मंडी। जिला विधिक प्राधिकरण ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मंडी जिला की अंतिम ग्राम पंचायत झीडी में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुखय न्यायिक दंडाधिकारी राजेश चौहान ने पंचायत परिसर में देवदार के पेड का पौधारोपण किया। शिविर में संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि अपने पर्यावरण को बचाना हमारा कर्तव्य है। उन्होने कहा कि संविधान के तहत जहां लोगों को अधिकार दिये गए हैं वहीं पर देश के नागरिकों के कर्तव्य भी सुनिश्चित किए गये हैं। इन कर्तव्यों में अपने पर्यावरण की रक्षा करना भी शामिल है। उन्होने कहा कि इन साक्षरता शिविरों में लोगों को उनके रोजमर्रा के जीवन में काम आने वाले कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी जाती है। जिससे लोग अपने अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति जागरूक हो सकें। उन्होने बताया कि आर्थिक या अन्य किसी आधार पर लोग न्याय हासिल करने से वंचित न रहें इसके लिए विधिक प्राधिकरण के तहत मुफत कानूनी सहायता का प्रावधान है। जिसके तहत सभी महिलाओं, अपंग, फैक्टरी मजदूरों, आपदा प्रभावितों और एक लाख रूपये तक की सालाना आमदनी वाले लोगों का मुफत कानूनी सहायता दी जाती है। इसके अलावा प्राधिकरण की ओर से लोक अदालतों, मिडिएशन व ग्रामीण विधिक संरक्षण एवं सहायता केंद्र के माध्यम से लोगों को शीघ्र व घर द्वार पर न्याय सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस अवसर पर अधिवक्ता समीर कश्यप ने मनरेगा, सूचना का अधिकार, श्रम कानून व मिडिएशन के बारे में जानकारी दी। जबकि अधिवक्ता भीम सिंह ठाकुर ने मोटर वाहन अधिनियम, घरेलू हिंसा अधिनियम तथा अन्य कानूनी प्रावधानों के बारे में बताया। इस मौके पर ग्राम पंचायत झीडी के प्रधान कपिल ठाकुर ने मुखय न्यायिक दंडाधिकारी को हिमाचली टोपी पहना कर स्वागत किया और पंचायत में यह शिविर आयोजित करने पर धन्यावाद किया। शिविर में प्राधिकरण की ओर से प्रेम सिंह, ओंकार सिंह व स्थानीय पंचायत के महिला मंडलों सहित करीब सौ लोग मौजूद रहे।
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