Thursday, 17 November 2011

पानी का मीटर लगाना घाटे का सौदा


मंडी। पानी का मीटर लगाना मंडी शहरवासियों के लिए घाटे का सौदा हो गया है। कयोंकि शहर की लगभग चालीस फीसदी आबादी बिना मीटर लगाए ही पानी के कुनेक्शन का आधी दरों पर भरपूर फायदा उठा रही है। मंडी शहर के जिन लोगों ने सिंचाई एवं जन सवास्थय विभाग के मीटर नहीं लगाए हैं उनसे विभाग फलैट रेट के तौर पर मात्र 200 रूपये की वसूली करता है। जबकि जिन शहरवासियों ने अपने घरों में विभाग के मीटर लगाए हैं उनसे फलैट रेट से दुगुनी औसतन 400 से 500 रूपये की दर वसूली जाती है। शहर में करीब 6000 पानी के कुनेकशन हैं। जिनमें से करीब 2000 कुनेक्शन ऐसे हैं जहां पर विभाग का मीटर नहीं लगा है। इस बारे में शहरवासी और संस्थाएं अनेकों बार विभाग को आग्रह कर चुकी हैं। लेकिन विभाग की ओर से इस बारे में की गई कार्यवाही किसी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच पाई है। मंडी शहर वासी लवण ठाकुर, प्रकाश पंत, राज सिंह मंडयाल, सुरेश, विक्रांत शर्मा, ललित शर्मा, चिरंजी सैणी, देश राज शर्मा,तिलक राज, कुलदीप, यशकांत कश्यप, योगेश मोदगिल, प्रवीण, धीरज, नीरज, कपिल, दुर्गेश, निश्चल, जय कुमार, संजय, हरीश, मनीष, मनीष देव मोहन, भारत भूषण, भागीरथ, बृजेश, मीनाक्षी, राज सिंह मंडयाल, भानू, राकेश और राजेश ने मांग की है कि बिना भेदभाव के सभी नागरिकों के लिए पानी की एकसमान दर सुनिश्चित की जाए। उन्होने मांग की है कि बिना मीटर के कुनेक्शनों के खिलाफ तुरंत कार्यवाही की जाए। इधर, इस बारे में सिंचाई एवं जन स्वास्थय विभाग के अधीक्षण अभियंता पी वी वैद्या से इस बारे में संपर्क किया गया तो उन्होने माना कि बिना मीटर के कुनेक्शन धारकों से फ्लैट रेट लिए जाते हैं। उन्होने कहा कि इन लोगों के खिलाफ नोटिस जारी किए गए हैं। उनसे बकाया राशी की पेनेल्टी वसूल की जाएगी। उन्होने बताया कि इस बारे में विभागिय प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 

No comments:

Post a Comment

मंडी में बनाया जाए आधुनिक पुस्तकालयः शहीद भगत सिंह विचार मंच

मंडी। प्रदेश की सांस्कृतिक और बौद्धिक राजधानी मंडी में आधुनिक और बेहतरीन पुस्तकालय के निर्माण की मांग की गई है। इस संदर्भ में शहर की संस्...