मंडी। विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर रंगकर्मियों ने गोष्ठी का आयोजन करके रंगमंच की विधा पर चर्चा की। इस गोष्ठी का आयोजन इंडियन पीपलस थियेटर एसोसिएशन और सोसायटी फार दी एंपावरमेंट आफ कलचर डिवेलपमेंट के तत्वाधान से किया गया। इस मौके पर नाटक निर्देशक वेद कुमार ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि नाटक की विधा बहुत सशक्त विधा है और इसका भविष्य उज्जवल है। हालांकि इंटरनेट, टीवी, रेडियो और अखबार जैसे अनेकों माध्यम मौजूद हैं लेकिन अपनी संप्रेषणता की खूबियों के कारण इसके बावजूद भी दुनिया भर के तमाम देशों में रंगमंच हो रहा है। बदलते हुई सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक परिस्थितियों में रंगमंच में भी बदलाव हो रहा है और इसकी जरूरत समाज का आज पहले से ज्यादा हो गई है। इस अवसर पर इप्टा के सचिव समीर कश्यप, कमल देव, अंजली, रूपेश, दुनी चंद, भूपेन्द्र, चंद्र सिंह, गंगा और लतेश मौजूद थे।
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