मंडी। मंडी शहर की बिजली काटने के विरोध में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) की शहरी ईकाई मंगलवार को उपायुक्त कार्यालय में धरना देगी। भाकपा ने शहरवासियों को बिजली की सुविधा से मरहुम करने के लिए सरकार, बिजली विभाग और नगर परिषद को जिम्मेवार बताया है। भाकपा की शहरी इकाई की बैठक कामरेड प्रकाश पंत की अध्यक्षता में थनेहडा मुहल्ला स्थित पार्टी आफिस में आयोजित हुई। बैठक में विगत 3 जुलाई से मंडी शहर की स्ट्रीट लाईट काट देने की समस्या पर चर्चा की गई। चर्चा में भाग लेते हुए भाकपा की राष्ट्रिय परिषद के सदस्य और पूर्व प्रदेश सचिव कामरेड देशराज ने कहा कि शहर की लाईट बंद करने के पीछे ओछी राजनैतिक पैंतरेबाजी है जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड रहा है। जबकि स्थानिय विधायक इस मामले में हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं। उन्होने कहा कि सरकार की यह सामाजिक जिम्मेवारी है कि वह लोगों को बिजली मुहैया करे इसलिए सरकार को तुरंत हस्ताक्षेप करना चाहिए। ईप्टा के संयोजक लवण ठाकुर के अनुसार नप को भारी आमदनी है। उन्होने बताया कि आरटीआई की सूचनाओं के मुताबिक शहर में 450 दुकानों का किराया, करीब 15 लाख रूपये हाउस टैक्स, 5 लाख रूपये शराब का सैस, 22 लाख रूपये एड डिसप्ले बोर्ड, रजिस्ट्री की राशि और तहबाजारी का टैक्स नगर परिषद के पास इकठा होता है। लेकिन इतनी आय के बाद भी बिजली बोर्ड के बिल की अदायगी न होना संदेह पैदा करता है जिसकी जांच की जानी चाहिए। भाकपा शहरी इकाई के सचिव समीर कश्यप ने बताया इस चर्चा में एटक के नेता राज सिंह मंडयाल, अछरू राम गौतम, भागीरथ, सतीश शर्मा, मनीष कुमार, तिलक राज, कुलदीप शर्मा और देवराज ने भाग लिया। उन्होने बताया कि पार्टी ने निर्णय लिया है कि आगामी मंगलवार को पार्टी बिजली काटने के विरोध में उपायुक्त कार्यालय में धरना देगी। शहरी इकाई ने विधानसभा चुनावों पर चर्चा करते सदर विधानसभा से चुनाव लडने की संस्तुति की है। बैठक में इंदिरा मार्केट में हो रहे घटिया निर्माण कार्य की जांच की भी मांग की है।
Sunday, 15 July 2012
शहर की बिजली काटने के विरोध में सीपीआई शहरी इकाई मंगलवार को धरना देगी
मंडी। मंडी शहर की बिजली काटने के विरोध में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) की शहरी ईकाई मंगलवार को उपायुक्त कार्यालय में धरना देगी। भाकपा ने शहरवासियों को बिजली की सुविधा से मरहुम करने के लिए सरकार, बिजली विभाग और नगर परिषद को जिम्मेवार बताया है। भाकपा की शहरी इकाई की बैठक कामरेड प्रकाश पंत की अध्यक्षता में थनेहडा मुहल्ला स्थित पार्टी आफिस में आयोजित हुई। बैठक में विगत 3 जुलाई से मंडी शहर की स्ट्रीट लाईट काट देने की समस्या पर चर्चा की गई। चर्चा में भाग लेते हुए भाकपा की राष्ट्रिय परिषद के सदस्य और पूर्व प्रदेश सचिव कामरेड देशराज ने कहा कि शहर की लाईट बंद करने के पीछे ओछी राजनैतिक पैंतरेबाजी है जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड रहा है। जबकि स्थानिय विधायक इस मामले में हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं। उन्होने कहा कि सरकार की यह सामाजिक जिम्मेवारी है कि वह लोगों को बिजली मुहैया करे इसलिए सरकार को तुरंत हस्ताक्षेप करना चाहिए। ईप्टा के संयोजक लवण ठाकुर के अनुसार नप को भारी आमदनी है। उन्होने बताया कि आरटीआई की सूचनाओं के मुताबिक शहर में 450 दुकानों का किराया, करीब 15 लाख रूपये हाउस टैक्स, 5 लाख रूपये शराब का सैस, 22 लाख रूपये एड डिसप्ले बोर्ड, रजिस्ट्री की राशि और तहबाजारी का टैक्स नगर परिषद के पास इकठा होता है। लेकिन इतनी आय के बाद भी बिजली बोर्ड के बिल की अदायगी न होना संदेह पैदा करता है जिसकी जांच की जानी चाहिए। भाकपा शहरी इकाई के सचिव समीर कश्यप ने बताया इस चर्चा में एटक के नेता राज सिंह मंडयाल, अछरू राम गौतम, भागीरथ, सतीश शर्मा, मनीष कुमार, तिलक राज, कुलदीप शर्मा और देवराज ने भाग लिया। उन्होने बताया कि पार्टी ने निर्णय लिया है कि आगामी मंगलवार को पार्टी बिजली काटने के विरोध में उपायुक्त कार्यालय में धरना देगी। शहरी इकाई ने विधानसभा चुनावों पर चर्चा करते सदर विधानसभा से चुनाव लडने की संस्तुति की है। बैठक में इंदिरा मार्केट में हो रहे घटिया निर्माण कार्य की जांच की भी मांग की है।
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