Sunday, 22 February 2015

शिवरात्रि में दरी पर देवलू, कैसे कटेंगी सर्द रातें


मंडी। अंतर्राष्ट्रिय शिवरात्रि महोत्सव में भले ही देवी-देवता आमंत्रित अतिथी होते हैं और इन्ही से महोत्सव की शोभा भी है। लेकिन मंडी जनपद के सभी छोरों से आए इन आमंत्रित अतिथि देवी-देवताओं को मेला कमेटी की ओर से उचित सममान नहीं मिल पा रहा है। मंडी पधारने के बाद कुछ देवता तो अपने पूर्व निश्चित ठिकानों पर विराजमान होते हैं। जबकि कई देवताओं के ठहरने के लिए मेला कमेटी की ओर से विभिन्न स्कूलों व संस्थाओं में प्रबंध किया जाता है। सात दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में देवता अपने देवलुओं के साथ इन ठिकानों में रूकते हैं। लेकिन प्रशासन की ओर से देवलुओं को मात्र दरी ही दी जाती है। जबकि इस भारी सर्दी में देवलुओं के पास बिस्तर आदि की कोई व्यवस्था न होने से उन्हे रात भर ठंड से ठिठुरने के लिए बाध्य होना पड रहा है। देवताओं के पास इतनी क्षमता नहीं होती कि वह देवलुओं के रहने की व्यवस्था कर सकें। वहीं पर देवलुओं के लिए दोपहर के भोजन के लिए यू ब्लॉक में आयोजित की जाने वाली धाम कई बार खाने योगय नहीं होती। बजंतरी आंदोलन के अग्रिम नेता संत राम ने बताया कि शनिवार को यू ब्लॉक में जो धाम देवलुओं को दी गई वह निमन स्तर की थी। उन्होने कहा कि मेहमान को ऐसा खाना खिलाना देव समाज की परंपरा के खिलाफ है। वहीं पर शाम के खाने के लिए राशन के बदले जो राशि दी जा रही है वह देवताओं के साथ आए देवलुओं की संखया के हिसाब से न देकर देवता के रूतबे के हिसाब से दी जा रही है। जो न्यायोचित नहीं है और इससे देव समाज में बंटवारा करने की कोशीश की जा रही है। उन्होने कहा कि राशन की राशी देवताओं के साथ आए देवलुओं की संखया के आधार पर दी जानी चाहिए। संतराम ने कहा कि देवताओं को नजराना देने में भी भेदभाव किया जा रहा है। उनके मुताबिक कई देवताओं को जो विशेषकर दलित समुदाय के देवता हैं उन्हे नाममात्र का नजराना दिया जा रहा है। इन कारणों के चलते देव परंपरा और बजंतरी समुदाय जो इस संस्कृति के संरक्षक हैं अपने आप को अपमानित महसूस करते हैं। संतराम ने कहा कि शिवरात्रि के दौरान देवी देवताओं के रहने के लिए देवसदन का निर्माण शीघ्र किया जाए। देवी देवताओं के सत्कार और आतिथ्य के लिए उन्हे सममान जनक नजराना और भोजन की उचित व्यवस्था की जाए। इसके अलावा देवलुओं को मेला कमेटी की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखने के पास जारी किए जाएं।

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