मंडी। जिला विधिक प्राधिकरण की ओर से शनिवार को न्यायलय परिसर में संविधान दिवस का आयोजन किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश कृष्ण कुमार ने की। इस मौके पर उन्होने कहा कि 26 नवंबर 1949 को भारत गणराज्य का संविधान बनकर तैयार हुआ था। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेदकर के साल 2015 में 125वें जन्मदिवस पर पहली बार संविधान दिवस मनाया गया था। डॉ. अंबेदकर ने भारत के संविधान को 2 साल 11 माह और 18 दिनों में तैयार करके इसे आज के दिन राष्ट्र को समर्पित किया था। हालांकि इसे देश भर में 26 जनवरी 1950 में लागू किया गया था। उन्होने कहा कि संविधान का पालन करना और उसके आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्रगान का आदर करना हमारा मौलिक कर्तव्य है। इस अवसर पर अतिरिक्त मुखय न्यायिक दंडाधिकारी संदीप सिंह सिहाग ने संविधान की आत्मा कहे जाने वाली प्रस्तावना का पाठ करते हुए संविधान के महत्व को उजागर किया। हिमाचल प्रदेश बार कौंसिल के अध्यक्ष देशराज शर्मा ने कहा कि भारतीय संविधान हमारे देश की स्वंतत्रता के राष्ट्रीय आंदोलन के विचारों की अभिव्यक्ति है। इसमें निहित तत्वों की रक्षा के लिए देश की जनता को हमेशा कृत संकल्प रहना चाहिए। जिला बार एसोसिएशन के प्रधान नीरज कपूर ने प्राधिकरण का कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए धन्यावाद किया। इस मौके पर बार एसोसिएशन के पदाधिकारी, सदस्य और न्यायिक कर्मी मौजूद रहे।
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