मंडी। सराज विधानसभा क्षेत्र की 9 पंचायतों के 3142 मजदूरों को सात माह से मनरेगा की मजदूरी नहीं मिली है। मजदूरों को वेतन के लिए बैंकों के कई चक्कर लगाने पड रहे हैं। ग्रामीण कामगार संगठन के अध्यक्ष संत राम और हेम सिंह ठाकुर की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला कार्यक्रम समन्वयक (मनरेगा) उपायुक्त मंडी को इस संदर्भ में ज्ञापन देकर मजदूरों का भुगतान हर्जाने सहित करने की मांग की है। संगठन के अध्यक्ष संत राम ने सूचना के अधिकार के तहत विकास खंड सराज से मनरेगा मजदूरों के वेतन भुगतान से संबंधित सूचना मांगी थी। सूचना में खंड विकास अधिकारी ने माना है कि ग्राम पंचायत कशौड में 107, खोलानाला 356, बगडाथाज 402, नलवागी 397, जैसला 294, भाटकीधार 468, काउ 290, कल्हणी 595, कुकलाह के 233 मजदूरों का वेतन भुगतान मनरेगा प्रावधानों के अनुरूप समय पर नहीं हुआ है। संत राम ने बताया कि इन 3142 मजदूरों का भुगतान पिछले 6-7 महिनों से नहीं हुआ है। वेतन के चक्कर में ये हजारों गरीब कामगार बैंकों के कई चक्कर लगा चुके हैं। लेकिन हर बार बैंक में राशि जमा न होने के कारण इन्हें खाली हाथ घर वापस लौटना पडता है। उन्होने कहा कि मनरेगा कानून के मुताबिक मजदूरी का भुगतान हर सप्ताह या किसी भी हाल में 15 दिनों के अंदर किया जाना अनिवार्य है। संगठन ने उपायुक्त मंडी को ज्ञापन के माध्यम से इन सभी मनरेगा मजदूरों का वेतन भुगतान मनरेगा कानून के प्रावधानों के अनुसार हर्जाना राशि सहित करने की मांग की है। संगठन ने मांग की है कि जिन अधिकारियों व कर्मचारियों के कारण इन मजदूरों का भुगतान समय पर नहीं हुआ है। उनके खिलाफ कडी कार्यवाही अमल में लाई जाए। Tuesday, 6 August 2013
सराज में 3142 मनरेगा मजदूरों को 7 माह से वेतन नहीं
मंडी। सराज विधानसभा क्षेत्र की 9 पंचायतों के 3142 मजदूरों को सात माह से मनरेगा की मजदूरी नहीं मिली है। मजदूरों को वेतन के लिए बैंकों के कई चक्कर लगाने पड रहे हैं। ग्रामीण कामगार संगठन के अध्यक्ष संत राम और हेम सिंह ठाकुर की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला कार्यक्रम समन्वयक (मनरेगा) उपायुक्त मंडी को इस संदर्भ में ज्ञापन देकर मजदूरों का भुगतान हर्जाने सहित करने की मांग की है। संगठन के अध्यक्ष संत राम ने सूचना के अधिकार के तहत विकास खंड सराज से मनरेगा मजदूरों के वेतन भुगतान से संबंधित सूचना मांगी थी। सूचना में खंड विकास अधिकारी ने माना है कि ग्राम पंचायत कशौड में 107, खोलानाला 356, बगडाथाज 402, नलवागी 397, जैसला 294, भाटकीधार 468, काउ 290, कल्हणी 595, कुकलाह के 233 मजदूरों का वेतन भुगतान मनरेगा प्रावधानों के अनुरूप समय पर नहीं हुआ है। संत राम ने बताया कि इन 3142 मजदूरों का भुगतान पिछले 6-7 महिनों से नहीं हुआ है। वेतन के चक्कर में ये हजारों गरीब कामगार बैंकों के कई चक्कर लगा चुके हैं। लेकिन हर बार बैंक में राशि जमा न होने के कारण इन्हें खाली हाथ घर वापस लौटना पडता है। उन्होने कहा कि मनरेगा कानून के मुताबिक मजदूरी का भुगतान हर सप्ताह या किसी भी हाल में 15 दिनों के अंदर किया जाना अनिवार्य है। संगठन ने उपायुक्त मंडी को ज्ञापन के माध्यम से इन सभी मनरेगा मजदूरों का वेतन भुगतान मनरेगा कानून के प्रावधानों के अनुसार हर्जाना राशि सहित करने की मांग की है। संगठन ने मांग की है कि जिन अधिकारियों व कर्मचारियों के कारण इन मजदूरों का भुगतान समय पर नहीं हुआ है। उनके खिलाफ कडी कार्यवाही अमल में लाई जाए।
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