मंडी। हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक ट्रिब्युनल के मंडी सर्किट बैंच के दौरान एक सप्ताह में 23 मामलों का निस्तारण किया गया। इनमें से 19 नये मामले थे जबकि चार प्रदेश उच्च न्यायलय से ट्रिब्युनल बनने के बाद भेजे गए मामले शामिल हैं। इतना ही नहीं मंडी सर्किट के इस पहले बेंच के दौरान 51 नये मामले दायर किए गये हैं। जिनमें अधिकांश सेवानिवृति के बाद सेवा लाभ न मिल पाने से संबंधित हैं। जबकि अन्य मामलों में कर्मियों को पहले दे दिए गए लाभों की वसूली और तबादला निति के नियमों की अवहेलनाओं व वरिष्ठता आदि से संबंधित हैं। उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक ट्रिब्युनल ने इसी वर्ष 28 फरवरी को कार्य करना शुरू किया था। न्यायमुर्ति वी के शर्मा को ट्रिब्युनल का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। जिन्होने करीब पांच महीने तक अकेले ही मामलों की सुनवाई की। जुलाई माह में ट्रिब्युनल के तीन नये सदस्यों की नियुक्ति के बाद ट्रिब्युनल के दो सर्किट बेंचों ने धर्मशाला और मंडी ने भी कार्य करना शुरू कर दिया है। न्यायमुर्ति वी के शर्मा और सदस्य प्रेम कुमार के बेंच ने धर्मशाला में अक्तुबर माह में पहला सर्किट बेंच लगाया था। जबकि इस महीने केन्द्रीय जोन मंडी का सर्किट बेंच शुरू किया गया है। ट्रिब्युनल के अध्यक्ष न्यायमुर्ति वी के शर्मा ने बताया कि दिसंबर में ट्रिब्युनल का धर्मशाला सर्किट लगेगा। लेकिन जनवरी-फरवरी की छुटियों के बाद मंडी और धर्मशाला में हर महीने एक सप्ताह के लिए सर्किट बेंच बैठना शुरू कर देगा। उन्होने बताया कि मंडी सर्किट के दौरान धर्मशाला सर्किट से अधिक नये मामले दायर हुए हैं। सर्किट के अंतिम दिन जिला बार एसोसिएशन की ओर से ट्रिब्युनल के अध्यक्ष और सदस्य के सममान में चाय पार्टी का आयोजन किया गया।
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