पुरातत्व विभाग की ओर से राष्ट्रीय धरोहर घोषित हडिम्बा देवी मंदिर मनाली के टूरिस्ट आफिस से करीब डेढ किमी की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर 1553 में बनाया गया था और देवी हडिम्बा को समर्पित है। इसे ढुंगरी मंदिर भी कहा जाता है। प्राकृतिक गुफा के गिर्द बनाए गए मंदिर में देवी हडिम्बा (हिरमा देवी) के पदचिन्ह अंकित हैं। पुरातन संदर्भों के मुताबिक देवी हिरमा ने संकल्प लिया था कि अगर कोई उसके भाई राक्षस हडिम्ब को परास्त करेगा तो वह उसके साथ शादी करेंगी। कहा जाता है कि भीम ने हडिम्ब का वध किया जिसके बाद हडिम्बा ने भीम से शादी कर ली। हालांकि हडिम्बा राक्षसी थी लेकिन उसके तप और पतिव्रता धर्म के कारण उसे देवी के रूप में मान्यता मिली। माता हडिम्बा को भीमा काली के रूप में भी जाना जाता है। हडिम्बा और भीम का पुत्र घटोत्कच बहुत शक्तिशाली योद्धा था। लेकिन महाभारत के युद्ध में कर्ण के साथ लडाई के दौरान उन पर ब्रह्म अस्त्र का प्रयोग करके उन्हे मार डाला गया था। पैगाडा शैली में बनाया गया यह चार मंजिला मंदिर पहाडी वास्तुशिल्प का बेहद खूबसूरत नमूना है और पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र है।
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ReplyDeletebeautiful place for visit in himachal pradesh..this one is real cool place.i love to visit here every year.
ReplyDeletehttp://bit.ly/हडिम्बा