Tuesday 10 June 2014

रोशन करने वाली ब्यास ने बुझा दिए कई चिराग


 थलौट (मंडी)। ...यह किसी ने नहीं सोचा था कि लोगों के घरों को रोशन करने वाली व्यास नदी की धारा करीब दो दर्जन घरों के चिरागों को बुझा देगी। लारजी बांध से अचानक व्यास नदी का पानी छोडने से बढे जलस्तर में बह गए इंजिनियरिंग के 24 छात्रों की तलाश सोमवार को दिन भर जारी रही। इस ब्यास नदी से कई मेगावाट बिजली पैदा की जा रही है लेकिन अब यह पर्यटन के आकर्षण के बीच खूनी खेल से जुड गई है। पानी में बह गए छात्रों के बचाव का कार्य अब सेना ने संभाल लिया है।
पंडोह बांध से करीब 20 किलोमीटर दूर थलौट के मौकास्थल तक सेना के जवान व्यास नदी के प्रवाह पर लगातार नजर रख रहे हैं। इसी के चलते चार शवों की बरामदगी हो चुकी है। इनमें दो शव हणोगी के नजदीक मिले हैं जबकि दो अन्य पंडोह झील के नजदीक से बरामद हुए हैं। दरअसल व्यास में पानी का प्रवाह ज्यादा होने के कारण बचाव कार्यों में ज्यादा प्रगति नहीं हो पाई है। लेकिन सेना के मोर्चा संभाल लेने के बाद नौकाओं द्वारा पंडोह ­झील से लेकर थलौट तक के क्षेत्र से बह गए छात्रों की तलाश की जा रही है। सोमवार को थलौट स्थित मौकास्थल का केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी, प्रदेश के मुख्य मंत्री वीरभद्र सिंह और तेलंगाना के गृह मंत्री नरसिन्हा रेड्डी सहित कई राजनेताओं और अधिकारियों ने दौरा किया। मौकास्थल पर पहुंचे तेलंगाना के गृह मंत्री नरसिन्हा रेड्डी ने बताया कि कैबिनेट बैठक के दौरान उन्हे तेलंगाना सरकार की ओर से राहत कार्यों के लिए दल सहित भेजा है। उन्होने अभी•ाी तक चार शव बरामद होने की पुष्टि की है। उन्होने बताया कि मृतकों के शवों को तेलंगाना ले जाने के लिए सेना की ओर से परमिशन मांगी जा रही है। जबकि दल के अन्य सदस्यों और परिजनों को वापिस •ोजने की तैयारी की जा रही है। रेड्डी ने इसे दुखद घटना मानते हुए इसे लापरवाही का मामला करार दिया है। उन्होने कहा कि पानी छोडने से पहले चेतावनी दी जानी चाहिए थी और नदी के किनारे के लोगों को हटाया जाना चाहिए था। अचानक पानी बढ जाने से छात्र निकल नहीं पाए और यह बेहद दुखद हादसा सामने आया। रेड्डी के साथ तेलंगाना से डीसीपी कार्तिकेय और एएसपी श्रीनिवास की अगुवाई में एक राहत दल यहां पहुंचा है। मौकास्थल का जायजा लेने के बाद वह मंडी में दल के सदस्यों से मुलाकात के लिए रवाना हो गये हैं। घटनास्थल थलौट कस्बा से करीब आधा किलोमीटर दूर मंडी की ओर है। यहां पर राष्ट्रिय राजमार्ग से एक लिंक व्यास दरिया की ओर बना है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हैदराबाद के इंजिनियरिंग छात्रों के दल ने अपने वाहन नदी के उपर पार्क किये और खुद नदी के किनारे की ओर उतर गए। नदी का जलस्तर कम होने के कारण कुछ छात्र अपनी चप्पलें किनारों पर खोल कर पर्यटन का आनंद उठाने लगे। इसी बीच मौकास्थल से करीब एक किलोमीटर दूर स्थित लारजी बांध से पानी छोड देने के कारण वह बढे जलस्तर की चपेट में आ गए। इधर लारजी बांध में जलस्तर सोमवार को •ाी बढा हुआ है। जिसके कारण बांध से लगातार पानी छोडा जा रहा है। पानी न छोडने से बांध को •ाी खतरा हो सकता है। लेकिन बढे हुए पानी के कारण बचाव कार्य तेजी से नहीं हो पाया है। लेकिन सेना के मोर्चा सं•ााल लेने के बाद अब राहत कार्य तेज होने की उम्मीद है। सेना के जवान और पुलिस कर्मी लगातार नदी के प्रवाह पर निगाह रख रहे हैं। जबकि वायु सेना के जहाजों पर राहत सामग्री मंडी पहुंचाई जा रही है। उम्मीद है कि मंगलवार तक राहत कार्यों में तेजी आ सकेगी। 

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