5. एकादश रूद्र मंदिर के पास की स्टीक चढाई वाली सडक को ठीक किया जाए। इस जगह पर अक्सर दुपहिया और तिपहिया वाहनों के स्कीड होने का खतरा बना रहता है। 6. एकादश मंदिर के साथ वाले नाले को भी ठीक ढंग से चैनलाइज किया जाए। 7. एकादश रूद्र से हनुमान घाट के शमशान घाट के रास्ते में बिजली का उचित प्रबंध किया जाए। 8. मंडी के हनुमान घाट में स्थित शमशान घाट पर सबसे अधिक दवाब है। इस घाट में न केवल शहर के बल्कि आसपास के गांवों के शव भी संस्कार के लिए आते हैं। वार्ड वासियों का कहना है कि अत्याधिक संस्कारों से उनका पर्यावरण खराब हो रहा है। इसलिए अन्य घाटों को भी ठीक किया जाना चाहिए। शमशान घाट में सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है। भट्टियां रिपेयर करने को हैं। यहां कोई लकडी नहीं मिलती। लोगो को खलयार में वन विभाग के डिपो से लकडियां लानी पडती हैं। हालांकि पहले वीरमंडल संस्था की ओर से यहां पर लकडियां मुहैया करवा दी जाती थी। लेकिन प्रशासन को यहां हर समय लकडी उपलब्ध करवाने का प्रबंध करने की जिम्मेवारी समझनी चाहिए। 9. व्यास नदी के किनारे स्थित घाट काशी बनारस की याद ताज कर देते हैं। लेकिन इन घाटों की हालत खस्ता है। उपेक्षा के कारण चारों ओर गंदगी का आलम होता है। घाटों के सौदर्यीकरण के लिए प्रयास किए जाने चाहिए। 10. व्यास और सुकेती नदी के संगम पर स्थित चकढीनी की चट्टान अपनी प्राचीनता का एहसास करवाती है। इस विशालकाय चट्टान पर चढने के लिए सीढियां बनी हुई हैं। चट्टान पर चढ कर खूबसूरत नजारा दिखाई देता है। यह स्थल भी उपेक्षित होने के कारण गंदगी से घिरा रहता है। इस चटान तक पहुंचने के लिए रास्ते का निर्माण किया जाना चाहिए। 11. हनुमान घाट के पेयजल स्त्रोत और शमशान घाट से शिव रूद्र मंदिर की ओर जाने वाली गली में पडने वाली बावडियों का उचित रखरखाव किया जाए। 12. शिवरूद्र मंदिर के पास बनाई गई पार्किंग की क्षमता बढाई जाए। 13. पार्किंग के नीचे सुकेती खड्ड के किनारे स्थित शिव लिंग को संरक्षित किया जाए। इस जगह पर नाले से गिरने वाली गंदगी को रोका जाए। 14. हनुमान घाट से बंगला को आने वाली सडक की मुरम्मत की जाए। 15. डुघी परौल वाली गली की सडक की हालत ठीक की जाए लोअर भगवाहन 1. नयी मंडी के सबसे पुराने मुहल्ले के प्राकृतिक जल स्त्रोतों शिवा बावडी, डिभा बावडी, केसरी बंगले की बावडी और जौंचु नौण का उचित रख रखाव किया जाए। इन जलस्त्रोतों से बेकार बहते पानी को इकठे करके पूरे शहर में बावडी का पानी नल के माध्यम से वितरित किये जाने की योजना बनाई जाए। बावडियों के क्षेत्रों से छेडछाड बंद की जाए। डिभा बावडी सहित सभी स्त्रोंतो के पानी की जांच की जाए। स्त्रोतों के नजदीक बने सीवरेज टैंक हटाए जाएं। इन स्त्रोतों की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। 2. वार्ड के मंदिरों ताम्रपति महादेव, बंगलेश्वरी, तुंगा माता, महिषासुर मर्दनी दवाला मंदिर, सनातन धर्म सभा, माधो राव मंदिर, बाबा कोट, रूपेश्वरी माता मंदिर, रणेश्वर महादेव मंदिर, कामेश्वर महादेव मंदिर, महामृत्युंजय मंदिरो के नाम और इतिहास के बारे में जानकारी जुटा कर इन्हे छोटी काशी की धार्मिक परिक्रमा में जोडते हुए धार्मिक पर्यटन विकसित किया जाए। 3. भगवाहन ग्राउंड में बच्चों के खेलने के लिए उचित प्रबंध किए जाएं। 4. भगवाहन ग्राउंड में युवक मंडल की ओर से खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियां होती रहती हैं। लेकिन उन्हे इन गतिविधियों की तैयारी के लिए कोई जगह नहीं है। जिसके चलते यह गतिविधियां रूक सी गई हैं जिससे युवा पीढी का ध्यान रचनात्मक गतिविधियों की ओर नहीं जा रहा है। इसके लिए मुहल्ले में एक सामुदायिक भवन की जरूरत है। स्थानीय वासियों की मांग है कि डिभा बावडी के साथ लगती सरकारी भूमि पर इस सामुदायिक भवन का निर्माण किया जाए। जिससे स्थानियवासियों की सामुहिक गतिविधियों के लिए जगह मिल सके। 5. वार्ड का प्राइमरी स्कूल शहर के सबसे पुराने स्कूलों में से एक है। लेकिन यह आज दिन तक एक स्तर भी स्तरोन्नत न हो सका है। यह स्कूल अभी भी एक किराए के भवन में चल रही है। हालांकि सुकेती नदी के किनारे काफी सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे किए जा रहे हैं लेकिन अभी तक पाठशाला के लिए भवन नहीं बन पाया है। पाठशाला के भवन के लिए भूमि चिन्हित करके इसका निर्माण कार्य जल्द से शुरू करवाया जाए। 6. मंडी रियासत का राजमहल इस वार्ड में स्थित होने के कारण यहां पर दमदमा पैलेस, भवानी पैलेस, भडंती का बेहडा, एमरसन हाउस, दरबार हाल जैसी अनेकों प्राचीन धरोहरें मौजूद हैं। लेकिन रखरखाव की कमी के कारण यह धरोहरें लगातार नष्ट होती जा रही हैं। इन धरोहरों को संरक्षित और संवर्धित करने के लिए प्रयास किये जाने चाहिए। इसके अलावा मुहल्ले में अभी भी प्राचीन वास्तुकला का प्रदर्शन करने वाली कोठियां और मकान मौजूद हैं। सरकार को इन पारंपरिक शैली में बने घरों को संरक्षित करने के लिए आगे आना चाहिए जिससे इनका स्वरूप बना रह सके। 7. चंड महात्मा के नाम से मशहुर चंद्रमणी कश्यप के संग्रहालय के लिए उचित स्थान मुहैया करवाया जाए और उनके संग्रहालय में संरक्षित वस्तुओं के उचित रखरखाव के लिए प्रबंध किए जाएं। 8. मुहल्ले में सांस्कृतिक प्रतिभाओं के लिए केन्द्र विकसित किया जाए। 9. शिवरात्री के दौरान देवताओं को ठहराने के लिए सुकेती नदी के किनारे देव सदन का निर्माण किया जाए। 10. दरबार हाल को डाक विभाग से लेकर इसे संरक्षित किया जाए और इसमें प्रेक्षागृह का निर्माण किया जाए। 11. चौहट्टा से मुख्य डाकघर की सडक पर केवल मुहल्ला वासियों की गाडियों को प्रवेश हो। सभी गाडियों के आने से यहां अक्सर जाम लगा रहता है और पैदल चलने वाले लोगों को भी भारी परेशानी उठानी पडती है। यहां पर वाहनों की अनलोडिंग का भी समय निश्चित किया जाए। 12. उपायुक्त कार्यालय से पीछे की पार्किंग स्थानिय वासियों को दी जाए। 13. महामृत्युंजय मंदिर चौक पर बस स्टाप बन जाने का खामियाजा महल्ला वासियों को भुगतना पड रहा है। बस स्टाप पर शौचालय न होने के कारण यहां इंतजार कर रही सवारियां जौंचु नौण और पुल से भगवान मुहल्ला को जाने वाली सडकों पर शौच और पेशाब कर देते हैं। जिससे इन दोनों सडकों पर गंदगी भरी होती है। भगवाहन मुहल्ला को जाने वाली सडक पर रणेश्वर महादेव मंदिर के नीचे शौच कर दिया जाता है। शौचालय की भारी जरूरत के बावजूद इस जगह पर शौचालय के बजाय लाखों रूपये खर्च करके एक रेन शैल्टर बना दिया गया है। इस रेन शैल्टर में आजकल खानाबदोश लोगों ने डेरा जमा लिया है। जबकि लोग मंदिर के नीचे पेशाब कर रहे हैं। ऐसे में प्रशासन को मंदिर के सामने सडक की दूसरी ओर बनाए गए इस रेश शैल्टर में ही शौचालय बना देना चाहिए। जिससे मंदिर को नुक्सान न पहुंच सके। शौचालय न होने के कारण मुहल्ला वासियों को खुले में पेशाब कर रहे लोगों के कारण शर्मिंदगी का सामना करना पड रहा है। 14. सुकेती पुल से भगवाहन मुहल्ला को जाने वाली सडक की हालत कई सालों से खराब पडी है। हालांकि दो वर्ष पुर्व से इसे ठीक करने की मांग की जा रही है। लेकिन नगर परिषद के पास पैसा न होने का कारण बताकर लगातार दुर्घटनाओं को निमंत्रण दिया जा रहा है। 15. जौंचु नौण के साथ पडी खाली भूमि का उचित प्रयोग किया जाए। अपर भगवाहन 1. टारना माता मंदिर की ऐतिहासिक बडी पौडियों के उचित रखरखाव और मुरम्मत का प्रबंध किया जाए। 2. टारना मंदिर को जाने वाले रास्तों पर बिजली की उचित व्यवस्था की जाए। 3. आईपीएच की पाईप का पानी सीढियों पर आने से यह फिसलन भरी हो गई हैं। इन्हे ठीक करवाया जाए अन्यथा कोई बडा हादसा हो सकता है। 4. टारना का मेला फिर से शुरू किया जाए। 5. आईपीएच आफिस से कबीर मंदिर की ओर जाने वाली सडक पर बिजली की उचित व्यवस्था की जाए। 6. इस सडक को पक्का किया जाए। 7. माहुंनाग मंदिर के पास वाले नाले की चैनलाईजेशन की जाए। 8. मंदिर के पास की सडक और कामरेड तारा चंद हाल की ओर जाने वाली सडक की हालत ठीक की जाए। 9. नाले में मलबा फेंकना बंद करवाया जाए। 10. आईपीएच दफ्तर के पास वाले नाले की भी चैनलाईजेशन की जाए। 11. इस वार्ड का नाम थनेहडा या लोअर टारना रखा जाए क्योंकि भगवाहन मुहल्ले का बहुत छोटा हिस्सा इस वार्ड में पडता है जबकि ज्यादातर हिस्सा थनेहडे मुहल्ले या लोअर टारना का है। टारना मुहल्ला 1. लक्ष्मी नारायण मंदिर से टारना को जाने वाले बंद रास्ते को बहाल किया जाए। इसे बंद करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जाए। 2. टारना मंदिर के महत्व को समझते हुए इसे पर्यटन मानचित्र पर लाया जाए। 3. टारना पार्क का सौन्दर्यीकरण किया जाए। 4. टारना में खाली जमीन पर वृक्षारोपण किया जाए। 5. टारना की बावडी का उचित रखरखाव किया जाए। 6. माहुंनाग मंदिर की ओर जाने वाली सडक को रामनगर तक पक्का किया जाए। 7. टारना का मेला बहाल किया जाए। 8. टारना को सडक मार्ग से जाते हुए अंधेरा पडा रहता है। इस सडक पर लाइट की उचित व्यवस्था की जाए। 9. सन्यारढी कलौनी के लिए पक्की सडक बनाई जाए। 10. वार्ड में सफाई का उचित प्रबंध किया जाए। 11. वार्ड की गंदगी सकोढी खड्ड में जाने से रोकी जाए। रामनगर 1. विश्वकर्मा मंदिर के साथ स्थित बावडी का उचित रखरखाव किया जाए। 2. राष्ट्रीय धरोहर के रूप में पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित बरसेला समारक के महत्व को उजागर करने के लिए विशेष प्रयत्न किये जाएं। इस समारक तक पहुंचने का मार्ग प्रदर्शित करने के लिए कदम उठाए जाएं। 3. वार्ड में सभी धर्मों के लोगों के रहने के कारण यहां पर सर्वधर्म समभाव को बढाने के लिए एक केन्द्र विकसित किया जाए। 4. वार्ड में खिलाडियों की एक बडी संख्या रहती है ऐसे में स्पोर्टस गतिविधियों के लिए एक केन्द्र विकसित किया जाए। 5. वार्ड के सभी नालों का चैनेलाइजेशन किया जाए। 6. पशु उपनिदेशक कार्यालय के सामने नगर परिषद के बंद पडे शौचालय को बहाल किया जाए। 7. सभी प्राकृतिक जल स्त्रोतों का उचित प्रबंध किया जाए। 8. रामनगर मुहल्ला में करीब दो दर्जन लाईट प्वाईंट लगाए गए हैं। लेकिन इनमें से कोई भी लाईट प्वाईंट इन दिनों काम नहीं कर रहा है। मुहल्ले के सभी लाईट प्वाईंट को चालू किया जाए। 9. जगह-2 से टुट गई सडकों की मुरम्मत की जाए। 10. साफ सफाई का उचित प्रबंध किया जाए। पड्डल 1. राष्ट्रीय धरोहर के रूप में पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित पंकवक्तर महादेव मंदिर को धार्मिक पर्यटन की दृष्टी से उभारा जाए। मंदिर को जाने के रास्तों को निर्देशित करने वाले बोर्ड लगाए जाएं। 2. पंचवक्तर महादेव मंदिर के साथ बनी खानाबदोशों की बस्ती में रहने वाले लोगों को उचित भूमि मुहैया करवाकर इस स्थल का सौन्दर्यीकरण किया जाए। 3. राजा सिद्ध सेन द्वारा बनाए गए सिद्ध भद्रा, सिद्ध शंभू, सिद्ध जालपा, जगन्नाथ मंदिर, ज्वाला माता, रामचंद्र मंदिर, गुरूद्वारा गुरू गोविंद सिंह पड्डल जैसे धार्मिक स्थलों के महत्व को उभार कर धार्मिक पर्यटन परिक्रमा शुरू करके छोटी काशी का नाम सार्थक किया जाए। 4. जिमीखाना कल्ब की दीवारों में बंद कर दिये गए सिद्ध शंभू मंदिर के दर्शन श्रद्धालुओं के लिए 24 घंटे खोले जाएं। इन दिनों क्लब के दरवाजा बंद कर देने से सिर्फ दो घंटे ही दर्शन हो पाते हैं। 5. जिमीखाना कल्ब की गतिविधियों में आम लोगों को भी जोडा जाए। कल्ब की गतिविधियां सुचारू रूप से चलाई जाएं। यहां स्थित लान टेनिस कोर्ट को ठीक किया जाए और यहां पर प्रशिक्षण शुरू किया जाए। 6. पुलिस थाना की कार्यप्रणाली से अवगत करवाने और सामुदायिक योजना में स्थानीय लोगों को शामिल किया जाए। 7. वार्ड के प्राकृतिक जल स्त्रोतों का उचित रखरखाव किया जाए। 8. पड्डल मैदान को बचाने के लिए तत्काल प्रयास किये जाएं। मेलों या अन्य कार्यक्रमों के हर हाल यहां आयोजित होते रहने के कारण यह मैदान दिन प्रतिदिन अपना वैभव खो रहा है। ग्राउंड में खराब मिट्टी बिछाने से यहां घास से भरा मैदान का हिस्सा सिकुडता जा रहा है। मैदान का विशेष रखरखाव किया जाना चाहिए। इसके अलावा सरकार की ओर से खिलाडियों को प्रोत्साहित करने के लिए खेल का सामान और प्रशिक्षकों की तैनाती की जानी चाहिए। किसी भी खेल को खेलने की इच्छा रखने वाले खिलाडी को खेल का सारा सामान उपलब्ध किया जाना चाहिए। मैदान में शौचालय का निर्माण किया जाना चाहिए। जिससे खिलाडियों को सुविधा हो सके। पड्डल मैदान को ऐसे स्टेडियम के रूप में विकसित किया जाना चाहिए जहां पर सारी खेलें आयोजित की जा सकें। 9. यहां की आईटीआई में स्थानीय लोगों के लिए ऐसे प्रोग्राम शुरू किये जाएं जिसके तहत युवाओं को रोजगार कमाने का कोई हुनर सिखाया जाए। प्रशिक्षण के बाद उसे संस्थान की ओर से ही कार्य करने की जगह और टुल के लिए आर्थीक सहायता भी मुहैया करवाई जाए। 10. नये बस स्टैंड का कार्य जल्द पूरा किया जाए। बस स्टैंड से बाहर आने वाले रास्तों के पास लोगों को चलने के लिए जेबरा क्रासिंग बनाई जाए। 11. मोतीपूर जंगल में खाली पडी भूमि पर वृक्षारोपण किया जाए। 12. मंडी कालेज में अन्य विषयों सहित कानून की कक्षाएं शुरू की जाएं। 13. राम चंद्र मंदिर के महत्व को देखते हुए इसे धार्मिक पर्यटन से जोडा जाए। 14. गुरू गोविंद सिंह गुरूद्वारा और कोलसरा की चट्टान को छोटी काशी मंडी के धार्मिक पर्यटन से जोडा जाए। 15. आईटीआई कलौनी में बरसात के समय पानी रूकने की समस्या को दूर किया जाए। 16. भ्युली चौक पर वर्षा शालिका तथा शौचालय का निर्माण किया जाए। 17. सावली खड की बावडी का उचित रखरखाव किया जाए। 18. सावली खड के शमशान घाट का उचित रखरखाव किया जाए। इसके अलावा मंडी शहर पिछले दिनों गरीबों के आशियाने उखाडे जाने का मंजर देख चुका है। जिसमें गल्ती अगर निर्माण करने वालों की है तो प्रशासन भी उन्हे यह निर्माण होने से रोकने की अपनी जिम्मेवारी से बच नहीं सकता। ऐसे में अवैध निर्माण के बारे में पालिसी बनाई जाए। मंडी शहर के लिए बाईपास बनाया जाएं। मंडी शहर की स्ट्रीट लाईट कमेटी के गल्ती से करीब एक महीने तक काट दी गई थी। आगे से यह गल्ती रोकना सुनिश्चित किया जाए। शहर में बिछाई गई सीवरेज व्यवस्था का रखरखाव सुनिश्चित किया जाए। महामृत्युंजय अस्थाई बस स्टैंड को सेरी मंच पर वापिस लाया जाए। सब्जी विक्रेताओं के लिए और जगह सुनिश्चित करके शहर के फुटपाथों को बहाल किया जाए। गल्त तरीके से बनाए गए स्पीडब्रेकर हटाए जाएं। साफ सफाई का उचित प्रबंध किया जाए। नालियों की मुरम्मत की जाए। सडकों की हालत ठीक की जाए। मंडी शहर से तारों का जंजाल खत्म किया जाए। उपभोक्ताओं की सभी सेवाओं और वस्तुओं के मुल्य सुनिश्चित किये जाए और इन्हे पारदर्शी बनाए जाए। इंदिरा मार्केट में शौचालय की समस्या का स्थाई समाधान किया जाए। मार्केट का सौन्दर्यीकरण किया जाए। मार्केट की छत पर शौचालय के बंद पडे काम के निर्माण को हटाया जाए। पार्किंग का उचित प्रबंध किया जाए। अतः महोदय से प्रार्थना है कि शहरवासियों की इन समस्याओं के निराकरण के शीघ्र कदम उठाएं। जिससे शहरवासी राहत की सांस ले सकें। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी शहरी कमेटी, मंडी, हि.प्र.

Tuesday, 24 December 2013

अस्पताल और सर्जन को 5,00,000 रूपये हर्जाना अदा करने के आदेश


मंडी। जिला उपभोक्ता फोरम ने निजी अस्पताल और चिकित्सक की लापरवाही के कारण बीमा कंपनी को उपभोक्ता के पक्ष में 5,00,000 रूपये हर्जाना ब्याज सहित अदा करने का फैसला सुनाया। इसके अलावा अस्पताल और चिकित्सक को उपभोक्ता के पक्ष में 3000 रूपये शिकायत व्यय भी अदा करने के आदेश दिये। जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष जे एन यादव और सदस्य रमा वर्मा ने जिला बिलासपुर के समोह (झंडुता) गांव निवासी ज्योती देवी पत्नी चमन लाल की शिकायत को उचित मानते हुए सुंदरनगर के ललित चौक स्थित सुकेत अस्पताल के प्रबंध निदेशक और सीनीयर सर्जन डा. अनिल चौहान की सेवाओं में कमी और लापरवाही के लिए न्यु इंडिया एशोरेंस कंपनी को उक्त हर्जाना राशि का भुगतान 9 प्रतिशत ब्याज दर सहित करने का फैसला सुनाया। अधिवक्ता भूपिन्द्र भरमौरिया के माध्यम से फोरम में दायर शिकायत के अनुसार 28 जून 2005 को उपभोक्ता को पेट में दर्द होने पर वह सुकेत अस्पताल में गई। जहां पर डा. अनिल चौहान ने उनकी जांच की और बताया कि उसकी आंत में फोडा है। उपभोक्ता को एडमिट करके उसका आपरेशन किया गया। अस्पताल से छुटी के कुछ दिन बाद उपभोक्ता की आपरेशन वाली जगह पर फिर से दर्द शुरू हो गया और टांकों में से पीक निकलना शुरू हो गया। ऐसे में उपभोक्ता फिर से अस्पताल गई और उसे फिर से एडमिट किया गया। इलाज के बाद उसे आश्वस्त किया गया कि अब वह ठीक हो जाएगी। लेकिन इसके बावजूद भी दर्द और पीक नहीं रूका तो उसे मंडी स्थित मंाडव अस्पताल को रेफर कर दिया गया। लेकिन यहां भी ठीक नहीं हो पाने पर उपभोक्ता ने नेहरू अस्पताल, पीजीआई चंडीगढ में अपना ईलाज करवाया। जहां पर उन्हे पता चला कि आंत के फोडे के आपरेशन के दौरान चिकित्सक की लापरवाही से उनके पेट में करीब 2.5 सेमी लंबी सुई रह गई है। यह सुई करीब पांच साल से उपभोक्ता के पेट में ही रही जिसके कारण उन्हे भारी दर्द सहना पडा और इसके इलाज के लिए राशि भी करनी पडी। फोरम ने अपने फैसले में कहा कि अस्पताल और चिकित्सक संयुक्त और अलग-2 रूप से यह हर्जाना देने के लिए उतरदायी हैं। लेकिन क्योंकि उन्होने बीमा की पालसियां ली हैं ऐसे में बीमा कंपनी उयह हर्जाना राशि उपभोक्ता के पक्ष में ब्याज सहित अदा करे। जबकि अस्पताल और चिकित्सक को उपभोक्ता के पक्ष में शिकायत व्यय की राशि अदा करने के आदेश दिये।

Sunday, 22 December 2013

हियुंआ रियां धारा ते लैणियां गवाहियां....



हियुंआ रियां धारा ते लैणियां गवाहियां,

हो कुने-2 खाधिरियां लोका री कमाइयां,

काम बी ता करदया रे हाड बी ता टुटी गए,

तुजो बी ता अन्न दाता खाणे री मनाहियां,

रोडुए हिसाब कितया च्वानिया रा ब्याज दितया

फेरी बी इन्हा साहां रीया कुडकियां आइयां,

हो छाही रे संदेसे दुधा री ता गल क्या,

फटीरे खंदोहलु हो लेहफा री ता गल क्या,

रूलदिया डुलदिया चुडदियां टापरियां,

उपराले जीणे री बेदखलियां आईयां,

खेतरा च खडा हुई के बझिया जे बोलदा,

मेरीया तो डोरिया ओ हल देखयां जोडदा,

नांगियां तलवारा लेइ कर फिरदा,

मुंडखर खेता बिच मुंडिया रूलाईयां,

कर्मा जो छाडी करी धर्मा जो छाडी करी,

इन्हा जालमाने लोका रियां कुडियां बिकाइयां,

हियुंआ रियां धारा ले लैणियां गवाहियां....

किसानों को ज़मीनों का हक दिलवाने के लिए हिमाचल प्रदेश में हुए मुजारा आंदोलन के दौरान कामरेड शमशेर के लिखे हुए इस गीत से क्रांतीकारी हमेशा प्रेरणा लेते रहे हैं...समीर कश्यप

चैक बाउंस के आरोपी को छ माह कारावास 80 हजार हर्जाने की सजा


मंडी। चैक बाउंस का अभियोग साबित होने पर अदालत ने एक आरोपी को 6 माह के साधारण कारावास की सजा का फैसला सुनाया। इसके अलावा आरोपी को 80,000 रूपये हर्जाना भी अदा करना होगा। विशेष न्यायिक दंडाधिकारी रघुबीर सिंह के न्यायलय ने जेल रोड निवासी मनोज कुमार पुत्र राज कुमार द्वारा दायर की गई निगोशिएबल इन्सट्रुमेंट एक्ट की धारा 138 की शिकायत का फैसला सुनाया। शिकायत के तहत चलाए गए अभियोग के साबित होने पर अदालत ने पैलेस कलौनी निवासी दर्शन सिंह पुत्र कृष्ण सिंह के खिलाफ उक्त सजा दी। अधिवक्ता विकास शर्मा के माध्यम से अदालत में दायर शिकायत के मुताबिक आरोपी ने दिसंबर 2007 में व्यापार के लिए शिकायतकर्ता से 80,000 रूपये की राशि उधार ली थी। इस राशि को लौटाने के लिए आरोपी ने उन्हे एक चैक जारी किया था। जब शिकायतकर्ता ने यह चैक भुगतान के लिए बैंक में लगाया तो आरोपी के खाते में पर्याप्त राशि न होने के कारण यह बाउंस हो गया। ऐसे में शिकायतकर्ता ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से आरोपी को 15 दिनों का नोटिस जारी करके राशि की अदायगी करने को कहा था। लेकिन इसके बावजूद भी राशि अदा न करने के कारण शिकायतकर्ता ने अदालत में शिकायत दायर की थी। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि शिकायतकर्ता की ओर से प्रस्तुत साक्ष्यों से आरोपी के खिलाफ चैक बाउंस का अभियोग साबित हुआ है। सजा की अवधि पर हुई सुनवाई के दौरान शिकायतकर्ता का कहना था कि आरोपी को कडी सजा दी जाए। जबकि बचाव पक्ष की ओर से नरम रूख अपनाने की प्रार्थना की गई। अदालत ने दोनो पक्षों की सुनवाई के बाद आरोपी को उक्त कारावास और हर्जाने की सजा का फैसला सुनाया है।

निरंकारी मिशन ने आरोडा के निधन पर शोक व्यक्त किया


मंडी। संत निरंकारी मिशन की मंडी शाखा ने जगदीश लाल आरोडा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उनका विगत वीरवार को क्षेत्रीय अस्पताल में बीमारी के कारण देहांत हो गया है। वह 83 वर्ष के थे। जगदीश लाल आरोडा मिशन की मंडी शाखा के पहले प्रमुख थे और गुरू भक्त व कर्मठ सेवादार भगवत प्रेमी थे। स्थानीय प्रमुख डी पी पठानिया की मौजूदगी में मिशन की ओर से आयोजित शोकसभा में उनके परिजनों को शोक संदेश प्रेषित किया गया है। मिशन के एपीआरओ कुममी राम ने बताया कि हनुमान घाट में हुए अंतिम संस्कार में मिशन की ओर से उन्हे श्रधांजली अर्पित की गई।

Saturday, 21 December 2013

मंडी न्यायलय में मिडिएशन का जागरूकता शिविर आयोजित


मंडी। जिला विधिक प्राधिकरण की ओर से शनिवार को जिला एवं सत्र न्यायलय में मिडिएशन (मध्यस्थता) पर जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। शिविर की अध्यक्षता जिला एवं सत्र न्यायधीश एस सी कैंथला ने की। जिला न्यायलय के बार रूम में आयोजित इस शिविर को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि मिडिएशन के माध्यम से अदालतों में मामलों के निस्तारण पर जोर दिया जा रहा है। उन्होने मिडिएशन से अपने मामलों को सुलझाने के लिए अधिवक्ताओं और याचिकाकर्ताओं को पूरा-2 सहयोग करने का आहवान किया। इससे पूर्व प्रशिक्षित मिडिएटर अमर चंद वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मिडिएशन से हमेशा-हमेशा के लिए मामलों का निपटारा हो जाता है। वहीं पर अधिवक्ता दिगविजय सिंह कटोच ने बताया कि मिडिएशन से दोनो पक्षों को अपनी बात रखने और अपनी शर्तों पर मामले का परिणाम तय करने का मौका मिलता है। दोनों ही पक्ष मिडियशन के बाद हार-जीत की बजाय वह कुछ न कुछ हासिल करके ही जाते हैं। अधिवक्ता दिनेश कुमार शर्मा ने इस मौके पर कहा कि मिडिएशन से याचिककर्ताओं का समय, धन और ऊर्जा की बचत होती है और उनके मामलों का शीघ्र निस्तारण हो जाता है। अधिवक्ता समीर कश्यप का कहना था कि समझौते योगय मामलों को निस्तारण के लिए अदालत से मिडिएशन केन्द्र को प्रेषित किया जाता है। जिसमें मिडिएटर दोनो पक्षों का संयुक्त और एकल सत्रों में विवाद को समझने के बाद उन्हे समझौते के लिए प्रेरित करता है। समझौता हो जाने पर मिडिएटर संबंधित न्यायलय को केस की फाईल भेजता है। अदालत में इस समझौते के माध्यम से विवाद का हमेशा-2 के लिए निपटारा कर दिया जाता है। इस शिविर में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश पदम सिंह ठाकुर, मुखय न्यायिक दंडाधिकारी अजय मैहता, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी कोर्ट नंबर तीन उपासना शर्मा, कोर्ट नंबर चार गीतिका कपिला, विशेष न्यायिक दंडाधिकारी रघुवीर सिंह, प्रशिक्षित मिडिएटर, जिला बार एसोसिएशन के सदस्य और न्यायलय में मामलों की सुनवाई के लिए आए फरीकैन (वादी-प्रतिवादी) मौजूद थे।

Friday, 20 December 2013

दिव्या ने सीनीयर नेशनल में जीत से किया आगाज़


मंडी। नयी दिल्ली में चल रही राष्ट्रीय सीनीयर बैडिमिंटन प्रतियोगिता में पहली बार भाग ले रही हिमाचल प्रदेश की 16 वर्षीय खिलाडी दिव्या दुगगल ने अपना पहला मैच जीत लिया है। दिव्या ने अपनी उम्र से बडी पश्चिम बंगाल की खिलाडी को शिकस्त देकर दूसरे दौर में जगह बना ली है। दिव्या की इस कामयाबी से जहां खुशी की लहर दौड गई है वहीं उसके अंतराष्ट्रिय व राष्ट्रिय स्तर के बैडिमिंटन खिलाडी बनने की उममीद जगी है। मंडी जिला की बालीचौकी उपतहसील के सुधराणी (खलवाहण) गांव की दिव्या दुगगल ने सीनीयर राष्ट्रिय बैडमिंटन प्रतियोगिता ने अपने पहले मैच में पश्चिम बंगाल के खिलाडी को हरा कर दूसरे दौर में जगह बना ली है। प्रतियोगिता में देश भर की सीनीयर टीमें भाग ले रही हैं। हिमाचल प्रदेश के दल में 16 वर्षीय दिव्या दुगगल भी शामिल है। दिव्या इससे पहले 9 बार राष्ट्रिय जूनियर और सब जूनियर प्रतियोगिताओं में भाग ले चुकी है। इसके अलावा वह जूनियर वर्ग में दो बार नार्थ जोन का प्रतिनिधित्व भी कर चुकी है। नयी दिल्ली में 23 दिसंबर तक आयोजित हो रही सीनीयर राष्ट्रिय प्रतियोगिता में पी वी संधु जैसे अंतर्राष्ट्रिय सितारे भी भाग ले रहे हैं। ऐसे में दिव्या का सीनीयर नेशनल में जीत के साथ प्रवेश मायने रख रहा है। जिला बैडिमिंटन एसोसिएशन के सचिव बी डी मोदगिल ने बताया कि दिव्या ने अपने से बडी उम्र की पश्चिम बंगाल की खिलाडी को शिकस्त देकर राष्ट्रिय बैडमिंटन के पटल पर अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज की है। हिमाचल प्रदेश की अंडर 13, अंडर 15, अंडर 17 और अंडर 19 की स्टेट चैंपियन रह चुकी दिव्या दुगगल मंडी जिला की बालीचौकी तहसील की अति दुर्गम पंचायत खलवाहण से संबंध रखती है। दिव्या ने अपनी दसवीं तक की पढाई पंचायत की सुधराणी स्थित राजकीय पाठशाला से की है। यहीं से उसका बैडिमिंटन खिलाडी बनने का सफर शुरू हुआ। इन दिनों दिव्या मंडी के वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (कन्या) में दस जमा एक की छात्रा है। गांव के गरीब घर से संबंध रखने वाली दिव्या को श्रेष्ठ बैडमिंटन खिलाडी बनाने में जुटे उनके पिता संतराम का कहना है कि दिव्या की इस सफलता और उसकी प्रतिभा को निखारने और इस जीत का श्रेय उसके कोच लोकेश शर्मा और राजेन्द्र वैद्या को जाता है। उनका कहना है कि बैडिमिंटन एक महंगा खेल है। ऐसे में सरकार और विभाग को दुर्गम क्षेत्र की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए आगे आना चाहिए।

Thursday, 19 December 2013

कार विक्रेता को एक लाख रूपये हर्जाना अदा करने के आदेश


मंडी। जिला उपभोक्ता फोरम ने वाहन विक्रेता को उपभोक्ता के पक्ष में 55,642 रूपये ब्याज सहित लौटाने का फैसला सुनाया है। इसके अलावा विक्रेता की सेवाओं में कमी के कारण उपभोक्ता को हुई मानसिक परेशानी के बदले 1,00,000 रूपये हर्जाना और 3000 रूपये शिकायत व्यय भी अदा करने के आदेश दिये। जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष जे एन यादव और सदस्यों रमा वर्मा तथा लाल सिंह ने बीबीएमबी कलौनी सुंदरनगर स्थित विदयुत बोर्ड में कार्यरत तारा चंद शर्मा पुत्र शंकर दास की शिकायत को उचित मानते हुए मंडी के लुनापानी स्थित मैसर्ज सतलुज मोटरस को उपभोक्ता के पक्ष में उक्त राशि 9 प्रतिशत ब्याज सहित लौटाने के आदेश दिये। अधिवक्ता महेश चंद्र शर्मा के माध्यम से फोरम में दायर शिकायत के अनुसार वाहन विक्रेता और निर्माता की ओर से टाटा कार की एक्सचेंज स्कीम लांच की गई थी जिसमें टाटा कार के बदले में बकाया राशि देकर नयी कार दी जानी थी। विक्रेता के एजेंट के संपर्क करने पर उपभोक्ता ने नयी कार खरीदने की इच्छा जाहिर की तो उनके पुराने वाहन की कीमत 1,70,000 रूपये आंकी गई। उपभोक्ता ने उसी रंग और माडल की कार चयनित की लेकिन विक्रेता ने कार की चाबी उपलब्ध न होने के कारण एक अन्य वाहन की डिलीवरी उन्हे दे दी। उन्हे गेट पास और बीमा पालिसी भी सौंपी गई जिसमें वाहन को 2012 माडल दिखाया गया था। विक्रेता ने जब उपभोक्ता को वाहन के दस्तावेज सौंपे तो इसके सेल सर्टिफिकेट के मुताबिक यह 2011 का माडल निकला। उपभोक्ता का कहना था कि विक्रेता ने अधिक राशि वसूल करके पुराने माडल का वाहन बेचा है। ऐसे में उन्होने फोरम में शिकायत दर्ज करवाई थी। फोरम ने अपने फैसले में कहा कि विक्रेता ने उपभोक्ता से पुराने माडल का वाहन बेचने के लिए नये माडल की कीमत वसूल की है। विक्रेता की यह कार्यप्रणाली सेवाओं में कमी को दर्शाती है। ऐसे में फोरम ने विक्रेता को उपभोक्ता के पक्ष में अधिक वसूली गई राशि ब्याज सहित लौटाने और सेवाओं में कमी के कारण उपभोक्ता को हुई मानसिक परेशानी के बदले हर्जाना और शिकायत व्यय भी अदा करने का फैसला सुनाया।

Tuesday, 17 December 2013

साक्ष्यों के अभाव में चरस तस्करी का आरोपी बरी


मंडी। चरस तस्करी का अभियोग साबित न होने पर अदालत ने एक आरोपी को बरी करने का फैसला सुनाया। आरोपी के खिलाफ संदेह की छाया से दूर अभियोग साबित न होने पर उसे बरी कर दिया गया। जिला एवं सत्र न्यायधीश एस सी कैंथला के विशेष न्यायलय ने हरियाणा के रोहतक तहसील के कन्साला निवासी महावीर पुत्र हुक्म चंद के खिलाफ मादक एवं नशीले पदार्थ अधिनियम की धारा 20 के तहत अभियोग साबित नहीं होने पर उसे बरी करने का फैसला सुनाया। अभियोजन पक्ष के अनुसार सदर थाना पुलिस का दल 21 सितंबर 2009 को राष्ट्रीय राजमार्ग 21 पर बिंद्रावणी के पास तैनात था। इसी दौरान कुल्लू की ओर से आ रही निजी बस की तलाशी लेने पर सीट नंबर 32 पर बैठे आरोपी की कमर से बंधी 850 ग्राम चरस बरामद हुई थी। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर अदालत में अभियोग चलाया था। अभियोजन पक्ष की ओर से इस मामले में 11 गवाहों के बयान दर्ज करवाए गए। जबकि बचाव पक्ष की ओर से पैरवी करते हुए अधिवक्ता राजेश शर्मा का कहना था कि अभियोजन की ओर से प्रस्तुत गवाहों ने विरोधाभासी बयान दिये हैं जिससे आरोपी के खिलाफ अभियोग साबित नहीं होता। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि आरोपी के खिलाफ संदेह की छाया से दूर अभियोग साबित नहीं हुआ है। जिसके चलते अदालत ने आरोपी को संदेह का लाभ देते हुए उसे बरी करने का फैसला सुनाया।

Monday, 16 December 2013

मिडिएशन का जागरूकता शिविर 21 दिसंबर को


मंडी। मिडिएशन के माघ्यम से मामलों के निस्तारण के बारे में जानकारी देने के उदेश्य से जिला विधिक प्राधिकरण की ओर से 21 दिसंबर को जागरूकता शिविर का आयोजन किया जाएगा। यह शिविर न्यायलय परिसर के बार रूम में सुबह साढे दस बजे आयोजित किया जाएगा। जिला एवं सत्र न्यायधीश एस सी कैंथला ने बताया कि राज्य विधिक प्राधिकरण के निर्देशों के तहत मिडिएशन की जानकारी देने के लिए यह शिविर आयोजित किया जा रहा है। जिसमें अधिवक्ताओं और याचिकाकर्ताओं को मिडिएशन की तकनीक से मामलों के निस्तारण के लाभों के बारे में अवगत करवाया जाएगा। उन्होने अदालतों में विचारधीन मामलों से संबंधित पक्षों और अधिवक्ताओं से इस शिविर में बढचढ कर भाग लेने का आहवान किया है।

Wednesday, 11 December 2013

बीमा कंपनी को 1,96,632 रूपये मुआवजा अदा करने के आदेश


मंडी। जिला उपभोक्ता फोरम ने बीमा कंपनी को 1,96,632 रूपये का मुआवजा ब्याज सहित अदा करने का फैसला सुनाया। इसके अलावा कंपनी की सेवाओं में कमी के कारण उपभोक्ता को हुई परेशानी के बदले 5000 रूपये हर्जाना और 2000 रूपये शिकायत व्यय भी अदा करने के आदेश दिये। जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष जे एन यादव और सदस्यों रमा वर्मा एवं लाल सिंह ने सरकाघाट तहसील के भांबला गांव स्थित मैसर्ज त्रिकुटा फलावर के मालिक सतबीर सिंह पुत्र चुहणु राम की शिकायत को उचित मानते हुए ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी को उपभोक्ता के पक्ष में उक्त मुआवजा राशि 9 प्रतिशत ब्याज दर सहित अदा करने का फैसला सुनाया। अधिवक्ता पुष्प राज शर्मा के माध्यम से फोरम में दायर शिकायत के अनुसार उपभोक्ता ने अपने पॉली हाउस को कंपनी के पास बीमाकृत करवाया था। बीमावधि के दौरान ही भारी आंधी के कारण 4 जून 2010 को उपभोक्ता का पॉली हाउस नष्ट हो गया था। उपभोक्ता ने इस बारे में बीमा कंपनी, पटवारी और पंचायत प्रधान को सूचित किया था। वहीं पर इस बारे में पुलिस थाना में भी रपट दर्ज करवाई थी। बीमा कंपनी ने सर्वेयर की तैनाती करके नुकसान का आकलन करवाया था। उपभोक्ता ने तमाम दस्तावेज कंपनी को मुहैया करवा कर मुआवजे की मांग की थी। लेकिन बाद में कंपनी ने असल नुकसान को दरकिनार करके मात्र 48,300 रूपये का मुआवजा तय किया था। ऐसे में उपभोक्ता ने फोरम में शिकायत दायर की थी। फोरम ने शिकायत का निस्तारण करते हुए कंपनी को 30 दिनों में मुआवजा तय करने को कहा था। लेकिन कंपनी ने इस बार भी मुआवजा राशि नहीं बढाई। जिसके चलते उपभोक्ता ने फोरम में यह शिकायत दायर की थी। फोरम ने अपने फैसले में कहा कि कंपनी की ओर से फोरम में दायर पहली शिकायत में किये गए आदेशों की पालना नहीं की गई है। फोरम ने कंपनी के मुआवजा तय न करने को सेवाओं में कमी करार देते हुए उक्त मुआवजा राशि ब्याज सहित अदा करने के अलावा सेवाओं में कमी के कारण उपभोक्ता को हुई मानसिक यंत्रणा और असुविधा के बदले हर्जाना और शिकायत व्यय भी देने का फैसला सुनाया।

Tuesday, 10 December 2013

लापरवाह चालक को तीन माह का कारावास


मंडी। तेज रफतारी और लापरवाही से वाहन चलाकर दुर्घटना करने के आरोपी चालक को अदालत ने तीन माह के साधारण कारावास और 1000 रूपये जुर्माने की सजा सुनाई है। मुखय न्यायिक दंडाधिकारी अजय मैहता के न्यायलय ने सुंदरनगर तहसील के ठंडवाणी (डैहर) गांव निवासी मनोहर लाल पुत्र रामधन के खिलाफ भादंस की धारा 279 और 337 के तहत अभियोग साबित होने पर क्रमश: तीन-तीन माह की साधारण कारावास और पांच-पांच सौ रूपये जुर्माने की सजा सुनाई। आरोपी के जुर्माना राशि निश्चित समय में अदा न करने पर सात-सात दिनों की अतिरिक्त साधारण कारावास भुगतनी होगी। सभी सजाएं एक साथ चलेंगी। अभियोजन पक्ष के अनुसार 30 दिसंबर 2010 को पंडोह चौकी पुलिस को जरल के पास दुर्घटना होने की सूचना मिलने पर मुखय आरक्षी कृष्ण चंद की अगुवाई में पुलिस दल मौका पर पहुंचा। जहां पर शिकायतकर्ता अभिनव भटनागर ने बताया कि वह अपनी माता-पिता और छोटी बहन के साथ अपनी मारूती कार में फगवाडा से शास्त्रीनगर कुल्लू को जा रहा था। इसी दौरान जरल के पास पंडोह की ओर से तेज गति में आ रही हिमाचल पथ परिवहन निगम के केलांग डिपो की मनाली दिल्ली बस ने उनकी कार को टक्कर मार दी। इसके बाद बस पहाडी से टकरा गई। इस दुर्घटना में उन्हे चोट आई थी। पुलिस ने बस चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके अदालत में अभियोग चलाया था। अभियोजन पक्ष की ओर से पैरवी करते हुए सहायक लोक अभियोजक राजरानी ने 9 गवाहों के बयान कलमबंद करके मामले को साबित किया। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि आरोपी के खिलाफ वाहन को तेज रफतारी और लापरवाही से चलाकर दूसरों की जिंदगी को खतरा पहुंचाने का अभियोग साबित हुआ है। ऐसे में अदालत ने आरोपी को उक्त कारावास और जुर्माने की सजा का फैसला सुनाया है।

Monday, 9 December 2013

भाजपा मानवाधिकार प्रकोष्ठ की कार्यकारिणी घोषित


मंडी। भारतीय जनता पार्टी मानवाधिकार प्रकोष्ठ की प्रदेश कार्यकारिणी घोषित कर दी गई है। प्रकोष्ठ के संयोजक प्रदीप परमार ने कार्यकारिणी की घोषणा करते हुए हितेश बैहल और वीरेन्द्र ठाकुर को सह संयोजक नियुक्त किया है। उन्होने बताया कि विशाल ठाकुर (चंबा), चंद्र भानू रैना (कांगडा), अंकुश पंडित (देहरा), आदर्श सूद (पालमपुर), रमेश जोलिंग (लाहौल-स्पिति), गजेन्द्र ठाकुर (कुल्लू), विपिन अवस्थी (मंडी), नागेश्वर ठाकुर (सुंदरनगर), सुरेश कुमार (हमीरपुर), बाबू राम ठाकुर (बिलासपुर), देविन्द्र ठाकुर (सोलन) और शमशाद अली (सिरमौर) को संयोजक बनाया गया है। जबकि राजीव रत्न, विजय कुमार, सुख दास, विजय कुमार, विखयात गुलेरिया, वीरेन्द्र ठाकुर, विकास शर्मा, अनुपम शांडिल्य, सुचित्रा सेन और दिगंबर को राज्य कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया है। वहीं पर मानवाधिकार प्रकोष्ठ मीडिया प्रभारी की कमान विशाल ठाकुर को सौंपी गई है।

चरस तस्करी का आरोपी बरी


मंडी। चरस सहित पकडे जाने का अभियोग साबित न होने पर अदालत ने एक आरोपी को बरी करने का फैसला सुनाया है। आरोपी के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य न होने के कारण अदालत ने उसे बरी करने के आदेश दिये हैं। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश पी पी रांटा के न्यायलय ने कांगडा जिला की बैजनाथ तहसील के गुलेहड (बीड) निवासी प्यारे लाल पुत्र हरि राम के खिलाफ मादक एवं नशीले पदार्थ अधिनियम की धारा 20 के तहत अभियोग साबित न होने पर उसे बरी करने का फैसला सुनाया। अभियोजन पक्ष के अनुसार 17 सितंबर 2010 को सदर थाना पुलिस का दल एएसआई राम लाल की अगुवाई में राष्ट्रीय राजमार्ग 21 पर सुक्की बाईं के पास गश्त पर तैनात था। इसी दौरान पंडोह की ओर से पैदल आ रहे आरोपी ने पुलिस दल को देख कर भागने की कोशीश की। जिस पर पुलिस ने आरोपी को काबू करके संदेह के आधार पर उसके बैग की तलाशी ली। तलाशी लेने पर बैग में से एक किलो चरस बरामद होने पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मादक एवं नशीले पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज करके आरोपी को हिरासत में लिया था। जिसके बाद आरोपी पर अदालत में अभियोग चलाया गया था। अभियोजन पक्ष की ओर से इस मामले में 13 गवाहों के ब्यान कलमबंद करवाए गये थे। जबकि बचाव पक्ष की ओर से पैरवी कर रहे अधिवक्ता विकाश शर्मा और रत्न लाल वर्मा का इस मामले में कहना था कि अभियोजन पक्ष की ओर से प्रस्तुत गवाहों ने विरोधाभासी ब्यान दिये हैं और साक्ष्यों से आरोपी के खिलाफ अभियोग साबित नहीं हुआ है। अदालत ने दोनो पक्षों की विस्तार से सुनवाई के बाद अपने फैसले में कहा कि अभियोजन की ओर से प्रस्तुत साक्ष्यों से आरोपी के खिलाफ संदेह की छाया से दूर अभियोग साबित नहीं हुआ है। ऐसे में अदालत ने आरोपी को संदेह का लाभ देते हुए बरी करने का फैसला सुनाया।

Saturday, 7 December 2013

बार एसोसिएशन ने लैक्चरार इलैवन को हराया


मंडी। यहां के पड्डल मैदान में चल रही सतगुरू प्रताप सिंह मेमोरियल क्रिकेट प्रतियोगिता के पहले दौर में मंडी बार एसोसिएशन ने लैक्चरार इलैवन की टीम को शिकस्त दे कर अपना पहला मैच जीत लिया। शनिवार को खेले गए मैच में बार एसोसिएशन ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पंद्रह ओवर में 119 रन बनाए। जिसमें नीरज कपूर (48), रविकांत शर्मा (23), अंशुल (12), खेमराज (10), अंशुल, सन्नी और प्रदीप (10) रनों की पारी खेलकर टीम को इस लक्ष्य तक पहुंचने में सहयोग किया। जबकि स्कोर का पीछा करते हुए लैक्चरार इलैवन 15 ओवरों में मात्र 100 रन ही बना पाई। बार एसोसिएशन की ओर से नीरज कपूर और अंशुल गुलेरिया ने तीन-तीन विकेट हासिल किये।

Friday, 6 December 2013

जेसीबी से महिला का मकान उखाडने का मामला दर्ज


मंडी। सुंदरनगर तहसील के भरडवाणु (कनैड) गांव में एक महिला का मकान तोडने का मामला प्रकाश में आया है। महिला की शिकायत पर पुलिस ने हालांकि मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। लेकिन पुलिस के अपराध के मुताबिक कार्यवाही न करने पर महिला ने जिला पुलिस अधीक्षक से जांच की गुहार लगाई है। जानकारी के अनुसार भरडवाणु गांव की महिला नागरू देवी पत्नी स्वारू राम ने अपनी नानी की जमीन पर करीब 6 महिने पहले टीन की छत वाला दो कमरों का मकान बनाया था। वह पिछले 5 महिनों से इस निर्माणाधीन मकान में रह रही थी। मकान के साथ ही महिला ने टीन का ही एक खोखानुमा स्टोर भी बनाया हुआ था। लेकिन चांगर का एक निवासी अपने साथ जेसीबी लेकर आया और महिला को कहने लगा कि यह जमीन उसकी है और ऐसा कहकर वह मकान को जेसीबी से गिराने लग गया। जब महिला ने विरोध किया तो उक्त व्यक्ति और उसके साथ डुगराईं गांव से आये एक अन्य व्यक्ति ने उससे डंडों से मारपीट करके उसे मकान में बंद करके बाहर से शटर लगा दिया। इसके बाद उक्त लोगों ने महिला के कमरे की एक दीवार और साथ लगते टीनपोश खोखानुमा स्टोर को जेसीबी से उखाड दिया। महिला के मकान के साथ लगते नारायण दास के टीनपोश खोखा को भी उक्त लोगों ने उखाड दिया। महिला के शोर मचाने पर करीब एक घंटा बाद स्थानिय निवासी रोशन लाल ने मकान का शटर खोलकर उसे बाह निकाला। महिला के शिकायत करने पर सुंदरनगर थाना पुलिस ने हालांकि भादंस की धारा 342,341,323,427 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। लेकिन महिला का कहना है कि पुलिस इस मामले में आरोपियों को बचा रही है। नागरू देवी के अनुसार पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ उसके मकान में अनाधिकृत प्रवेश करने का मामला दर्ज नहीं किया है। जिसके चलते उसने जिला पुलिस अधीक्षक को अर्जी देकर इस मामले की ठीक ढंग से जांच करने की गुहार लगाई है। इधर इस बारे में संपर्क करने पर सुंदरनगर थाना प्रभारी जगदीश चंद ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज करके तहकीकात शुरू कर दी है। उन्होने बताया कि तहकीकात में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर धाराएं जोडी जा सकती हैं। उन्होने बताया कि इस मामले में अन्वेषण का कार्य एएसआई उपनिरिक्षक प्रकाश चंद के जिममे सौंपा गया है।

Tuesday, 3 December 2013

अकादमी आफ मार्शल आर्टस ने ट्रैकिंग टुअर आयोजित किया


मंडी। सुंदरनगर की अकादमी आफ मार्शल आर्टस ने आसपास की पहाडियों पर 20 किलोमीटर का ट्रैकिंग टुअर आयोजित किया। इस एक दिवसीय ट्रैकिंग में कराटे के 30 छात्रों ने भाग लिया। छठी डिग्री ब्लैक बैल्ट सेनसुई महेश चंद्र शर्मा जो पिछले करीब 20 सालों से सुंदरनगर में अकादमी आफ मार्शल आर्टस के माध्यम से कराटे सिखा रहे हैं ने बताया कि कराटे छात्रों ने सुंदरनगर शहर से केरन गांव तक पैदल यात्रा की। इसके बाद उन्होने आसपास की तीन पहाडियों तक ट्रैकिंग की। इस दौरान छात्रों को वन क्षेत्र तरांबडी में वन संपदा और मोर आदि वन्य जीवों को भी नजदीकी से देखने का मौका मिला। छात्रों ने जंगल की लकडियां इकठी करके अपना खाना बनाया और सुंदरनगर को वापसी की यात्रा से पहले पहाडी की गोद में कराटे के गुर सिखे। महेश चंद्र शर्मा ने बताया कि इस ट्रैकिंग टुअर में 4 साल से 16 साल तक बच्चों सहित चार ब्लैक बैल्ट शामिल थे। प्रशिक्षण के तहत ब्लैक बैल्ट खिलाडियों ने पहाडियों को चढते और उतरते समय बच्चों को अपने कंधों पर उठाया हुआ था। छात्रों का पहाडी पर चढने का यह पहला अनुभव था। पहाडी की चोटी पर स्थित मूलक मैदान से छात्रों ने सुंदरनगर शहर के सुंदर नजारे का आनंद उठाया। छात्रों के अभिभावकों ने इस टुअर को शिक्षाप्रद बताते हुए कहा कि इसके जरिये छात्रों ने ट्रैकिंग, पहाडी चढना, वन्य जीवों और संपदा देखने के अलावा अपने आप खाना बनाकर पिकनिक करके पूरा आनंद उठाया। जो एक सराहनीय प्रयास है। छात्रों के मुताबिक उनमें से अधिकांश पहली बार किसी पहाड पर चढे और उतरे हैं। छात्रों को यह विश्वास नहीं हो रहा था कि उन्होने 20 किलोमीटर की ट्रैकिंग इतनी सहजता से पूरी कर ली हो। डीपीएफ तरांबडी में मोर, जंगली सुअर और प्रवासी पक्षियों को पहली बार देखना रोमांचक करने वाला अनुभव रहा। महेश चंद्र शर्मा ने बताया कि इस तरह के ट्रैकिंग टुअर राष्ट्रीय स्तर के कराटे कैंप में अक्सर आयोजित किये जाते हैं। लेकिन सुंदरनगर में कराटे छात्रों के लिए यह पहला प्रयास रहा।

Monday, 2 December 2013

पॉली हाउस न लगाने पर अग्रिम राशि ब्याज सहित लौटाने के आदेश


मंडी। जिला उपभोक्ता फोरम ने पॉली हाउस न लगाने पर उपभोक्ता की अग्रिम राशि 80,440 रूपये ब्याज सहित लौटाने का फैसला सुनाया। इसके अलावा सेवाओं में कमी के कारण उपभोक्ता को पहुंची परेशानी और असुविधा के बदले 5000 रूपये हर्जाना और 2000 रूपये शिकायत व्यय भी अदा करने के आदेश दिये। जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष जे एन यादव और सदस्यों रमा वर्मा एवं लाल सिंह ने सुंदरनगर तहसील के रोपडी (जडोल) गांव निवासी अमर सिंह पुत्र नाथु राम की शिकायत को उचित मानते हुए जिला बिलासपुर के कंदरौर स्थित मैसर्ज भूमि एग्रोटेक को उक्त अग्रिम राशि 20 प्रतिशत ब्याज दर सहित अदा करने का फैसला सुनाया। अधिवक्ता चंद्र सिंह सेन के माध्यम से फोरम में दायर शिकायत के अनुसार उपभोक्ता ने पॉल हाउस बना कर जीविका कमाने के लिए राष्ट्रिय कृषि योजना के तहत आवेदन किया था। अनुमति मिलने पर उपभोक्ता ने भूमि एग्रोटेक के पास अग्रिम राशि जमा करवाई थी। जिसके बाद उपभोक्ता का एग्रोटेक के साथ पॉली हाउस लगाने का अनुबंध हुआ था। लेकिन अनुबंघ की शर्तों के मुताबिक उनके पॉली हाउस का निर्माण कार्य 90 दिनों में शुरू नहीं किया गया। जिस पर उपभोक्ता ने एग्रोटेक को कानूनी नोटिस देकर निर्माण शुरू करने को कहा था। लेकिन इसके बावजूद भी कोई कार्यवाही न होने पर उपभोक्ता ने फोरम में शिकायत दर्ज करवाई थी। फोरम ने अपने फैसले में कहा कि एग्रोटेक ने फोरम की कार्यवाही में भाग नहीं लिया जिसके चलते एकतरफा कार्यवाही अमल में लाई गई। कार्यवाही में भाग न लेने से यह जाहिर हुआ है कि उन्हे उपभोक्ता की शिकायत के बारे में कुछ नहीं कहना है और उन्होने शिकायत को मान लिया है। इसके अलावा उपभोक्ता की ओर से फोरम में शपथ पत्र दायर किया गया है। फोरम ने कहा कि एग्रोटेक द्वारा अनुबंध के अनुसार पॉली हाउस नहीं लगाना सेवाओं में कमी को दर्शाता है। जिसके चलते फोरम ने अनुबंध की शर्तों के मुताबिक अग्रिम राशि ब्याज सहित लौटाने के अलावा सेवाओं में कमी से उपभोक्ता को हुई मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए हर्जाना और शिकायत व्यय भी अदा करने का फैसला सुनाया।

मंडी में बनाया जाए आधुनिक पुस्तकालयः शहीद भगत सिंह विचार मंच

मंडी। प्रदेश की सांस्कृतिक और बौद्धिक राजधानी मंडी में आधुनिक और बेहतरीन पुस्तकालय के निर्माण की मांग की गई है। इस संदर्भ में शहर की संस्...