मंडी। मध्यस्थता (मिडिएशन) के माध्यम से मामलों के शीघ्र निस्तारण के लिए लोगों को आगे आना चाहिए। यह उदगार जिला एवं सत्र न्यायधीश बलदेव सिंह ने जिला विधिक प्राधिकरण की बैठक में व्यक्त किए। उन्होने कहा कि अदालत में लंबित मामलों को जल्द सुलझाने के लिए लोगों को मिडिएशन की प्रक्रिया का भरपूर फायदा उठाना चाहिए। उन्होने कहा कि लोगों को शीघ्र न्याय सुलभ कराने के लिए देश भर में मिडिएशन की प्रक्रिया को लागू किया गया है। जिसके तहत प्रशिक्षित मिडिएटरों को अदालत में विचाराधीन मामलों को मध्यस्थता के लिए सौंपा जाता है। मिडिएशन के माध्यम से दोनों पक्ष मिडिएटर की मदद से अपनी शर्तों के अनुरूप मामले का समझौता करवा कर हमेशा-2 के लिए अपना विवाद समाप्त करते हैं। जिला एवं सत्र न्यायधीश ने बताया कि मिडिएशन की प्रक्रिया को संचालित करने के लिए विगत कुछ वर्षों से जिला न्यायलय में मिडिएशन केंद्र कार्यरत है। जिला में इस समय 13 मिडिएटर कार्यरत हैं। गत वर्ष मिडिएशन के जरिये 17 मामलों का निस्तारण किया गया है। उन्होने बताया कि मिडिएशन केंद्र में लोगों को एलईडी के माध्यम से जानकारी देना भी शुरू किया गया है। जिला एवं सत्र न्यायधीश ने जिला विधिक प्राधिकरण की गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गरीब, असहाय, महिला, अनुसूचित जाति सहित सभी जरूरतमंद लोगों को मुफत कानूनी सहायता प्रदान कर रहा है। इसके अलावा लोक अदालतों में भारी पैमाने पर मामलों को निस्तारित किया गया। उन्होने बताया कि गत वर्ष जिला में लोक अदालतों में 15173 मामलों को निस्तारित किया गया। लोगों को कानूनी सेवा उपलब्ध करवाने के लिए जिला न्यायलय व उपमंडलीय न्यायलयों में फ्रंट आफिस बनाए गए हैं। जहां पर रिटेनर लॉयर व पीएलवी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसके अलावा विभिन्न पंचायतों में शुरू किए गए ग्रामीण विधिक संरक्षण एवं सहायता केंद्रों में 96 रिटेनर लॉयर तथा पीएलवी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। गत वर्ष प्राधिकरण को मुफत कानूनी सहायता प्रदान के लिए 318 अर्जियां प्राप्त हुई थी। पंचायत स्तर पर लोगों को कानून की जानकारी देने के लिए गत वर्ष विभिन्न पंचायतों में 76 विधिक साक्षरता शिविर आयोजित किए गए। इसके अलावा मनरेगा और माइक्रो लीगल लिटरेसी कैंपों का भी आयोजन किया गया। जिला एवं सत्र न्यायधीश ने बताया कि विभिन्न स्कूलों में कानूनी पाठ पढाने के साथ-2 मौलिक कत्र्वयों की जानकारी भी दी जा रही है। गत वर्ष पेंटिंग व स्लोगल लेखन के माध्यम से विद्यार्थियों में पर्यावरण व पौधारोपण के प्रति जागरूकता लाने के प्रयास भी किये गए हैं। उन्होने बताया कि सुंदरनगर, डैहर, सरकाघाट, बाडी गुमाणु व नागचला स्थित बाल गृहों का समय-2 पर निरिक्षण किया गया और प्राधिकरण की ओर से सुंदरनगर के वृद्द आश्रम में वरिष्ठ नागरिक दिवस मनाया गया। इस अवसर पर जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष पुरेन्द्र वैद्य, अतिरिक्त मुखय न्यायिक दंडाधिकारी विवेक खनाल, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी कोर्ट नंबर तीन अनिता शर्मा, कोर्ट नंबर चार आकांक्षा डोगरा, मोबाइल ट्रैफिक मैजिस्ट्रेट संदीप सिंह सिहाग, जिला विधिक प्राधिकरण के सचिव कपिल शर्मा, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नीरज कपूर तथा एसोसिएशन के पदाधिकारी व प्रशिक्षित मिडिएटर मौजूद थे।
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