Friday 2 October 2015

अन्तिम इच्छा



अन्तिम इच्छा
मैं हिंदू हुं और शर्मिन्दा हुं
मैं हिंदू था और शर्मिन्दा था
आज से चालिस साल पहले
मारे गए थे महात्मा गांधी
इसी शब्द के उन्माद से
बार बार जलाई गई हरिजन बस्तियां
इसी शब्द के उन्माद से
जिंदा स्त्रियों को आग में
धकेल दिया गया इसी शब्द के
उन्माद से
मैं हर बार शर्मिन्दा हुआ,
मेरे मर जाने के बाद
लिखा जाए कहीं कि मैं
हिंदू था।
तो लिखा जाए यह भी साफ साफ,
कि मैं शर्मिन्दा था
-राजेश जोशी
(सदभावना से साभार)
...sameermandi.blogspot.com

No comments:

Post a Comment

मंडी में बनाया जाए आधुनिक पुस्तकालयः शहीद भगत सिंह विचार मंच

मंडी। प्रदेश की सांस्कृतिक और बौद्धिक राजधानी मंडी में आधुनिक और बेहतरीन पुस्तकालय के निर्माण की मांग की गई है। इस संदर्भ में शहर की संस्...