
मंडी। अंतर्राष्ट्रिय शिवरात्री महोत्सव की साध्यंकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में संगीत सदन की प्रस्तुतियों को विशेष सराहना मिली है। महोत्सव के दौरान तीसरी सांध्यकालीन संध्या में संगीत सदन की ओर से कार्यक्रम

प्रस्तुत किया गया। जिसमें सदन के छात्रों की ओर से शास्त्रीय संगीत के राग केदार को बंदिशों और तानों सहित प्रस्तुत किया गया। इसके अलावा सदन के कत्थक नृत्य में तकनीक और होली नृत्य की प्रस्तुती को

भी बहुत सराहना मिली है। दर्शकों का कहना था कि इस तरह की मौलिक प्रस्तुतियां सांस्कृतिक संध्याओं में कम ही देखने को मिलती हैं। उल्लेखनीय है कि संगीत सदन विगत कई वर्षों से शास्त्रीय संगीत और नृत्य की प्रस्तुतियां शिवरात्री महोत्सव में प्रस्तुत करता आ रहा है। जिन्हें हर बार दर्शकों द्वारा खूब पसंद किया जाता है।
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