Saturday, 30 November 2013
बीएसएनएल को हर्जाना अदा करने के आदेश
Friday, 29 November 2013
मंडी संसदीय युकां ने की जोगिन्द्रनगर में बैठक
मंडी। प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र की युवा कांग्रेस की बैठक जोगिन्द्रनगर की ढेलू पंचायत में आयोजित हुई। जिसकी अध्यक्षता मंडी संसदीय क्षेत्र के नवनिर्वाचित अध्यक्ष आदित्य विक्रमादित्य सिंह ने की। उन्होने बताया कि बैठक का उदेश्य मनरेगा के क्रियान्वयन और समस्याओं पर विचार विमर्श करना था। युकां इन समस्याओं को प्रदेश सरकार के समक्ष रख कर इनका निदान करवाएगी। उन्होने बताया कि इस समय हर माह 14 दिनों के लिए दो मस्ट्रोल दिये जाते हैं जबकि लोगों का मानना है कि 14 में से 3-4 दिन इसको सुचारू करने की प्रक्रिया और वेतन के भुगतान में ही लग जाते हैं। उन्होने कहा कि काम के दिन 100 से बढा कर 150 करने के लिए युकां प्रयास करेगी। इस अवसर पर मंडी संसदीय क्षेत्र के उपाध्यक्ष अनिल शर्मा, महासचिव प्रवीण ठाकुर, करूण वैराग, वीर सिंह ठाकुर, विभिन्न खंडों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव व अन्य पदाधिकारी, स्थानीय पंचायत के प्रधान, एडवोकेट भीम सिंह तथा युकां कार्यकर्ता मौजूद थे।
उदघोषित अपराधी को एक साल की सजा
प्रतिभा सिंह के मंडी दौरे पर बधाई दी
मंडी। सदर कांग्रेस कमेटी के महासचिव व नगर परिषद के मनोनीत पार्षद आकाश शर्मा ने मंडी संसदीय क्षेत्र की सांसद प्रतिभा सिंह द्वारा संसदीय क्षेत्र का विस्तृत दौरा करने पर उन्हे बधाई दी है। उन्होने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान करोडों रूपये विकास कार्यों पर खर्च हो रहे हैं। मंडी शहर में 24 घंटे पानी के लिए 83 करोड की परियोजना पेयजल आपूर्ति के लिए बनाई जा रही है। इसके अलावा अन्य विकासोन्मुखी कार्यों के लिए 27 करोड की योजना दिलाने के लिए पंचायती राज मंत्री अनिल शर्मा और सांसद प्रतिभा सिंह के सफल प्रयास हैं। इसके अलावा रेडक्रास के माध्यम से आपरेशन थियेटर में आधुनिक आपरेशन टेबल, करसोग के लिए एंबुलैंस व अन्य वितिय सहायता लाभार्थी लोगों को दी जा रही है। जिसके बेहतरीन उदाहरण द्रंग, चच्योट व सुंदरनगर क्षेत्र हैं।
Thursday, 28 November 2013
लिखता हुं कि वाकयाते हाल लिख सकुं
लिखता हुं कि वाकयाते हाल लिख सकुं,
बेचैन जिंदगियों के सवाल लिख सकुं,
मेहनत की लूट का है दौर मेरे भाई,
दलाली की मुट्ठी की पडताल लिख सकुं,
काबिज है ठंडे गुंडों की तादात हर तरफ,
पीछे छुटती सच्चाई की बात लिख सकुं,
खतरनाक है मुर्दा सी चुप्पी भरी यहां,
मरते सपनों को सिलसिलेबार लिख सकुं,
समीर कश्यप
Sameermandi@gmail.com
28-11-2013
Tuesday, 26 November 2013
बीमा कंपनी को एक लाख रूपये मुआवजा अदा करने के आदेश
Monday, 25 November 2013
फोरेंसिक साईंस पर वकीलों की कार्यशाला आयोजित
Sunday, 24 November 2013
पाड्डल महल्ले री सैर
पाड्डल महल्ले री सैर (मंडयाली लेख-12)
आपणे शैहरा जो नजदीका ले देखणे रे मकसदा ले शुरू हुईरी मेरी सांझकणी सैर आज आपणे आखरी पडावा तका पुजी गईरी। इन्हा सैरा ले क्या कुछ निकली पाया ये तो विश्लेषण करूआं हे पता लगणा। पर फिलहाल इतना जरूर हा भई मुंजो मंडयाली बिच आपणी कलम चलाणे रा थोडा बौहत भ्यास पई हे गया। ऐता के ऐहडा बी लगया करहां भई आसौ जेबे बी मौका मिलो गल्ला रा मतलब मंडयाली बिच बी ऐकी बारी सोचणे री कोशीश करनी चहिए होर यों चीजा मंडयाली बिच बोलणे होर लिखणे री बी कोशीश करनी चहिए। फिलहाल हाउं तुसा जो आपणी एस पैहले दौरा री आखिरी सैरा कठे पाडल महल्ले जो लेई चलहां। पाडला री सैर हाउं ब्यास दरयावा होर सुकेती खाडा रे संगमा पर बणीरे पंचवक्तर महादेवा रे प्राचीन मंदरा ले शुरू करहां। पंचवक्तर महादेवा रा ये मंदर पुरातत्व विभागा रे संरक्षणा बिच हा। आईसीएस मनमोहन होरी री कताब हिस्ट्री आफ मंडी स्टेटा बिच उल्लेख आवहां भई एस मंदरा समेत मंडी रे 14 मंदरा रा निर्माण मंडी रियासता रे राजा सिद्ध सेन (1684-1727) होरिये करवाईरा। पंचवक्तरा रे अलावा तिन्हे बटक भैरव, सिद्ध भद्रा, सिद्ध जालपा, सिध शंभू महादेव, सेरी टैंक, सिध काली, सिध गणपती और त्रिलोकीनाथ मंदर भी बनाइरे। पंतवक्तरा रा मंदर शिखर शैली बिच बणीरा। मंदर बिच पंजमुखी शिवजी भगवाना री मुर्ति स्थापित ही। मंदरा री पश्चिमा बखा बटक भैरवा रा मंदर हा। हालांकि ये बडी खूबसूरत जगह ही पर ऐसा जगहा री सुंदरता पर मंदरा रे उतर दिशा बखौ बसीरी खानाबदोशा री बस्ती बडा बदनुमा जेह नजारा देहाईं। मंदरा रे सौगी वाली एसा जगहा पर करीब 50 परिवारा री बस्ती ही जिथी यों झोंपडियां बनाई के कई साला ले रैहाएं। इहां बी दरयावा रे कंढे रैहणे वाले इन्हा लोका जो बरसाती बिच पाणी आउणे करूंआ इथी ले हटणा पौहां। इन्हा लोका जो प्रशासना जो इथी ले हटाई के सम्माना सौगी होरी जगह लेई जाई के बसाणा चहिए। होर एस जगहा जो मंदरा के जोडी के सुंदर कितेया जाणा चहिए। इतने महत्व रा स्थल हुणे रे बावजूद इथी तका पहुंचाणे कठे कोई बोर्ड नी लगीरे जेता के कई लोका जो एस स्थल तका पौहचणे री कोई जानकारी नीं ही। ये स्थल धार्मिक पर्यटना रे रूपा बिच विकसित करने कठे बौहत माफिक है। पंचवक्तर महादेवा रे मंदरा कठे बंगले महल्ले री शिवा बावडी बाले ले एक छोटा पुल बणीरा। सुकेती खाड्ड इथी ब्यास दरयावा के मिलहाईं। पुल पार करदे हे सिधु राम बुक सैलर होरी रे प्रयास के पीपला रे टैले बाले हनुमान रा मंदरा बणीरा। एते थोडा उपरा बखौ सिध भद्रा माता रा मंदर हा। सिध भद्रा मंदरा रे पुजारी मेरे न्याहली हे। सौगी हे बजीरा होरी रे घरा साईं बाबा होरी रा मंदर हा। पंचवक्तरा ले पाडला जो जाणी वाली सडका सौगी हे प्रोफेसर ओ सी मल्होत्रा होरी रा घर हा। तिन्हा रे घरा अगे म्युजिका रे लैक्चरार लगीरे हेमराजा होरी रा घर हा। हेमराज मेरे दोस्त सिंगर जे पी होरी रे शागिर्द हे। जे पी, कपिल, गुलाबा भाई, सतीश भाई, मधुकर भाई आसारी खास दोस्ती थी होर आसे कालेज टाइमा बिच गजला होर क्लासिकला रा बडा मजा लैहाएं थे। सुमन भाई बी आसा बिच बडे क्रियेटिव थे। नाटक, साहित्य होर पेटिंग तिन्हा री सभी विधा बिच बडी गहरी रूची थी। सुमन भाई री याद इधी कठे आई क्योंकि इन्हारा क्वाटर बी बौहती वकता तक इथी हे रैहा। इथी हे मेरे क्लासफेलो निजू भाई होरी रा घर हा। इन्हा रे घरा अगे व्यास गैस्ट हाउस हा। व्यास गैस्ट हाउसा रे हेठा बखौ पुराणे जमाने री बौवडी ही। नीजू होरी रे घरा ले पुराणा रस्ता गोपाली मास्टरा होरी रे घरा बखौ जाहां। गोपाली गुरू जी रा परिवार जगन्नाथ मंदरा रे पुजारी हे। पाडला रा जगन्नाथ मंदर बी बडा ऐतिहासिक होर प्राचीन हा। गोपाली गुरू जी रे छोटे मठे वेदू भाई जी के मेरी फुटबाल प्लेयर हुणे करूआं बडी अच्छी अंडरस्टैडिंग ही। पाडला री सैर लिखणे रे दौरान हे वेदू भाई मुंजो एक दिन कोर्टा टखरी गए ता तेबे तिन्हे मंदरा रे इतिहासा रे बारे बिच मुंजो दसया भई ये मंदर राजा गूर सेन होरिये सन 1679 बिच बनाया था। मंदरा कठे राजा गुर सेन होरिये उडिसा रे जगन्नाथ मंदरा ले संगमरमरा रे सिंघासना परा बठयाली कने काष्ठ विग्रह री मुर्तियां लयांदीरी। मंदरा बिच भगवान कृष्ण, सुभद्रा होर बलरामा री मुर्तियां ही। कुछ साल पैहले उडीसा री तर्जा पराले मंडी बी जगन्नाथ री यात्रा निकलाईं थी। पर ऐभे कुछ साल ले बंद हुई गईरी। जगन्नाथा रे मंदरा पीछे बखौ एडवोकेट सतीश शर्मा होरी रा घर हा। मंदर बाले रे मैदाना सौगी हे अनु भाई होर तरूण भाई होरी रा घर हा। इन्हारे घरा पीछे बखौ एडवोकेट चमन लाल शर्मा होरी रा घर हा। बाईं बखौ जाणे वाली सडका बिच ड्राईंग गुरू जी होरी रा होर एंटी भाई, अन्ने भाई होरी रा घर हा। पाडला रा छुहडु होर बाईं रा पाणी बडा स्वाद हा। पर सवाल ये पैदा हुआं भई इन्हा स्त्रोता रा इतना भारी पीणे लैक पाणी आसे टैप नी करी पांदे होर ये बेकार खाडा बिच चली जाहां। जबकि शैहरा जो 24 घंटे पाणी देणे कठे कई किलोमीटर दूर कमांदा उहला रा पाणी ल्याउणे कठे करीब 80 करोडा री स्कीमा पर काम चली पौहां। बाईं पौहचीं के छोटे टिल्ले होर बडे टिल्ले री याद नी आओ ता ऐहडा नी हुई सकदा। क्योंकि बाईं पौहचुआं ता ऐहडा लगहां भई एक बारी छोटे टिल्ले जो जाई हे आवाहें होर तिन्हा चट्टाना जो एक बारी भी देखी लैइयें जिन्हा पर खाडा नहाउंदे वकता आसे भर तौंदिया सुतीरे हुआएं थे होर आसारी मम्मियां कुगस लेई के आवाहीं थी होर आसारे कपडे लेई जाहीं थी। खैर स्यों गला ता ऐभे नीं रैही शायद। बाईं उपरा बखौ संडे मिसतरी होरी रा घर हा। पाडला री लगभग सारी जमीना पर ऐभे घर हे घर सुझाहें। बाईं ले एक रस्ता सदर थाणे बखौ निकलहां। एस रस्ते ले हे मेरी माया बुआ जी रे मठे पाल भाई होरी होर अजय कात्यायना होरी रा घर हा। इन्हुए पुराणे घरा जो बी रस्ता हा जिथी हंसू भाई होर कमलू भाई होरी रैहाएं। पाडला रे अजू भाई, डोला भाई, गोल्डी भाई, सीरिया, सनू मियां होरी रे घरा के आसारे परिवारा रे पुराणे संबंध हे। अजू भाई होरी राजेयां रे परिवारा ले संबंध रखाहें। इन्हारे घरा बाले आजकाले मार्केट बणी गईरी। इथी आसारे महेश शर्मा मेछी भाई होर पुराणी मंडी रे मास्टर भाई होरीए दुकाना खोलीरी। सौगी वाली बिल्डिंगा बिच टारना वाले बिट्टु भाई रा जिम हा। एसा हे बिल्डिंगा बिच डा. चंद्रशेखर भाई री अकाडमी बी ही। पाडला रा गीता भवना साहित्य चुडामणी पं. भवानी दत शास्त्री होरी रे वकता बिच कई गतिविधियां रा केन्द्र हुआं था। गीता भवना रे मोडा पर पीपला रा टैयला हा। इथी री सडक कई वक्ता ले खराब ही पता नी ये की नी ठीक हुई पांदी। इथी मंडी कालेजा रे प्रोफेसर होर प्रिसींपला रे क्वाटर हे। आजकाले मंडी कालेजा रे प्रिसींपल जमवाल सर हे। पीपला सौगी हे एक रस्ता शिव शंभू मंदरा बखौ जाहां था। आजकाले एस रस्ते पराले जिमीखाना क्लबा वालेयां दीवार लगाई दितीरी। होर एक दरवाजा लगाई के इथी ताला लगाई दितीरा। दीवारा पर एक बोर्ड हा लटकी रा भई शिव शंभू मंदरा जो एभे आसे भ्यागा 6 ले 9 बजे तका हे जाई सकाहें बाकि वक्त ये दरवाजा बंद रैहां। शिव शंभू मंदर राजा सिध सेन होरीए ब्यास दरयावा रे कंढे स्थापित कीतीरे। इथी एक विशाल शिवलिंग स्थापित हा। कालेजा री आसारी पढाई रे सौगी-2 आसारी एक क्लास शिव शंभू बी लगहाईं थी। शिवशंभू तैराकी करने वाले जो तैराक मनया जाहां था। कालेजा ले जेबे बी बंक लगहां था ता सभी थे नजदीक पर्यटन स्थल शिवशंभू हे हुआं था। पर ऐहडा सुणी के एभे बडा बुरा लगहां भई शिव शंभू रे दर्शन आसे भ्यागा सिर्फ दो घंटे तका हे करी सकाहें। हालांकि महल्ले वालेयां एस बारे बिच प्रयास बी किते थे पर अझी तका शिव शंभू रे मंदरा रे दर्शन 24 घंटे कराणे री लडाई पूरी नी हुई पाईरी। एस स्थला जो दर्शाणे कठे कोई बोर्ड या जानकारी किथी बी नी लगीरी। जेता के ये ऐतिहासिक मंदर आज भी उपेक्षित रैही गईरा। शिव शंभू जो जाणे कठे एक रस्ता साईंस ब्लाका ले जालपा माता जो जाणे वाली सडका बटिहें बी था। पर एस रस्ते परा बी ऐभे दीवार लगी गईरी। जालपा माता रा मंदर बी बडा पुराणा हा होर ये मंदर बी राजा सिध सेन होरिये बनाइरा। पप्पू भाई, नवीन भादर भाई होरी रा घर मंदरा सौगी हे हा। जिमीखाना क्लब मंडी रा बडा पुराणा क्लब हा। पर एस क्लबा रे सदस्य मंडी रे सारे अमीर लोक हे। क्लबा के मंडी रे आम लोका जो कोई लैणा देणा नीं हा। क्योंकि एता रा प्रयोग आम लोका कठे नीं हुंदा होर मेंबर हे इथी आई सकहाएं। हालांकि क्लब एक लान टेनिस ग्राउंड था। पर बाझी रखरखावा के ये बी बर्बाद हुई गईरा। सरकारा जो क्लबा री इतनी बेशकीमती जमीना रा जनता कठे सदुपयोग करने री कोई योजना सोचणी चहिए। पुलिसा रे एएसपी होर डीएसपी रे क्वाटर बी पाडला हे। इन्हा क्वाटरा ले अगे सदर थाणा हा। इहां ता थाणे रे नावां ले हे डर लगी जाहां पर थोडा वक्त पैहले मुंजो ठाणे बिच पैरा लीगल वालंटियरा रे तौरा पर काम करने रा मौका मिलया तो पुलिस महकमे जो थोडा नजदीका ले देखी सकया। पुलिसा जो तनखाह जनता रे पैसे ले मिलहाईं। इधी कठे पुलिस जनता कठे बणीरी होर जनता जो पुलसा ले डरना नीं चहिए बल्कि तिन्हा जो सहयोग देणा चहिए। ठाणे अग्गे बखौ मिल्ट्री वालेयां रा बनाईरा ज्वाला माता मंदर हा। पाडला रा मैदान जेहडा आजकाले पाधरा हा तेडा पैहले ले हे नी था बल्कि बोलहाएं भई पैहले इथी दलदल हुआईं थी। होर बादा बिच मिल्ट्री वालेयां ये मैदान बनाया था। मिल्ट्री पैहले पाडला हे हुआईं थी। जिथी आजकाले आईआईटी मंडी री बिल्डिंग बणीरी इथी पैहले बैरका होर अस्तंबल हुआएं थे।
इतिहास ता वक्ता सौगी-2 बदलदा रैहां। जेबे हाउं पांज साला रा था ता घंटेघर नर्सरी स्कूला रा मेरा फोटो हा एक जेता बिच हाउं पहाडी बणीरा होर लीला आंटी री बेटी मधु पहाडन बणीरी। ये फोटो तेस वकता रा हा जेबे शिवरात्री पाडला री चानणी सामहणे हुआईं थी। पाडल मैदान अझे तका कंपलीट स्टेडियम नी बणी पाईरा। हालांकि इथी क्रिकेटा री दलीप ट्राफी होर रणजी रे मैच सभी थे पैहले हुईरे। होर मंडी रे मैदाना री तुलना कई क्रिकेटरे लार्डसा रे मैदान के कितीरी। चलो ये अच्छा बी रैहा भई इथी स्टेडियम नी बणेया। नी ता इथी एक हे गेम हुणी थी होर बाकी गेमा कठे अलग मैदान तोपणा पौणा था। स्टेडियम ता बणी नी पाईरा पर एक पेवेलियन होर आधा ग्राउंड कवर करने वाली पैडियां जरूर बणी गईरी। एभे टैनिस हाला बिच सरकारी जिम बणी गईरा। बैडमिंटन हाल बी खिलाडियां कठे अच्छी सुविधा हुई गईरा। पर पाडला रे मैदाना री हालत बडी खस्ता ही। जेबे बी कोई बडा आयोजन हुणा हो ता पाडला री ऐसी तैसी फिरी जाहीं। साल भर चाहे अंतराष्ट्रीय शिवरात्री हो या फेरी केसी नेते या बाबे रा प्रवचन। हर बारी घायल हुणे री बारी पाडला रे मैदाना री हे हुआईं। इन्हा आयोजना के एस शानदार ग्राउंडा रा सत्यानाश हुई गईरा। कधी हरभरा रैहणे वाला ये ग्राउंड इन्हा आयोजना बाद गढढेयां जो भरने कठे प्रयोग हुणे वाले गंदी माटी बिछाई के खराब हुई गईरा। मैं जेबे 8 साला रा था तधी ले भूषण होर पीनू रे सौगी-2 पाडला फुटबाल खेलणा शुरू करी दितेया था। आज भी हाउं भ्यागा पाडला फुटबाल खेलुआं आईरा। फुटबाल खेलणे होर देखणे ले ज्यादा रोमांचक मुंजो होर कोई काम नीं लगदा। एहडा लगहां भई गेमा बाद आसे भगवाना रे बडे नजदीक पौहंची जाहें। विवेकानंदा रा ये विचार मुंजो बडा प्रेरणादायी लगहां भई पूजा पाखंडा ले बढिया हा एक घंटे तका फुटबाल खेलणा। पाडला रे ग्राउंडा बाहर पार्किंग बणने ले गडियां खडी करने री आसानी हुई गईरी। मंडी री आईटीआई प्रदेशा री सभी थे पुराणी आईटीआईया मंझा ले एक ही। नौवां सुकेती पुलह बणने ले आसे पासे रे इलाके बिच बी बदलाव आई गईरे। फुटपाथा री दुकाना हटणे ले ये जगहा खुली-2 लगाहीं ऐभे। पुलिस लाईना बाहर कमलू भाई होर अशोके री दुकान ही। इथी ले उपरा बखौ पुष्पराज प्रधाना होरी रे घरा जो सडक जाहीं। पुष्पराज प्रधाना होरी रे घरा उपरा बखौ रेस्ट हाउस हा। टुरिज्मा वालेयां रे टुरिस्ट लॉजा री बिलडिंग आजकाले आईआईटी वालेयां बाले ही। नौवां बस स्टैंड आधा अधूरा हे शुरू हुई गईरा। हालांकि बस स्टैंडा रे बारे बिच ऐहडी शिकायत सामणे आईरी भई ऐता बिच वोल्वो बस जाई हे नी सकदी। कई वक्ता ले बस स्टैंडा रा बंद काम ऐभे भी शुरू हुई गईरा। जेता के बची रे कामा री जल्दी पूरे हुणे री उम्मीद बधी गईरी। सन 1985 ले 1995 तका रा मेरा वकत पाडला हे गुजरीरा क्योंकि मेरा इतना लंबा पढाई रा वकत रैहीरा। इधी कठे पाडला के मेरी अनगिनत यादा जुडीरी जिन्हा जो मैं इथी नी लिखी सकदा। पर इतना जरूर बोलणा चाहां भई मंडी कालेजा मुंजो ज्ञान री रोशनी मिलही जेता रे परयासे बिच हाउं आज कुछ लिखणे पढने होर समझणे रे काबिल हुईरा। मेरे कालेजा जो मेरा सलाम। कालेजा बाहर पंचायत भवन हा। कालेजा पीछे ले एक गली रामचंद्र मंदरा जो जाहीं। रामचंद्र मंदर बी बडा ऐतिहासिक हा। इथी तिरूपती रे मंदरा साहीं रामचंद्र भगवाना री चतुर्भुजा वाली मुर्ति ही। मंदरा रे सौगी व्यास देव गुरू जी होर मंदरा रे पुजारियां रे घर हे। मंदरा हेठा बखौ दरयावा रे कंढे एक पुराणी बायं ही। बस स्टैंडा ले भ्यूली जो जाणे वाली सड़का ले एक सडक मोतीपूरा रे जंगला बखौ जाहीं जे अगे जाई के दुदर हुंदे हुए कीपडा तक जाहीं।
थोडी दूर चलणे पर गुरू गोविंद सिंह गुरूद्वारा आवंहां। गुरू गोविंद सिंह राजा सिध सेना होरी रे कार्यकाला बिच मंडी आए थे। होर जिथी गुरूद्वारा बणीरा इथी ठैहरे थे। गुरू गोविंद सिंह होरीये गुरूद्वारे हेठ कोलसरा री जानी पर तपस्या कीती थी। गुरूद्वारे बिच अझी बी गुरू गोविंद सिंह रा सामान रखोहीरा। गुरूद्वारे पीछे आईटीआई होस्टला बखौ ऐभे एक बडी कलौनी बसी गईरी। एडवोकेट नागेश्वर शर्मा, कर्नल होरी, लखनपाल भाई होर सुक्खा भाई होरी रे घर इथी हे। भ्युली चौका पर सिलैंडरी उस्तादा होरी रा घर हा। उस्ताद होरी आजकाले महामृत्युंजय रे पुजारी बणी गईरे होर ज्यादा वकत मंदर हे गुजाराहें। सौली खाडा आजकाले कई होटल होर रेस्टोरेंट बणी गईरे। जिन्हा बिच शिकारा, मंजुल, सिंगार, रिवर बैंक, ब्लैक पिपर बगैरा रे नावं लेई सकहाएं। पाडला मोतीपूरा जो मुडने वाले सडका सौगी शशी रा पेट्रोल पंप हा। जबकि एन एच 21 परा सौली खाडा मितला होरी रा पेट्रोल पंप हा। सौली खाडा विनोद भाई, हकलू भाई होर मधु भाई री दुकाना ही। पाडला रे पार्षद एस बारी यंग दीपक भाई बणीरे। इन्हा ले भविष्य री राजनीती जो बडी उम्मीद ही। इन्हा रा घर बी सौली खाडा हे हा। इहां ता मेरे रवि मामा होर यती मामा होरी रा घर बी सौली खाडा हा पर तिन्हा रे घर पंचायता बिच पई जाहें। गुडु मामे रा घर, राजू चटर्जी रा घर होर दिनेश शर्मा कुकु भाई ठेकेदारा होरी रा घर बी सौली खाडा हे हा। मेरे क्लासफेलो गोपू री बिल्डिंग कुछ वकत पैहले अचानक ढली गई थी। जेता के प्रोफेसर वीरी सिंह चौहान होरी रे घरा जो भी नुकसान पौहंचेया था। सौली खाडा एन एच -21 रे हेठली बखा रे घर पाडला बिच पौहाएं जबकि उपरा बखा रे घर नेला पंचायता बिच आवाहें। महल्ले रे आखरी कुणे तक जाणे बाद हाउं आपणी वापसी री सैर शुरू करहां। महल्ला इतना लंबा-चौडा हा भई सैर पूरी करने बिच मुंजो करीब दो घंटे रा वकत लगया। खैर, मेरी सांझकणी सैरा बिच ये मेरी आखरी सैर थी। एसा सैरा के मैं आपणी मंडी शहरा री एक परिक्रमा पूरी करी लीती। ऐता के सौगे हे मंडी रे बारे बिच मंडयाली लेखा री ये पहली कडी बी पूरी हुई गई। इन्हा लेखा रे प्रति पढने वालेयां रे सकारात्मक रूझाना के मुंजो इन्हा जो लिखणे री प्रेरणा मिलदी रैही। मेरी मंडयाली री ऐसा लेखमाला जो लिखवाणे कठे तुसा सभी रा बौहत-2 धन्यावाद। फेरी मिलघे भी कधकी, केसकी होरी मौके परा, तेबे तका तुसारा भी के धन्यावाद।
इतिहास ता वक्ता सौगी-2 बदलदा रैहां। जेबे हाउं पांज साला रा था ता घंटेघर नर्सरी स्कूला रा मेरा फोटो हा एक जेता बिच हाउं पहाडी बणीरा होर लीला आंटी री बेटी मधु पहाडन बणीरी। ये फोटो तेस वकता रा हा जेबे शिवरात्री पाडला री चानणी सामहणे हुआईं थी। पाडल मैदान अझे तका कंपलीट स्टेडियम नी बणी पाईरा। हालांकि इथी क्रिकेटा री दलीप ट्राफी होर रणजी रे मैच सभी थे पैहले हुईरे। होर मंडी रे मैदाना री तुलना कई क्रिकेटरे लार्डसा रे मैदान के कितीरी। चलो ये अच्छा बी रैहा भई इथी स्टेडियम नी बणेया। नी ता इथी एक हे गेम हुणी थी होर बाकी गेमा कठे अलग मैदान तोपणा पौणा था। स्टेडियम ता बणी नी पाईरा पर एक पेवेलियन होर आधा ग्राउंड कवर करने वाली पैडियां जरूर बणी गईरी। एभे टैनिस हाला बिच सरकारी जिम बणी गईरा। बैडमिंटन हाल बी खिलाडियां कठे अच्छी सुविधा हुई गईरा। पर पाडला रे मैदाना री हालत बडी खस्ता ही। जेबे बी कोई बडा आयोजन हुणा हो ता पाडला री ऐसी तैसी फिरी जाहीं। साल भर चाहे अंतराष्ट्रीय शिवरात्री हो या फेरी केसी नेते या बाबे रा प्रवचन। हर बारी घायल हुणे री बारी पाडला रे मैदाना री हे हुआईं। इन्हा आयोजना के एस शानदार ग्राउंडा रा सत्यानाश हुई गईरा। कधी हरभरा रैहणे वाला ये ग्राउंड इन्हा आयोजना बाद गढढेयां जो भरने कठे प्रयोग हुणे वाले गंदी माटी बिछाई के खराब हुई गईरा। मैं जेबे 8 साला रा था तधी ले भूषण होर पीनू रे सौगी-2 पाडला फुटबाल खेलणा शुरू करी दितेया था। आज भी हाउं भ्यागा पाडला फुटबाल खेलुआं आईरा। फुटबाल खेलणे होर देखणे ले ज्यादा रोमांचक मुंजो होर कोई काम नीं लगदा। एहडा लगहां भई गेमा बाद आसे भगवाना रे बडे नजदीक पौहंची जाहें। विवेकानंदा रा ये विचार मुंजो बडा प्रेरणादायी लगहां भई पूजा पाखंडा ले बढिया हा एक घंटे तका फुटबाल खेलणा। पाडला रे ग्राउंडा बाहर पार्किंग बणने ले गडियां खडी करने री आसानी हुई गईरी। मंडी री आईटीआई प्रदेशा री सभी थे पुराणी आईटीआईया मंझा ले एक ही। नौवां सुकेती पुलह बणने ले आसे पासे रे इलाके बिच बी बदलाव आई गईरे। फुटपाथा री दुकाना हटणे ले ये जगहा खुली-2 लगाहीं ऐभे। पुलिस लाईना बाहर कमलू भाई होर अशोके री दुकान ही। इथी ले उपरा बखौ पुष्पराज प्रधाना होरी रे घरा जो सडक जाहीं। पुष्पराज प्रधाना होरी रे घरा उपरा बखौ रेस्ट हाउस हा। टुरिज्मा वालेयां रे टुरिस्ट लॉजा री बिलडिंग आजकाले आईआईटी वालेयां बाले ही। नौवां बस स्टैंड आधा अधूरा हे शुरू हुई गईरा। हालांकि बस स्टैंडा रे बारे बिच ऐहडी शिकायत सामणे आईरी भई ऐता बिच वोल्वो बस जाई हे नी सकदी। कई वक्ता ले बस स्टैंडा रा बंद काम ऐभे भी शुरू हुई गईरा। जेता के बची रे कामा री जल्दी पूरे हुणे री उम्मीद बधी गईरी। सन 1985 ले 1995 तका रा मेरा वकत पाडला हे गुजरीरा क्योंकि मेरा इतना लंबा पढाई रा वकत रैहीरा। इधी कठे पाडला के मेरी अनगिनत यादा जुडीरी जिन्हा जो मैं इथी नी लिखी सकदा। पर इतना जरूर बोलणा चाहां भई मंडी कालेजा मुंजो ज्ञान री रोशनी मिलही जेता रे परयासे बिच हाउं आज कुछ लिखणे पढने होर समझणे रे काबिल हुईरा। मेरे कालेजा जो मेरा सलाम। कालेजा बाहर पंचायत भवन हा। कालेजा पीछे ले एक गली रामचंद्र मंदरा जो जाहीं। रामचंद्र मंदर बी बडा ऐतिहासिक हा। इथी तिरूपती रे मंदरा साहीं रामचंद्र भगवाना री चतुर्भुजा वाली मुर्ति ही। मंदरा रे सौगी व्यास देव गुरू जी होर मंदरा रे पुजारियां रे घर हे। मंदरा हेठा बखौ दरयावा रे कंढे एक पुराणी बायं ही। बस स्टैंडा ले भ्यूली जो जाणे वाली सड़का ले एक सडक मोतीपूरा रे जंगला बखौ जाहीं जे अगे जाई के दुदर हुंदे हुए कीपडा तक जाहीं।
थोडी दूर चलणे पर गुरू गोविंद सिंह गुरूद्वारा आवंहां। गुरू गोविंद सिंह राजा सिध सेना होरी रे कार्यकाला बिच मंडी आए थे। होर जिथी गुरूद्वारा बणीरा इथी ठैहरे थे। गुरू गोविंद सिंह होरीये गुरूद्वारे हेठ कोलसरा री जानी पर तपस्या कीती थी। गुरूद्वारे बिच अझी बी गुरू गोविंद सिंह रा सामान रखोहीरा। गुरूद्वारे पीछे आईटीआई होस्टला बखौ ऐभे एक बडी कलौनी बसी गईरी। एडवोकेट नागेश्वर शर्मा, कर्नल होरी, लखनपाल भाई होर सुक्खा भाई होरी रे घर इथी हे। भ्युली चौका पर सिलैंडरी उस्तादा होरी रा घर हा। उस्ताद होरी आजकाले महामृत्युंजय रे पुजारी बणी गईरे होर ज्यादा वकत मंदर हे गुजाराहें। सौली खाडा आजकाले कई होटल होर रेस्टोरेंट बणी गईरे। जिन्हा बिच शिकारा, मंजुल, सिंगार, रिवर बैंक, ब्लैक पिपर बगैरा रे नावं लेई सकहाएं। पाडला मोतीपूरा जो मुडने वाले सडका सौगी शशी रा पेट्रोल पंप हा। जबकि एन एच 21 परा सौली खाडा मितला होरी रा पेट्रोल पंप हा। सौली खाडा विनोद भाई, हकलू भाई होर मधु भाई री दुकाना ही। पाडला रे पार्षद एस बारी यंग दीपक भाई बणीरे। इन्हा ले भविष्य री राजनीती जो बडी उम्मीद ही। इन्हा रा घर बी सौली खाडा हे हा। इहां ता मेरे रवि मामा होर यती मामा होरी रा घर बी सौली खाडा हा पर तिन्हा रे घर पंचायता बिच पई जाहें। गुडु मामे रा घर, राजू चटर्जी रा घर होर दिनेश शर्मा कुकु भाई ठेकेदारा होरी रा घर बी सौली खाडा हे हा। मेरे क्लासफेलो गोपू री बिल्डिंग कुछ वकत पैहले अचानक ढली गई थी। जेता के प्रोफेसर वीरी सिंह चौहान होरी रे घरा जो भी नुकसान पौहंचेया था। सौली खाडा एन एच -21 रे हेठली बखा रे घर पाडला बिच पौहाएं जबकि उपरा बखा रे घर नेला पंचायता बिच आवाहें। महल्ले रे आखरी कुणे तक जाणे बाद हाउं आपणी वापसी री सैर शुरू करहां। महल्ला इतना लंबा-चौडा हा भई सैर पूरी करने बिच मुंजो करीब दो घंटे रा वकत लगया। खैर, मेरी सांझकणी सैरा बिच ये मेरी आखरी सैर थी। एसा सैरा के मैं आपणी मंडी शहरा री एक परिक्रमा पूरी करी लीती। ऐता के सौगे हे मंडी रे बारे बिच मंडयाली लेखा री ये पहली कडी बी पूरी हुई गई। इन्हा लेखा रे प्रति पढने वालेयां रे सकारात्मक रूझाना के मुंजो इन्हा जो लिखणे री प्रेरणा मिलदी रैही। मेरी मंडयाली री ऐसा लेखमाला जो लिखवाणे कठे तुसा सभी रा बौहत-2 धन्यावाद। फेरी मिलघे भी कधकी, केसकी होरी मौके परा, तेबे तका तुसारा भी के धन्यावाद।
समीर कश्यप। 24-11-2013..sameermandi.blogspot.com
लीगल एड कौंसल का ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित
मंडी। जिला विधिक प्राधिकरण की ओर से लीगल एड कौंसल और रिटेनर लॉयर का एक दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिला भर के विभिन्न न्यायलय के 43 अधिवक्ताओं ने भाग लिया। जिला एवं सत्र न्यायधीश एस सी कैंथला ने बताया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशों के तहत राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के आदेशों की अनुपालना करते हुए जिला विधिक प्राधिकरण की ओर से रविवार को एक दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमेें जमानत और रिमांड के लिए तैनात लीगल एड कौंसल का कार्य कर रहे अधिवक्ताओं और रिटेनर अधिवक्ताओं ने भाग लिया। उन्होने बताया कि इस कार्यक्रम का उदेश्य गरीबों को दी जाने वाली विधिक सहायता की गुणात्मकता को बढाया जा सके। इस अवसर पर जिला एवं सत्र एस सी कैंथला, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश (एक) पदम सिंह ठाकुर, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश (दो) पी पी रांटा, मुखय न्यायिक दंडाधिकारी अजय मेहता, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी कोर्ट नंबर एक रमणीक शर्मा, कोर्ट नंबर तीन उपासना शर्मा और कोर्ट नंबर चार गीतिका कपिला ने विभिन्न विषयों पर अधिवक्ताओं को जानकारी दी। इस अवसर पर अधिवक्ताओं को सिविल मामलों में गरीबों के लिए कानून के प्रावधानों की जानकारी, जुवेनाइल और आयु की पहचान, बच्चों की देखभाल और सुरक्षा, लिंग समानता, शारीरिक अपंगता, जमानत, रिमांड, पली बारगेनिंग, घरेलू हिंसा आदि विषयों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में जिला एव सत्र न्यायलय सहित सभी उपमंडलीय न्यायलयों के 43 अधिवक्ताओं ने भाग लिया।
नेशनल लोक अदालत में 2170 मामलों का निपटारा
मंडी। नेशनल लोक अदालत के तहत मंडी जिला में 2170 मामलों का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। जबकि मोटर वाहन दुर्घटना के मामलों में लोगों को करीब 52,30,000 रूपये का मुआवजा देनेे के समझौते करवाए गए। जिला एवं सत्र न्यायधीश एस सी कैंथला ने बताया कि नेशनल लोक अदालत के माध्यम से जिला के विभिन्न न्यायलयों में 2170 मामलों का निपटारा किया गया। उन्होने बताया कि लोक अदालत में 2897 मामलों की सुनवाई की गई। जिनमें से करीब 80 फीसदी मामलों का निपटारा कर दिया गया। लोक अदालत के लिए चिन्हित लक्ष्य के अलावा प्रीलिटिगेशन और वाहनों के चालान के मामले भी भारी संखया में निस्तारित हुए। उल्लेखनीय है कि नेशनल लोक अदालत का आयोजन उच्चतम न्यायलय के न्यायधीश और राष्ट्रिय विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष न्यायमुर्ति जी एस सिंह की परिकल्पना के आधार पर किया गया। जिसके तहत उच्चतम न्यायलय से लेकर उपमंडलीय न्यायलयों तक एक ही दिन नेशनल लोक अदालत आयोजित करके भारी संखया में मामलों का निस्तारण सुनिश्चित किया जा सके।
Saturday, 23 November 2013
नेशनल लोक अदालत में हजारों मामलों का निस्तारण
पिक्चरः हेम सिंह ठाकुर
Friday, 22 November 2013
ठाकुर कौल सिंह के जन्मदिन पर कुफरी वासियों ने बधाई दी
मंडी। स्वास्थय मंत्री ठाकुर कौल सिंह के जन्मदिन पर द्रंग विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत कुफरी के युवक मंडल के पूर्व प्रधान ओमकार सिंह भाऊ ठाकरे, ग्राम पंचायत कुफरी के उपप्रधान ओम प्रकाश ठाकुर, धर्मवीर राणा, कांग्रेस कमेटी के प्रधान मेहर सिंह, राम लाल, गोविन्द, जैदेव, मुरारी लाल, देवी सिंह, ब्रेस्तु राम, सरण सिंह, मेघ सिंह, युवा कांग्रेस के प्रधान प्रदीप सिंह, मीनू राम, कुलदीप सिंह, लेखराज, जगदीश, राजेन्द्र, नीलमणी, ज्ञान विज्ञान समिति के प्रधान चमन लाल, महिला मंडल के प्रधान व सदस्यों तथा अन्य स्थानिय वासियों ने उन्हे बहुत-2 बधाई दी है। स्थानिय वासियों ने उन्हे इस अवसर पर जियो हजारों साल की दुआ दी है।
पाठशाला को एक लाख हर्जाना अदा करने के आदेश
Thursday, 21 November 2013
66वें निरंकारी समागम के लिए जत्थे रवाना
राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन 23 नवंबर को
Wednesday, 20 November 2013
सडक ठीक ढंग से न बनाने पर उपायुक्त को ज्ञापन
मंडी। सदर उपमंडल की ग्राम पंचायत मराथु में ननावां गांव के लिए मनरेगा के माध्यम से बन रही सडक में घटिया सामग्री का प्रयोग रोकने के लिए स्थानीय युवक मंडल ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा है। नेहरू युवा मंडल ननावां के प्रधान भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि सरकार ने ननावां गांव की सडक की मुरममत के लिए दो लाख स्वीकृत किये हैं। इस कार्य को स्थानिय पंचायत द्वारा मनरेगा के माध्यम से करवाया जा रहा है। उन्होने बताया कि विगत पांच दिनों से यह कार्य जारी है। भूपेन्द्र के अनुसार गांव के नजदीक सडक के बीच में डोहग नाला पडता है जहां पर सडक की हालत बहुत खराब है। यहां से सडक के लिए सीधी चढाई शुरू होती है। इस जगह पर डंगा लगने के साथ नाले के पानी की निकासी के लिए एक बडा पाईप लगाना जरूरी है। लेकिन इस जगह पर कुहलों में प्रयोग होने वाले दो छोटे-2 पाईप लगाए जा रहे हैं जिससे नाले का पानी नहीं रूक पाएगा और सडक के खराब होने का हमेशा अंदेशा बना रहेगा। इस सडक को बनाने के लिए लोगों ने अपनी मलकियत वाली जमीनें दी हैं। लेकिन स्थानिय वासियों से इस बारे में नहीं पूछा जा रहा है और जब लोग इसका विरोध कर रहे हैं तो कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। युवक मंडल ने ज्ञापन के माध्यम से उपायुक्त मंडी देवेश कुमार से मांग की है कि सडक का निरिक्षण करके ठीक निर्माण सामग्री का प्रयोग करने के निर्देश जारी किये जाएं। अन्यथा स्थानिय वासी सडक को दी गई जमीनों को वापिस लेने के लिए बाध्य होंगे।
स्पीड पोस्ट गंतव्य तक न पहुंचने पर डाक विभाग को 10,000 हर्जाना
Tuesday, 19 November 2013
साक्ष्यों के अभाव में चरस रखने का आरोपी बरी
पंचायत प्रधान का चुनाव निरस्त करने की अपील मंजूर
Saturday, 16 November 2013
बिना तथ्यों के ब्यानबाजी कर रहे अरूण धूमलः हरेन्द्र सेन
Wednesday, 13 November 2013
66वां निरंकारी संत समागम 23 से 25 नवंबर तक
डाक विभाग को पार्सल से छेडछाड करने पर हर्जाना
मंडी। पार्सल को सही हालत में गंतव्य तक न पहुंचाना डाक विभाग को उस समय महंगा साबित हुआ जब जिला उपभोक्ता फोरम ने विभाग को उपभोक्ता के पक्ष में 42,470 रूपये की राशि 30 दिनों में अदा करने का फैसला सुनाया। इसके अलावा विभाग की सेवाओं में कमी के कारण उपभोक्ता को हुई परेशानी के बदले 3000 रूपये हर्जाना और 2000 रूपये शिकायत व्यय भी अदा करने के आदेश दिये। जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष जे एन यादव और सदस्यों रमा वर्मा एवं लाल सिंह ने सदर तहसील के डडौर (नेरचौक) निवासी मैसर्ज जी वी एंटरप्राइजेस के विकेश डोगरा की शिकायत को उचित मानते हुए मंडी के जवाहर नगर स्थित पोस्ट आफिस के वरिष्ठ अधीक्षक, नेरचौक के हैड पोस्ट मास्टर और केन्द्र सरकार को संयुक्त रूप से उक्त राशि का भुगतान 30 दिनों में करने के आदेश दिये हैं। अधिवक्ता राहुल ठाकुर के माध्यम से फोरम में दायर शिकायत के अनुसार उपभोक्ता टीवीसी स्काई शॉप का कार्य डडौर में करते हैं और रजिस्र्टड पोस्ट के माध्यम से वस्तुएं वितरित करते हैं। उपभोक्ता ने मुमबई के थाना स्थित टीवीसी स्काई शॉप को एक पार्सल भेजा था। पार्सल से 42,470 रूपये की वस्तु भेजने के लिए उन्होने विभाग को 281 रूपये अदा किए थे। इसके कुछ दिन बाद उपभोक्ता को नेरचौक के हैड पोस्ट मास्टर ने फोन पर सूचित किया कि पार्सल प्राप्त करने वाले ने इसे लेने से इंकार किया है और उपभोक्ता अपना पार्सल वापिस ले सकता है। उपभोक्ता जब पार्सल लेने गया तो उन्हे पता चला कि पार्सल के साथ छेडछाड की गई है और भेजा गया बॉक्स खाली है। जिस पर उपभोक्ता ने पार्सल वापिस लेने से इंकार कर दिया और इस बारे में विभाग को सूचित किया। लेकिन विभाग की ओर से कोई कदम न उठाने पर उन्होने फोरम में शिकायत दर्ज करवाई थी। फोरम ने अपने फैसले में कहा कि पार्सल से छेडछाड की गई है जिससे जाहिर है कि विभाग ने लापरवाही से कार्य किया है। फोरम ने राष्ट्रिय आयोग की वरिष्ठ अधीक्षक बनाम मंजीत कौर सोठी के मामले में दी गई व्यवस्था के तहत यह माना कि पार्सल से छेडछाड करके अपने दायित्व का निर्वहन नहीं करना सेवाओं में कमी को दर्शाता है। ऐसे में फोरम ने विभाग को पार्सल की मुल्य राशि 30 दिनों में अदा करने के आदेश दिये। वहीं पर विभाग की सेवाओं में कमी के कारण उपभोक्ता को हुई मानसिक यंत्रणा के बदले हर्जाना और शिकायत व्यय भी अदा करने का फैसला सुनाया।
Tuesday, 12 November 2013
हृदय रोग के उपचार के लिए मदद की दरकार
Monday, 11 November 2013
सराज कांग्रेस कार्यकारिणी घोषित
मंडी। कांग्रेस पार्टी ने मंडी जिला के सराज ब्लॉक कार्यकारिणी घोषित कर दी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसका अनुमोदन किया है और सभी सदस्यों को तुरंत काम संभालने के निर्देश दिये हैं। सराज कांग्रेस का अध्यक्ष जगदीश रेड्डी को बनाया गया है। जबकि उपाध्यक्ष हेम सिंह ठाकुर, बृज लाल, महेश कुमार, अमर सिंह, दिले राम, नरोतम राम व लक्ष्मी चंद ठाकुर को बनाया गया है। महासचिव के पद पर टेक सिंह, चिरंजी लाल, बुद्धि सिंह, नारद ठाकुर, डोला राम, शेष राम मंडयाल, मदन शर्मा व गीता देवी ठाकुर को तैनाती दी गई है। कोषाध्यक्ष दिनेश कुमार होंगे, जबकि कार्यकारिणी सदस्य के रूप में खूब राम, उतम राम, केवल राम, लाल सिंह ठाकुर, लाल सिंह, जीवन सिंह, टेक सिंह, चंपा देवी, तपेन्द्र कुमार, मोहन लाल, नारायण सिंह, कुलजीत कौर, रोशन लाल, जगदीश कुमार, ज्ञान चंद, देवराज, ओम प्रकाश व शोभा राम को स्थान मिला है। विशेष आमंत्रित सदस्यों में तारा ठाकुर, चेत राम, शिव लाल, दलीप सिंह, जवाहर वर्मा, खेम सिंह राणआ, मनी राम, डीडी ठाकुर, विजय पाल सिंह चौहान, शेर सिंह, जैसी देवी, मोहर सिंह, कन्हैया लाल ठाकुर व जय कुमार सेना शामिल हैं। आमंत्रित सदस्य विजय पाल सिंह चौहान ने कार्यकारिणी के गठन के लिए प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त किया है। उन्होने कहा कि इस गठन से सराज कांग्रेस एकजुट हुई है और आने वाले 2014 के चुनावों में पार्टी अपना बेहतरीन प्रदर्शन कर जीत हासिल करेगी।
Wednesday, 6 November 2013
चैक बाउंस के आरोपी को एक वर्ष की कैद और 1,28,000 रूपये हर्जाने की सजा
मुख्य न्यायधीश ने अधिवक्ताओं से विकेन्द्रीकरण पर मांगे सुझाव
Saturday, 2 November 2013
संयुक्त संघर्ष समिति वार्ता के लिए आमंत्रित
Friday, 1 November 2013
बीमा को 11,38,646 रूपये अदा करने के आदेश
चौहट्टा में ट्रैफिक बंद करने का शहरवासियों ने विरोध किया
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मंडी में बनाया जाए आधुनिक पुस्तकालयः शहीद भगत सिंह विचार मंच
मंडी। प्रदेश की सांस्कृतिक और बौद्धिक राजधानी मंडी में आधुनिक और बेहतरीन पुस्तकालय के निर्माण की मांग की गई है। इस संदर्भ में शहर की संस्...
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राहुल सांकृत्यायन की श्रेष्ठ कृति दर्शन-दिग्दर्शन का अध्ययन पूरा हुआ। दर्शन जैसे विषय पर मेरे जीवन में पढ़ी गई शायद यह पहली पुस्तक है। प...
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मंडी। नेटफलिक्स की टॉप वेब सीरीज अरण्यक में मंडी से संबंध रखने वाले एक्टर कपिल शर्मा ने दमदार और शानदार अभिनय से अपनी छाप छोड़ी है। इस वेब...
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मंडी। जाति-पाति की जडें समाज को अभी भी कितने गहरे से जकडे हुई हैं इसके प्रमाण अक्सर सामने आते रहते हैं। समाज में गहरी समाई परंपरागत जाति...