मंडी। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मनरेगा कामगारों को संगठित करके जनसंघर्षों के लिए लामबंद करेगी। इसके अलावा भूमि अधिग्रहण अध्यादेश का पुरजोर विरोध किया जाएगा। जबकि सूचना के अधिकार और वन अधिकार अधिनियम को लागू करने के लिए भी भाकपा जनजागरण अभियान चलाएगी। भाकपा ने अंतर्राष्ट्रिय शिवरात्रि महोत्सव के दौरान आमंत्रित देवी-देवताओं व देवलुओं के लिए उचित नजराना, रहने-खाने की
व्यवस्था और सत्कार न होने पर मेला कमेटी की निंदा की है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की जिला परिषद की बैठक किसान नेता कामरेड हरदेव सिंह की अगुवाई में रविवार को थनेहडा मुहल्ला स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक में महाराष्ट्र के भाकपा नेता कामरेड गोविंद पनसारे की गोली मारकर निर्मम हत्या की घटना पर दो मिनट का मौन रख कर उन्हे क्रांतीकारी श्रद्धांजली अर्पित की गई। जिला परिषद ने
कामरेड गोविंद पनसारे की हत्या के दोषियों को गिरफतार करके उन्हे कडी सजा देने की मांग की है। भाकपा के जिला सचिव संत राम ने बताया कि पार्टी ने भविष्य की रणनिति तय करते हुए निर्णय लिया है कि केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा कानून को कमजोर करने की साजिशों पर लगाम लगाने के लिए कामगारों को लामबंद करके चुनौती दी जाएगी। उन्होने कहा कि मनरेगा कानून से गांव की तस्वीर बदलने लगी है और
लोगों को घर द्वार पर रोजगार की व्यवस्था मुहैया हुई है। लेकिन केंद्र इस कानून को अप्रभावी बना रहा है। जिसे जनसंघर्षों से हर हाल में रोका जाएगा। भाकपा ने निर्णय लिया है कि पार्टी के संगठन को शाखाओं के स्तर पर सुदृढ किया जाएगा और लोगों के स्थानीय मुद्दों पर पार्टी अगुवा भूमिका निभाएगी। शाखाओं से मिलने वाली फीडबैक के आधार पर सामने आए मुद्दों को लेकर पार्टी शीघ्र ही एक विशाल रैली का आयोजन
करेगी। इसके अलावा इस वर्ष होने वाले पंचायती राज चुनावों के लिए भी पार्टी ने कमर कस ली है। इन चुनावों में भाकपा ने बढ चढ कर भाग लेने का निर्णय लिया है। जिला परिषद की इस बैठक में कामरेड मीरा शर्मा, रूप चंद, मेघ सिंह पालसरा, ललित ठाकुर, लीलानंद, प्रशांत मोहन, नवीन शर्मा और नेक राम सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।
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