मंडी। जिला बार एसोसिएशन ने मंडी न्यायलय से स्थानांतरित हो कर जा रहे न्यायधीशों के सममान में शनिवार को एक बैठक का आयोजन किया। बैठक की अध्यक्षता जिला एवं सत्र न्यायधीश वीरेन्द्र सिंह ने की। इस अवसर पर उन्होने कहा कि न्यायिक व्यवस्था में व्यकित महत्वपूर्ण नहीं होता अपितु संस्था महत्वपूर्ण होती है। उन्होने कहा कि बार और बेंच के आपसी सहयोग और बेहतर तालमेल से ही न्यायिक व्यवस्था सुचारू रूप से कार्य करती है। उन्होने जिला बार एसोसिएशन का सहयोग के लिए धन्यावाद किया। जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष राजीव भारद्वाज ने कहा कि मंडी के उनके कार्यकाल के दौरान देवभूमि मंडी को नजदीकी से जानने और समझने का मौका मिला। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश डा. बलदेव सिंह ने इस मौके पर बार से मिले सहयोग की सराहना की। मुखय न्यायिक दंडाधिकारी मदन कुमार और न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी कोर्ट नंबर दो राजेश चौहान ने भी बार एसोसिएशन की ओर से मिले सहयोग के लिए धन्यावाद किया। इससे पूर्व जिला बार एसोसिएशन के प्रधान एस पी परमार ने सभी न्यायधीशों की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डाला और बार को बेंच से मिले सहयोग के लिए सभी न्यायधीशों का धन्यावाद किया। वहीं पर राज्य बार कौंसिल के उपाध्यक्ष नरेन्द्र गुलेरिया और सदस्य देश राज ने बैठक में आने पर न्यायधीशों का स्वागत किया। इस मौके पर न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी कोर्ट नंबर तीन उपासना शर्मा सहित बार एसोसिएशन के पदाधिकारी और सदस्य भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि प्रदेश उच्च न्यायलय के आदेशों के तहत जिला एवं सत्र न्यायधीश वीरेन्द्र सिंह का स्थानांतरण जिला एवं सत्र न्यायधीश धर्मशाला के रूप में हुआ है। जबकि जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष राजीव भारद्वाज जिला एवं सत्र न्यायधीश बिलासपूर नियुक्त हुए हैं। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश डा. बलदेव सिंह को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश शिमला के रूप में तैनाती दी गई है। जबकि मुखय न्यायिक दंडाधिकारी मदन कुमार को सचिवालय में नियुक्त किया गया। है। न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी कोर्ट नंबर एक प्रवीण चौहान का स्थानांतरण हमीरपूर और न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी कोर्ट नंबर दो राजेश चौहान को घुमारवीं में तैनाती दी गई है।
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