Sunday, 29 May 2011

डिभा बावडी का जल पूरी तरह से प्रदूषित


मंडी। सैंकडों साल पुरानी भगवाहन मुहल्ला की डिभा बावडी का जल अब पूरी तरह से प्रदुषित हो गया है। बावडी के सत्रोत में अब शौचनुमा पदार्थ आना शुरू हो गया है। जिससे बावडी का कुंड पीले रंग के थककेनुमा पदार्थ भर गया है। जो साफ तौर पर इसके शौच होने का प्रमाण दे रहा है। यहीं नहीं बावडी के सत्रोत से पानी की मात्रा भी बढ गई है। इससे पहले कभी भी पानी का सतर कुंड से ऊपर नहीं चढता था। लेकिन जलसतर अब कुंड की सीढियों के ऊपर रखी मुर्ती के ऊपर तक पहुंच चुका है। यह पानी अब बावडी की दीवारों से बाहर निकल रहा है। गौरतलब है कि इस ऐतिहासिक बावडी का पानी प्रदूषित होने का पता उस समय चला था जब वर्षो से इस पानी का सेवन करने वाले लोगों ने अपने पानी के बर्तन में पीलापन और गंदगी पाया था। इसके बाद सथानिय भगवान युवा मंडल के सदसयों ने उपायुकत और नगर परिषद केपास इसकी सूचना दी थी। नगर परिषद ने बावडी पर पोसटर लगा कर इसके पानी का सेवन न करने को कहा था। नगर परिषद ने बाद में पानी में मामुली खराबी होने के बारे में कहा था और बावडी में लगे पोसटरों को उखाड दिया था। जबकि लोग पानी के साफ होने की बात से सहमत न होने के कारण इन दिनों इस बावडी से पानी न लेकर शिवा बावडी से ही पीने और खाना बनाने के लिए पानी ला रहे हैं। इधर, पिछले दो दिनों से पानी के प्रदुषण में गुणात्मक वृधि हुई है। पानी का प्रदुषण अब नंगी आंखों से देखा जा सकता है। रविवार को भगवाहन युवा मंडल के सदसयों समीर कश्यप, तिलक राज, योगेश, यश कांत, दीपक और भारत भूषण ने जब पानी का प्रदूषण बढते देखा तो उन्होने नगर परिषद के उपाध्यक्ष गगन कश्यप को इस बारे में सुचित किया। जिस पर उपाध्यक्ष बावडी पहुंचे तो वे भी पानी के भारी मात्रा में प्रदुषित होने के साक्षी बने। उन्होने कहा कि छुटी होने की वजह से आज फिलहाल कोई कार्रवाही संभव नहीं है। उन्होने आश्वासन दिया कि सोमवार को वह इस मामले में पहल करके आवश्यक कदम उठाएंगे।

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