बालीचौकी। राष्ट्रीय राजमार्ग 305 औट-लूहरी पर नियमों व कायदे कानून की धज्जियां उडाते हुए पिछले 12 सालों से हॉट मिक्कसर प्लांट चलाया जा रहा है। दबंगता की हद यह है कि इस हॉट मिक्कसर प्लांट को चलाने वाले ने वन भूमि की लगभग तीन बीघा भूमि पर इतने सालों से कब्जा कर रखा है। उसे ना तो प्रशासन का कोई डर है और न ही कानून की कार्यवाही का। जिला परिषद सदस्य व आरटीआई एक्टीविस्ट संतराम ने बताया कि सूचना अधिकार कानून के तहत सूचनाएं एकत्र करने के बाद वन विभाग और राज्य प्रदुषण निंयत्रण बोर्ड इस गैर कानूनी हॉट मिक्कसर प्लांट को बंद करने के लिए कागजों में तो सक्रिय हुआ है परंतु इसे 12 सालों बाद भी बंद करने में असफल रहना इन विभागों की कार्यप्रणाली की पोल खोलता है। सोमवार को जिप सदस्य संत राम ने सूचना के अधिकार के तहत वन विभाग के साथ प्लांट के मौकास्थल का निरीक्षण किया। संयुक्त मौका निरिक्षण के दौरान यह हॉट मिक्सर प्लांट अभी भी चालू हालत में ही मिला। हॉट मिक्कसर प्लांट में लगभग 600 टीपर बज्जरी, 30 टीपर रेत, तारकोल के 1200 ड्रमों सहित सैंकड़ों खाली ड्रम भी पाए गये। संत राम ने बताया कि वन विभाग, राज्य प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड और जिला प्रशासन के ध्यान में लाने के बावजूद भी प्लांट को बंद करने के लिए कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो रही है। जिससे साफ जाहिर होता है कि यह सब गैरकानूनी काम विभाग की मिलीभगत से ही हो रहा है। उन्होंने बताया कि मौका निरिक्षण के दौरान हॉट मिक्कसर प्लांट के मालिक ने भी स्वीकार किया कि वह लगभग 12 सालों से इसे चला रहा है। लेकिन विभाग ने इसके बावजूद भी अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं की है। संत राम ने बताया कि इस संयुक्त मौका निरीक्षण में थाची रेंज के वन परिक्षेत्र अधिकारी चंद्रदत्त, थाची वन खंड अधिकारी चरण सिंह, परखोल बीट के वन रक्षक विधासागर, टिकी बीट के नरेंद्रकुमार, बालीचौकी बीट के ओमप्रकाश और वनकर्मी देवी राम भी शामिल रहे।
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