Tuesday, 31 December 2013
बिजनेस पार्टनर के हत्यारोपी को सश्रम उम्र कैद की सजा
Monday, 30 December 2013
छोटी काशी में धार्मिक पर्यटन शुरू हो
मंडी। भारतीय कमयुनिस्ट पार्टी (सीपीआई) की शहरी इकाई ने मंडी शहर की समस्याओं को लेकर उपायुक्त मंडी को ज्ञापन सौंपा। पार्टी ने जिला प्रशासन से इन समस्याओं का शीघ्रातिशीघ्र निराकरण करने की मांग की है। भारतीय कमयुनिस्ट पार्टी (भाकपा) की शहरी इकाई के सचिव समीर कश्यप, राज सिंह मंडयाल, प्रकाश पंत, लवण ठाकुर, अमर चंद वर्मा और तिलक राज शर्मा की अगुवाई में उपायुक्त मंडी को यह ज्ञापन सौंपा गया। सचिव समीर कश्यप ने बताया कि इस वर्ष पार्टी की ओर से शहर के सभी वार्डों में पदयात्रा की गई। इस दौरान अनेकों समस्याएं उजागर हुई हैं। सीपीआई की मांग है कि पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित राष्ट्रीय धरोहर त्रिलोकीनाथ मंदिर, अर्धनारीश्वर मंदिर, बरसेला समारक, पंकवक्तर महादेव मंदिर, अधिष्ठाता देव भूतनाथ मंदिर व टारना मंदिर सहित सभी पुरातात्विक महत्व के मंदिरों को पर्यटन और शैक्षणिक लिहाज से उभारा जाना चाहिए। पुरानी मंडी सहित शहर के सभी वार्डों में हर 50 मीटर की दूरी पर प्राचीन मंदिर अवस्थित है। इन सभी मंदिरों का विशेष रखरखाव करके छोटी काशी की धार्मिक परिक्रमा से संबंधित धार्मिक पर्यटन शुरू किया जाना चाहिए। मंदिरों के अलावा शहर में स्थित प्राचीन बावडियां और नौण भी संरक्षित किये जाने चाहिए। इन स्त्रोतों का बेकार बह रहा पानी इकठा करके सारे शहर को उनके घरों में भी आपूर्ती की जाए। शहरवासियों को ट्रैफिक जाम से निजात दिलाई जाए। उंचाई वाले क्षेत्रों में बने मकानों के लिए एंबुलैंस योगय रोड बनाये जाएं। सफाई, सट्रीट लाईट और सडकों का उचित प्रबंध किया जाए। गांधी चौक में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर छत बनाई जाए, चौहट्टा बाजार में ट्रैफिक बंद करने से लोगों को हो रही भारी असुविधा समाप्त की जाए, है। टाउन हाल को प्रेक्षागृह बनाकर सांस्कृतिक गतिविधियों का केन्द्र बनाया जाए। खलयार और पुरानी मंडी जाने वाले विक्टोरिया पुल के पास नया पुल बनाया जाए और इस धरोहर को संरक्षित किया जाए। लुप्तप्राय मंडयाली बोली और भाषा को संरक्षित और संवर्धित किया जाए। व्यास नदी के किनारे स्थित घाटों का सौदर्यीकरण किया जाए। प्राचीन धरोहरों को संरक्षित और संवर्धित करने के लिए प्रयास किये जाएं। देव सदन का निर्माण किया जाए। टारना का मेला फिर से शुरू किया जाए। टारना का सौन्दर्यीकरण करके पर्यटन मानचित्र पर लाया जाए। सर्वधर्म समभाव को बढाने के लिए एक केन्द्र विकसित किया जाए। सभी नालों का चैनेलाइजेशन किया जाए। सभी लाईट प्वाईंट को चालू किया जाए। सडकों की मुरममत की जाए। सिद्ध शंभू मंदिर के दर्शन श्रद्धालुओं के लिए 24 घंटे खोले जाएं। पड्डल मैदान को बचाने के लिए तत्काल प्रयास किये जाएं। नये बस स्टैंड का कार्य जल्द पूरा किया जाए। खाली पडी भूमि पर वृक्षारोपण किया जाए। मंडी कालेज में अन्य विषयों सहित कानून की कक्षाएं शुरू की जाएं। भयुली चौक पर वर्षा शालिका तथा शौचालय का निर्माण किया जाए। अवैध निर्माण के बारे में पालिसी बनाई जाए। मंडी शहर के लिए बाईपास बनाये जाएं। सीवरेज व्यवस्था का रखरखाव सुनिश्चित किया जाए। महामृत्युंजय अस्थाई बस स्टैंड को सेरी मंच पर वापिस लाया जाए। सब्जी विक्रेताओं के लिए जगह सुनिश्चित करके शहर के फुटपाथों को बहाल किया जाए। गल्त तरीके से बनाए गए स्पीडब्रेकर हटाए जाएं। साफ सफाई का उचित प्रबंध किया जाए। नालियों की मुरममत की जाए। सडकों की हालत ठीक की जाए। शहर से तारों का जंजाल खत्म किया जाए। उपभोक्ताओं की सभी सेवाओं और वस्तुओं के मुल्य सुनिश्चित किये जाए और इन्हे पारदर्शी बनाए जाए। इंदिरा मार्केट में शौचालय की समस्या का स्थाई समाधान किया जाए। मार्केट का सौन्दर्यीकरण किया जाए। मार्केट की छत पर शौचालय के बंद पडे काम के निर्माण को हटाया जाए। पार्किंग का उचित प्रबंध किया जाए। भाकपा ने उपायुक्त से मांग की है कि शहरवासियों की इन समस्याओं के निराकरण के शीघ्र कदम उठाएं। जिससे शहरवासी राहत की सांस ले सकें।
डीपीआरओ के सी चौहान के सम्मान में प्रेस क्लब ने की बैठक
मंडी। मंगलवार को सेवानिवृत हो रहे जिला लोक संपर्क अधिकारी कृष्ण चंद चौहान के सममान में प्रेस क्लब मंडी की ओर से एक बैठक का आयोजन किया गया। इस मौके पर क्लब के प्रधान बीरबल शर्मा और पूर्व प्रधान हेम कांत कात्यायन ने उन्हे सम्मानित किया। प्रेस रूम में आयोजित बैठक में संबोधित करते हुए जिला एवं संपर्क अधिकारी कृष्ण चंद चौहान ने कहा कि उन्होने अपने चार दशकों के सेवाकाल का अधिकांश समय मंडी में बिताया है। इस दौरान उन्हे मंडी प्रेस की ओर से उन्हे हमेशा स्नेह और सहयोग मिला है जिसे वह कभी भी भूला नहीं सकते। प्रेस क्लब के महासचिव समीर कश्यप ने बताया कि इस मौके पर क्लब के सदस्य और लोक संपर्क विभाग के कर्मी मौजूद रहे। इस मौके पर प्रेस क्लब की ओर से जलपान का भी आयोजन किया गया।
निजी बस परिचालकों की मनमानी की शिकायत
Sunday, 29 December 2013
छोटी काशी मंडी को धार्मिक पर्यटन नगरी बनाया जाएः सीपीआई
मंडी। भारतीय कमयुनिस्ट पार्टी की ओर से मंडी शहर की समस्याओं को लेकर उपायुक्त मंडी को ज्ञापन सौंपा गया। पार्टी ने जिला प्रशासन से इन समस्याओं का शीघ्रातिशीघ्र निराकरण करने की मांग की है। भारतीय कमयुनिस्ट पार्टी (भाकपा) की शहरी इकाई के सचिव समीर कश्यप, राज सिंह मंडयाल, प्रकाश पंत, लवण ठाकुर, अमर चंद वर्मा और तिलक राज शर्मा की अगुवाई में उपायुक्त मंडी को यह ज्ञापन सौंपा। सचिव समीर कश्यप ने बताया कि इस वर्ष पार्टी की ओर से शहर के सभी वार्डों में पदयात्रा की गई। इस दौरान अनेकों समस्याएं उजागर हुई हैं। पार्टी ने मांग की है कि खलयार मुहल्ला में ब्यास नदी की बाढ के खतरे से बडा नुक्सान बचाने के लिए किनारे पर दीवारें बनाई जाएं, उपयुक्त जगह पर शौचालय का निर्माण, जवाहर पार्क का सौन्दर्यीकरण, डीएवी स्कूल के पास वाहनों के पार्किंग की उचित व्यवस्था, पेट्रोल पंप के पास सूख गई प्राचीन बावडी को ठीक करने तथा एन एच-20 पर भारी ट्रैफिक के कारण सडक के किनारे पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ बनाया जाए। खलयार और पुरानी मंडी जाने वाले विक्टोरिया पुल के पास नया पुल बनाया जाए और इस धरोहर को संरक्षित किया जाए। पुल के साथ ही पठानकोट और कटौला की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए बस स्टाप में लोगों को बैठने की उचित व्यवस्था की जाए। पुरानी मंडी का शमशान घाट भी उचित रखरखाव किया जाए। हनुमान मंदिर के पास भूस्वखलन रोका जाए। पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित राष्ट्रीय धरोहर त्रिलोकीनाथ मंदिर को पर्यटन और शैक्षणिक लिहाज से उभारा जाना चाहिए। पुरानी मंडी सहित शहर के सभी वार्डों में करीब 50 मीटर की दूरी पर प्राचीन मंदिर अवस्थित है। इन सभी मंदिरों का विशेष रखरखाव करके छोटी काशी की धार्मिक परिक्रमा से संबंधित धार्मिक पर्यटन शुरू किया जाना चाहिए। मंदिरों के अलावा शहर में स्थित प्राचीन बावडियां और नौण भी संरक्षित किये जाने चाहिए। इन स्त्रोतों का बेकार बह रहा पानी इकठा करके सारे शहर को उनके घरों में भी बावडी के पानी की आपूर्ती की जा सके। जेलरोड में सुकेती पुल से लेकर उप जेल मंडी तक लगने वाले ट्रैफिक जाम का उचित प्रबंध किया जाए। शहर की उंचाई वाले क्षेत्रों में बने मकानों के लिए एंबुलैंस रोड बनाया जाए। सफाई, सट्रीट लाईट और सडकों का उचित प्रबंध किया जाए। सुहडा मुहल्ला में स्थित विजय सीनीयर सेकेन्डरी स्कूल के ओ भवन का जीर्णोधार किया जाए। मुहल्ले में स्थित बच्चों के पार्क का सौन्दर्यीकरण, सुकेती खड्ड में गंदगी आने से रोका जाए और रंगकर्म, संगीत और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए केन्द्र बनाया जाए। पैलेस मुहल्ले में स्थित क्षेत्रीय अस्पताल में इलाज की उचित सुविधा, सिद्ध गणपती और प्राचीन राम मंदिर सहित सभी स्थलों को धार्मिक पर्यटन की दृष्टी से उभारा जाए, राजमहल भवन को धरोहर के रूप में संरक्षित किया जाए। सिध गणपती से सैण मुहल्ले को जाने वाले रास्ते को पक्का किया जाए, गंधर्व के जंगल को संरक्षित किया जाए, वार्ड में लाईट की उचित व्यवस्था की जाए, कुष्ठ रोगियों का अस्पताल चालू किया जाए। शहर के सभी नालों का चैनेलाईजेशन किया जाए। गांधी चौक में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर छत बनाया जाए, चौहट्टा बाजार में ट्रैफिक बंद करने से लोगों को भारी असुविधा उठानी पड रही है। टाउन हाल को प्रेक्षागृह बनाकर सांस्कृतिक गतिविधियों का केन्द्र बनाया जाए। राष्ट्रीय धरोहर के रूप में पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित अर्धनारीश्वर मंदिर के महत्व को उजागर करते हुए इस स्थल को धार्मिक पर्यटन के रूप में उभारा जाए। डुगलीघाट पेयजल स्त्रोत व शमशान घाट का उचित प्रबंध किया जाए। शहर के अधिष्ठाता देव भूतनाथ मंदिर सहित सभी मंदिरों को धार्मिक परिक्रमा पर्यटन से जोडा जाए। विक्टोरिया पुल से वेदांत कुटीर की ओर जाने वाली सडक की हालत ठीक की जाए। साहित्य चूडामणी पंडित भवानीदत शास्त्री की स्मृति में लुप्तप्राय मंडयाली बोली और भाषा को संरक्षित और संवर्धित किया जाए। एकादश रूद्र मंदिर के पास की स्टीक चढाई वाली सडक को ठीक किया जाए। एकादश मंदिर के साथ वाले नाले को चैनलाइज करने व इस सडक पर बिजली का उचित प्रबंध किया जाए। मंडी के हनुमान घाट में स्थित शमशान घाट की उचित व्यवस्था, व्यास नदी के किनारे स्थित घाटों का सौदर्यीकरण, चकढीनी की चट्टान के लिए रास्ते का निर्माण किया जाना चाहिए। यहां स्थित सभी बावडियों का उचित रखरखाव, सुकेती खड्ड के किनारे स्थित शिव लिंग को संरक्षित करने और यहां की सडको की मुरममत की जाए। लोअर भगवाहन के प्राकृतिक जल स्त्रोतों का उचित रखर खाव किया जाए। डिभा बावडी सहित शहर के सभी स्त्रोंतो के पानी की जांच नियमित की जाए। वार्ड में स्थित मंदिरों को छोटी काशी की धार्मिक परिक्रमा में जोडते हुए धार्मिक पर्यटन विकसित किया जाए। शहर के हर मुहल्ले में सामुदायिक भवन का निर्माण किया जाए। भगवान मुहल्ला प्राइमरी स्कूल का पाठशाला भवन का निर्माण किया जाए। यहां स्थित दमदमा पैलेस, भवानी पैलेस, भडंती का बेहडा, एमरसन हाउस, दरबार हाल जैसी अनेकों प्राचीन धरोहरों को संरक्षित और संवर्धित करने के लिए प्रयास किये जाएं। प्राचीन वास्तुकला का प्रदर्शन करने वाली कोठियां और पारंपरिक शैली में बने घरों को संरक्षित किया जाए। चंड महात्मा के नाम से मशहुर चंद्रमणी कश्यप के संग्रहालय के लिए उचित स्थान मुहैया करवाया जाए, सांस्कृतिक प्रतिभाओं के लिए केन्द्र विकसित किया जाए, शिवरात्री के दौरान देवताओं को ठहराने के लिए सुकेती नदी के किनारे देव सदन का निर्माण किया जाए। दरबार हाल को डाक विभाग से लेकर इसे संरक्षित करके इसमें प्रेक्षागृह बनाया जाए। चौहट्टा से मुखय डाकघर की सडक पर केवल मुहल्ला वासियों की गाडियों को प्रवेश हो। यहां की पार्किंग स्थानिय वासियों को दी जाए। नये सुकेती पुल से भगवाहन मुहल्ला को जाने वाली सडक पर शौचालय बनाया जाए। इस सडक को जल्द से जल्द ठीक किया जाए। जौंचु नौण के साथ पडी खाली भूमि का उचित प्रयोग किया जाए। अपर भगवाहन मुहल्ला और टारना मुहल्ला में स्थित टारना माता मंदिर की ऐतिहासिक बडी पौडियों का उचित रखरखाव, बिजली की व्यवस्था और सीढियों की फिसलन हटाने की मांग की है। टारना का मेला फिर से शुरू किया जाए। आईपीएच आफिस से कबीर मंदिर की ओर जाने वाली सडक पर बिजली की उचित व्यवस्था की जाए। इस सडक को रामनगर तक पक्का किया जाए। माहुंनाग मंदिर के पास वाले नाले की चैनलाईजेशन की जाए, कामरेड तारा चंद हाल की ओर जाने वाली सडक की हालत ठीक की जाए, नाले में मलबा फेंकना बंद करवाया जाए। आईपीएच दफतर के पास वाले नाले की भी चैनलाईजेशन की जाए। इस वार्ड का नाम थनेहडा या लोअर टारना रखा जाए। टारना मुहल्ला में लक्ष्मी नारायण मंदिर से टारना को जाने वाले बंद रास्ते को बहाल किया जाए। टारना मंदिर के महत्व को समझते हुए इसका सौन्दर्यीकरण करके पर्यटन मानचित्र पर लाया जाए। यहां की खाली जमीन पर वृक्षारोपण किया जाए। टारना की बावडी का उचित रखरखाव किया जाए। रामनगर वार्ड में विश्वकर्मा मंदिर के साथ स्थित बावडी सहित सभी पेयजल स्त्रोतों का उचित रखरखाव किया जाए। राष्ट्रीय धरोहर के रूप में पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित बरसेला समारक के महत्व को उजागर करने के लिए विशेष प्रयत्न किये जाएं। इस समारक तक पहुंचने का मार्ग प्रदर्शित करने के लिए कदम उठाए जाएं। वार्ड में सभी धर्मों के लोगों के रहने के कारण यहां पर सर्वधर्म समभाव को बढाने के लिए एक केन्द्र विकसित किया जाए। वार्ड में खिलाडियों की एक बडी संखया रहती है ऐसे में स्पोर्टस गतिविधियों के लिए एक केन्द्र विकसित किया जाए। वार्ड के सभी नालों का चैनेलाइजेशन किया जाए। पशु उपनिदेशक कार्यालय के सामने नगर परिषद के बंद पडे शौचालय को बहाल किया जाए। रामनगर मुहल्ला में सभी लाईट प्वाईंट को चालू किया जाए। सडकों की मुरममत की जाए। पड्डल में स्थित राष्ट्रीय धरोहर के रूप में पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित पंकवक्तर महादेव मंदिर को धार्मिक पर्यटन की दृष्टी से उभारा जाए। मंदिर को जाने के रास्तों को निर्देशित करने वाले बोर्ड लगाए जाएं। पंचवक्तर महादेव मंदिर के साथ बनी खानाबदोशों की बस्ती में रहने वाले लोगों को उचित भूमि मुहैया करवाकर इस स्थल का सौन्दर्यीकरण किया जाए। यहां स्थित सभी धार्मिक स्थलों के महत्व को उभार कर धार्मिक पर्यटन परिक्रमा शुरू करके छोटी काशी का नाम सार्थक किया जाए। जिमखाना कल्ब की दीवारों में बंद कर दिये गए सिद्ध शंभू मंदिर के दर्शन श्रद्धालुओं के लिए 24 घंटे खोले जाएं। इन दिनों क्लब के दरवाजा बंद कर देने से सिर्फ दो घंटे ही दर्शन हो पाते हैं। जिमखाना कल्ब की गतिविधियों में आम लोगों को भी जोडा जाए। यहां स्थित लान टेनिस कोर्ट को ठीक किया जाए और प्रशिक्षण शुरू किया जाए। पुलिस थाना की कार्यप्रणाली से अवगत करवाने और सामुदायिक योजना में स्थानीय लोगों को शामिल किया जाए। वार्ड के प्राकृतिक जल स्त्रोतों का उचित रखरखाव किया जाए। पड्डल मैदान को बचाने के लिए तत्काल प्रयास किये जाएं। किसी भी खेेल को खेेलने की इच्छा रखने वाले खिलाडी को खेल का सारा सामान उपलब्ध किया जाए। मैदान में शौचालय का निर्माण किया जाना चाहिए। आईटीआई में स्थानीय लोगों के लिए ऐसे प्रोग्राम शुरू किये जाएं जिसके तहत युवाओं को रोजगार कमाने का कोई हुनर सिखाया जाए। प्रशिक्षण के बाद उसे संस्थान की ओर से ही कार्य करने की जगह और टुल के लिए आर्थीक सहायता भी मुहैया करवाई जाए। नये बस स्टैंड का कार्य जल्द पूरा किया जाए। बस स्टैंड से बाहर आने वाले रास्तों के पास लोगों को चलने के लिए जेबरा क्रासिंग बनाई जाए। मोतीपूर जंगल में खाली पडी भूमि पर वृक्षारोपण किया जाए। मंडी कालेज में अन्य विषयों सहित कानून की कक्षाएं शुरू की जाएं। आईटीआई कलौनी में बरसात के समय पानी रूकने की समस्या को दूर किया जाए। भयुली चौक पर वर्षा शालिका तथा शौचालय का निर्माण किया जाए। सावली खड की बावडी और शमशान घाट का उचित रखरखाव किया जाए। अवैध निर्माण के बारे में पालिसी बनाई जाए। मंडी शहर के लिए बाईपास बनाया जाएं। मंडी शहर की स्ट्रीट लाईट कमेटी के गल्ती से करीब एक महीने तक काट दी गई थी। आगे से यह गल्ती रोकना सुनिश्चित किया जाए। शहर में बिछाई गई सीवरेज व्यवस्था का रखरखाव सुनिश्चित किया जाए। महामृत्युंजय अस्थाई बस स्टैंड को सेरी मंच पर वापिस लाया जाए। सब्जी विक्रेताओं के लिए और जगह सुनिश्चित करके शहर के फुटपाथों को बहाल किया जाए। गल्त तरीके से बनाए गए स्पीडब्रेकर हटाए जाएं। साफ सफाई का उचित प्रबंध किया जाए। नालियों की मुरममत की जाए। सडकों की हालत ठीक की जाए। मंडी शहर से तारों का जंजाल खत्म किया जाए। उपभोक्ताओं की सभी सेवाओं और वस्तुओं के मुल्य सुनिश्चित किये जाए और इन्हे पारदर्शी बनाए जाए। इंदिरा मार्केट में शौचालय की समस्या का स्थाई समाधान किया जाए। मार्केट का सौन्दर्यीकरण किया जाए। मार्केट की छत पर शौचालय के बंद पडे काम के निर्माण को हटाया जाए। पार्किंग का उचित प्रबंध किया जाए। भाकपा ने उपायुक्त से मांग की है कि शहरवासियों की इन समस्याओं के निराकरण के शीघ्र कदम उठाएं। जिससे शहरवासी राहत की सांस ले सकें।
चित्रः गूगल से साभार
Saturday, 28 December 2013
सीपीआई शहरी कमेटी ने सौंपा उपायुक्त को ज्ञापन
सेवा में,
उपायुक्त मंडी, हि.प्र.
विषयः भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से मंडी शहर की समस्याओं पर ज्ञापन
महोदय,
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की शहरी इकाई की ओर से इस वर्ष मंडी शहर के विभिन्न वार्डों में पदयात्रा की गई। पदयात्रा के दौरान शहर की विभिन्न समस्याएं उजागर हुई हैं जिन्हे पार्टी प्रशासन के ध्यान में लाना चाहती है। जिससे इन समस्याओं के निराकरण के लिए उचित पहल की जा सके। शहर के विभिन्न वार्डों की समस्याएं निम्मलिखित हैः खलयार मुहल्ला 1. ब्यास नदी के किनारे बसा होने के कारण बाढ के खतरे से बडा नुक्सान बचाने के लिए किनारे पर दीवारें बनाई जाएं। 2. विक्टोरिया पुल से लेकर वार्ड के अंत तक एन एच 20 के किनारे कोई शौचालय नहीं है। उपयुक्त जगह पर शौचालय का निर्माण किया जाए। 3. जवाहर पार्क का सौन्दर्यीकरण किया जाए। 4. डीएवी स्कूल के पास वाहनों के पार्किंग की उचित व्यवस्था की जाए। एन एच पर वाहनों के खडा रहने से लगातार दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है। 5. पेट्रोल पंप के पास सूख गई प्राचीन बावडी को ठीक किया जाए। बावडी के साथ ही उत्पन हुए पानी के स्त्रोत को टैप करने के लिए टैंक का निर्माण किया जाए। इसके अलावा अन्य प्राकृतिक पेय जल स्त्रोतों का भी उचित रखरखाव किया जाए। 6. एन एच-20 पर भारी ट्रैफिक के कारण सडक के किनारे पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ बनाए जाएं। 7. विक्टोरिया पुल की जगह नया पुल बनाया जाए जिससे इस धरोहर को संरक्षित रखा जा सके। पुरानी मंडी 1. ब्रिटिश कालीन समय में 1875 ई में बनाया गया विक्टोरिया पुल 136 साल पुराना हो चुका है। भारी तादात में बढ गए वाहनों के दवाब में इस पुराने पुल से ज्यादा उम्मीदें नहीं की जा सकती और कोई बडा हादसा भी सामने आ सकता है। ऐसे में इस पुल की जगह नया पुल तैयार करना लाजमी हो गया है जिसके लिए शीघ्रातिशीघ्र प्रयास किए जाएं। 2. विक्टोरिया पुल के साथ ही पठानकोट और कटौला की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए एक अस्थाई बस स्टाप में लोगों को बैठने की उचित व्यवस्था नहीं है। लोगों को कडकती धूप और बारिश में बस के इंतजार के लिए बाध्य होना पडता है। हालांकि शमशान घाट के उपर की ओर एक शौचालय बना हुआ है लेकिन यह बंद ही रहता है जिससे लोगों को भारी परेशानी झेलनी पडती है। 3. पुरानी मंडी के शमशान घाट भी उचित रख रखाव की दरकार में है। ठीक हालत में न होने के कारण स्थानीय वासियों को हनुमान घाट में दाह संस्कार करने पडते हैं। ऐसे में इस घाट की उचित मुरम्मत और रखरखाव किया जाए। 4. हनुमान मंदिर के पास कुछ समय भारी मात्रा में चटानें और मलबा आ जाने से एन एच पर खडे वाहन दब गए थे। जिससे कई दिनों तक एनएच जाम रहा था। इस जगह पर भूस्वखलन रोका जाए। 5. मंडी रियासत की पुरानी राजधानी होने के कारण इसके ऐतिहासिक स्थलों के लिए विशेष प्रयास किये जाने चाहिए। पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित राष्ट्रीय धरोहर त्रिलोकीनाथ मंदिर को पर्यटन और शैक्षणिक लिहाज से उभारा जाना चाहिए। वार्ड में लगभग 50 मीटर की दूरी पर प्राचीन मंदिर अवस्थित है। इन सभी मंदिरों का विशेष रखरखाव करके और इनका नाम व इतिहास दर्शाते हुए शहर के अन्य मंदिरों के साथ छोटी काशी की धार्मिक परिक्रमा से संबंधित धार्मिक पर्यटन शुरू किया जाना चाहिए। 6. मंदिरों के अलावा वार्ड में स्थित प्राचीन बावडियां और नौण भी संरक्षित किये जाने चाहिए। गजेटियर आफ मंडी में ब्रिटिश इतिहासकारों ने लिखा है कि मंडी जनपद के लोगों को जनजीवन बावडी और नौण से ही शुरू होता था। लोग तडके उठकर बावडी में आते थे और खूब कसरत के बाद नहा धो कर अपनी दिनचर्या शुरू करते थे। ये मंजर अभी भी देखने को मिल जाते हैं। अभी भी ये स्त्रोत लोगों की दिनचर्या का हिस्सा हैं। इनका उचित रखरखाव किया जाए। ऐसी कोशीश की जानी चाहिए कि इन स्त्रोतों का बेकार बह रहा पानी इकठा करके सारे शहर को उनके घरों में भी बावडी के पानी की आपूर्ती की जा सके। जेल रोड 1. सुकेती पुल से लेकर उप जेल मंडी तक लगने वाले ट्रैफिक जाम का उचित प्रबंध किया जाए। 2. वार्ड के उंचाई वाले क्षेत्रों में बने मकानों के लिए एंबुलैंस रोड बनाया जाए। 3. वार्ड के प्राकृतिक जल स्त्रोंतो का उचित रखरखाव किया जाए। 4. सफाई का उचित प्रबंध किया जाए। 5. सडकों के रखरखाव का उचित प्रबंध किया जाए। 6. स्ट्रीट लाईटस का उचित प्रबंध किया जाए। सुहडा मुहल्ला 1. विजय सीनीयर सेकेन्डरी स्कूल के ओ भवन का जीर्णोधार किया जाए। 2. बच्चों के पार्क का सौन्दर्यीकरण किया जाए। 3. सुकेती खड्ड में गंदगी आने से रोका जाए। जिससे खडड के किनारे की दुर्गंध समाप्त की जा सके। 4. वार्ड में रंगकर्म, संगीत और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए केन्द्र बनाया जाना चाहिए जिससे यहां की प्रतिभाओं को उचित मंच मिल सके। पैलेस मुहल्ला 1. वार्ड के उपरी इलाकों में बने घरों के लिए एंबुलैस रोड बनाया जाए। ये रोड हस्पताल के पास से गंधर्व के जंगल के नीचे से पैलेस मुहल्ले के उपर से जेल रोड तक निकाला जाना चाहिए। जिससे उपरी क्षेत्रों में रह रहे लोगों को सुविधा हो सके। 2. क्षेत्रीय अस्पताल में इलाज की उचित सुविधा मुहैया करवाई जाए और गरीबों का मुफ्त इलाज सुनिश्चित करवाया जाए। चिकत्सकों और स्टाफ के रिक्त पद भरे जाएं। 3. राजा सिद्ध सेन के समय में सिद्ध गणपती, पंचवक्तर महादेव, सिद्ध काली, सिद्ध भद्रा और सिद्ध सर सहित कई मंदिर बनाए गए थे। वार्ड में स्थित सिद्ध गणपती और प्राचीन राम मंदिर सहित सभी स्थलों को धार्मिक पर्यटन की दृष्टी से उभारा जाए। 4. पैलेस के राजमहल भवन में चल रहे कार्यालयों को अन्यत्र स्थान पर भेजकर इसे धरोहर के रूप में संरक्षित किया जाए। 5. सिध गणपती से सैण मुहल्ले को जाने वाले पैदल रास्ते को पक्का किया जाए और यहां पर लाईट की उचित व्यवस्था की जाए। 6. गंधर्व के जंगल को संरक्षित रखने के प्रयास किये जाएं। जंगल में आग लगते रहने से वृक्ष नष्ट हो गए हैं। ऐसे में यह जंगल फिर से हरा-भरा करने के प्रयास किये जाने चाहिए। 7. वार्ड में गणपती मंदिर मोड से आगे अंधेरा छाया रहता है। जंगल का क्षेत्र साथ होने के कारण स्थानीय लोगों को अंधेरे में भारी परेशानी और असुरक्षा का सामना करना पडता है। वार्ड में लाईट की उचित व्यवस्था की जाए। 8. कुष्ठ रोगियों का अस्पताल फिर से शुरू किया जाए। यहां रह रहे कुष्ठ रोगियों के उपचार और रहन सहन की उचित व्यवस्था की जाए। 9. अस्पताल के पास वाले नाले सहित सभी नालों की चैनलाइजेशन करके पानी की निकासी के उचित प्रबंध किए जाएं। नाले के उपर किये गए अतिक्रमणों को हटाया जाए। पहले भी इन जगहों पर पानी रूक जाने के कारण हादसे हो चुके हैं। लोअर समखेतर 1. गांधी चौक पर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर छत बनाया जाए, जिससे प्रतिमा पर गिरने वाली गंदगी को रोका जा सके। 2. नगर परिषद कार्यालय के लिए नया भवन तैयार किया जाए। भवन में लोगों के बैठने की उचित व्यवस्था की जाए। 3. चौहट्टा बाजार मंडी की शान है। यह बाजार वार्ड नंबर 6,7,8 और 9 के साथ सीधे-2 जुडा हुआ है। चौहट्टा बाजार से इन सभी मुहल्लों को गलियां जाती हैं और इन मुहल्लों के लोगों को कहीं भी जाने के लिए चौहट्टा मुहल्ला से गुजरना पडता है। मुहल्लों की गलियां छोटी-2 हैं और सैंकडों साल पुरानी बनावट में हैं। हाल ही में प्रशासन की ओर से चौहट्टा बाजार में शनिवार को दो घंटों के लिए ट्रैफिक बंद कर दिया गया है। जिससे इन मुहल्लों में रहने वाले लोगों को दोहरी मुश्किलों का सामना करना पड रहा है। एक तो उन्हे किसी भी स्थान के लिए दो घंटों का इंतजार करना पड रहा है वहीं पर चौहट्टा बंद होने से वाहनों की भीड गलियों में घुस रही है। जिससे लोगों को नयी आफत आ गई है। लोगों को इन वाहनों, तिपहिया और रेहडियों के कारण भारी असुविधा उठानी पड रही है। प्रशासन को बाई पास बनाए जाने तक शहरवासियों को इस तरह के प्रयोगों में अपने आप को ढालने के आदेशों पर तुरंत विराम लगाना चाहिए। 4. टाउन हाल को सांस्कृतिक गतिविधियों का केन्द्र बनाया जाए। पुरातत्व, साहित्य, संगीत, चित्रकला, रंगकर्म, नृत्य होर लोक कला से समृध सांस्कृतिक राजधानी कहे जाने वाले मंडी शहर के पास अपना कोई प्रेणागृह नहीं होना शर्मनाक है। टाउन हाल बनाते समय इसे प्रेक्षागृह का ही प्रारूप दिया गया था। लेकिन इसे प्रेक्षागृह नहीं कहा जा सकता क्योंकि इसके लिए इस हाल की ईको को खत्म करना पडेगा। शहर के सांस्कृतिक कर्मियों की मांग है कि टाउन हाल को ठीक करके इसे प्रेक्षागृह के तौर पर सांस्कृतिक गतिविधियों को बढावा देने का केन्द्र विकसित किया जाए। 5. राष्ट्रीय धरोहर के रूप में पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित अर्धनारीश्वर मंदिर के महत्व को उजागर करते हुए इस स्थल को धार्मिक पर्यटन के रूप में उभारा जाए। 6. डुगलीघाट पेयजल स्त्रोत का उचित प्रबंध किया जाए। 7. डुगलीघाट शमशान घाट में उचित व्यवस्था की जाए। अपर समखेतर और दरम्याना मुहल्ला 1. मंडी शहर के अधिष्ठाता दे भूतनाथ मंदिर के ऐतिहासिक महत्व से जोडते हुए छोटी काशी मंडी के मंदिरों की धार्मिक परिक्रमा बना कर इसे धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसीत किया जाए। मंदिर की आय से नियमिति तौर पर लंगर की सुविधा की जाए। इसके अलावा चिंतपूर्णी मंदिर, बालकरूपी मंदिर, खुआराणी मंदिर, डुगलीघाट, वेदांत कुटीर, एकादश रूद्र, महाकाल, हनुमान घाट शिव मंदिर, शिव रूद्र सहित सभी मंदिरों को इस धार्मिक परिक्रमा पर्यटन से जोडा जाए। 2. विक्टोरिया पुल के पास आर्यसमाज स्कूल के नजदीक ट्रैफिक की उचित व्यवस्था की जाए। विक्टोरिया पुल पर ट्रैफिक की मार रोकने के लिए पुरानी मंडी और खलयार के लिए व्यास नदी पर नया पुल बनाया जाए। 3. विक्टोरिया पुल से वेदांत कुटीर की ओर जाने वाली सडक की हालत ठीक की जाए। 4. साहित्य चूडामणी पंडित भवानीदत शास्त्री की स्मृति में लुप्तप्राय मंडयाली बोली और भाषा को संरक्षित और संवर्धित करने के लिए प्रयास शुरू किये जाएं। शास्त्री जी के मंडयाली साहित्य का प्रचार प्रसार किया जाए। 5. एकादश रूद्र मंदिर के पास की स्टीक चढाई वाली सडक को ठीक किया जाए। इस जगह पर अक्सर दुपहिया और तिपहिया वाहनों के स्कीड होने का खतरा बना रहता है। 6. एकादश मंदिर के साथ वाले नाले को भी ठीक ढंग से चैनलाइज किया जाए। 7. एकादश रूद्र से हनुमान घाट के शमशान घाट के रास्ते में बिजली का उचित प्रबंध किया जाए। 8. मंडी के हनुमान घाट में स्थित शमशान घाट पर सबसे अधिक दवाब है। इस घाट में न केवल शहर के बल्कि आसपास के गांवों के शव भी संस्कार के लिए आते हैं। वार्ड वासियों का कहना है कि अत्याधिक संस्कारों से उनका पर्यावरण खराब हो रहा है। इसलिए अन्य घाटों को भी ठीक किया जाना चाहिए। शमशान घाट में सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है। भट्टियां रिपेयर करने को हैं। यहां कोई लकडी नहीं मिलती। लोगो को खलयार में वन विभाग के डिपो से लकडियां लानी पडती हैं। हालांकि पहले वीरमंडल संस्था की ओर से यहां पर लकडियां मुहैया करवा दी जाती थी। लेकिन प्रशासन को यहां हर समय लकडी उपलब्ध करवाने का प्रबंध करने की जिम्मेवारी समझनी चाहिए। 9. व्यास नदी के किनारे स्थित घाट काशी बनारस की याद ताज कर देते हैं। लेकिन इन घाटों की हालत खस्ता है। उपेक्षा के कारण चारों ओर गंदगी का आलम होता है। घाटों के सौदर्यीकरण के लिए प्रयास किए जाने चाहिए। 10. व्यास और सुकेती नदी के संगम पर स्थित चकढीनी की चट्टान अपनी प्राचीनता का एहसास करवाती है। इस विशालकाय चट्टान पर चढने के लिए सीढियां बनी हुई हैं। चट्टान पर चढ कर खूबसूरत नजारा दिखाई देता है। यह स्थल भी उपेक्षित होने के कारण गंदगी से घिरा रहता है। इस चटान तक पहुंचने के लिए रास्ते का निर्माण किया जाना चाहिए। 11. हनुमान घाट के पेयजल स्त्रोत और शमशान घाट से शिव रूद्र मंदिर की ओर जाने वाली गली में पडने वाली बावडियों का उचित रखरखाव किया जाए। 12. शिवरूद्र मंदिर के पास बनाई गई पार्किंग की क्षमता बढाई जाए। 13. पार्किंग के नीचे सुकेती खड्ड के किनारे स्थित शिव लिंग को संरक्षित किया जाए। इस जगह पर नाले से गिरने वाली गंदगी को रोका जाए। 14. हनुमान घाट से बंगला को आने वाली सडक की मुरम्मत की जाए। 15. डुघी परौल वाली गली की सडक की हालत ठीक की जाए लोअर भगवाहन 1. नयी मंडी के सबसे पुराने मुहल्ले के प्राकृतिक जल स्त्रोतों शिवा बावडी, डिभा बावडी, केसरी बंगले की बावडी और जौंचु नौण का उचित रख रखाव किया जाए। इन जलस्त्रोतों से बेकार बहते पानी को इकठे करके पूरे शहर में बावडी का पानी नल के माध्यम से वितरित किये जाने की योजना बनाई जाए। बावडियों के क्षेत्रों से छेडछाड बंद की जाए। डिभा बावडी सहित सभी स्त्रोंतो के पानी की जांच की जाए। स्त्रोतों के नजदीक बने सीवरेज टैंक हटाए जाएं। इन स्त्रोतों की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। 2. वार्ड के मंदिरों ताम्रपति महादेव, बंगलेश्वरी, तुंगा माता, महिषासुर मर्दनी दवाला मंदिर, सनातन धर्म सभा, माधो राव मंदिर, बाबा कोट, रूपेश्वरी माता मंदिर, रणेश्वर महादेव मंदिर, कामेश्वर महादेव मंदिर, महामृत्युंजय मंदिरो के नाम और इतिहास के बारे में जानकारी जुटा कर इन्हे छोटी काशी की धार्मिक परिक्रमा में जोडते हुए धार्मिक पर्यटन विकसित किया जाए। 3. भगवाहन ग्राउंड में बच्चों के खेलने के लिए उचित प्रबंध किए जाएं। 4. भगवाहन ग्राउंड में युवक मंडल की ओर से खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियां होती रहती हैं। लेकिन उन्हे इन गतिविधियों की तैयारी के लिए कोई जगह नहीं है। जिसके चलते यह गतिविधियां रूक सी गई हैं जिससे युवा पीढी का ध्यान रचनात्मक गतिविधियों की ओर नहीं जा रहा है। इसके लिए मुहल्ले में एक सामुदायिक भवन की जरूरत है। स्थानीय वासियों की मांग है कि डिभा बावडी के साथ लगती सरकारी भूमि पर इस सामुदायिक भवन का निर्माण किया जाए। जिससे स्थानियवासियों की सामुहिक गतिविधियों के लिए जगह मिल सके। 5. वार्ड का प्राइमरी स्कूल शहर के सबसे पुराने स्कूलों में से एक है। लेकिन यह आज दिन तक एक स्तर भी स्तरोन्नत न हो सका है। यह स्कूल अभी भी एक किराए के भवन में चल रही है। हालांकि सुकेती नदी के किनारे काफी सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे किए जा रहे हैं लेकिन अभी तक पाठशाला के लिए भवन नहीं बन पाया है। पाठशाला के भवन के लिए भूमि चिन्हित करके इसका निर्माण कार्य जल्द से शुरू करवाया जाए। 6. मंडी रियासत का राजमहल इस वार्ड में स्थित होने के कारण यहां पर दमदमा पैलेस, भवानी पैलेस, भडंती का बेहडा, एमरसन हाउस, दरबार हाल जैसी अनेकों प्राचीन धरोहरें मौजूद हैं। लेकिन रखरखाव की कमी के कारण यह धरोहरें लगातार नष्ट होती जा रही हैं। इन धरोहरों को संरक्षित और संवर्धित करने के लिए प्रयास किये जाने चाहिए। इसके अलावा मुहल्ले में अभी भी प्राचीन वास्तुकला का प्रदर्शन करने वाली कोठियां और मकान मौजूद हैं। सरकार को इन पारंपरिक शैली में बने घरों को संरक्षित करने के लिए आगे आना चाहिए जिससे इनका स्वरूप बना रह सके। 7. चंड महात्मा के नाम से मशहुर चंद्रमणी कश्यप के संग्रहालय के लिए उचित स्थान मुहैया करवाया जाए और उनके संग्रहालय में संरक्षित वस्तुओं के उचित रखरखाव के लिए प्रबंध किए जाएं। 8. मुहल्ले में सांस्कृतिक प्रतिभाओं के लिए केन्द्र विकसित किया जाए। 9. शिवरात्री के दौरान देवताओं को ठहराने के लिए सुकेती नदी के किनारे देव सदन का निर्माण किया जाए। 10. दरबार हाल को डाक विभाग से लेकर इसे संरक्षित किया जाए और इसमें प्रेक्षागृह का निर्माण किया जाए। 11. चौहट्टा से मुख्य डाकघर की सडक पर केवल मुहल्ला वासियों की गाडियों को प्रवेश हो। सभी गाडियों के आने से यहां अक्सर जाम लगा रहता है और पैदल चलने वाले लोगों को भी भारी परेशानी उठानी पडती है। यहां पर वाहनों की अनलोडिंग का भी समय निश्चित किया जाए। 12. उपायुक्त कार्यालय से पीछे की पार्किंग स्थानिय वासियों को दी जाए। 13. महामृत्युंजय मंदिर चौक पर बस स्टाप बन जाने का खामियाजा महल्ला वासियों को भुगतना पड रहा है। बस स्टाप पर शौचालय न होने के कारण यहां इंतजार कर रही सवारियां जौंचु नौण और पुल से भगवान मुहल्ला को जाने वाली सडकों पर शौच और पेशाब कर देते हैं। जिससे इन दोनों सडकों पर गंदगी भरी होती है। भगवाहन मुहल्ला को जाने वाली सडक पर रणेश्वर महादेव मंदिर के नीचे शौच कर दिया जाता है। शौचालय की भारी जरूरत के बावजूद इस जगह पर शौचालय के बजाय लाखों रूपये खर्च करके एक रेन शैल्टर बना दिया गया है। इस रेन शैल्टर में आजकल खानाबदोश लोगों ने डेरा जमा लिया है। जबकि लोग मंदिर के नीचे पेशाब कर रहे हैं। ऐसे में प्रशासन को मंदिर के सामने सडक की दूसरी ओर बनाए गए इस रेश शैल्टर में ही शौचालय बना देना चाहिए। जिससे मंदिर को नुक्सान न पहुंच सके। शौचालय न होने के कारण मुहल्ला वासियों को खुले में पेशाब कर रहे लोगों के कारण शर्मिंदगी का सामना करना पड रहा है। 14. सुकेती पुल से भगवाहन मुहल्ला को जाने वाली सडक की हालत कई सालों से खराब पडी है। हालांकि दो वर्ष पुर्व से इसे ठीक करने की मांग की जा रही है। लेकिन नगर परिषद के पास पैसा न होने का कारण बताकर लगातार दुर्घटनाओं को निमंत्रण दिया जा रहा है। 15. जौंचु नौण के साथ पडी खाली भूमि का उचित प्रयोग किया जाए। अपर भगवाहन 1. टारना माता मंदिर की ऐतिहासिक बडी पौडियों के उचित रखरखाव और मुरम्मत का प्रबंध किया जाए। 2. टारना मंदिर को जाने वाले रास्तों पर बिजली की उचित व्यवस्था की जाए। 3. आईपीएच की पाईप का पानी सीढियों पर आने से यह फिसलन भरी हो गई हैं। इन्हे ठीक करवाया जाए अन्यथा कोई बडा हादसा हो सकता है। 4. टारना का मेला फिर से शुरू किया जाए। 5. आईपीएच आफिस से कबीर मंदिर की ओर जाने वाली सडक पर बिजली की उचित व्यवस्था की जाए। 6. इस सडक को पक्का किया जाए। 7. माहुंनाग मंदिर के पास वाले नाले की चैनलाईजेशन की जाए। 8. मंदिर के पास की सडक और कामरेड तारा चंद हाल की ओर जाने वाली सडक की हालत ठीक की जाए। 9. नाले में मलबा फेंकना बंद करवाया जाए। 10. आईपीएच दफ्तर के पास वाले नाले की भी चैनलाईजेशन की जाए। 11. इस वार्ड का नाम थनेहडा या लोअर टारना रखा जाए क्योंकि भगवाहन मुहल्ले का बहुत छोटा हिस्सा इस वार्ड में पडता है जबकि ज्यादातर हिस्सा थनेहडे मुहल्ले या लोअर टारना का है। टारना मुहल्ला 1. लक्ष्मी नारायण मंदिर से टारना को जाने वाले बंद रास्ते को बहाल किया जाए। इसे बंद करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जाए। 2. टारना मंदिर के महत्व को समझते हुए इसे पर्यटन मानचित्र पर लाया जाए। 3. टारना पार्क का सौन्दर्यीकरण किया जाए। 4. टारना में खाली जमीन पर वृक्षारोपण किया जाए। 5. टारना की बावडी का उचित रखरखाव किया जाए। 6. माहुंनाग मंदिर की ओर जाने वाली सडक को रामनगर तक पक्का किया जाए। 7. टारना का मेला बहाल किया जाए। 8. टारना को सडक मार्ग से जाते हुए अंधेरा पडा रहता है। इस सडक पर लाइट की उचित व्यवस्था की जाए। 9. सन्यारढी कलौनी के लिए पक्की सडक बनाई जाए। 10. वार्ड में सफाई का उचित प्रबंध किया जाए। 11. वार्ड की गंदगी सकोढी खड्ड में जाने से रोकी जाए। रामनगर 1. विश्वकर्मा मंदिर के साथ स्थित बावडी का उचित रखरखाव किया जाए। 2. राष्ट्रीय धरोहर के रूप में पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित बरसेला समारक के महत्व को उजागर करने के लिए विशेष प्रयत्न किये जाएं। इस समारक तक पहुंचने का मार्ग प्रदर्शित करने के लिए कदम उठाए जाएं। 3. वार्ड में सभी धर्मों के लोगों के रहने के कारण यहां पर सर्वधर्म समभाव को बढाने के लिए एक केन्द्र विकसित किया जाए। 4. वार्ड में खिलाडियों की एक बडी संख्या रहती है ऐसे में स्पोर्टस गतिविधियों के लिए एक केन्द्र विकसित किया जाए। 5. वार्ड के सभी नालों का चैनेलाइजेशन किया जाए। 6. पशु उपनिदेशक कार्यालय के सामने नगर परिषद के बंद पडे शौचालय को बहाल किया जाए। 7. सभी प्राकृतिक जल स्त्रोतों का उचित प्रबंध किया जाए। 8. रामनगर मुहल्ला में करीब दो दर्जन लाईट प्वाईंट लगाए गए हैं। लेकिन इनमें से कोई भी लाईट प्वाईंट इन दिनों काम नहीं कर रहा है। मुहल्ले के सभी लाईट प्वाईंट को चालू किया जाए। 9. जगह-2 से टुट गई सडकों की मुरम्मत की जाए। 10. साफ सफाई का उचित प्रबंध किया जाए। पड्डल 1. राष्ट्रीय धरोहर के रूप में पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित पंकवक्तर महादेव मंदिर को धार्मिक पर्यटन की दृष्टी से उभारा जाए। मंदिर को जाने के रास्तों को निर्देशित करने वाले बोर्ड लगाए जाएं। 2. पंचवक्तर महादेव मंदिर के साथ बनी खानाबदोशों की बस्ती में रहने वाले लोगों को उचित भूमि मुहैया करवाकर इस स्थल का सौन्दर्यीकरण किया जाए। 3. राजा सिद्ध सेन द्वारा बनाए गए सिद्ध भद्रा, सिद्ध शंभू, सिद्ध जालपा, जगन्नाथ मंदिर, ज्वाला माता, रामचंद्र मंदिर, गुरूद्वारा गुरू गोविंद सिंह पड्डल जैसे धार्मिक स्थलों के महत्व को उभार कर धार्मिक पर्यटन परिक्रमा शुरू करके छोटी काशी का नाम सार्थक किया जाए। 4. जिमीखाना कल्ब की दीवारों में बंद कर दिये गए सिद्ध शंभू मंदिर के दर्शन श्रद्धालुओं के लिए 24 घंटे खोले जाएं। इन दिनों क्लब के दरवाजा बंद कर देने से सिर्फ दो घंटे ही दर्शन हो पाते हैं। 5. जिमीखाना कल्ब की गतिविधियों में आम लोगों को भी जोडा जाए। कल्ब की गतिविधियां सुचारू रूप से चलाई जाएं। यहां स्थित लान टेनिस कोर्ट को ठीक किया जाए और यहां पर प्रशिक्षण शुरू किया जाए। 6. पुलिस थाना की कार्यप्रणाली से अवगत करवाने और सामुदायिक योजना में स्थानीय लोगों को शामिल किया जाए। 7. वार्ड के प्राकृतिक जल स्त्रोतों का उचित रखरखाव किया जाए। 8. पड्डल मैदान को बचाने के लिए तत्काल प्रयास किये जाएं। मेलों या अन्य कार्यक्रमों के हर हाल यहां आयोजित होते रहने के कारण यह मैदान दिन प्रतिदिन अपना वैभव खो रहा है। ग्राउंड में खराब मिट्टी बिछाने से यहां घास से भरा मैदान का हिस्सा सिकुडता जा रहा है। मैदान का विशेष रखरखाव किया जाना चाहिए। इसके अलावा सरकार की ओर से खिलाडियों को प्रोत्साहित करने के लिए खेल का सामान और प्रशिक्षकों की तैनाती की जानी चाहिए। किसी भी खेल को खेलने की इच्छा रखने वाले खिलाडी को खेल का सारा सामान उपलब्ध किया जाना चाहिए। मैदान में शौचालय का निर्माण किया जाना चाहिए। जिससे खिलाडियों को सुविधा हो सके। पड्डल मैदान को ऐसे स्टेडियम के रूप में विकसित किया जाना चाहिए जहां पर सारी खेलें आयोजित की जा सकें। 9. यहां की आईटीआई में स्थानीय लोगों के लिए ऐसे प्रोग्राम शुरू किये जाएं जिसके तहत युवाओं को रोजगार कमाने का कोई हुनर सिखाया जाए। प्रशिक्षण के बाद उसे संस्थान की ओर से ही कार्य करने की जगह और टुल के लिए आर्थीक सहायता भी मुहैया करवाई जाए। 10. नये बस स्टैंड का कार्य जल्द पूरा किया जाए। बस स्टैंड से बाहर आने वाले रास्तों के पास लोगों को चलने के लिए जेबरा क्रासिंग बनाई जाए। 11. मोतीपूर जंगल में खाली पडी भूमि पर वृक्षारोपण किया जाए। 12. मंडी कालेज में अन्य विषयों सहित कानून की कक्षाएं शुरू की जाएं। 13. राम चंद्र मंदिर के महत्व को देखते हुए इसे धार्मिक पर्यटन से जोडा जाए। 14. गुरू गोविंद सिंह गुरूद्वारा और कोलसरा की चट्टान को छोटी काशी मंडी के धार्मिक पर्यटन से जोडा जाए। 15. आईटीआई कलौनी में बरसात के समय पानी रूकने की समस्या को दूर किया जाए। 16. भ्युली चौक पर वर्षा शालिका तथा शौचालय का निर्माण किया जाए। 17. सावली खड की बावडी का उचित रखरखाव किया जाए। 18. सावली खड के शमशान घाट का उचित रखरखाव किया जाए। इसके अलावा मंडी शहर पिछले दिनों गरीबों के आशियाने उखाडे जाने का मंजर देख चुका है। जिसमें गल्ती अगर निर्माण करने वालों की है तो प्रशासन भी उन्हे यह निर्माण होने से रोकने की अपनी जिम्मेवारी से बच नहीं सकता। ऐसे में अवैध निर्माण के बारे में पालिसी बनाई जाए। मंडी शहर के लिए बाईपास बनाया जाएं। मंडी शहर की स्ट्रीट लाईट कमेटी के गल्ती से करीब एक महीने तक काट दी गई थी। आगे से यह गल्ती रोकना सुनिश्चित किया जाए। शहर में बिछाई गई सीवरेज व्यवस्था का रखरखाव सुनिश्चित किया जाए। महामृत्युंजय अस्थाई बस स्टैंड को सेरी मंच पर वापिस लाया जाए। सब्जी विक्रेताओं के लिए और जगह सुनिश्चित करके शहर के फुटपाथों को बहाल किया जाए। गल्त तरीके से बनाए गए स्पीडब्रेकर हटाए जाएं। साफ सफाई का उचित प्रबंध किया जाए। नालियों की मुरम्मत की जाए। सडकों की हालत ठीक की जाए। मंडी शहर से तारों का जंजाल खत्म किया जाए। उपभोक्ताओं की सभी सेवाओं और वस्तुओं के मुल्य सुनिश्चित किये जाए और इन्हे पारदर्शी बनाए जाए। इंदिरा मार्केट में शौचालय की समस्या का स्थाई समाधान किया जाए। मार्केट का सौन्दर्यीकरण किया जाए। मार्केट की छत पर शौचालय के बंद पडे काम के निर्माण को हटाया जाए। पार्किंग का उचित प्रबंध किया जाए। अतः महोदय से प्रार्थना है कि शहरवासियों की इन समस्याओं के निराकरण के शीघ्र कदम उठाएं। जिससे शहरवासी राहत की सांस ले सकें। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी शहरी कमेटी, मंडी, हि.प्र.
Tuesday, 24 December 2013
अस्पताल और सर्जन को 5,00,000 रूपये हर्जाना अदा करने के आदेश
Sunday, 22 December 2013
हियुंआ रियां धारा ते लैणियां गवाहियां....
हियुंआ रियां धारा ते लैणियां गवाहियां,
हो कुने-2 खाधिरियां लोका री कमाइयां,
काम बी ता करदया रे हाड बी ता टुटी गए,
तुजो बी ता अन्न दाता खाणे री मनाहियां,
रोडुए हिसाब कितया च्वानिया रा ब्याज दितया
फेरी बी इन्हा साहां रीया कुडकियां आइयां,
हो छाही रे संदेसे दुधा री ता गल क्या,
फटीरे खंदोहलु हो लेहफा री ता गल क्या,
रूलदिया डुलदिया चुडदियां टापरियां,
उपराले जीणे री बेदखलियां आईयां,
खेतरा च खडा हुई के बझिया जे बोलदा,
मेरीया तो डोरिया ओ हल देखयां जोडदा,
नांगियां तलवारा लेइ कर फिरदा,
मुंडखर खेता बिच मुंडिया रूलाईयां,
कर्मा जो छाडी करी धर्मा जो छाडी करी,
इन्हा जालमाने लोका रियां कुडियां बिकाइयां,
हियुंआ रियां धारा ले लैणियां गवाहियां....
किसानों को ज़मीनों का हक दिलवाने के लिए हिमाचल प्रदेश में हुए मुजारा आंदोलन के दौरान कामरेड शमशेर के लिखे हुए इस गीत से क्रांतीकारी हमेशा प्रेरणा लेते रहे हैं...समीर कश्यप
चैक बाउंस के आरोपी को छ माह कारावास 80 हजार हर्जाने की सजा
निरंकारी मिशन ने आरोडा के निधन पर शोक व्यक्त किया
मंडी। संत निरंकारी मिशन की मंडी शाखा ने जगदीश लाल आरोडा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उनका विगत वीरवार को क्षेत्रीय अस्पताल में बीमारी के कारण देहांत हो गया है। वह 83 वर्ष के थे। जगदीश लाल आरोडा मिशन की मंडी शाखा के पहले प्रमुख थे और गुरू भक्त व कर्मठ सेवादार भगवत प्रेमी थे। स्थानीय प्रमुख डी पी पठानिया की मौजूदगी में मिशन की ओर से आयोजित शोकसभा में उनके परिजनों को शोक संदेश प्रेषित किया गया है। मिशन के एपीआरओ कुममी राम ने बताया कि हनुमान घाट में हुए अंतिम संस्कार में मिशन की ओर से उन्हे श्रधांजली अर्पित की गई।
Saturday, 21 December 2013
मंडी न्यायलय में मिडिएशन का जागरूकता शिविर आयोजित
Friday, 20 December 2013
दिव्या ने सीनीयर नेशनल में जीत से किया आगाज़
Thursday, 19 December 2013
कार विक्रेता को एक लाख रूपये हर्जाना अदा करने के आदेश
Tuesday, 17 December 2013
साक्ष्यों के अभाव में चरस तस्करी का आरोपी बरी
Monday, 16 December 2013
मिडिएशन का जागरूकता शिविर 21 दिसंबर को
Wednesday, 11 December 2013
बीमा कंपनी को 1,96,632 रूपये मुआवजा अदा करने के आदेश
Tuesday, 10 December 2013
लापरवाह चालक को तीन माह का कारावास
Monday, 9 December 2013
भाजपा मानवाधिकार प्रकोष्ठ की कार्यकारिणी घोषित
चरस तस्करी का आरोपी बरी
Saturday, 7 December 2013
बार एसोसिएशन ने लैक्चरार इलैवन को हराया
Friday, 6 December 2013
जेसीबी से महिला का मकान उखाडने का मामला दर्ज
मंडी। सुंदरनगर तहसील के भरडवाणु (कनैड) गांव में एक महिला का मकान तोडने का मामला प्रकाश में आया है। महिला की शिकायत पर पुलिस ने हालांकि मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। लेकिन पुलिस के अपराध के मुताबिक कार्यवाही न करने पर महिला ने जिला पुलिस अधीक्षक से जांच की गुहार लगाई है। जानकारी के अनुसार भरडवाणु गांव की महिला नागरू देवी पत्नी स्वारू राम ने अपनी नानी की जमीन पर करीब 6 महिने पहले टीन की छत वाला दो कमरों का मकान बनाया था। वह पिछले 5 महिनों से इस निर्माणाधीन मकान में रह रही थी। मकान के साथ ही महिला ने टीन का ही एक खोखानुमा स्टोर भी बनाया हुआ था। लेकिन चांगर का एक निवासी अपने साथ जेसीबी लेकर आया और महिला को कहने लगा कि यह जमीन उसकी है और ऐसा कहकर वह मकान को जेसीबी से गिराने लग गया। जब महिला ने विरोध किया तो उक्त व्यक्ति और उसके साथ डुगराईं गांव से आये एक अन्य व्यक्ति ने उससे डंडों से मारपीट करके उसे मकान में बंद करके बाहर से शटर लगा दिया। इसके बाद उक्त लोगों ने महिला के कमरे की एक दीवार और साथ लगते टीनपोश खोखानुमा स्टोर को जेसीबी से उखाड दिया। महिला के मकान के साथ लगते नारायण दास के टीनपोश खोखा को भी उक्त लोगों ने उखाड दिया। महिला के शोर मचाने पर करीब एक घंटा बाद स्थानिय निवासी रोशन लाल ने मकान का शटर खोलकर उसे बाह निकाला। महिला के शिकायत करने पर सुंदरनगर थाना पुलिस ने हालांकि भादंस की धारा 342,341,323,427 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। लेकिन महिला का कहना है कि पुलिस इस मामले में आरोपियों को बचा रही है। नागरू देवी के अनुसार पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ उसके मकान में अनाधिकृत प्रवेश करने का मामला दर्ज नहीं किया है। जिसके चलते उसने जिला पुलिस अधीक्षक को अर्जी देकर इस मामले की ठीक ढंग से जांच करने की गुहार लगाई है। इधर इस बारे में संपर्क करने पर सुंदरनगर थाना प्रभारी जगदीश चंद ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज करके तहकीकात शुरू कर दी है। उन्होने बताया कि तहकीकात में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर धाराएं जोडी जा सकती हैं। उन्होने बताया कि इस मामले में अन्वेषण का कार्य एएसआई उपनिरिक्षक प्रकाश चंद के जिममे सौंपा गया है।
Tuesday, 3 December 2013
अकादमी आफ मार्शल आर्टस ने ट्रैकिंग टुअर आयोजित किया
Monday, 2 December 2013
पॉली हाउस न लगाने पर अग्रिम राशि ब्याज सहित लौटाने के आदेश
Saturday, 30 November 2013
बीएसएनएल को हर्जाना अदा करने के आदेश
Friday, 29 November 2013
मंडी संसदीय युकां ने की जोगिन्द्रनगर में बैठक
मंडी। प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र की युवा कांग्रेस की बैठक जोगिन्द्रनगर की ढेलू पंचायत में आयोजित हुई। जिसकी अध्यक्षता मंडी संसदीय क्षेत्र के नवनिर्वाचित अध्यक्ष आदित्य विक्रमादित्य सिंह ने की। उन्होने बताया कि बैठक का उदेश्य मनरेगा के क्रियान्वयन और समस्याओं पर विचार विमर्श करना था। युकां इन समस्याओं को प्रदेश सरकार के समक्ष रख कर इनका निदान करवाएगी। उन्होने बताया कि इस समय हर माह 14 दिनों के लिए दो मस्ट्रोल दिये जाते हैं जबकि लोगों का मानना है कि 14 में से 3-4 दिन इसको सुचारू करने की प्रक्रिया और वेतन के भुगतान में ही लग जाते हैं। उन्होने कहा कि काम के दिन 100 से बढा कर 150 करने के लिए युकां प्रयास करेगी। इस अवसर पर मंडी संसदीय क्षेत्र के उपाध्यक्ष अनिल शर्मा, महासचिव प्रवीण ठाकुर, करूण वैराग, वीर सिंह ठाकुर, विभिन्न खंडों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव व अन्य पदाधिकारी, स्थानीय पंचायत के प्रधान, एडवोकेट भीम सिंह तथा युकां कार्यकर्ता मौजूद थे।
उदघोषित अपराधी को एक साल की सजा
प्रतिभा सिंह के मंडी दौरे पर बधाई दी
मंडी। सदर कांग्रेस कमेटी के महासचिव व नगर परिषद के मनोनीत पार्षद आकाश शर्मा ने मंडी संसदीय क्षेत्र की सांसद प्रतिभा सिंह द्वारा संसदीय क्षेत्र का विस्तृत दौरा करने पर उन्हे बधाई दी है। उन्होने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान करोडों रूपये विकास कार्यों पर खर्च हो रहे हैं। मंडी शहर में 24 घंटे पानी के लिए 83 करोड की परियोजना पेयजल आपूर्ति के लिए बनाई जा रही है। इसके अलावा अन्य विकासोन्मुखी कार्यों के लिए 27 करोड की योजना दिलाने के लिए पंचायती राज मंत्री अनिल शर्मा और सांसद प्रतिभा सिंह के सफल प्रयास हैं। इसके अलावा रेडक्रास के माध्यम से आपरेशन थियेटर में आधुनिक आपरेशन टेबल, करसोग के लिए एंबुलैंस व अन्य वितिय सहायता लाभार्थी लोगों को दी जा रही है। जिसके बेहतरीन उदाहरण द्रंग, चच्योट व सुंदरनगर क्षेत्र हैं।
Thursday, 28 November 2013
लिखता हुं कि वाकयाते हाल लिख सकुं
लिखता हुं कि वाकयाते हाल लिख सकुं,
बेचैन जिंदगियों के सवाल लिख सकुं,
मेहनत की लूट का है दौर मेरे भाई,
दलाली की मुट्ठी की पडताल लिख सकुं,
काबिज है ठंडे गुंडों की तादात हर तरफ,
पीछे छुटती सच्चाई की बात लिख सकुं,
खतरनाक है मुर्दा सी चुप्पी भरी यहां,
मरते सपनों को सिलसिलेबार लिख सकुं,
समीर कश्यप
Sameermandi@gmail.com
28-11-2013
Tuesday, 26 November 2013
बीमा कंपनी को एक लाख रूपये मुआवजा अदा करने के आदेश
Monday, 25 November 2013
फोरेंसिक साईंस पर वकीलों की कार्यशाला आयोजित
Sunday, 24 November 2013
पाड्डल महल्ले री सैर
पाड्डल महल्ले री सैर (मंडयाली लेख-12)
आपणे शैहरा जो नजदीका ले देखणे रे मकसदा ले शुरू हुईरी मेरी सांझकणी सैर आज आपणे आखरी पडावा तका पुजी गईरी। इन्हा सैरा ले क्या कुछ निकली पाया ये तो विश्लेषण करूआं हे पता लगणा। पर फिलहाल इतना जरूर हा भई मुंजो मंडयाली बिच आपणी कलम चलाणे रा थोडा बौहत भ्यास पई हे गया। ऐता के ऐहडा बी लगया करहां भई आसौ जेबे बी मौका मिलो गल्ला रा मतलब मंडयाली बिच बी ऐकी बारी सोचणे री कोशीश करनी चहिए होर यों चीजा मंडयाली बिच बोलणे होर लिखणे री बी कोशीश करनी चहिए। फिलहाल हाउं तुसा जो आपणी एस पैहले दौरा री आखिरी सैरा कठे पाडल महल्ले जो लेई चलहां। पाडला री सैर हाउं ब्यास दरयावा होर सुकेती खाडा रे संगमा पर बणीरे पंचवक्तर महादेवा रे प्राचीन मंदरा ले शुरू करहां। पंचवक्तर महादेवा रा ये मंदर पुरातत्व विभागा रे संरक्षणा बिच हा। आईसीएस मनमोहन होरी री कताब हिस्ट्री आफ मंडी स्टेटा बिच उल्लेख आवहां भई एस मंदरा समेत मंडी रे 14 मंदरा रा निर्माण मंडी रियासता रे राजा सिद्ध सेन (1684-1727) होरिये करवाईरा। पंचवक्तरा रे अलावा तिन्हे बटक भैरव, सिद्ध भद्रा, सिद्ध जालपा, सिध शंभू महादेव, सेरी टैंक, सिध काली, सिध गणपती और त्रिलोकीनाथ मंदर भी बनाइरे। पंतवक्तरा रा मंदर शिखर शैली बिच बणीरा। मंदर बिच पंजमुखी शिवजी भगवाना री मुर्ति स्थापित ही। मंदरा री पश्चिमा बखा बटक भैरवा रा मंदर हा। हालांकि ये बडी खूबसूरत जगह ही पर ऐसा जगहा री सुंदरता पर मंदरा रे उतर दिशा बखौ बसीरी खानाबदोशा री बस्ती बडा बदनुमा जेह नजारा देहाईं। मंदरा रे सौगी वाली एसा जगहा पर करीब 50 परिवारा री बस्ती ही जिथी यों झोंपडियां बनाई के कई साला ले रैहाएं। इहां बी दरयावा रे कंढे रैहणे वाले इन्हा लोका जो बरसाती बिच पाणी आउणे करूंआ इथी ले हटणा पौहां। इन्हा लोका जो प्रशासना जो इथी ले हटाई के सम्माना सौगी होरी जगह लेई जाई के बसाणा चहिए। होर एस जगहा जो मंदरा के जोडी के सुंदर कितेया जाणा चहिए। इतने महत्व रा स्थल हुणे रे बावजूद इथी तका पहुंचाणे कठे कोई बोर्ड नी लगीरे जेता के कई लोका जो एस स्थल तका पौहचणे री कोई जानकारी नीं ही। ये स्थल धार्मिक पर्यटना रे रूपा बिच विकसित करने कठे बौहत माफिक है। पंचवक्तर महादेवा रे मंदरा कठे बंगले महल्ले री शिवा बावडी बाले ले एक छोटा पुल बणीरा। सुकेती खाड्ड इथी ब्यास दरयावा के मिलहाईं। पुल पार करदे हे सिधु राम बुक सैलर होरी रे प्रयास के पीपला रे टैले बाले हनुमान रा मंदरा बणीरा। एते थोडा उपरा बखौ सिध भद्रा माता रा मंदर हा। सिध भद्रा मंदरा रे पुजारी मेरे न्याहली हे। सौगी हे बजीरा होरी रे घरा साईं बाबा होरी रा मंदर हा। पंचवक्तरा ले पाडला जो जाणी वाली सडका सौगी हे प्रोफेसर ओ सी मल्होत्रा होरी रा घर हा। तिन्हा रे घरा अगे म्युजिका रे लैक्चरार लगीरे हेमराजा होरी रा घर हा। हेमराज मेरे दोस्त सिंगर जे पी होरी रे शागिर्द हे। जे पी, कपिल, गुलाबा भाई, सतीश भाई, मधुकर भाई आसारी खास दोस्ती थी होर आसे कालेज टाइमा बिच गजला होर क्लासिकला रा बडा मजा लैहाएं थे। सुमन भाई बी आसा बिच बडे क्रियेटिव थे। नाटक, साहित्य होर पेटिंग तिन्हा री सभी विधा बिच बडी गहरी रूची थी। सुमन भाई री याद इधी कठे आई क्योंकि इन्हारा क्वाटर बी बौहती वकता तक इथी हे रैहा। इथी हे मेरे क्लासफेलो निजू भाई होरी रा घर हा। इन्हा रे घरा अगे व्यास गैस्ट हाउस हा। व्यास गैस्ट हाउसा रे हेठा बखौ पुराणे जमाने री बौवडी ही। नीजू होरी रे घरा ले पुराणा रस्ता गोपाली मास्टरा होरी रे घरा बखौ जाहां। गोपाली गुरू जी रा परिवार जगन्नाथ मंदरा रे पुजारी हे। पाडला रा जगन्नाथ मंदर बी बडा ऐतिहासिक होर प्राचीन हा। गोपाली गुरू जी रे छोटे मठे वेदू भाई जी के मेरी फुटबाल प्लेयर हुणे करूआं बडी अच्छी अंडरस्टैडिंग ही। पाडला री सैर लिखणे रे दौरान हे वेदू भाई मुंजो एक दिन कोर्टा टखरी गए ता तेबे तिन्हे मंदरा रे इतिहासा रे बारे बिच मुंजो दसया भई ये मंदर राजा गूर सेन होरिये सन 1679 बिच बनाया था। मंदरा कठे राजा गुर सेन होरिये उडिसा रे जगन्नाथ मंदरा ले संगमरमरा रे सिंघासना परा बठयाली कने काष्ठ विग्रह री मुर्तियां लयांदीरी। मंदरा बिच भगवान कृष्ण, सुभद्रा होर बलरामा री मुर्तियां ही। कुछ साल पैहले उडीसा री तर्जा पराले मंडी बी जगन्नाथ री यात्रा निकलाईं थी। पर ऐभे कुछ साल ले बंद हुई गईरी। जगन्नाथा रे मंदरा पीछे बखौ एडवोकेट सतीश शर्मा होरी रा घर हा। मंदर बाले रे मैदाना सौगी हे अनु भाई होर तरूण भाई होरी रा घर हा। इन्हारे घरा पीछे बखौ एडवोकेट चमन लाल शर्मा होरी रा घर हा। बाईं बखौ जाणे वाली सडका बिच ड्राईंग गुरू जी होरी रा होर एंटी भाई, अन्ने भाई होरी रा घर हा। पाडला रा छुहडु होर बाईं रा पाणी बडा स्वाद हा। पर सवाल ये पैदा हुआं भई इन्हा स्त्रोता रा इतना भारी पीणे लैक पाणी आसे टैप नी करी पांदे होर ये बेकार खाडा बिच चली जाहां। जबकि शैहरा जो 24 घंटे पाणी देणे कठे कई किलोमीटर दूर कमांदा उहला रा पाणी ल्याउणे कठे करीब 80 करोडा री स्कीमा पर काम चली पौहां। बाईं पौहचीं के छोटे टिल्ले होर बडे टिल्ले री याद नी आओ ता ऐहडा नी हुई सकदा। क्योंकि बाईं पौहचुआं ता ऐहडा लगहां भई एक बारी छोटे टिल्ले जो जाई हे आवाहें होर तिन्हा चट्टाना जो एक बारी भी देखी लैइयें जिन्हा पर खाडा नहाउंदे वकता आसे भर तौंदिया सुतीरे हुआएं थे होर आसारी मम्मियां कुगस लेई के आवाहीं थी होर आसारे कपडे लेई जाहीं थी। खैर स्यों गला ता ऐभे नीं रैही शायद। बाईं उपरा बखौ संडे मिसतरी होरी रा घर हा। पाडला री लगभग सारी जमीना पर ऐभे घर हे घर सुझाहें। बाईं ले एक रस्ता सदर थाणे बखौ निकलहां। एस रस्ते ले हे मेरी माया बुआ जी रे मठे पाल भाई होरी होर अजय कात्यायना होरी रा घर हा। इन्हुए पुराणे घरा जो बी रस्ता हा जिथी हंसू भाई होर कमलू भाई होरी रैहाएं। पाडला रे अजू भाई, डोला भाई, गोल्डी भाई, सीरिया, सनू मियां होरी रे घरा के आसारे परिवारा रे पुराणे संबंध हे। अजू भाई होरी राजेयां रे परिवारा ले संबंध रखाहें। इन्हारे घरा बाले आजकाले मार्केट बणी गईरी। इथी आसारे महेश शर्मा मेछी भाई होर पुराणी मंडी रे मास्टर भाई होरीए दुकाना खोलीरी। सौगी वाली बिल्डिंगा बिच टारना वाले बिट्टु भाई रा जिम हा। एसा हे बिल्डिंगा बिच डा. चंद्रशेखर भाई री अकाडमी बी ही। पाडला रा गीता भवना साहित्य चुडामणी पं. भवानी दत शास्त्री होरी रे वकता बिच कई गतिविधियां रा केन्द्र हुआं था। गीता भवना रे मोडा पर पीपला रा टैयला हा। इथी री सडक कई वक्ता ले खराब ही पता नी ये की नी ठीक हुई पांदी। इथी मंडी कालेजा रे प्रोफेसर होर प्रिसींपला रे क्वाटर हे। आजकाले मंडी कालेजा रे प्रिसींपल जमवाल सर हे। पीपला सौगी हे एक रस्ता शिव शंभू मंदरा बखौ जाहां था। आजकाले एस रस्ते पराले जिमीखाना क्लबा वालेयां दीवार लगाई दितीरी। होर एक दरवाजा लगाई के इथी ताला लगाई दितीरा। दीवारा पर एक बोर्ड हा लटकी रा भई शिव शंभू मंदरा जो एभे आसे भ्यागा 6 ले 9 बजे तका हे जाई सकाहें बाकि वक्त ये दरवाजा बंद रैहां। शिव शंभू मंदर राजा सिध सेन होरीए ब्यास दरयावा रे कंढे स्थापित कीतीरे। इथी एक विशाल शिवलिंग स्थापित हा। कालेजा री आसारी पढाई रे सौगी-2 आसारी एक क्लास शिव शंभू बी लगहाईं थी। शिवशंभू तैराकी करने वाले जो तैराक मनया जाहां था। कालेजा ले जेबे बी बंक लगहां था ता सभी थे नजदीक पर्यटन स्थल शिवशंभू हे हुआं था। पर ऐहडा सुणी के एभे बडा बुरा लगहां भई शिव शंभू रे दर्शन आसे भ्यागा सिर्फ दो घंटे तका हे करी सकाहें। हालांकि महल्ले वालेयां एस बारे बिच प्रयास बी किते थे पर अझी तका शिव शंभू रे मंदरा रे दर्शन 24 घंटे कराणे री लडाई पूरी नी हुई पाईरी। एस स्थला जो दर्शाणे कठे कोई बोर्ड या जानकारी किथी बी नी लगीरी। जेता के ये ऐतिहासिक मंदर आज भी उपेक्षित रैही गईरा। शिव शंभू जो जाणे कठे एक रस्ता साईंस ब्लाका ले जालपा माता जो जाणे वाली सडका बटिहें बी था। पर एस रस्ते परा बी ऐभे दीवार लगी गईरी। जालपा माता रा मंदर बी बडा पुराणा हा होर ये मंदर बी राजा सिध सेन होरिये बनाइरा। पप्पू भाई, नवीन भादर भाई होरी रा घर मंदरा सौगी हे हा। जिमीखाना क्लब मंडी रा बडा पुराणा क्लब हा। पर एस क्लबा रे सदस्य मंडी रे सारे अमीर लोक हे। क्लबा के मंडी रे आम लोका जो कोई लैणा देणा नीं हा। क्योंकि एता रा प्रयोग आम लोका कठे नीं हुंदा होर मेंबर हे इथी आई सकहाएं। हालांकि क्लब एक लान टेनिस ग्राउंड था। पर बाझी रखरखावा के ये बी बर्बाद हुई गईरा। सरकारा जो क्लबा री इतनी बेशकीमती जमीना रा जनता कठे सदुपयोग करने री कोई योजना सोचणी चहिए। पुलिसा रे एएसपी होर डीएसपी रे क्वाटर बी पाडला हे। इन्हा क्वाटरा ले अगे सदर थाणा हा। इहां ता थाणे रे नावां ले हे डर लगी जाहां पर थोडा वक्त पैहले मुंजो ठाणे बिच पैरा लीगल वालंटियरा रे तौरा पर काम करने रा मौका मिलया तो पुलिस महकमे जो थोडा नजदीका ले देखी सकया। पुलिसा जो तनखाह जनता रे पैसे ले मिलहाईं। इधी कठे पुलिस जनता कठे बणीरी होर जनता जो पुलसा ले डरना नीं चहिए बल्कि तिन्हा जो सहयोग देणा चहिए। ठाणे अग्गे बखौ मिल्ट्री वालेयां रा बनाईरा ज्वाला माता मंदर हा। पाडला रा मैदान जेहडा आजकाले पाधरा हा तेडा पैहले ले हे नी था बल्कि बोलहाएं भई पैहले इथी दलदल हुआईं थी। होर बादा बिच मिल्ट्री वालेयां ये मैदान बनाया था। मिल्ट्री पैहले पाडला हे हुआईं थी। जिथी आजकाले आईआईटी मंडी री बिल्डिंग बणीरी इथी पैहले बैरका होर अस्तंबल हुआएं थे।
इतिहास ता वक्ता सौगी-2 बदलदा रैहां। जेबे हाउं पांज साला रा था ता घंटेघर नर्सरी स्कूला रा मेरा फोटो हा एक जेता बिच हाउं पहाडी बणीरा होर लीला आंटी री बेटी मधु पहाडन बणीरी। ये फोटो तेस वकता रा हा जेबे शिवरात्री पाडला री चानणी सामहणे हुआईं थी। पाडल मैदान अझे तका कंपलीट स्टेडियम नी बणी पाईरा। हालांकि इथी क्रिकेटा री दलीप ट्राफी होर रणजी रे मैच सभी थे पैहले हुईरे। होर मंडी रे मैदाना री तुलना कई क्रिकेटरे लार्डसा रे मैदान के कितीरी। चलो ये अच्छा बी रैहा भई इथी स्टेडियम नी बणेया। नी ता इथी एक हे गेम हुणी थी होर बाकी गेमा कठे अलग मैदान तोपणा पौणा था। स्टेडियम ता बणी नी पाईरा पर एक पेवेलियन होर आधा ग्राउंड कवर करने वाली पैडियां जरूर बणी गईरी। एभे टैनिस हाला बिच सरकारी जिम बणी गईरा। बैडमिंटन हाल बी खिलाडियां कठे अच्छी सुविधा हुई गईरा। पर पाडला रे मैदाना री हालत बडी खस्ता ही। जेबे बी कोई बडा आयोजन हुणा हो ता पाडला री ऐसी तैसी फिरी जाहीं। साल भर चाहे अंतराष्ट्रीय शिवरात्री हो या फेरी केसी नेते या बाबे रा प्रवचन। हर बारी घायल हुणे री बारी पाडला रे मैदाना री हे हुआईं। इन्हा आयोजना के एस शानदार ग्राउंडा रा सत्यानाश हुई गईरा। कधी हरभरा रैहणे वाला ये ग्राउंड इन्हा आयोजना बाद गढढेयां जो भरने कठे प्रयोग हुणे वाले गंदी माटी बिछाई के खराब हुई गईरा। मैं जेबे 8 साला रा था तधी ले भूषण होर पीनू रे सौगी-2 पाडला फुटबाल खेलणा शुरू करी दितेया था। आज भी हाउं भ्यागा पाडला फुटबाल खेलुआं आईरा। फुटबाल खेलणे होर देखणे ले ज्यादा रोमांचक मुंजो होर कोई काम नीं लगदा। एहडा लगहां भई गेमा बाद आसे भगवाना रे बडे नजदीक पौहंची जाहें। विवेकानंदा रा ये विचार मुंजो बडा प्रेरणादायी लगहां भई पूजा पाखंडा ले बढिया हा एक घंटे तका फुटबाल खेलणा। पाडला रे ग्राउंडा बाहर पार्किंग बणने ले गडियां खडी करने री आसानी हुई गईरी। मंडी री आईटीआई प्रदेशा री सभी थे पुराणी आईटीआईया मंझा ले एक ही। नौवां सुकेती पुलह बणने ले आसे पासे रे इलाके बिच बी बदलाव आई गईरे। फुटपाथा री दुकाना हटणे ले ये जगहा खुली-2 लगाहीं ऐभे। पुलिस लाईना बाहर कमलू भाई होर अशोके री दुकान ही। इथी ले उपरा बखौ पुष्पराज प्रधाना होरी रे घरा जो सडक जाहीं। पुष्पराज प्रधाना होरी रे घरा उपरा बखौ रेस्ट हाउस हा। टुरिज्मा वालेयां रे टुरिस्ट लॉजा री बिलडिंग आजकाले आईआईटी वालेयां बाले ही। नौवां बस स्टैंड आधा अधूरा हे शुरू हुई गईरा। हालांकि बस स्टैंडा रे बारे बिच ऐहडी शिकायत सामणे आईरी भई ऐता बिच वोल्वो बस जाई हे नी सकदी। कई वक्ता ले बस स्टैंडा रा बंद काम ऐभे भी शुरू हुई गईरा। जेता के बची रे कामा री जल्दी पूरे हुणे री उम्मीद बधी गईरी। सन 1985 ले 1995 तका रा मेरा वकत पाडला हे गुजरीरा क्योंकि मेरा इतना लंबा पढाई रा वकत रैहीरा। इधी कठे पाडला के मेरी अनगिनत यादा जुडीरी जिन्हा जो मैं इथी नी लिखी सकदा। पर इतना जरूर बोलणा चाहां भई मंडी कालेजा मुंजो ज्ञान री रोशनी मिलही जेता रे परयासे बिच हाउं आज कुछ लिखणे पढने होर समझणे रे काबिल हुईरा। मेरे कालेजा जो मेरा सलाम। कालेजा बाहर पंचायत भवन हा। कालेजा पीछे ले एक गली रामचंद्र मंदरा जो जाहीं। रामचंद्र मंदर बी बडा ऐतिहासिक हा। इथी तिरूपती रे मंदरा साहीं रामचंद्र भगवाना री चतुर्भुजा वाली मुर्ति ही। मंदरा रे सौगी व्यास देव गुरू जी होर मंदरा रे पुजारियां रे घर हे। मंदरा हेठा बखौ दरयावा रे कंढे एक पुराणी बायं ही। बस स्टैंडा ले भ्यूली जो जाणे वाली सड़का ले एक सडक मोतीपूरा रे जंगला बखौ जाहीं जे अगे जाई के दुदर हुंदे हुए कीपडा तक जाहीं।
थोडी दूर चलणे पर गुरू गोविंद सिंह गुरूद्वारा आवंहां। गुरू गोविंद सिंह राजा सिध सेना होरी रे कार्यकाला बिच मंडी आए थे। होर जिथी गुरूद्वारा बणीरा इथी ठैहरे थे। गुरू गोविंद सिंह होरीये गुरूद्वारे हेठ कोलसरा री जानी पर तपस्या कीती थी। गुरूद्वारे बिच अझी बी गुरू गोविंद सिंह रा सामान रखोहीरा। गुरूद्वारे पीछे आईटीआई होस्टला बखौ ऐभे एक बडी कलौनी बसी गईरी। एडवोकेट नागेश्वर शर्मा, कर्नल होरी, लखनपाल भाई होर सुक्खा भाई होरी रे घर इथी हे। भ्युली चौका पर सिलैंडरी उस्तादा होरी रा घर हा। उस्ताद होरी आजकाले महामृत्युंजय रे पुजारी बणी गईरे होर ज्यादा वकत मंदर हे गुजाराहें। सौली खाडा आजकाले कई होटल होर रेस्टोरेंट बणी गईरे। जिन्हा बिच शिकारा, मंजुल, सिंगार, रिवर बैंक, ब्लैक पिपर बगैरा रे नावं लेई सकहाएं। पाडला मोतीपूरा जो मुडने वाले सडका सौगी शशी रा पेट्रोल पंप हा। जबकि एन एच 21 परा सौली खाडा मितला होरी रा पेट्रोल पंप हा। सौली खाडा विनोद भाई, हकलू भाई होर मधु भाई री दुकाना ही। पाडला रे पार्षद एस बारी यंग दीपक भाई बणीरे। इन्हा ले भविष्य री राजनीती जो बडी उम्मीद ही। इन्हा रा घर बी सौली खाडा हे हा। इहां ता मेरे रवि मामा होर यती मामा होरी रा घर बी सौली खाडा हा पर तिन्हा रे घर पंचायता बिच पई जाहें। गुडु मामे रा घर, राजू चटर्जी रा घर होर दिनेश शर्मा कुकु भाई ठेकेदारा होरी रा घर बी सौली खाडा हे हा। मेरे क्लासफेलो गोपू री बिल्डिंग कुछ वकत पैहले अचानक ढली गई थी। जेता के प्रोफेसर वीरी सिंह चौहान होरी रे घरा जो भी नुकसान पौहंचेया था। सौली खाडा एन एच -21 रे हेठली बखा रे घर पाडला बिच पौहाएं जबकि उपरा बखा रे घर नेला पंचायता बिच आवाहें। महल्ले रे आखरी कुणे तक जाणे बाद हाउं आपणी वापसी री सैर शुरू करहां। महल्ला इतना लंबा-चौडा हा भई सैर पूरी करने बिच मुंजो करीब दो घंटे रा वकत लगया। खैर, मेरी सांझकणी सैरा बिच ये मेरी आखरी सैर थी। एसा सैरा के मैं आपणी मंडी शहरा री एक परिक्रमा पूरी करी लीती। ऐता के सौगे हे मंडी रे बारे बिच मंडयाली लेखा री ये पहली कडी बी पूरी हुई गई। इन्हा लेखा रे प्रति पढने वालेयां रे सकारात्मक रूझाना के मुंजो इन्हा जो लिखणे री प्रेरणा मिलदी रैही। मेरी मंडयाली री ऐसा लेखमाला जो लिखवाणे कठे तुसा सभी रा बौहत-2 धन्यावाद। फेरी मिलघे भी कधकी, केसकी होरी मौके परा, तेबे तका तुसारा भी के धन्यावाद।
इतिहास ता वक्ता सौगी-2 बदलदा रैहां। जेबे हाउं पांज साला रा था ता घंटेघर नर्सरी स्कूला रा मेरा फोटो हा एक जेता बिच हाउं पहाडी बणीरा होर लीला आंटी री बेटी मधु पहाडन बणीरी। ये फोटो तेस वकता रा हा जेबे शिवरात्री पाडला री चानणी सामहणे हुआईं थी। पाडल मैदान अझे तका कंपलीट स्टेडियम नी बणी पाईरा। हालांकि इथी क्रिकेटा री दलीप ट्राफी होर रणजी रे मैच सभी थे पैहले हुईरे। होर मंडी रे मैदाना री तुलना कई क्रिकेटरे लार्डसा रे मैदान के कितीरी। चलो ये अच्छा बी रैहा भई इथी स्टेडियम नी बणेया। नी ता इथी एक हे गेम हुणी थी होर बाकी गेमा कठे अलग मैदान तोपणा पौणा था। स्टेडियम ता बणी नी पाईरा पर एक पेवेलियन होर आधा ग्राउंड कवर करने वाली पैडियां जरूर बणी गईरी। एभे टैनिस हाला बिच सरकारी जिम बणी गईरा। बैडमिंटन हाल बी खिलाडियां कठे अच्छी सुविधा हुई गईरा। पर पाडला रे मैदाना री हालत बडी खस्ता ही। जेबे बी कोई बडा आयोजन हुणा हो ता पाडला री ऐसी तैसी फिरी जाहीं। साल भर चाहे अंतराष्ट्रीय शिवरात्री हो या फेरी केसी नेते या बाबे रा प्रवचन। हर बारी घायल हुणे री बारी पाडला रे मैदाना री हे हुआईं। इन्हा आयोजना के एस शानदार ग्राउंडा रा सत्यानाश हुई गईरा। कधी हरभरा रैहणे वाला ये ग्राउंड इन्हा आयोजना बाद गढढेयां जो भरने कठे प्रयोग हुणे वाले गंदी माटी बिछाई के खराब हुई गईरा। मैं जेबे 8 साला रा था तधी ले भूषण होर पीनू रे सौगी-2 पाडला फुटबाल खेलणा शुरू करी दितेया था। आज भी हाउं भ्यागा पाडला फुटबाल खेलुआं आईरा। फुटबाल खेलणे होर देखणे ले ज्यादा रोमांचक मुंजो होर कोई काम नीं लगदा। एहडा लगहां भई गेमा बाद आसे भगवाना रे बडे नजदीक पौहंची जाहें। विवेकानंदा रा ये विचार मुंजो बडा प्रेरणादायी लगहां भई पूजा पाखंडा ले बढिया हा एक घंटे तका फुटबाल खेलणा। पाडला रे ग्राउंडा बाहर पार्किंग बणने ले गडियां खडी करने री आसानी हुई गईरी। मंडी री आईटीआई प्रदेशा री सभी थे पुराणी आईटीआईया मंझा ले एक ही। नौवां सुकेती पुलह बणने ले आसे पासे रे इलाके बिच बी बदलाव आई गईरे। फुटपाथा री दुकाना हटणे ले ये जगहा खुली-2 लगाहीं ऐभे। पुलिस लाईना बाहर कमलू भाई होर अशोके री दुकान ही। इथी ले उपरा बखौ पुष्पराज प्रधाना होरी रे घरा जो सडक जाहीं। पुष्पराज प्रधाना होरी रे घरा उपरा बखौ रेस्ट हाउस हा। टुरिज्मा वालेयां रे टुरिस्ट लॉजा री बिलडिंग आजकाले आईआईटी वालेयां बाले ही। नौवां बस स्टैंड आधा अधूरा हे शुरू हुई गईरा। हालांकि बस स्टैंडा रे बारे बिच ऐहडी शिकायत सामणे आईरी भई ऐता बिच वोल्वो बस जाई हे नी सकदी। कई वक्ता ले बस स्टैंडा रा बंद काम ऐभे भी शुरू हुई गईरा। जेता के बची रे कामा री जल्दी पूरे हुणे री उम्मीद बधी गईरी। सन 1985 ले 1995 तका रा मेरा वकत पाडला हे गुजरीरा क्योंकि मेरा इतना लंबा पढाई रा वकत रैहीरा। इधी कठे पाडला के मेरी अनगिनत यादा जुडीरी जिन्हा जो मैं इथी नी लिखी सकदा। पर इतना जरूर बोलणा चाहां भई मंडी कालेजा मुंजो ज्ञान री रोशनी मिलही जेता रे परयासे बिच हाउं आज कुछ लिखणे पढने होर समझणे रे काबिल हुईरा। मेरे कालेजा जो मेरा सलाम। कालेजा बाहर पंचायत भवन हा। कालेजा पीछे ले एक गली रामचंद्र मंदरा जो जाहीं। रामचंद्र मंदर बी बडा ऐतिहासिक हा। इथी तिरूपती रे मंदरा साहीं रामचंद्र भगवाना री चतुर्भुजा वाली मुर्ति ही। मंदरा रे सौगी व्यास देव गुरू जी होर मंदरा रे पुजारियां रे घर हे। मंदरा हेठा बखौ दरयावा रे कंढे एक पुराणी बायं ही। बस स्टैंडा ले भ्यूली जो जाणे वाली सड़का ले एक सडक मोतीपूरा रे जंगला बखौ जाहीं जे अगे जाई के दुदर हुंदे हुए कीपडा तक जाहीं।
थोडी दूर चलणे पर गुरू गोविंद सिंह गुरूद्वारा आवंहां। गुरू गोविंद सिंह राजा सिध सेना होरी रे कार्यकाला बिच मंडी आए थे। होर जिथी गुरूद्वारा बणीरा इथी ठैहरे थे। गुरू गोविंद सिंह होरीये गुरूद्वारे हेठ कोलसरा री जानी पर तपस्या कीती थी। गुरूद्वारे बिच अझी बी गुरू गोविंद सिंह रा सामान रखोहीरा। गुरूद्वारे पीछे आईटीआई होस्टला बखौ ऐभे एक बडी कलौनी बसी गईरी। एडवोकेट नागेश्वर शर्मा, कर्नल होरी, लखनपाल भाई होर सुक्खा भाई होरी रे घर इथी हे। भ्युली चौका पर सिलैंडरी उस्तादा होरी रा घर हा। उस्ताद होरी आजकाले महामृत्युंजय रे पुजारी बणी गईरे होर ज्यादा वकत मंदर हे गुजाराहें। सौली खाडा आजकाले कई होटल होर रेस्टोरेंट बणी गईरे। जिन्हा बिच शिकारा, मंजुल, सिंगार, रिवर बैंक, ब्लैक पिपर बगैरा रे नावं लेई सकहाएं। पाडला मोतीपूरा जो मुडने वाले सडका सौगी शशी रा पेट्रोल पंप हा। जबकि एन एच 21 परा सौली खाडा मितला होरी रा पेट्रोल पंप हा। सौली खाडा विनोद भाई, हकलू भाई होर मधु भाई री दुकाना ही। पाडला रे पार्षद एस बारी यंग दीपक भाई बणीरे। इन्हा ले भविष्य री राजनीती जो बडी उम्मीद ही। इन्हा रा घर बी सौली खाडा हे हा। इहां ता मेरे रवि मामा होर यती मामा होरी रा घर बी सौली खाडा हा पर तिन्हा रे घर पंचायता बिच पई जाहें। गुडु मामे रा घर, राजू चटर्जी रा घर होर दिनेश शर्मा कुकु भाई ठेकेदारा होरी रा घर बी सौली खाडा हे हा। मेरे क्लासफेलो गोपू री बिल्डिंग कुछ वकत पैहले अचानक ढली गई थी। जेता के प्रोफेसर वीरी सिंह चौहान होरी रे घरा जो भी नुकसान पौहंचेया था। सौली खाडा एन एच -21 रे हेठली बखा रे घर पाडला बिच पौहाएं जबकि उपरा बखा रे घर नेला पंचायता बिच आवाहें। महल्ले रे आखरी कुणे तक जाणे बाद हाउं आपणी वापसी री सैर शुरू करहां। महल्ला इतना लंबा-चौडा हा भई सैर पूरी करने बिच मुंजो करीब दो घंटे रा वकत लगया। खैर, मेरी सांझकणी सैरा बिच ये मेरी आखरी सैर थी। एसा सैरा के मैं आपणी मंडी शहरा री एक परिक्रमा पूरी करी लीती। ऐता के सौगे हे मंडी रे बारे बिच मंडयाली लेखा री ये पहली कडी बी पूरी हुई गई। इन्हा लेखा रे प्रति पढने वालेयां रे सकारात्मक रूझाना के मुंजो इन्हा जो लिखणे री प्रेरणा मिलदी रैही। मेरी मंडयाली री ऐसा लेखमाला जो लिखवाणे कठे तुसा सभी रा बौहत-2 धन्यावाद। फेरी मिलघे भी कधकी, केसकी होरी मौके परा, तेबे तका तुसारा भी के धन्यावाद।
समीर कश्यप। 24-11-2013..sameermandi.blogspot.com
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