Saturday, 30 November 2013

बीएसएनएल को हर्जाना अदा करने के आदेश


मंडी। जिला उपभोक्ता फोरम ने दूरसंचार कंपनी को ब्राडबैंड के मॉडम की कीमत 20 दिनों में अदा करने का फैसला सुनाया। इसके अलावा बीएसएनएल की सेवाओं में कमी से उपभोक्ता को हुई मानसिक यंत्रणा के बदले 5000 रूपये हर्जाना और 3000 रूपये शिकायत व्यय भी अदा करने के आदेश दिये। जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष जे एन यादव और सदस्यों रमा वर्मा व लाल सिंह ने सदर तहसील के बिंद्रावणी गांव निवासी एस पी परमार पुत्र सोहन सिंह परमार की शिकायत को स्वीकारते हुए मंडी स्थित बीएसएनएल के जनरल मैनेजर, एसडीओ, जेटीओ और बंगलुरू स्थित प्रबंध निदेशक को मॉडम की कीमत 1700 रूपये 20 दिनों में अदा करने का फैसला सुनाया। ऐसा न करने पर यह राशि 9 प्रतिशत ब्याज दर सहित अदा करनी होगी। अधिवक्ता नरेन्द्र चौधरी के माध्यम से फोरम में दायर शिकायत के अनुसार उपभोक्ता ने बीएसएनएल से ब्राडबैंड का मॉडम लगवाया था। लेकिन मॉडम में जल्द ही खराबी आ गई। ऐसे में उपभोक्ता ने कंपनी के अधिकारियों से संपर्क करके मॉडम को ठीक करवाना चाहा। लेकिन उन्हे बताया गया कि यह ठीक नहीं किया जा सकता और इसकी जगह नया मॉडम लगाना होगा। बीएसएनएल की ओर से उपभोक्ता का मॉडम न तो ठीक किया गया और न ही वारंटी अवधि में होने के बावजूद इसको बदला गया। ऐसे में उन्हे कीमत अदा करके नया मॉडम खरीदना पडा। उपभोक्ता ने बीएसएनएल की सेवाओं में कमी के चलते फोरम में शिकायत दर्ज करवाई थी। फोरम ने अपने फैसले में कहा कि बीएसएनएल की ओर से न तो मॉडम को ठीक किया गया और न ही इसे बदला गया। ऐसे में उपभोक्ता को 1700 रूपये अदा करके नया मॉडम खरीदना पडा। जो बीएसएनएल की सेवाओं में कमी को दर्शाता है। फोरम ने बीएसएनएल को मॉडम की कीमत 20 दिनों में अदा करने और सेवाओं में कमी के कारण उपभोक्ता को हुई परेशानी के बदले हर्जाना और शिकायत व्यय भी अदा करने का फैसला सुनाया।

Friday, 29 November 2013

मंडी संसदीय युकां ने की जोगिन्द्रनगर में बैठक


मंडी। प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र की युवा कांग्रेस की बैठक जोगिन्द्रनगर की ढेलू पंचायत में आयोजित हुई। जिसकी अध्यक्षता मंडी संसदीय क्षेत्र के नवनिर्वाचित अध्यक्ष आदित्य विक्रमादित्य सिंह ने की। उन्होने बताया कि बैठक का उदेश्य मनरेगा के क्रियान्वयन और समस्याओं पर विचार विमर्श करना था। युकां इन समस्याओं को प्रदेश सरकार के समक्ष रख कर इनका निदान करवाएगी। उन्होने बताया कि इस समय हर माह 14 दिनों के लिए दो मस्ट्रोल दिये जाते हैं जबकि लोगों का मानना है कि 14 में से 3-4 दिन इसको सुचारू करने की प्रक्रिया और वेतन के भुगतान में ही लग जाते हैं। उन्होने कहा कि काम के दिन 100 से बढा कर 150 करने के लिए युकां प्रयास करेगी। इस अवसर पर मंडी संसदीय क्षेत्र के उपाध्यक्ष अनिल शर्मा, महासचिव प्रवीण ठाकुर, करूण वैराग, वीर सिंह ठाकुर, विभिन्न खंडों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव व अन्य पदाधिकारी, स्थानीय पंचायत के प्रधान, एडवोकेट भीम सिंह तथा युकां कार्यकर्ता मौजूद थे।

उदघोषित अपराधी को एक साल की सजा


मंडी। उदघोषित अपराधी के खिलाफ अभियोग साबित होने पर अदालत ने उसे एक वर्ष के कारावास की सजा का फैसला सुनाया है। न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी कोर्ट नंबर एक रमणीक शर्मा के न्यायलय ने जिला कुल्लू के डोभी गांव निवासी चंदरू राम पुत्र जोग राज के खिलाफ भादंस की धारा 174-ए के तहत अभियोग साबित होने पर उसे उक्त सजा सुनाई। अभियोजन पक्ष के अनुसार आरोपी के खिलाफ 18 जून 2002 को भादंस की धारा 279, 337 के तहत मामला दर्ज हुआ था। यह मामला न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी कोर्ट नंबर तीन के न्यायलय में लंबित था। लेकिन आरोपी के अदालत के समक्ष उपस्थित न होने के कारण उसे 19 जुलाई 2010 को उदघोषित अपराधी घोषित कर दिया गया था। आरोपी की तलाश में मुखय आरक्षी अशोक कुमार को जिला कुल्लू के लिए रवाना किया गया था। इसी दौरान 21 अप्रैल 2013 को कुल्लू के शीशामाटी में आरोपी घूमता हुआ बरामद हुआ था। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर भादंस की धारा 174-ए के तहत मामला दर्ज करके अदालत में अभियोग चलाया था। अभियोजन पक्ष की ओर से पैरवी करते हुए सहायक लोक अभियोजक विवेक डोगरा ने 7 गवाहों के ब्यान कलमबंद करके आरोपी के खिलाफ अभियोग साबित किया। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि अभियोजन पक्ष की ओर से प्रस्तुत साक्ष्यों से आरोपी के खिलाफ संदेह की छाया से दूर अभियोग साबित हुआ है। ऐसे में अदालत ने आरोपी को उक्त कारावास की सजा का फैसला सुनाया है।

प्रतिभा सिंह के मंडी दौरे पर बधाई दी


मंडी। सदर कांग्रेस कमेटी के महासचिव व नगर परिषद के मनोनीत पार्षद आकाश शर्मा ने मंडी संसदीय क्षेत्र की सांसद प्रतिभा सिंह द्वारा संसदीय क्षेत्र का विस्तृत दौरा करने पर उन्हे बधाई दी है। उन्होने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान करोडों रूपये विकास कार्यों पर खर्च हो रहे हैं। मंडी शहर में 24 घंटे पानी के लिए 83 करोड की परियोजना पेयजल आपूर्ति के लिए बनाई जा रही है। इसके अलावा अन्य विकासोन्मुखी कार्यों के लिए 27 करोड की योजना दिलाने के लिए पंचायती राज मंत्री अनिल शर्मा और सांसद प्रतिभा सिंह के सफल प्रयास हैं। इसके अलावा रेडक्रास के माध्यम से आपरेशन थियेटर में आधुनिक आपरेशन टेबल, करसोग के लिए एंबुलैंस व अन्य वितिय सहायता लाभार्थी लोगों को दी जा रही है। जिसके बेहतरीन उदाहरण द्रंग, चच्योट व सुंदरनगर क्षेत्र हैं।

Thursday, 28 November 2013

लिखता हुं कि वाकयाते हाल लिख सकुं


लिखता हुं कि वाकयाते हाल लिख सकुं,

बेचैन जिंदगियों के सवाल लिख सकुं,

मेहनत की लूट का है दौर मेरे भाई,

दलाली की मुट्ठी की पडताल लिख सकुं,

काबिज है ठंडे गुंडों की तादात हर तरफ,

पीछे छुटती सच्चाई की बात लिख सकुं,

खतरनाक है मुर्दा सी चुप्पी भरी यहां,

मरते सपनों को सिलसिलेबार लिख सकुं,

समीर कश्यप

Sameermandi@gmail.com

28-11-2013

Tuesday, 26 November 2013

बीमा कंपनी को एक लाख रूपये मुआवजा अदा करने के आदेश


मंडी। जिला उपभोक्ता फोरम ने बीमा कंपनी को उपभोक्ता के पक्ष में एक लाख रूपये की मुआवजा राशि ब्याज सहित अदा करने का फैसला सुनाया। इसके अलावा कंपनी की सेवाओं में कमी के कारण उपभोक्ता को हुई परेशानी के बदले 5000 रूपये हर्जाना और 2000 रूपये शिकायत व्यय भी अदा करने के आदेश दिये। जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष जे एन यादव और सदस्यों रमा वर्मा एवं लाल सिंह ने जोगिन्द्रनगर तहसील के झलवाण (जलपेहड) गांव निवासी राजेश कुमार पुत्र दुर्गा दास की शिकायत को उचित मानते हुए नेशनल इंश्योरेंस कंपनी को उपभोक्ता के पक्ष में 9 प्रतिशत ब्याज दर सहित अदा करने के आदेश दिये। फोरम ने अपने फैसले में कहा कि अगर उपभोक्ता क्षतिग्रस्त वाहन को अपने पास नहीं रखना चाहता तो वह 20 दिनों के भीतर इसे कंपनी के सुपुर्द कर सकता है। वाहन सुपुर्द करने के बाद कंपनी को उपभोक्ता के पक्ष में एक लाख की बजाय 1,35,000 रूपये की अदायगी करनी होगी। अधिवक्ता भूपिन्द्र भरमौरिया के माध्यम से फोरम में दायर शिकायत के अनुसार उपभोक्ता ने अपनी नैनो कार को कंपनी के पास बीमाकृत करवाया था। बीमावधि में ही वाहन एक दुर्घटना में बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। उपभोक्ता ने कंपनी को घटना के बारे में सूचित किया था और उन्हे इस संबंध में सभी दस्तावेज मुहैया करवा कर मुआवजा तय करने को कहा था। लेकिन कंपनी ने वाहन का पंजीकरण प्रमाण पत्र न होने के कारण मोटर वाहन अधिनियमों के उल्लंघन के आधार पर मुआवजा खारिज कर दिया था। जिसके चलते उपभोक्ता ने फोरम में शिकायत दर्ज करवाई थी। फोरम ने अपने फैसले में कहा कि राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग ने इफको टोक्यो जनरल इंश्योरेंस बनाम प्रतिमा झा के मामले में व्यवस्था दी है कि मात्र वाहन के पंजीकृत न होने के आधार पर मुआवजा खारिज नहीं किया जा सकता। फोरम ने कहा कि कंपनी का मुआवजा खारिज करना न केवल गल्त है बल्कि अवैध भी है जो सेवाओं में कमी को दर्शाता है। ऐसे में फोरम ने उपभोक्ता की मुआवजा राशि ब्याज सहित अदा करने के अलावा सेवाओं में कमी के कारण उपभोक्ता को हुई मानसिक परेशानी के बदले हर्जाना और शिकायत व्यय भी अदा करने का फैसला सुनाया।

Monday, 25 November 2013

फोरेंसिक साईंस पर वकीलों की कार्यशाला आयोजित


मंडी। जिला बार एसोसिएशन के बार रूम में फोरेंसिक साईंस की भूमिका विषय पर अधिवक्ताओं के लिए अपनी तरह की देश भर में पहली कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रदेश उच्च न्यायलय के न्यायमुर्ति वी के शर्मा ने बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं के लिए आयोजित इस एक दिवसीय कार्यशाला की अध्यक्षता की। इस अवसर पर संबोधित करते हुए उन्होने अधिवक्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि यह वर्कशाप अपनी तरह से देश भर की पहली कार्यशाला है जिसमें बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं को फोरेंसिक साईंस की भूमिका के बारे में जानकारी दी गई। उन्होने कहा कि अधिवक्ता सब चीजों के बारे में बहुत कुछ जानते हैं लेकिन फोरेंसिक साईंस के बारे में भी उन्हे जानकारी होनी चाहिए। फोरेंसिक साईंस को जाने बिना बिना अधिवक्ता तहकीकात के दौरान सामने आई वैज्ञानिक रिर्पोटों की व्याखया नहीं कर सकता। न्यायमुर्ति ने प्रदेश फोरेंसिक साईंस लैबोरेटरी के निदेशक और फोरेंसिक विशेषज्ञों की उनकी टीम की तारीफ करते हुए कहा कि यह कार्यशाला न्यायिक प्रशासन के लिहाज से निश्चित रूप से मूल्यवान साबित होगी। इस मौके पर प्रदेश फोरेंसिक लैब के निदेशक डा अरूण शर्मा ने कहा कि इससे पहले फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम ने न्यायिक अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों, अभियोजन और वन अधिकारियों के लिए कई कार्यशालाएं आयोजित की हैं लेकिन अधिवक्ताओं की कार्यशाला न केवल प्रदेश में बल्कि देश भर में पहली बार आयोजित की गई है। उन्होने कहा कि इस वर्कशाप से अधिवक्ताओं को फोरेंसिक साईंस की जानकारी हो जाने से वे ज्यादा बेहतर तरीके से फोरेंसिक साईंस से जुडी तहकीकात के बारे में तैयार हो सकेंगे। जिससे फोरेंसिक तहकीकात की क्वालिटी में भी ज्यादा सुधार होगा। कार्यशाला के दौरान डा अरूण शर्मा ने घटना स्थल से डीएनए सैंपल लेने और इसे आरोपी के साथ जोडने के बारे में जानकारी दी। मीनाक्षी महाजन ने साइबर क्राइम और इसकी तहकीकात के बारे में अधिवक्ताओं को बताया। विजय शर्मा ने टौक्सीकोलोजी और जहर के मामलों के बारे में बताया। जबकि विश्वेशवर शर्मा ने दस्तावेजों से जालसाजी, छेडछाड, हैंडराइटटिंग और नकली करंसी के बारे में जानकारी दी। अधिवक्ताओं ने इन विषयों पर रूचि दिखाते हुए विशेषज्ञों से अपने सवालों पर अंत:क्रिया की। अधिवक्ताओं के अनुसार इस कार्यशाला से उन्हे इस भ्रांती से छुटकारा मिला है कि विशेषज्ञ गवाह अभियोजन या पुलिस के गवाह नहीं होते बल्कि वे न्यायलय के गवाह होते हैं।

Sunday, 24 November 2013

पाड्डल महल्ले री सैर




पाड्डल महल्ले री सैर (मंडयाली लेख-12)

आपणे शैहरा जो नजदीका ले देखणे रे मकसदा ले शुरू हुईरी मेरी सांझकणी सैर आज आपणे आखरी पडावा तका पुजी गईरी। इन्हा सैरा ले क्या कुछ निकली पाया ये तो विश्लेषण करूआं हे पता लगणा। पर फिलहाल इतना जरूर हा भई मुंजो मंडयाली बिच आपणी कलम चलाणे रा थोडा बौहत भ्यास पई हे गया। ऐता के ऐहडा बी लगया करहां भई आसौ जेबे बी मौका मिलो गल्ला रा मतलब मंडयाली बिच बी ऐकी बारी सोचणे री कोशीश करनी चहिए होर यों चीजा मंडयाली बिच बोलणे होर लिखणे री बी कोशीश करनी चहिए। फिलहाल हाउं तुसा जो आपणी एस पैहले दौरा री आखिरी सैरा कठे पाडल महल्ले जो लेई चलहां। पाडला री सैर हाउं ब्यास दरयावा होर सुकेती खाडा रे संगमा पर बणीरे पंचवक्तर महादेवा रे प्राचीन मंदरा ले शुरू करहां। पंचवक्तर महादेवा रा ये मंदर पुरातत्व विभागा रे संरक्षणा बिच हा। आईसीएस मनमोहन होरी री कताब हिस्ट्री आफ मंडी स्टेटा बिच उल्लेख आवहां भई एस मंदरा समेत मंडी रे 14 मंदरा रा निर्माण मंडी रियासता रे राजा सिद्ध सेन (1684-1727) होरिये करवाईरा। पंचवक्तरा रे अलावा तिन्हे बटक भैरव, सिद्ध भद्रा, सिद्ध जालपा, सिध शंभू महादेव, सेरी टैंक, सिध काली, सिध गणपती और त्रिलोकीनाथ मंदर भी बनाइरे। पंतवक्तरा रा मंदर शिखर शैली बिच बणीरा। मंदर बिच पंजमुखी शिवजी भगवाना री मुर्ति स्थापित ही। मंदरा री पश्चिमा बखा बटक भैरवा रा मंदर हा। हालांकि ये बडी खूबसूरत जगह ही पर ऐसा जगहा री सुंदरता पर मंदरा रे उतर दिशा बखौ बसीरी खानाबदोशा री बस्ती बडा बदनुमा जेह नजारा देहाईं। मंदरा रे सौगी वाली एसा जगहा पर करीब 50 परिवारा री बस्ती ही जिथी यों झोंपडियां बनाई के कई साला ले रैहाएं। इहां बी दरयावा रे कंढे रैहणे वाले इन्हा लोका जो बरसाती बिच पाणी आउणे करूंआ इथी ले हटणा पौहां। इन्हा लोका जो प्रशासना जो इथी ले हटाई के सम्माना सौगी होरी जगह लेई जाई के बसाणा चहिए। होर एस जगहा जो मंदरा के जोडी के सुंदर कितेया जाणा चहिए। इतने महत्व रा स्थल हुणे रे बावजूद इथी तका पहुंचाणे कठे कोई बोर्ड नी लगीरे जेता के कई लोका जो एस स्थल तका पौहचणे री कोई जानकारी नीं ही। ये स्थल धार्मिक पर्यटना रे रूपा बिच विकसित करने कठे बौहत माफिक है। पंचवक्तर महादेवा रे मंदरा कठे बंगले महल्ले री शिवा बावडी बाले ले एक छोटा पुल बणीरा। सुकेती खाड्ड इथी ब्यास दरयावा के मिलहाईं। पुल पार करदे हे सिधु राम बुक सैलर होरी रे प्रयास के पीपला रे टैले बाले हनुमान रा मंदरा बणीरा। एते थोडा उपरा बखौ सिध भद्रा माता रा मंदर हा। सिध भद्रा मंदरा रे पुजारी मेरे न्याहली हे। सौगी हे बजीरा होरी रे घरा साईं बाबा होरी रा मंदर हा। पंचवक्तरा ले पाडला जो जाणी वाली सडका सौगी हे प्रोफेसर ओ सी मल्होत्रा होरी रा घर हा। तिन्हा रे घरा अगे म्युजिका रे लैक्चरार लगीरे हेमराजा होरी रा घर हा। हेमराज मेरे दोस्त सिंगर जे पी होरी रे शागिर्द हे। जे पी, कपिल, गुलाबा भाई, सतीश भाई, मधुकर भाई आसारी खास दोस्ती थी होर आसे कालेज टाइमा बिच गजला होर क्लासिकला रा बडा मजा लैहाएं थे। सुमन भाई बी आसा बिच बडे क्रियेटिव थे। नाटक, साहित्य होर पेटिंग तिन्हा री सभी विधा बिच बडी गहरी रूची थी। सुमन भाई री याद इधी कठे आई क्योंकि इन्हारा क्वाटर बी बौहती वकता तक इथी हे रैहा। इथी हे मेरे क्लासफेलो निजू भाई होरी रा घर हा। इन्हा रे घरा अगे व्यास गैस्ट हाउस हा। व्यास गैस्ट हाउसा रे हेठा बखौ पुराणे जमाने री बौवडी ही। नीजू होरी रे घरा ले पुराणा रस्ता गोपाली मास्टरा होरी रे घरा बखौ जाहां। गोपाली गुरू जी रा परिवार जगन्नाथ मंदरा रे पुजारी हे। पाडला रा जगन्नाथ मंदर बी बडा ऐतिहासिक होर प्राचीन हा। गोपाली गुरू जी रे छोटे मठे वेदू भाई जी के मेरी फुटबाल प्लेयर हुणे करूआं बडी अच्छी अंडरस्टैडिंग ही। पाडला री सैर लिखणे रे दौरान हे वेदू भाई मुंजो एक दिन कोर्टा टखरी गए ता तेबे तिन्हे मंदरा रे इतिहासा रे बारे बिच मुंजो दसया भई ये मंदर राजा गूर सेन होरिये सन 1679 बिच बनाया था। मंदरा कठे राजा गुर सेन होरिये उडिसा रे जगन्नाथ मंदरा ले संगमरमरा रे सिंघासना परा बठयाली कने काष्ठ विग्रह री मुर्तियां लयांदीरी। मंदरा बिच भगवान कृष्ण, सुभद्रा होर बलरामा री मुर्तियां ही। कुछ साल पैहले उडीसा री तर्जा पराले मंडी बी जगन्नाथ री यात्रा निकलाईं थी। पर ऐभे कुछ साल ले बंद हुई गईरी। जगन्नाथा रे मंदरा पीछे बखौ एडवोकेट सतीश शर्मा होरी रा घर हा। मंदर बाले रे मैदाना सौगी हे अनु भाई होर तरूण भाई होरी रा घर हा। इन्हारे घरा पीछे बखौ एडवोकेट चमन लाल शर्मा होरी रा घर हा। बाईं बखौ जाणे वाली सडका बिच ड्राईंग गुरू जी होरी रा होर एंटी भाई, अन्ने भाई होरी रा घर हा। पाडला रा छुहडु होर बाईं रा पाणी बडा स्वाद हा। पर सवाल ये पैदा हुआं भई इन्हा स्त्रोता रा इतना भारी पीणे लैक पाणी आसे टैप नी करी पांदे होर ये बेकार खाडा बिच चली जाहां। जबकि शैहरा जो 24 घंटे पाणी देणे कठे कई किलोमीटर दूर कमांदा उहला रा पाणी ल्याउणे कठे करीब 80 करोडा री स्कीमा पर काम चली पौहां। बाईं पौहचीं के छोटे टिल्ले होर बडे टिल्ले री याद नी आओ ता ऐहडा नी हुई सकदा। क्योंकि बाईं पौहचुआं ता ऐहडा लगहां भई एक बारी छोटे टिल्ले जो जाई हे आवाहें होर तिन्हा चट्टाना जो एक बारी भी देखी लैइयें जिन्हा पर खाडा नहाउंदे वकता आसे भर तौंदिया सुतीरे हुआएं थे होर आसारी मम्मियां कुगस लेई के आवाहीं थी होर आसारे कपडे लेई जाहीं थी। खैर स्यों गला ता ऐभे नीं रैही शायद। बाईं उपरा बखौ संडे मिसतरी होरी रा घर हा। पाडला री लगभग सारी जमीना पर ऐभे घर हे घर सुझाहें। बाईं ले एक रस्ता सदर थाणे बखौ निकलहां। एस रस्ते ले हे मेरी माया बुआ जी रे मठे पाल भाई होरी होर अजय कात्यायना होरी रा घर हा। इन्हुए पुराणे घरा जो बी रस्ता हा जिथी हंसू भाई होर कमलू भाई होरी रैहाएं। पाडला रे अजू भाई, डोला भाई, गोल्डी भाई, सीरिया, सनू मियां होरी रे घरा के आसारे परिवारा रे पुराणे संबंध हे। अजू भाई होरी राजेयां रे परिवारा ले संबंध रखाहें। इन्हारे घरा बाले आजकाले मार्केट बणी गईरी। इथी आसारे महेश शर्मा मेछी भाई होर पुराणी मंडी रे मास्टर भाई होरीए दुकाना खोलीरी। सौगी वाली बिल्डिंगा बिच टारना वाले बिट्टु भाई रा जिम हा। एसा हे बिल्डिंगा बिच डा. चंद्रशेखर भाई री अकाडमी बी ही। पाडला रा गीता भवना साहित्य चुडामणी पं. भवानी दत शास्त्री होरी रे वकता बिच कई गतिविधियां रा केन्द्र हुआं था। गीता भवना रे मोडा पर पीपला रा टैयला हा। इथी री सडक कई वक्ता ले खराब ही पता नी ये की नी ठीक हुई पांदी। इथी मंडी कालेजा रे प्रोफेसर होर प्रिसींपला रे क्वाटर हे। आजकाले मंडी कालेजा रे प्रिसींपल जमवाल सर हे। पीपला सौगी हे एक रस्ता शिव शंभू मंदरा बखौ जाहां था। आजकाले एस रस्ते पराले जिमीखाना क्लबा वालेयां दीवार लगाई दितीरी। होर एक दरवाजा लगाई के इथी ताला लगाई दितीरा। दीवारा पर एक बोर्ड हा लटकी रा भई शिव शंभू मंदरा जो एभे आसे भ्यागा 6 ले 9 बजे तका हे जाई सकाहें बाकि वक्त ये दरवाजा बंद रैहां। शिव शंभू मंदर राजा सिध सेन होरीए ब्यास दरयावा रे कंढे स्थापित कीतीरे। इथी एक विशाल शिवलिंग स्थापित हा। कालेजा री आसारी पढाई रे सौगी-2 आसारी एक क्लास शिव शंभू बी लगहाईं थी। शिवशंभू तैराकी करने वाले जो तैराक मनया जाहां था। कालेजा ले जेबे बी बंक लगहां था ता सभी थे नजदीक पर्यटन स्थल शिवशंभू हे हुआं था। पर ऐहडा सुणी के एभे बडा बुरा लगहां भई शिव शंभू रे दर्शन आसे भ्यागा सिर्फ दो घंटे तका हे करी सकाहें। हालांकि महल्ले वालेयां एस बारे बिच प्रयास बी किते थे पर अझी तका शिव शंभू रे मंदरा रे दर्शन 24 घंटे कराणे री लडाई पूरी नी हुई पाईरी। एस स्थला जो दर्शाणे कठे कोई बोर्ड या जानकारी किथी बी नी लगीरी। जेता के ये ऐतिहासिक मंदर आज भी उपेक्षित रैही गईरा। शिव शंभू जो जाणे कठे एक रस्ता साईंस ब्लाका ले जालपा माता जो जाणे वाली सडका बटिहें बी था। पर एस रस्ते परा बी ऐभे दीवार लगी गईरी। जालपा माता रा मंदर बी बडा पुराणा हा होर ये मंदर बी राजा सिध सेन होरिये बनाइरा। पप्पू भाई, नवीन भादर भाई होरी रा घर मंदरा सौगी हे हा। जिमीखाना क्लब मंडी रा बडा पुराणा क्लब हा। पर एस क्लबा रे सदस्य मंडी रे सारे अमीर लोक हे। क्लबा के मंडी रे आम लोका जो कोई लैणा देणा नीं हा। क्योंकि एता रा प्रयोग आम लोका कठे नीं हुंदा होर मेंबर हे इथी आई सकहाएं। हालांकि क्लब एक लान टेनिस ग्राउंड था। पर बाझी रखरखावा के ये बी बर्बाद हुई गईरा। सरकारा जो क्लबा री इतनी बेशकीमती जमीना रा जनता कठे सदुपयोग करने री कोई योजना सोचणी चहिए। पुलिसा रे एएसपी होर डीएसपी रे क्वाटर बी पाडला हे। इन्हा क्वाटरा ले अगे सदर थाणा हा। इहां ता थाणे रे नावां ले हे डर लगी जाहां पर थोडा वक्त पैहले मुंजो ठाणे बिच पैरा लीगल वालंटियरा रे तौरा पर काम करने रा मौका मिलया तो पुलिस महकमे जो थोडा नजदीका ले देखी सकया। पुलिसा जो तनखाह जनता रे पैसे ले मिलहाईं। इधी कठे पुलिस जनता कठे बणीरी होर जनता जो पुलसा ले डरना नीं चहिए बल्कि तिन्हा जो सहयोग देणा चहिए। ठाणे अग्गे बखौ मिल्ट्री वालेयां रा बनाईरा ज्वाला माता मंदर हा। पाडला रा मैदान जेहडा आजकाले पाधरा हा तेडा पैहले ले हे नी था बल्कि बोलहाएं भई पैहले इथी दलदल हुआईं थी। होर बादा बिच मिल्ट्री वालेयां ये मैदान बनाया था। मिल्ट्री पैहले पाडला हे हुआईं थी। जिथी आजकाले आईआईटी मंडी री बिल्डिंग बणीरी इथी पैहले बैरका होर अस्तंबल हुआएं थे।
इतिहास ता वक्ता सौगी-2 बदलदा रैहां। जेबे हाउं पांज साला रा था ता घंटेघर नर्सरी स्कूला रा मेरा फोटो हा एक जेता बिच हाउं पहाडी बणीरा होर लीला आंटी री बेटी मधु पहाडन बणीरी। ये फोटो तेस वकता रा हा जेबे शिवरात्री पाडला री चानणी सामहणे हुआईं थी। पाडल मैदान अझे तका कंपलीट स्टेडियम नी बणी पाईरा। हालांकि इथी क्रिकेटा री दलीप ट्राफी होर रणजी रे मैच सभी थे पैहले हुईरे। होर मंडी रे मैदाना री तुलना कई क्रिकेटरे लार्डसा रे मैदान के कितीरी। चलो ये अच्छा बी रैहा भई इथी स्टेडियम नी बणेया। नी ता इथी एक हे गेम हुणी थी होर बाकी गेमा कठे अलग मैदान तोपणा पौणा था। स्टेडियम ता बणी नी पाईरा पर एक पेवेलियन होर आधा ग्राउंड कवर करने वाली पैडियां जरूर बणी गईरी। एभे टैनिस हाला बिच सरकारी जिम बणी गईरा। बैडमिंटन हाल बी खिलाडियां कठे अच्छी सुविधा हुई गईरा। पर पाडला रे मैदाना री हालत बडी खस्ता ही। जेबे बी कोई बडा आयोजन हुणा हो ता पाडला री ऐसी तैसी फिरी जाहीं। साल भर चाहे अंतराष्ट्रीय शिवरात्री हो या फेरी केसी नेते या बाबे रा प्रवचन। हर बारी घायल हुणे री बारी पाडला रे मैदाना री हे हुआईं। इन्हा आयोजना के एस शानदार ग्राउंडा रा सत्यानाश हुई गईरा। कधी हरभरा रैहणे वाला ये ग्राउंड इन्हा आयोजना बाद गढढेयां जो भरने कठे प्रयोग हुणे वाले गंदी माटी बिछाई के खराब हुई गईरा। मैं जेबे 8 साला रा था तधी ले भूषण होर पीनू रे सौगी-2 पाडला फुटबाल खेलणा शुरू करी दितेया था। आज भी हाउं भ्यागा पाडला फुटबाल खेलुआं आईरा। फुटबाल खेलणे होर देखणे ले ज्यादा रोमांचक मुंजो होर कोई काम नीं लगदा। एहडा लगहां भई गेमा बाद आसे भगवाना रे बडे नजदीक पौहंची जाहें। विवेकानंदा रा ये विचार मुंजो बडा प्रेरणादायी लगहां भई पूजा पाखंडा ले बढिया हा एक घंटे तका फुटबाल खेलणा। पाडला रे ग्राउंडा बाहर पार्किंग बणने ले गडियां खडी करने री आसानी हुई गईरी। मंडी री आईटीआई प्रदेशा री सभी थे पुराणी आईटीआईया मंझा ले एक ही। नौवां सुकेती पुलह बणने ले आसे पासे रे इलाके बिच बी बदलाव आई गईरे। फुटपाथा री दुकाना हटणे ले ये जगहा खुली-2 लगाहीं ऐभे। पुलिस लाईना बाहर कमलू भाई होर अशोके री दुकान ही। इथी ले उपरा बखौ पुष्पराज प्रधाना होरी रे घरा जो सडक जाहीं। पुष्पराज प्रधाना होरी रे घरा उपरा बखौ रेस्ट हाउस हा। टुरिज्मा वालेयां रे टुरिस्ट लॉजा री बिलडिंग आजकाले आईआईटी वालेयां बाले ही। नौवां बस स्टैंड आधा अधूरा हे शुरू हुई गईरा। हालांकि बस स्टैंडा रे बारे बिच ऐहडी शिकायत सामणे आईरी भई ऐता बिच वोल्वो बस जाई हे नी सकदी। कई वक्ता ले बस स्टैंडा रा बंद काम ऐभे भी शुरू हुई गईरा। जेता के बची रे कामा री जल्दी पूरे हुणे री उम्मीद बधी गईरी। सन 1985 ले 1995 तका रा मेरा वकत पाडला हे गुजरीरा क्योंकि मेरा इतना लंबा पढाई रा वकत रैहीरा। इधी कठे पाडला के मेरी अनगिनत यादा जुडीरी जिन्हा जो मैं इथी नी लिखी सकदा। पर इतना जरूर बोलणा चाहां भई मंडी कालेजा मुंजो ज्ञान री रोशनी मिलही जेता रे परयासे बिच हाउं आज कुछ लिखणे पढने होर समझणे रे काबिल हुईरा। मेरे कालेजा जो मेरा सलाम। कालेजा बाहर पंचायत भवन हा। कालेजा पीछे ले एक गली रामचंद्र मंदरा जो जाहीं। रामचंद्र मंदर बी बडा ऐतिहासिक हा। इथी तिरूपती रे मंदरा साहीं रामचंद्र भगवाना री चतुर्भुजा वाली मुर्ति ही। मंदरा रे सौगी व्यास देव गुरू जी होर मंदरा रे पुजारियां रे घर हे। मंदरा हेठा बखौ दरयावा रे कंढे एक पुराणी बायं ही। बस स्टैंडा ले भ्यूली जो जाणे वाली सड़का ले एक सडक मोतीपूरा रे जंगला बखौ जाहीं जे अगे जाई के दुदर हुंदे हुए कीपडा तक जाहीं।
थोडी दूर चलणे पर गुरू गोविंद सिंह गुरूद्वारा आवंहां। गुरू गोविंद सिंह राजा सिध सेना होरी रे कार्यकाला बिच मंडी आए थे। होर जिथी गुरूद्वारा बणीरा इथी ठैहरे थे। गुरू गोविंद सिंह होरीये गुरूद्वारे हेठ कोलसरा री जानी पर तपस्या कीती थी। गुरूद्वारे बिच अझी बी गुरू गोविंद सिंह रा सामान रखोहीरा। गुरूद्वारे पीछे आईटीआई होस्टला बखौ ऐभे एक बडी कलौनी बसी गईरी। एडवोकेट नागेश्वर शर्मा, कर्नल होरी, लखनपाल भाई होर सुक्खा भाई होरी रे घर इथी हे। भ्युली चौका पर सिलैंडरी उस्तादा होरी रा घर हा। उस्ताद होरी आजकाले महामृत्युंजय रे पुजारी बणी गईरे होर ज्यादा वकत मंदर हे गुजाराहें। सौली खाडा आजकाले कई होटल होर रेस्टोरेंट बणी गईरे। जिन्हा बिच शिकारा, मंजुल, सिंगार, रिवर बैंक, ब्लैक पिपर बगैरा रे नावं लेई सकहाएं। पाडला मोतीपूरा जो मुडने वाले सडका सौगी शशी रा पेट्रोल पंप हा। जबकि एन एच 21 परा सौली खाडा मितला होरी रा पेट्रोल पंप हा। सौली खाडा विनोद भाई, हकलू भाई होर मधु भाई री दुकाना ही। पाडला रे पार्षद एस बारी यंग दीपक भाई बणीरे। इन्हा ले भविष्य री राजनीती जो बडी उम्मीद ही। इन्हा रा घर बी सौली खाडा हे हा। इहां ता मेरे रवि मामा होर यती मामा होरी रा घर बी सौली खाडा हा पर तिन्हा रे घर पंचायता बिच पई जाहें। गुडु मामे रा घर, राजू चटर्जी रा घर होर दिनेश शर्मा कुकु भाई ठेकेदारा होरी रा घर बी सौली खाडा हे हा। मेरे क्लासफेलो गोपू री बिल्डिंग कुछ वकत पैहले अचानक ढली गई थी। जेता के प्रोफेसर वीरी सिंह चौहान होरी रे घरा जो भी नुकसान पौहंचेया था। सौली खाडा एन एच -21 रे हेठली बखा रे घर पाडला बिच पौहाएं जबकि उपरा बखा रे घर नेला पंचायता बिच आवाहें। महल्ले रे आखरी कुणे तक जाणे बाद हाउं आपणी वापसी री सैर शुरू करहां। महल्ला इतना लंबा-चौडा हा भई सैर पूरी करने बिच मुंजो करीब दो घंटे रा वकत लगया। खैर, मेरी सांझकणी सैरा बिच ये मेरी आखरी सैर थी। एसा सैरा के मैं आपणी मंडी शहरा री एक परिक्रमा पूरी करी लीती। ऐता के सौगे हे मंडी रे बारे बिच मंडयाली लेखा री ये पहली कडी बी पूरी हुई गई। इन्हा लेखा रे प्रति पढने वालेयां रे सकारात्मक रूझाना के मुंजो इन्हा जो लिखणे री प्रेरणा मिलदी रैही। मेरी मंडयाली री ऐसा लेखमाला जो लिखवाणे कठे तुसा सभी रा बौहत-2 धन्यावाद। फेरी मिलघे भी कधकी, केसकी होरी मौके परा, तेबे तका तुसारा भी के धन्यावाद।
समीर कश्यप। 24-11-2013..sameermandi.blogspot.com

लीगल एड कौंसल का ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित


मंडी। जिला विधिक प्राधिकरण की ओर से लीगल एड कौंसल और रिटेनर लॉयर का एक दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिला भर के विभिन्न न्यायलय के 43 अधिवक्ताओं ने भाग लिया। जिला एवं सत्र न्यायधीश एस सी कैंथला ने बताया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशों के तहत राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के आदेशों की अनुपालना करते हुए जिला विधिक प्राधिकरण की ओर से रविवार को एक दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमेें जमानत और रिमांड के लिए तैनात लीगल एड कौंसल का कार्य कर रहे अधिवक्ताओं और रिटेनर अधिवक्ताओं ने भाग लिया। उन्होने बताया कि इस कार्यक्रम का उदेश्य गरीबों को दी जाने वाली विधिक सहायता की गुणात्मकता को बढाया जा सके। इस अवसर पर जिला एवं सत्र एस सी कैंथला, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश (एक) पदम सिंह ठाकुर, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश (दो) पी पी रांटा, मुखय न्यायिक दंडाधिकारी अजय मेहता, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी कोर्ट नंबर एक रमणीक शर्मा, कोर्ट नंबर तीन उपासना शर्मा और कोर्ट नंबर चार गीतिका कपिला ने विभिन्न विषयों पर अधिवक्ताओं को जानकारी दी। इस अवसर पर अधिवक्ताओं को सिविल मामलों में गरीबों के लिए कानून के प्रावधानों की जानकारी, जुवेनाइल और आयु की पहचान, बच्चों की देखभाल और सुरक्षा, लिंग समानता, शारीरिक अपंगता, जमानत, रिमांड, पली बारगेनिंग, घरेलू हिंसा आदि विषयों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में जिला एव सत्र न्यायलय सहित सभी उपमंडलीय न्यायलयों के 43 अधिवक्ताओं ने भाग लिया।

नेशनल लोक अदालत में 2170 मामलों का निपटारा


मंडी। नेशनल लोक अदालत के तहत मंडी जिला में 2170 मामलों का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। जबकि मोटर वाहन दुर्घटना के मामलों में लोगों को करीब 52,30,000 रूपये का मुआवजा देनेे के समझौते करवाए गए। जिला एवं सत्र न्यायधीश एस सी कैंथला ने बताया कि नेशनल लोक अदालत के माध्यम से जिला के विभिन्न न्यायलयों में 2170 मामलों का निपटारा किया गया। उन्होने बताया कि लोक अदालत में 2897 मामलों की सुनवाई की गई। जिनमें से करीब 80 फीसदी मामलों का निपटारा कर दिया गया। लोक अदालत के लिए चिन्हित लक्ष्य के अलावा प्रीलिटिगेशन और वाहनों के चालान के मामले भी भारी संखया में निस्तारित हुए। उल्लेखनीय है कि नेशनल लोक अदालत का आयोजन उच्चतम न्यायलय के न्यायधीश और राष्ट्रिय विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष न्यायमुर्ति जी एस सिंह की परिकल्पना के आधार पर किया गया। जिसके तहत उच्चतम न्यायलय से लेकर उपमंडलीय न्यायलयों तक एक ही दिन नेशनल लोक अदालत आयोजित करके भारी संखया में मामलों का निस्तारण सुनिश्चित किया जा सके।

Saturday, 23 November 2013

नेशनल लोक अदालत में हजारों मामलों का निस्तारण


मंडी। शनिवार को आयोजित नेशनल लोक अदालत के लिए जिला भर के लोगों में भारी उत्साह देखा गया। जिला की विभिन्न अदालतों में करीब 2100 मामलों का निस्तारण होने की सूचना है। वहीं पर लाखों रूपये के मुआवजे और चैक संबंधी मामलों के समझौते भी हुए हैं। नेशनल लोक अदालत के इस आयोजन के लिए उच्च न्यायलय के न्यायधीश वी के शर्मा विशेष तौर पर जिला एवं सत्र न्यायलय में मौजूद रहे। जिला एवं सत्र न्यायधीश एस सी कैंथला ने बताया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के आहवान पर शनिवार को जिला भर की सभी अदालतों में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस लोक अदालत के लिए जिला के सभी न्यायलयों से करीब 1800 मामले चिन्हित किये गए थे। उन्होने बताया कि यह लोक अदालत समझौता किए जाने योगय आपराधिक मामले, निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट के तहत चैक के मामले, मोटर वाहन दुर्घटना ट्रिब्युनल, वैवाहिक, श्रम विवाद, भूमि अधिग्रहण, दीवानी मामले, राजस्व विवाद, मोटर वाहन चालान और मनरेगा आदि विषयों से संबंधित मामलेनिपटाए गए। जिसके लिए जिला एवं सत्र न्यायलय में 9 बेंच गठित किये गये थे। वहीं पर उपमंडलों में भी बेंच गठित करके मामलों का निस्तारण किया गया। सुबह से ही जिला एवं सत्र न्यायलय परिसर में अपने मामलों के निस्तारण के लिए लोगों का पहुंचना शुरू हो गया। लोगों में इस लोक अदालत के तहत अपने मामलों को सुलझाने के लिए भारी उत्साह देखा गया। खासकर मोटर चालान के मामलों में लोगों ने बढ चढ कर भाग लिया। जिला विधिक प्राधिकरण की ओर से इस मौके पर लोगों के लिए चाय पान की व्यवस्था भी की गई थी।
पिक्चरः हेम सिंह ठाकुर

Friday, 22 November 2013

ठाकुर कौल सिंह के जन्मदिन पर कुफरी वासियों ने बधाई दी


मंडी। स्वास्थय मंत्री ठाकुर कौल सिंह के जन्मदिन पर द्रंग विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत कुफरी के युवक मंडल के पूर्व प्रधान ओमकार सिंह भाऊ ठाकरे, ग्राम पंचायत कुफरी के उपप्रधान ओम प्रकाश ठाकुर, धर्मवीर राणा, कांग्रेस कमेटी के प्रधान मेहर सिंह, राम लाल, गोविन्द, जैदेव, मुरारी लाल, देवी सिंह, ब्रेस्तु राम, सरण सिंह, मेघ सिंह, युवा कांग्रेस के प्रधान प्रदीप सिंह, मीनू राम, कुलदीप सिंह, लेखराज, जगदीश, राजेन्द्र, नीलमणी, ज्ञान विज्ञान समिति के प्रधान चमन लाल, महिला मंडल के प्रधान व सदस्यों तथा अन्य स्थानिय वासियों ने उन्हे बहुत-2 बधाई दी है। स्थानिय वासियों ने उन्हे इस अवसर पर जियो हजारों साल की दुआ दी है।

पाठशाला को एक लाख हर्जाना अदा करने के आदेश


मंडी। जिला उपभोक्ता फोरम ने एक पाठशाला को उपभोक्ता के पक्ष में 1,00,000 रूपये हर्जाना 30 दिनों में अदा करने का फैसला सुनाया। इसके अलावा पाठशाला को उपभोक्ता के पक्ष में 4000 रूपये शिकायत व्यय भी अदा करने के आदेश दिये। जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष जे एन यादव और सदस्यों रमा वर्मा एवं लाल सिंह ने रामनगर निवासी मास्टर जसबीर सिंह के पिता दिलदार सिंह की शिकायत को उचित मानते हुए पडडल स्थित गुरू गोविंद सिंह पब्लिक हाई स्कूल के प्रधानाचार्य को उपभोक्ता के पक्ष में उक्त हर्जाना राशि 30 दिनों के भीतर अदा करने के आदेश दिये। ऐसा न करने पर यह राशि 9 प्रतिशत ब्याज दर सहित अदा करनी होगी। अधिवक्ता अभिषेक लखनपाल के माध्यम से फोरम में दायर शिकायत के अनुसार उपभोक्ता ने अपने बेटे को उक्त पाठशाला में 2 जून 2010 को नवीं कक्षा में दाखिला करवाया था। दाखिले के समय पाठशाला की ओर से उनके बेटे के सारे दस्तावेजों का निरिक्षण करके उसे प्रवेश दिया गया था। नवीं कक्षा पास करने के बाद उनके बेटे को वर्ष 2011-12 में दसवीं कक्षा में प्रवेश दिया गया था। उपभोक्ता ने प्रवेश फीस अदा की थी लेकिन बाद में पाठशाला की ओर से और अधिक राशि की मांग की जाने लगी और राशि अदा न करने पर उनके बेटे का परीक्षा फार्म न भरने देने की बात कही गई। इसके बाद पाठशाला ने 11 अप्रैल 2012 को बिना कोई कारण बताए उनके बेटे का स्कूल लिविंग प्रमाण पत्र उन्हे जारी कर दिया। जिसमें उनके बेटे को वर्ष 2010 में प्रवेश के समय आठवीं कक्षा का छात्र दर्शाया गया था। ऐसे में उपभोक्ता ने पाठशाला की सेवाओं में कमी के चलते फोरम में शिकायत दर्ज करवाई थी। फोरम ने अपने फैसले में कहा कि पाठशाला का कहना था कि उनका प्रवेश से संबंधित रिकार्ड आग में जल गया था। लेकिन पाठशाला की ओर से यह साबित नहीं किया जा सका कि उपभोक्ता के बेटे का स्कूल लिविंग प्रमाण पत्र किस आधार पर जारी किया गया। पाठशाला की लापरवाह कार्यप्रणाली से उपभोक्ता के बेटे के दो मूल्यवान साल खराब हो गए। ऐसे में फोरम ने पाठशाला की सेवाओं में कमी के चलते उपभोक्ता को हुई मानसिक यंत्रणा और नुकसान के बदले उक्त हर्जाना राशि तीस दिनों में अदा करने और शिकायत व्यय भी अदा करने का फैसला सुनाया।

Thursday, 21 November 2013

66वें निरंकारी समागम के लिए जत्थे रवाना


मंडी। निरंकारी मिशन के 66वें समागम के लिए जिला मंडी से सेवादल के समूह दिल्ली के लिए रवाना होने शुरू हो गए हैं। जोन नंबर 6 की विभिन्न संत निरंकारी मिशन की ब्रांचों से सैंकडों की तादात में सेवादल के समूह दिल्ली के लिए रवाना होने शुरू हो गए हैं। मंडी के निरंकारी मिशन के एपीआरओ कुमी राम ने बताया कि सदगुरू हरदेव सिंह जी की छत्र-छाया में 23 से 25 नवंबर को उतरी दिल्ली के बुराडी चौक संतोख सरोवर के पास 400 एकड के मैदान में यह समागम आयोजित हो रहा है। जिसमें देश-विदेश के लाखों भक्तों के जुटने की संभावना है। निरंकारी सेवादल के हजारों स्वयंसेवक तथा अन्य भक्त समागम की तैयारियों में जुटे हैं। उन्होने बताया कि समागम स्थल पर श्रद्धालुओं के लिए आवास और भोजन का प्रबंध किया जा रहा है। जहां खाने पीने की वस्तुएं रिआयती दरों पर उपलब्ध होंगी। समागम स्थल पर सफाई की ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। समागम स्थल पर लाखों बल्बों की कतारों में रोशनी ऐसी लग रही है कि मानो तारामंडल धरती पर उतर आया है। उन्होने बताया यह समागम सत्य, प्रेम और शांती पर आधारित अनेकता में एकत्व की भावना पर आधारित होगा जो वसुधैवम कुटुमबकम की भावना को उजागर करेगा।

राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन 23 नवंबर को


मंडी। देश भर की अदालतों में लंबित मामलों के निपटारे के लिए राष्ट्रिय लोक अदालत का आयोजन 23 नवंबर को किया जा रहा है। जिसके लिए जिला एवं सत्र न्यायलय सहित सभी उपमंडलीय न्यायलयों में तैयारी पूरी कर ली गई है। जिला एवं सत्र न्यायधीश एस सी कैंथला ने बताया कि शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है। जिसके लिए न्यायलयों में तैयारी पूरी कर ली गई है। जिला के सभी न्यायलयों से करीब 1760 मामले चिन्हित किये गए हैं। जिनका निस्तारण राष्ट्रिय लोक अदालत में किये जाने की संभावना है। उन्होने बताया कि यह लोक अदालत समझौता किए जाने योग्य आपराधिक मामले, निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट के तहत चैक के मामले, मोटर वाहन दुर्घटना ट्रिब्युनल, वैवाहिक, श्रम विवाद, भूमि अधिग्रहण, दीवानी मामले, राजस्व विवाद, मोटर वाहन चालान और मनरेगा आदि विषयों से संबंधित मामलों के निस्तारण के उदेश्य से आयोजित की जा रही है। उन्होने बताया कि उच्चतम न्यायलय के न्यायधीश व कार्यकारी अध्यक्ष राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण न्यायमुर्ति जी एस सिंह की परिकल्पना के आधार पर यह राष्ट्रिय लोक अदालत आयोजित की जा रही है। यह लोक अदालत उच्चतम न्यायलय से लेकर उपमंडलीय न्यायलयों तक आयोजित की जा रही है। जिला एवं सत्र न्यायधीश एस सी कैंथला ने आहवान किया है कि लोक अदालत में बढचढ कर भाग लेकर अपने लंबित मामलों का निस्तारण करवाएं।

Wednesday, 20 November 2013

सडक ठीक ढंग से न बनाने पर उपायुक्त को ज्ञापन


मंडी। सदर उपमंडल की ग्राम पंचायत मराथु में ननावां गांव के लिए मनरेगा के माध्यम से बन रही सडक में घटिया सामग्री का प्रयोग रोकने के लिए स्थानीय युवक मंडल ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा है। नेहरू युवा मंडल ननावां के प्रधान भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि सरकार ने ननावां गांव की सडक की मुरममत के लिए दो लाख स्वीकृत किये हैं। इस कार्य को स्थानिय पंचायत द्वारा मनरेगा के माध्यम से करवाया जा रहा है। उन्होने बताया कि विगत पांच दिनों से यह कार्य जारी है। भूपेन्द्र के अनुसार गांव के नजदीक सडक के बीच में डोहग नाला पडता है जहां पर सडक की हालत बहुत खराब है। यहां से सडक के लिए सीधी चढाई शुरू होती है। इस जगह पर डंगा लगने के साथ नाले के पानी की निकासी के लिए एक बडा पाईप लगाना जरूरी है। लेकिन इस जगह पर कुहलों में प्रयोग होने वाले दो छोटे-2 पाईप लगाए जा रहे हैं जिससे नाले का पानी नहीं रूक पाएगा और सडक के खराब होने का हमेशा अंदेशा बना रहेगा। इस सडक को बनाने के लिए लोगों ने अपनी मलकियत वाली जमीनें दी हैं। लेकिन स्थानिय वासियों से इस बारे में नहीं पूछा जा रहा है और जब लोग इसका विरोध कर रहे हैं तो कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। युवक मंडल ने ज्ञापन के माध्यम से उपायुक्त मंडी देवेश कुमार से मांग की है कि सडक का निरिक्षण करके ठीक निर्माण सामग्री का प्रयोग करने के निर्देश जारी किये जाएं। अन्यथा स्थानिय वासी सडक को दी गई जमीनों को वापिस लेने के लिए बाध्य होंगे।

स्पीड पोस्ट गंतव्य तक न पहुंचने पर डाक विभाग को 10,000 हर्जाना


मंडी। स्पीड पोस्ट गंतव्य तक न पहुंचाने को डाक विभाग की सेवाओं में कमी करार देते हुए जिला उपभोक्ता फोरम ने उपभोक्ता के पक्ष में 10,000 रूपये हर्जाना 30 दिनों के भीतर अदा करने का फैसला सुनाया है। इसके अलावा विभाग को उपभोक्ता के पक्ष में 3000 रूपये शिकायत व्यय भी अदा करना होगा। जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष जे एन यादव और सदस्यों रमा वर्मा एवं लाल सिंह ने मंडी के रामनगर निवासी संजय कुमार पुत्र नरेश कुमार की शिकायत को उचित मानते हुए डाक विभाग को उक्त हर्जाना राशि अदा करने का फैसला सुनाया। अधिवक्ता आकाश शर्मा के माध्यम से फोरम में दायर शिकायत के अनुसार उपभोक्ता ने जिला एवं सत्र न्यायलय चंबा को स्पीड पोस्ट के माध्यम से तामिल कुनिंदे के पद के लिए आवेदन किया था। लेकिन डाक विभाग ने स्पीड पोस्ट को जिला एवं सत्र न्यायलय चंबा तक पहुंचाने की बजाय इसे जिला एवं सत्र न्यायलय मंडी को डिलीवर कर दिया था। आवेदन से संबंधित स्पीड पोस्ट समय पर गंतव्य तक न पहुंच पाने के कारण उपभोक्ता को नुकसान उठाना पडा। ऐसे में उपभोक्ता ने फोरम में शिकायत दर्ज करवाई थी। फोरम ने अपने फैसले में कहा कि पोस्ट आफिस ने उपभोक्ता के स्पीड पोस्ट को गल्त पते पर डिलीवर कर दिया जो विभाग की लापरवाही है। गल्त पते पर डाक पहुंचाना विभाग की सेवाओं में कमी को दर्शाता है। फोरम ने सुपरिटेंडेंट आफ पोस्ट आफिस बनाम मंजीत कौर और सीनीयर सुपरिटेंडेंट आफ पोस्ट आफिस बनाम पुष्पिंद्र सिंह के मामलों में उपभोक्ता राष्ट्रिय आयोग द्वारा दी गई व्यवस्थाओं के तहत गल्त पते पर डाक पहुंचाने को विभाग की सेवाओं में कमी करार दिया। ऐसे में फोरम ने विभाग को उपभोक्ता के पक्ष में उक्त हर्जाना राशि 30 दिनों के भीतर अदा करने और शिकायत व्यय भी अदा करने का फैसला सुनाया।

Tuesday, 19 November 2013

साक्ष्यों के अभाव में चरस रखने का आरोपी बरी


मंडी। चरस सहित पकडे जाने का अभियोग साबित न होने पर अदालत ने एक आरोपी को बरी करने का फैसला सुनाया। आरोपी के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य न होने के कारण अदालत ने उसे संदेह का लाभ देते हुए बरी करने के आदेश दिये। जिला एवं सत्र न्यायधीश एस सी कैंथला के न्यायलय ने धर्मपुर निवासी रंजीत सिंह पुत्र भागमल के खिलाफ मादक एवं नशीले पदार्थ अधिनियम की धारा 20 के तहत अभियोग साबित ने होने पर उसे बरी करने का फैसला सुनाया। अभियोजन पक्ष के अनुसार जोगिन्द्रनगर थाना पुलिस का दल 2 दिसंबर 2009 को गलू के पास नाकाबंदी पर तैनात था। इसी दौरान मंडी से जोगिन्द्रनगर की ओर जाने वाली एक बस को तलाशी के लिए रोका गया। तलाशी के दौरान सीट नंबर 12 पर बैठे आरोपी के कब्जे से एक पालीथीन के लिफाफे में 400 ग्राम चरस बरामद हुई थी। पुलिस ने आरोपी को मादक एवं नशीले पदार्थ अधिनियम के तहत हिरासत में लेकर अदालत में अभियोग चलाया था। अभियोजन पक्ष की ओर से इस मामले में 8 गवाहों के बयान कलमबंद किये गए। जबकि बचाव पक्ष की ओर से पैरवी कर रहे अधिवक्ता अजय ठाकुर का इस मामले में कहना था कि अभियोजन पक्ष की ओर से प्रस्तुत गवाहों ने विरोधाभासी बयान दिये हैं। जिससे आरोपी से चरस की बरामदगी का तथ्य साबित नहीं होता। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि अभियोजन पक्ष की ओर से प्रस्तुत साक्ष्यों से आरोपी के खिलाफ संदेह की छाया से दूर अभियोग साबित नहीं होता। ऐसे में अदालत ने आरोपी को संदेह का लाभ देते हुए बरी करने का फैसला सुनाया।

पंचायत प्रधान का चुनाव निरस्त करने की अपील मंजूर


मंडी। सरकारी भूमि पर अतिक्रमण करना रियुर पंचायत की महिला प्रधान को उस समय भारी पडा जब उपायुक्त मंडी के न्यायलय ने उनका चुनाव निरस्त करने की अपील को स्वीकार करने का फैसला सुनाया। फैसले में उपमंडलाधिकारी सदर और जिला पंचायत अधिकारी को इस बारे में आवश्यक कार्यवाही करने के आदेश जारी किए हैं। उपायुक्त मंडी देवेश कुमार के न्यायलय ने सदर तहसील के रियुर गांव निवासी उर्मिला देवी पत्नी गगन प्रदीप की ओर से रियुर पंचायत की प्रधान गीता देवी के चुनाव को चुनौती देने वाली याचिका की अपील को स्वीकारते हुए इस बारे में आवश्यक कार्यवाही करने के आदेश दिये हैं। अधिवक्ता आर के वर्मा के माध्यम से दायर की गई अपील में उपमंडलाधिकारी सदर के न्यायलय द्वारा एक सितंबर 2012 को चुनाव याचिका खारिज करने के आदेशों को चुनौती दी गई थी। अपीलकर्ता उर्मिला देवी ने उपमंडलाधिकारी के न्यायलय में याचिका दायर की थी कि गीता देवी ने रियुर मुहाल में 0-2-9 बीघा सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा किया है। जबकि सहायक चुनाव अधिकारी ने हि.प्र. पंचायती राज अधिनियम की धारा 122 के प्रावधानों का उल्लंघन करके उनका गल्त तरीके से नामांकन पत्र स्वीकार किया है। अपीलकर्ता का कहना था कि इस अतिक्रमण के बारे में तहसीलदार सदर ने धारा 163 के तहत कार्यवाही करते हुए 16 नवंबर 2009 को बेदखली के आदेश भी दिये थे। जिसकी अपील गीता देवी ने उपमंडलाधिकारी सदर के पास की थी जो 13 दिसंबर 2010 को खारिज हो गई थी। उपायुक्त देवेश कुमार के न्यायलय ने अपने फैसले में कहा कि गीता देवी के खिलाफ निचली अदालत में अतिक्रमण करने संबंधी तथ्य साबित हो चुका है। जिसके चलते सहायक चुनाव अधिकारी ने गल्त तरीके से रियुर पंचायत के प्रधान पद पर गीता देवी के नामांकन को स्वीकार किया है। अदालत ने निचली अदालत के याचिका खारिज करने के फैसले को निरस्त करते हुए चुनाव खारिज करने संबंधी अपील को स्वीकार करने के फैसला सुनाया। उपायुक्त ने अपने फैसले के अमल के लिए उपमंडलाधिकारी सदर और जिला पंचायत अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये हैं।

Saturday, 16 November 2013

बिना तथ्यों के ब्यानबाजी कर रहे अरूण धूमलः हरेन्द्र सेन


मंडी। कृषि उत्पाद विपणन कमेटी के अध्यक्ष हरेन्द्र सेन, निदेशक दीपक पठानिया व कांग्रेस कार्यकर्ता यशकांत कश्यप ने भारतीय जनता पार्टी व पूर्व मुखयमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल के सुपुत्र अरूण धूमल को आडे हाथों लेते हुए कहा है कि वह जो घटिया ब्यानबाजी कर रहे हैं वह आधारहीन है। उन्हे यह याद रख कर ब्यानबाजी करनी चाहिए कि वह तथ्य पर आधारित हो और बिना तथ्यों के ब्यानबाजी नहीं करनी चाहिए। उन्होने कहा कि इस झूठी ब्यानबाजी से जनता गुमराह नहीं होने वाली है। कांग्रेस पार्टी झूठी ब्यानबाजी पर विश्वास नहीं करती। अभी जो लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं उसमें अपनी हार को देखकर भाजपा इतनी बौखला गई है कि उन्हे सोते जागते, उठते बैठते विक्रमादित्य ही दिख रहे हैं। उन्होने कहा कि विक्रमादित्य सिंह हिमाचल प्रदेश की रीढ की हडडी हैं वह जानते हैं कि कौन सा काम कहां करना है और कब। हिमाचल प्रदेश के युवा दिलों की धडकन विक्रमादित्य सिंह प्रदेश भर के युवाओं के ही नहीं बल्कि समस्त जनता की चाहत हैं।

Wednesday, 13 November 2013

66वां निरंकारी संत समागम 23 से 25 नवंबर तक


मंडी। निरंकारी मिशन का 66 वां संत समागम 23 से 25 नवंबर तक उतरी दिल्ली के बुराडी रोड स्थित निरंकारी चौक संतोख सरोवर में आयोजित होगा। एकत्व के संदेश के साथ सदगुरू बाबा हरदेव सिंह की छत्रछाया में आयोजित होने वाले इस समागम में देश विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। निरंकारी मिशन मंडी के एपीआरओ कुमी राम ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के कोने-2 से हजारों श्रद्धालु इस समागम में भाग लेंगे। उन्होने बताया कि यह समागम हर प्रांत, भाषा, समप्रदाय और राष्ट्रीयता के लोगों और समस्त मानव समाज का बिना किसी भेदभाव के सममलित होने का सांझा मंच है। हर वर्ष की भांति 400 एकड में फैले मैदान में श्रधालुओं के लिए अस्थाई आवास, शौचालय, स्नानागारों सहित सभी सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है। समागम के दौरान संतोख सरोवर में पवित्र स्नान के अलावा दोपहर 2 बजे से रात्रि 9.30 बजे तक संतसंग होगा। जबकि इसके बाद सदगुरू का प्रवचन हुआ करेगा। उन्होने बताया कि समागम का मुखय आकर्षण सेवादल रैली, निरंकारी प्रदर्शनी, शोभायात्रा, निरंकारी साहित्य तथा समागम का विशेषांक एकत्व आदि होंगे।

डाक विभाग को पार्सल से छेडछाड करने पर हर्जाना


मंडी। पार्सल को सही हालत में गंतव्य तक न पहुंचाना डाक विभाग को उस समय महंगा साबित हुआ जब जिला उपभोक्ता फोरम ने विभाग को उपभोक्ता के पक्ष में 42,470 रूपये की राशि 30 दिनों में अदा करने का फैसला सुनाया। इसके अलावा विभाग की सेवाओं में कमी के कारण उपभोक्ता को हुई परेशानी के बदले 3000 रूपये हर्जाना और 2000 रूपये शिकायत व्यय भी अदा करने के आदेश दिये। जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष जे एन यादव और सदस्यों रमा वर्मा एवं लाल सिंह ने सदर तहसील के डडौर (नेरचौक) निवासी मैसर्ज जी वी एंटरप्राइजेस के विकेश डोगरा की शिकायत को उचित मानते हुए मंडी के जवाहर नगर स्थित पोस्ट आफिस के वरिष्ठ अधीक्षक, नेरचौक के हैड पोस्ट मास्टर और केन्द्र सरकार को संयुक्त रूप से उक्त राशि का भुगतान 30 दिनों में करने के आदेश दिये हैं। अधिवक्ता राहुल ठाकुर के माध्यम से फोरम में दायर शिकायत के अनुसार उपभोक्ता टीवीसी स्काई शॉप का कार्य डडौर में करते हैं और रजिस्र्टड पोस्ट के माध्यम से वस्तुएं वितरित करते हैं। उपभोक्ता ने मुमबई के थाना स्थित टीवीसी स्काई शॉप को एक पार्सल भेजा था। पार्सल से 42,470 रूपये की वस्तु भेजने के लिए उन्होने विभाग को 281 रूपये अदा किए थे। इसके कुछ दिन बाद उपभोक्ता को नेरचौक के हैड पोस्ट मास्टर ने फोन पर सूचित किया कि पार्सल प्राप्त करने वाले ने इसे लेने से इंकार किया है और उपभोक्ता अपना पार्सल वापिस ले सकता है। उपभोक्ता जब पार्सल लेने गया तो उन्हे पता चला कि पार्सल के साथ छेडछाड की गई है और भेजा गया बॉक्स खाली है। जिस पर उपभोक्ता ने पार्सल वापिस लेने से इंकार कर दिया और इस बारे में विभाग को सूचित किया। लेकिन विभाग की ओर से कोई कदम न उठाने पर उन्होने फोरम में शिकायत दर्ज करवाई थी। फोरम ने अपने फैसले में कहा कि पार्सल से छेडछाड की गई है जिससे जाहिर है कि विभाग ने लापरवाही से कार्य किया है। फोरम ने राष्ट्रिय आयोग की वरिष्ठ अधीक्षक बनाम मंजीत कौर सोठी के मामले में दी गई व्यवस्था के तहत यह माना कि पार्सल से छेडछाड करके अपने दायित्व का निर्वहन नहीं करना सेवाओं में कमी को दर्शाता है। ऐसे में फोरम ने विभाग को पार्सल की मुल्य राशि 30 दिनों में अदा करने के आदेश दिये। वहीं पर विभाग की सेवाओं में कमी के कारण उपभोक्ता को हुई मानसिक यंत्रणा के बदले हर्जाना और शिकायत व्यय भी अदा करने का फैसला सुनाया।

Tuesday, 12 November 2013

हृदय रोग के उपचार के लिए मदद की दरकार


मंडी। हृदय रोग से ग्रस्त पति के ईलाज के लिए उसकी विवाहिता ने मुखयमंत्री से गुहार लगाई है। वहीं पर विवाहिता ने दानी सज्जनों से भी उचित सहायता की दरकार की है। सदर उपमंडल के ईलाका तुंगल के धडयाणा (सदयाणा) निवासी लाभ सिंह की पत्नी वीना ने मुखयमंत्री वीरभद्र सिंह को पाती लिखकर उनके ईलाज का खर्चा वहन करने की प्रार्थना की है। वीना के मुताबिक उनके पति लाभ सिंह पिछले करीब एक वर्ष से गंभीर दिल के रोग से जूझ रहे हैं। सब तरह की पद्धतियों की दवाएं और ईलाज करवाने के बाद चिकित्सकों ने उन्हे शल्य चिकित्सा करने को कहा है। वीना ने बताया कि वह एक अत्यंत निर्धन दलित परिवार से संबंध रखते हैं और मेहनत मजदूरी के अलावा आमदनी का कोई जरिया नहीं है। उन्होने बताया कि अभी तक का ईलाज तो उन्होने नजदीकी लोगों की सहायता से करवाया है लेकिन अब चिकित्सकों ने शल्य क्रिया कराने की सलाह दी है जिसमें करीब तीन लाख रूपये से अधिक का खर्चा आना है। इतनी बडी राशि का प्रबंध करना उनके बूते का नहीं है। वीना के मुताबिक उनके परिवार का नाम करीब दो साल पहले आईआरडीपी सूचि से काट दिया गया है हालांकि इस बीच परिवार के हालातों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। ऐसे में वीना ने मुखयमंत्री से पति के ईलाज की गुहार लगाई है। वहीं उन्होने दानी सज्जनों से भी उचित सहायता की दरकार की है। लाभ सिंह को ईलाज के लिए मदद करने के लिए वीना को उसके फोन नंबर 88948-58499 पर संपर्क किया जा सकता है।

Monday, 11 November 2013

सराज कांग्रेस कार्यकारिणी घोषित


मंडी। कांग्रेस पार्टी ने मंडी जिला के सराज ब्लॉक कार्यकारिणी घोषित कर दी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसका अनुमोदन किया है और सभी सदस्यों को तुरंत काम संभालने के निर्देश दिये हैं। सराज कांग्रेस का अध्यक्ष जगदीश रेड्डी को बनाया गया है। जबकि उपाध्यक्ष हेम सिंह ठाकुर, बृज लाल, महेश कुमार, अमर सिंह, दिले राम, नरोतम राम व लक्ष्मी चंद ठाकुर को बनाया गया है। महासचिव के पद पर टेक सिंह, चिरंजी लाल, बुद्धि सिंह, नारद ठाकुर, डोला राम, शेष राम मंडयाल, मदन शर्मा व गीता देवी ठाकुर को तैनाती दी गई है। कोषाध्यक्ष दिनेश कुमार होंगे, जबकि कार्यकारिणी सदस्य के रूप में खूब राम, उतम राम, केवल राम, लाल सिंह ठाकुर, लाल सिंह, जीवन सिंह, टेक सिंह, चंपा देवी, तपेन्द्र कुमार, मोहन लाल, नारायण सिंह, कुलजीत कौर, रोशन लाल, जगदीश कुमार, ज्ञान चंद, देवराज, ओम प्रकाश व शोभा राम को स्थान मिला है। विशेष आमंत्रित सदस्यों में तारा ठाकुर, चेत राम, शिव लाल, दलीप सिंह, जवाहर वर्मा, खेम सिंह राणआ, मनी राम, डीडी ठाकुर, विजय पाल सिंह चौहान, शेर सिंह, जैसी देवी, मोहर सिंह, कन्हैया लाल ठाकुर व जय कुमार सेना शामिल हैं। आमंत्रित सदस्य विजय पाल सिंह चौहान ने कार्यकारिणी के गठन के लिए प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त किया है। उन्होने कहा कि इस गठन से सराज कांग्रेस एकजुट हुई है और आने वाले 2014 के चुनावों में पार्टी अपना बेहतरीन प्रदर्शन कर जीत हासिल करेगी।

Wednesday, 6 November 2013

चैक बाउंस के आरोपी को एक वर्ष की कैद और 1,28,000 रूपये हर्जाने की सजा


मंडी। चैक बाउंस का अभियोग साबित होने पर अदालत ने एक आरोपी को एक साल के साधारण कारावास और 1,28,000 रूपये हर्जाने की सजा सुनाई है। यह हर्जाना राशि शिकायतकर्ता के पक्ष में अदा की जाएगी। विशेष न्यायिक दंडाधिकारी रघुबीर सिंह के न्यायलय ने सदर तहसील के चनाला (कमांद) गांव निवासी किरत राम पुत्र हुक्मे राम की शिकायत पर निगोशिएबल इंस्ट्रुमेंट एक्ट की धारा 138 के तहत चलाए गए अभियोग के साबित होने पर सरकाघाट तहसील के टिक्करी (भांबला) गांव निवासी हरी सिंह पुत्र सुंदर लाल के खिलाफ उक्त सजा का फैसला सुनाया। अधिवक्ता ललित ठाकुर के माध्यम से आरोपी हरी सिंह वर्ष 2007 में उपायुक्त कार्यालय मंडी में बतौर लिपिक तैनात था। आरोपी ने शिकायतकर्ता किरत राम से दोस्ती होने के कारण वितिय सहायता मांगी। जिसके चलते किरत राम ने उसे 1,28,000 रूपये की राशि दी थी। इस राशि का भुगतान करने के लिए आरोपी ने उन्हे एक चैक जारी किया था। शिकायतकर्ता ने जब इस चैक को भुगतान के लिए लगाया तो आरोपी के खाते में पर्याप्त राशि न होने के कारण यह बाउंस हो गया। ऐसे में शिकायतकर्ता ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से आरोपी को 15 दिनों का नोटिस जारी करके राशि की मांग की थी। लेकिन आरोपी ने न तो नोटिस का जवाब दिया और न ही राशि का भुगतान किया। ऐसे में शिकायतकर्ता ने अदालत में शिकायत दायर की थी। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि शिकायतकर्ता की ओर से प्रस्तुत किए गए साक्ष्यों से आरोपी के खिलाफ अभियोग साबित हुआ है। ऐसे में अदालत ने आरोपी को उक्त कारावास और हर्जाना राशि अदा करने का फैसला सुनाया है।

मुख्य न्यायधीश ने अधिवक्ताओं से विकेन्द्रीकरण पर मांगे सुझाव


मंडी। उच्च न्यायलय के मुख्य न्यायधीश न्यायमुर्ति अजय माणिकराव खानविलकर ने अधिवक्ताओं की संयुक्त संघर्ष समिति से वार्ता के बाद उनके सुझाव आमंत्रित किये हैं। मुखय न्यायधीश ने आगामी 2 दिसंबर को समिति के साथ अगली बैठक सुनिश्चित की है। उच्च न्यायलय की विकेन्द्रीकरण की निति के तहत उपमंडलों में सर्किट कोर्ट लगाने के फैसले के विरोध में गठित मंडलीय जिला बार एसोसिएशनों की संयुक्त संघर्ष समिती ने अध्यक्ष पी सी राणा की अध्यक्षता में प्रदेश उच्च न्यायलय के मुख्य न्यायधीश न्यायमुर्ति अजय माणिकराव खानविलकर के साथ मंगलवार को वार्ता में भाग लिया। समिति के उपाध्यक्ष और जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भारत भूषण शर्मा ने बताया कि यह वार्ता सौहार्दपूर्ण ढंग से हुई। बैठक में लोगों तक न्याय पहुंचाने की प्रक्रिया में आने वाली तकनीकी और व्यवहारिक कठिनाइयों के बारे में चर्चा की गई। उन्होने बताया कि मुखय न्यायधीश ने इन कठिनाइयों के निवारण के लिए संबंधित मंडलों से इन पहलुओं पर निदान के लिए सुझाव आमंत्रित किये हैं। जिससे विकेन्द्रीकरण की प्रतिपादित निति से आम जनमानस को लाभ मिल सके। उन्होने बताया कि मुखय न्यायधीश ने सभी मानकों को मदेनजर रखते हुए मध्यमार्ग अपना कर सभी के लिए रूचिकर फैसले को अमलीजामा पहनाने की बचनबधता प्रकट की है। जिला बार एसोसिएश के महासचिव लोकेन्द्र कुटलैहडिया ने बताया कि विभिन्न मंडलों की जिला बार एसोसिएशन से सुझाव मांगे गए हैं। इन सुझावों के आधार पर ही विकेन्द्रीकरण की निति को अमल में लाया जाएगा। उन्होने बताया कि मुखय न्यायधीश से संयुक्त संघर्ष समिति की अगली बैठक 2 दिसंबर को सुनिश्चित की गई है। मुखय न्यायधीश की ओर से आंदोलन कर रही जिला बार एसोसिएशनों की मांगों पर सकारात्मक रूख अपनाने पर समिति ने उनका धन्यावाद किया है। उन्होने बताया कि मुखय न्यायधीश से वार्ता के लिए संयुक्त संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल में धर्मशाला, मंडी, शिमला, सोलन, चंबा, हमीरपूर, ऊना और नाहन की मंडलीय जिला बार एसोसिएशनों ने भाग लिया। इधर, जिला बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष दिनेश सकलानी समेत अन्य पदाधिकारियों और सदस्यों ने मुख्य न्यायधीश के उनकी मांगों के निराकरण के लिए सुझाव आमंत्रित करने पर उनका आभार व्यक्त किया है। 

Saturday, 2 November 2013

संयुक्त संघर्ष समिति वार्ता के लिए आमंत्रित


मंडी। उच्च न्यायलय के मुखय न्यायधीश द्वारा संयुक्त संघर्ष समिति को वार्ता के लिए आमंत्रित करने के बाद जिला बार एसोसिएशन ने अपना आंदोलन स्थगित कर दिया है। मुखय न्यायधीश से संयुक्त संघर्ष समिति के 5 नवंबर को होने वाली वार्ता के परिणामों के बाद ही आगे की रणनीति तय की जाएगी। प्रदेश भर की सात जिला बार एसोसिएशनों की संयुक्त संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष भारत भूषण शर्मा ने आम सभा में इस आशय की जानकारी दी। आम सभा में वार्ता के मसौदे को लेकर अधिवक्ताओं ने विस्तार से अपना-2 दृष्टिकोण रख कर चर्चा की। प्रदेश बार कौंसिल के सदस्य देशराज शर्मा का कहना था कि विकेन्द्रीकरण का अधिवक्ता सैधांतिक रूप से स्वागत करते हैं। लेकिन यह उच्च स्तर से निमन स्तर तक होना चाहिए। जिसके लिए उच्च न्यायलय की खंडपीठें भी मंडी और धर्मशाला में स्थापित की जानी चाहिए। एसोसिएशन के महासचिव लोकेन्द्र कुटलैहडिया का कहना था कि सर्किट कोर्ट लगाए जाने से पहले उपमंडलों में मूलभूत सुविधाएं जुटाई जानी जरूरी है। आम सभा में चर्चा के दौरान अधिवक्ताओं का कहना था कि बिना प्रयोगशाला और उपकरणों के शल्य चिकित्सक भी अपना कार्य निष्पादित नहीं कर सकता। ऐसे में पहले उपमंडलों में मूलभूत सुविधाएं जुटाना न्याय प्रदान करने के लिए निहायत जरूरी है। मूलभूत सुविधाओं के अभाव में न्याय प्रदान करनी वाली व्यवस्था के निहित स्वार्थों के हाथों प्रभावित होने का अंदेशा बना रहेगा। जिससे न्यायलयों की स्वतंत्रता बाधित होगी। सर्किट कोर्ट की अस्थाई व्यवस्था से न्यायधीशों की एकाग्रता और स्थायित्व संकट में पड जाएगा। जिससे गुणात्मक न्याय नहीं हो सकेगा। अधिवक्ताओं का कहना था कि जिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं की राय जाने बगैर उनके करीब 2000 मामले उपमंडलों को भेज कर उनके ब्रीफलेस होने का खतरा हो गया है। इसके लिए अदालत को याचिककर्ताओं का पक्ष जान कर मामलों की सुनवाई का स्थान निर्धारित करना चाहिए था। विधिक समुदाय के अस्तित्व को बचाना भी उच्च न्यायलय का दायित्व है। बार एसोसिएशन की आम सभा में अधिवक्ता विश्वनाथ शर्मा, शांती लाल वैद्या, दुनी चंद शर्मा, जानकी दास डोगरा, ललित कपूर, हुक्म चंद शर्मा, लोकेश कपूर, दिगविजय सिंह कटोच, दिनेश कुमार शर्मा, संत राम बधन और समीर कश्यप ने चर्चा में भाग लिया। आम सभा में जिला बार एसोसिएशन के उप प्रधान दिनेश सकलानी, सह-सचिव विक्रांत शर्मा, पदाधिकारी हेम सिंह ठाकुर, राजकुमार, विजय भंडारी सहित एसोसिएशन के अन्य सदस्य मौजूद थे।

Friday, 1 November 2013

बीमा को 11,38,646 रूपये अदा करने के आदेश


मंडी। जिला उपभोक्ता फोरम ने बीमा कंपनी को 11,38,646 रूपये की मुआवजा राशि ब्याज सहित अदा करने का फैसला सुनाया है। इसके बीमा कंपनी की सेवाओं में कमी के कारण उपभोक्ता को हुई परेशानी के बदले 6000 रूपये हर्जाना और 3000 रूपये शिकायत व्यय भी अदा करने के आदेश दिये हैं। जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष जे एन यादव और सदस्यों रमा वर्मा एवं लाल सिंह ने सदर तहसील के रती गांव निवासी बालक राम पुत्र केशव राम की शिकायत को उचित मानते हुए न्यु इंडिया एसोरेंस कंपनी को उक्त राशि का भुगतान 9 प्रतिशत ब्याज दर सहित करने का फैसला सुनाया। अधिवक्ता लोकेश कपूर के माध्यम से फोरम में दायर शिकायत के अनुसार उपभोक्ता वर्ष 2006 से बतौर ए क्लास सरकारी ठेकेदार कार्यरत हैं। उन्हे जनौल से जरोल सडक मार्ग बनाने का काम मिला था। उपभोक्ता ने कंपनी से सभी रिस्कों के लिए एक पालिसी खरीदी थी। उपभोक्ता के अनुसार अगस्त 2011 में बारिश के मौसम में उनके प्रोजेक्ट को भारी नुकसान हुआ था। उपभोक्ता ने इस नुकसान की सूचना कंपनी को दी थी। जिस पर कंपनी ने सर्वेयर की तैनाती करके नुकसान का आकलन करवाया था। उपभोक्ता ने कंपनी को तमाम दस्तावेज मुहैया करके मुआवजा तय करने को कहा था। लेकिन कंपनी ने मात्र 52,670 रूपये का मुआवजा तय किया था। जिस पर उपभोक्ता ने फोरम में शिकायत दर्ज करवाई थी। फोरम ने अपने फैसले में कहा कि बीमा पॉलसी में बजरी को हटाने सहित सभी तरह के रिस्क कवर थे। जबकि कंपनी का कहना था कि बजरी हटाने का रिस्क पालिसी में कवर नहीं था। फोरम ने अपने फैसले में कहा कि लोक निर्माण विभाग करसोग के कार्यकारी अभियंता ने नुकसान के बारे में रिर्पोट बनाई थी। ऐसे में फोरम ने कंपनी के सर्वेयर की रिर्पोट को अधिमान न देते हुए कम मुआवजा तय करने को कंपनी की सेवाओं में कमी करार दिया। जिसके चलते कंपनी को उपभोक्ता के पक्ष में उक्त राशि ब्याज सहित अदा करने के अलावा सेवाओं में कमी के कारण उपभोक्ता को हुई परेशानी के चलते हर्जाना और मुआवजा राशि भी अदा करने का फैसला सुनाया।

चौहट्टा में ट्रैफिक बंद करने का शहरवासियों ने विरोध किया


मंडी। चौहट्टा बाजार में शनिवार को ट्रैफिक बंद करने पर मंडी शहर वासियों ने प्रशासन के पास आपत्ती दर्ज करवाई है। शहर वासियों ने उपायुक्त मंडी को ज्ञापन प्रेषित करके शहर के लिए बाईपास बनाये जाने तक शनिवार को चौहट्टा बाजार में से ट्रैफिक बंद करने के फैसले को वापिस लेने की मांग की है। मंडी नगर वासी समीर कश्यप, लवण ठाकुर, नवीन कुमार, भारत भूषण, कमल सैनी, नरेन्द्र कुमार, मनीष कटोच, बिष्ट, प्रदीप परमार, हेम सिंह ठाकुर, जगदीश ठाकुर, अनिल कटोच, देवेन्द्र शर्मा, राणा, कुलदीप ठाकुर, बालकृष्ण और मिशन दत की अगुवाई में उपायुक्त मंडी देवेश कुमार को इस बारे में ज्ञापन सौंपा है। जिला प्रशासन ने निर्णय लिया है कि शनिवार को शाम के समय चौहट्टा बाजार ट्रैफिक के लिए बंद रखा जाएगा। पिछले कुछ सप्ताहों से इस बारे में कवायद भी की जा रही है। जिसके तहत पुलिस के माध्यम से गांधी चौक से चौहट्टा की ओर जाने वाले सभी वाहनों को रोक दिया जाता है। शहर में आने वाले वाहन जैसे ही चौहट्टा या अस्पताल मार्ग की ओर जाने के लिए इस ओर आते हैं तो यहां पर जाम लग जाता है। गांधी चौक में वाहनों के कारण लोगों का चलना फिरना दुश्वार हो जाता है। उसी तरह अस्पताल मार्ग की ओर जाने वाली सडक पर भी जाम लग जाता है और राहगीरों को भारी दिक्कतें उठानी पडती हैं। गांधी चौक पर वाहन रोक देने से लोगों को अपना वाहन गांधी चौक से मोड कर सेरी मंच की ओर ले जाना पडता है। लेकिन केसरी बंगला पार्किंग से आने वाले वाहनों के कारण भी अक्सर जाम लगा रहता है। अस्पताल मार्ग पर जाम लग जाने के कारण महामृत्युंजय चौक से सेरी बाजार को आने वाली सडक पर भी जाम लग जाता है। चौहट्टा में खडे हो कर इस निर्णय से जहां चहल कदमी करने के लिहाज से लोगों को राहत महसूस हो सकती है। लेकिन चौहट्टा बाजार से बाहर निकल कर अफरा तफरी का मंजर सामने आता है। मंडी शहर में शाम के समय बाजार में सैर करने की बहुत पुरानी संस्कृति रही है। तलावां री कुणी की सैर करने की शहरवासियों में पुरानी रवायत है। इंदिरा मार्केट के चक्कर को पुराने समय में जब यहां तालाब हुआ करता था तो स्थानिय लोग इसे तलावां री कुणी रा चक्कर कहते थे। लेकिन चौहट्टा बंद होने से यह पुरानी रवायत लुप्त होने के कगार पर पहुंच जाएगी। क्योंकि इस सैर में वाहनों के जाम लग जाने से लोगों को भारी दिक्कतें महसूस हो रही हैं। इसके अलावा शहर की बाकी जगहों के लोगों को भी इस फैसले का खामियाजा जाम लगने और ट्रैफिक बढ जाने के कारण उठाना पड रहा है। शहर वासियों का कहना है कि यह फैसला जनविरोधी है। इससे मंडी के स्थानिय लोगों को कोई सुविधा नहीं हुई है बल्कि इससे हानी ही हुई है। चौहट्टा बंद हो जाने से दोपहिया, तिपहिया, रेहडियों की बाढ साथ लगते मुहल्लों की तंग गलियों में घुस आती है। बडी सडक का बोझ इन तंग गलियों को उठाना पडता है। इन रिहायशी इलाकों में बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को खास तौर पर भारी परेशानी उठानी पड रही है। गलियों में वाहनों की बाढ रोके जाने तक चौहट्टा बंद करने का फैसला वापिस लिया जाना चाहिए। अन्यथा तंग गलियों में बढी वाहनों की भीड आए दिन रिहायशी इलाकों में दुर्घटना का सबब बन सकती हैं। जैसा कि यह भी कहा जा रहा है कि मालरोड की तर्ज पर चौहट्टा संवरेगा। लेकिन चौहट्टे को संवारने का काम शहरवासियों की परेशानी की कीमत पर नहीं होना चाहिए। मंडी शहर का इतिहास करीब 500 वर्ष पुराना है और यहां का स्थापित्य, सडकों और गलियों की बनावट और क्षमता को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए। ये गलियां उस जमाने का वास्तुशिल्प है और यह आजकल के वाहनों की भारी भीड के लिए उचित नहीं हैं। अगर शहर में बाई पास का निर्माण हो जाए तभी शहर को वाहन मुक्त करने का विचार भलीभूत हो सकता है। चौहट्टा में वैसे भी नो पार्किंग जोन है और अगर प्रशासन चाहे तो ट्रैफिक को शाम के समय वन वे ही रखा जा सकता है जिससे सभी लोगोंं को राहत मिल सके। शहरवासियों का कहना है कि स्थानीय लोगों की परेशानियों को देखते हुए चौहट्टा को बंद करने का फैसला बाईपास बनने तक स्थगित किया जाए और तब तक चौहट्टा से शाम के समय वन वे टैफिक करके समस्या का समाधान किया जाए।

मंडी में बनाया जाए आधुनिक पुस्तकालयः शहीद भगत सिंह विचार मंच

मंडी। प्रदेश की सांस्कृतिक और बौद्धिक राजधानी मंडी में आधुनिक और बेहतरीन पुस्तकालय के निर्माण की मांग की गई है। इस संदर्भ में शहर की संस्...