Saturday 15 November 2014

औट-लुहरी एनएच पर नहीं थम रहा अवैध खनन


मंडी। औट-लुहरी नेशनल हाईवे में थलौट और बालीचौकी के बीच अवैध खनन जोरों पर है। खनन माफिया बेरोजटोक अवैध खनन की गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। हालांकि इस बारे में जिला खनि अधिकारी को भी बार-2 लिखित रूप से अवगत करवाया गया है। लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई है। बालीचौकी तहसील के सुधराणी (खलवाहण) निवासी आरटीआई कार्यकर्ता संत राम ने बताया कि थलौट और बालीचौकी के बीच दस किलोमीटर के दायरे में तमाम नियमों कायदों को ताक पर रख कर आधा दर्जन भर स्टोन क्रशर और एक मिक्सर प्लांट चलाया जा रहा है। उन्होने बताया कि स्टोन क्रशर को स्थापित करने के लिए सरकार ने मानक तय किये हैं। जिसके तहत स्टोन क्रशर नेशनल हाईवे व स्टेट हाईवे से 150 मीटर, गांवों से 500 मीटर, शैक्षणिक संस्थानों से 1000 मीटर और प्राकृतिक जल स्त्रोतों से 500 मीटर दूर होने चाहिए। संत राम ने बताया कि ये सभी स्टोन क्रशर और हॉट मिक्सर प्लांट संबंधित विभाग के तय मानकों को पूरा नहीं करते हैं। लेकिन इसके बावजूद सभी क्रशर अवैध खनन में सक्रिय हैं। उन्होने बताया कि इस बारे में विभिन्न विभागों से सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त सूचनाओं से इन तथ्य का खुलासा हुआ है। उन्होने बताया कि नाचन क्षेत्र के वन मंडलाधिकारी ने माना है कि क्षेत्र में 49 घन मीटर अनुमानित अवैध खनन किया जा चुका है। अभी तक किया गया और नियतित रूप से जारी यह खनन संबंधित विभाग के नियमों के विपरीत है। डीएफओ ने यह भी स्वीकार किया है कि निजी भूमि में भी जो खनन हो रहा है वह नियमों की 28 शर्तों के खिलाफ है। इस अवैध खनन से वन पैदावार व वन भूमि को लाखों रूपये का नुकसान हो रहा है। हालांकि वनमंडलाधिकारी ने भी जिला खनी अधिकारी को अवैध खनन तुरंत बंद करने को कहा है। लेकिन इसके बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई। आरटीआई कार्यकर्ता संत राम का कहना है कि क्षेत्र में हो रहे अवैध क्रशरों व अवैध खनन को जिला खनी अधिकारी का संरक्षण प्राप्त है। उन्होने शुक्रवार को उपायुक्त मंडी और जिला पुलिस अधीक्षक को शिकायत प्रेषित करके इन अवैध गतिविधियों को बंद करने और इन्हे संरक्षण देने वाले जिला खनी अधिकारी के खिलाफ उचित कार्यवाही करने का आग्रह किया है।

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