मंडी। सनोर घाटी के अराध्य देवता जलौणी गणपति का तीन दिवसीय वार्षिक मेला शुक्रवार को हर्षोल्लास के साथ संपन्न हो गया। इस अवसर पर ज्वालापुर के देव बरनाग और थलौट के देव मारकंडेय ऋषि भी उपस्थित थे।
जला गांव में स्थित जलौणी गणपति के कारदार अतुल शर्मा ने बताया कि यह मेला 18 अगस्त को शाम चार बजे से खणी गांव में शुरू हुआ था। यहां से 19 अगस्त को तीनों देवता अपने कारदारों, पुजारियों, बजंतरियों और भक्तजनों के साथ जला गांव में पहुंचे ।
जहां पर देवता का दूसरा मेला आयोजित किया गया। गत दिवस तीनों देवताओं ने जला गांव से कासणा गांव के लिए प्रस्थान किया। जहां पर देवता का तीसरा मेला आयोजित हुआ। उन्होने बताया कि शुक्रवार को सभी देवताओं के बजंतरियों ने 18 धुनें बजा कर मेले का समापन किया।
इसके बाद अन्य जगहों से आए देवताओं ने अपने-2 स्थानों को लौट गए हैं। उन्होने बताया कि आगामी 29 अगस्त को गणेश चतुर्थी के उपलक्ष्य पर जाग होम का आयोजन हर वर्ष की भांती किया जाएगा।
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