मंडी। अंतर्राष्ट्रिय शिवरात्रि महोत्सव आयोजन समिति द्वारा उपायुक्त कार्यालय सभागार में बहुभाषी कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें करीब 40 कवियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवा कर अपनी रचनाओं का पाठ किया। साहित्य चुडामणी पंडित भवानी दत शास्त्री को समर्पित इस बहुभाषी कवि सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि दीनू कश्यप ने की। इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्होने कहा कि गुरू भवानी दत शास्त्री मंडयाली साहित्य के लेखन और प्रचार प्रसार के लिए प्रेरणास्त्रोत थे। उनका मानना था कि लोक बोली से साहित्य जनमानस में ज्यादा आसानी से अपना प्रभाव बनाता है।
इस मौके पर मेला समिति की तरफ से मौजूद एडीएम पंकज राय ने कहा कि विगत पांच सालों से आयोजित किये जा रहे इस तरह के आयोजन संस्कृति की समझ बचाने रखने के लिए बेहद जरूरी हैं। यह खुशी की बात है कि मंडी शिवरात्रि की तर्ज पर कुल्लू दशहरा और सुंदरनगर के मेलों में भी कवि सम्मेलन आयोजित होने शुरू हो गए हैं। आयोजन के संयोजक लवण ठाकुर ने कहा कि भाषा एवं संस्कृति विभाग के तत्कालीन सचिव बी आर जसवाल की पहल कदमी से यह आयोजन शुरू हुआ था। जो अब लगातार विस्तार पा रहा है। उन्होने कहा कि उस समय जब महिलाओं का पढना लिखना बुरा माना जाता था गुरू भवानी दत शास्त्री मंडयाली गीता के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण कर रहे थे।
कवि सम्मेलन की शुरूआत गुरू भवानी दत शास्त्री की संस्था साहित्य सदन की ओर से भवानी कपूर की अगुवाई में शास्त्री जी की मंडयाली गीता के अध्याय के संगीतमय पाठ से हुई। वरिष्ठ कवि दीनू कश्यप, मुरारी शर्मा, कमल प्यासा, रवि राणा शाहिन, विजय विशाल, प्रकाश चंद धीमान, कांता शर्मा, हरिप्रिया शर्मा, अर्पणा धीमान, कृष्णा ठाकुर, समीर कश्यप,कृष्ण चंद महादेविया, यादवेन्द्र शर्मा, सुरेश सेन निशांत, भगवान देव चैतन्य, प्रीति मंडयाल, कर्नल जे कुमार, पूर्णेश गौतम, भगत सिंह गुलेरिया, के आर पंछी, डा. राकेश कपुर, सारिका, बी डी शर्मा, चूडामणि बड़पगगा, प्रोमिला भारद्वाज, किरण गुलेरिया, सुरेन्द्र पाल, विनोद गुलेरिया, जगदीश कपूर, डा. सूरत राम, जयदेव विद्रोही, आर के गुप्ता, हरिन्द्र कुमार, नरेन्द्र शर्मा, भूप सिंह प्रभाकर, इन्दु वैद्य, ऊर्वशी वालिया, रजनी, दीपक मट्टु, देव नंदिनी और भुपेन्द्र ठाकुर ने अपनी रचनाओं का पाठ किया। प्रसिद्ध लेखिका रूपेश्वरी शर्मा ने कवि सम्मेलन का मंच संचालन किया। इस मौके पर भाषा एवं संस्कृति विभाग के पुर्व सचिव बी आर जसवाल, पंडित भवानी दत शास्त्री की बहु चंपा शर्मा, पत्रकार आशा ठाकुर, रंगकर्मी जय वर्धन जैक व श्रोतागण मौजूद रहे।
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