मंडी। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से मंडी और कुल्लू जिला के अधिवक्ताओं की दक्षता बढाने के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। जिला एवं सत्र न्यायधीश बलदेव सिंह ने दीप प्रज्जवलित करके कार्यशाला का आरंभ किया। इस मौके पर उन्होने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से गरीब व जरूरतमंद लोगों को मुफत कानूनी सहायता देने के लिए अधिवक्ताओं का पैनल कार्यरत है। लेकिन अधिवक्ताओं को विधिक सेवा से संबंधित कानूनी पहलूओं से रूबरू करवाने और उनकी दक्षता बढाने के उदेश्य से प्रदेश भर में पहली बार मंडी और कुल्लू जिला के 26 अधिवक्ताओं को दो दिन की कार्यशाला में विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस अवसर पर राज्य विधिक प्राधिकरण के सदस्य सचिव यशवंत सिंह चोगल ने बताया कि दो दिनों के इस प्रशिक्षण के दौरान अधिवक्ताओं को संविधान, विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, पैनल अधिवक्ताओं की भूमिका, आपराधिक और दीवानी कानूनों के प्रावधानों की जानकारी, प्ली बारगेनिंग, ड्राफटिंग आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस अवसर पर प्रदेश बार कौंसिल के अध्यक्ष देश राज शर्मा ने कहा कि गरीब व जरूरतमंद लोगों को न्याय सुलभ करवाने के लिए विधिक प्राधिकरण महत्वपुर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होने कहा कि इस प्रशिक्षण से निश्चित रूप से अधिवक्ताओं की दक्षता में बढौतरी होगी और वह समाज को अपना बेहतर योगदान प्रदान करेंगे। प्रशिक्षण के पहले दिन सदस्य सचिव यशवंत सिंह चोगल और मास्टर ट्रेनर लवनीश कंवर ने अधिवक्ताओं को प्रशिक्षित किया। प्रशिक्षण के शुभारंभ समारोह के दौरान अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश मदन कुमार, मुखय न्यायिक दंडाधिकारी जे एल आजाद, अतिरिक्त मुखय न्यायिक दंडाधिकारी विवेक खनाल, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी कोर्ट नंबर तीन अनिता शर्मा, कोर्ट नंबर चार आकांक्षा डोगरा, जिला बार एसोसिएशन के प्रधान नीरज कपूर, उपप्रधान दिनेश सकलानी, महासचिव नंद लाल सहित कुल्लू और मंडी जिला के पैनल अधिवक्ता मौजूद थे।
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