सनोर घाटी के जला गांव के प्रसिद्ध देवता जलौणी गणपति कुछ दिनों पूर्व हमारे भगवान मुहल्ला में से गुजरे। देवता जलौणी गणपति कोटली क्षेत्र को जाते समय कुछ देर के लिए अपने देवलुओं सहित हमारे मुहल्ले में रूके। इस अवसर पर कृष्ण चंद शर्मा के परिवार की ओर से देवलुओं के लिए चाय व प्रसाद की व्यवस्था की गई थी। देवता के साथ औट से आए यादविंद्र शर्मा का कहना था कि यह देवता की डयुटी होती है। देवता को जहां कहीं भी बुलाया जाता है तो देवता की हार में रहने वाले परिवारों को देवता के साथ चलना होता है। उन्होने कहा कि देव परंपरा समाज को सामुहिकता में बांधे रखती है। उन्होने बताया कि करीब 150 देवलुओं का काफिला जिसमें बजंतरी, कारदार, पुजारी, गूर, भंडारी सहित श्रद्धालु शामिल रहते हैं और यात्रा पूरी होने तक देवता के साथ ही रहते हैं।
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