मंडी। ठेकेदारों को दो कार्य से ज्यादा आबंटन व समय पर कार्य न करने पर ब्लेकलिस्ट करने के प्रदेश सरकार के फैसले का दी हिमटैक सोसायटी ने स्वागत किया है। सुंदरनगर के धनोटू स्थित दी हिमटैक कोऑपरेटिव लेबर एण्ड कंस्ट्रकशन सोसाइटी लि. ने प्रदेश के मुखयमंत्री वीरभद्र सिंह के इस संबंध में जारी आदेश का समर्थन किया है। सोसाइटी के उपाध्यक्ष संजय पनौलिया जी ने मुखयमंत्री से अनुरोध किया है कि 1 लाख से ऊपर के जो भी कार्य है उनका अन्य विभागों की तरह आनलाइन टेण्डर होने चाहिए तथा दो कार्य पूर्ण करने के उपरान्त ही ठेकेदारों को कार्य आवंटित किया जाए। उन्होने कहा कि हालांकि इन आदेशों को सरकार के स्तर पर लागू भी कर दिया गया है परन्तु व्यवहारिकता में विभागों में यह आदेश भी लागू नहीं किये जाते हैं। इन आदेशों के बावजूद भी कुछ ठेकेदारों को दो से अधिक कार्य के टेण्डर
आवंटित किये जा रहे हैं। जिसके कारण समय पर कार्य पुरे नहीं होते हैं। इसके अलावा सब-डीविजन स्तर पर एक ही कार्य को पचास-पचास हजार रू. के दो टेण्डर लगाये जाते हैं और एक कार्य दो ठेकेदारों को दिया जा रहा है। यह प्रथा भी बन्द की जाये। किसी भी ठेकेदार को दो कार्य से अधिक कार्य आंवटित न किया जाये। सोसायटी ने मांग की है कि अधिकारियों को निर्देश दिए जाएं कि ठेकेदारों के बिल वाऊचर समय पर पास किये जायें। इसके अलावाा तकनीकि अधिकारियों को भी निर्देश दिए जाएं कि वे भी ठेकेदार को समय पर कार्य करने में सहयोग करें और अडिय़ल अफसरों पर भी कार्यवाही की जाए जो अकारण ही ठेकेदारों को मानसिक रूप से प्रताडि़त करते हैं। दी हिमटैक सोसाइटी लि. ने कहा कि मुखयमंत्री के द्वारा जो भी कड़े निर्णय लिए जा रहे है वे समाज के सभी वर्गों के हित में है। जिसके लिए अधिकारीगण इनका कड़ाई से पालन करते हुए स्वर्णिम हिमाचल की नींव का पत्थर बनने में अपना महत्वपूर्ण सहयोग करें। सोसायटी ने सरकार से आग्रह किया है कि कंसट्रकशन सोसाइटियों के लिए भी ऐसे नियम बनाएं जाएं ताकि कंसट्रकशन निर्माण कार्य में सहभागी बन सकें। संजय ने कहा कि क्योंकि उनकी सोसाइटी बेरोजगार इंजिनीयरों की सोसाइटी है लेकिन सरकार सोसाइटीयों के लिए कुछ नहीं कर पा रही है। उन्होने आग्रह किया है कि सोसाइटीयों को भी दूसरे राज्यों की तरह कार्य आंवटित किये जाएं।
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