Sunday, 1 January 2012

छतीसगढ में अपनी छाप छोड कर लौटे हिमाचल इप्टा के सांस्कृतिक कर्मी


मंडी। इंडियन पीपलस एसोसिएशन(इप्टा) की छतीसगढ के भिलाई में आयोजित राष्ट्रिय कांफ्रेंस और कलचरल मीट फेस्टीवल में हिमाचल इप्टा के चार सांस्कृतिक कर्मियों ने भाग लिया। मंडी जिला से संबंध रखने वाले इप्टा के सांस्कृतिक कर्मियों भूपेन्द्र ठाकुर, वेद कुमार, जितेन्द्र कश्यप और सौरव शर्मा ने इस फेस्टीवल में हिमाचल इप्टा की ओर से भाग लिया। तीन दिवसीय फेस्टीवल के बाद यह कला कर्मी रविवार को वापिस लौट आए हैं। अपने अनुभव बांटते हुए उन्होने बताया कि फेस्टीवल में देश के 24 राज्यों के दलों ने भाग लिया। वहीं पर थियेटर और सिनेमा की प्रसिध हस्तियों प्रसन्ना जी, आदेश श्रीवास्तव जैसे लोगों को नजदीक से देखने का मौका मिला। इप्टा के राष्ट्रिय अध्यक्ष मशहुर सिने अभिनेता ए के हंगल ने फेस्टीवल में स्क्रीन पर अपना लाईव संदेश दिया। फेस्टीवल के दौरान विभिन्न राज्यों के दलों ने नाटक, नुक्कड नाटक और क्रांतीकारी जनगीत गाए गए। कांफ्रेंस में भाग लेने वाले प्रतिभागियों, सकालरस,शोधकर्ताओं और सांस्कृतिक कर्मियों ने समसामयिक कला पर ध्यान देने की जरूरत पर बल दिया। वहीं पर युवा वर्ग के नाटक, संगीत और फिल्म के माध्यम से किए जा रहे बेहतर कार्य को बढावा देने की भी जरूरत महसूस की गई। हिमाचल इप्टा के सदस्यों ने बताया कि फेस्टीवल में उनके दल के जनगीतों को बहुत सराहना मिली। उन्होने बताया कि इप्टा के उतरी क्षेत्रीय राज्यों ने निर्णय लिया है कि उतर क्षेत्र की इप्टा इकाईयां अपने स्तर पर भी फेस्टीवल करेंगी। जिससे कला का आदान प्रदान सकारात्मक रूप से हो सके। हिमाचल इप्टा के संयोजक लवण ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रिय महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी के आमंत्रण पर प्रदेश इकाई की ओर से यह दल छतीसगढ के भिलाई के लिए रवाना हुआ था। हिमाचल इप्टा के इन सांस्कृतिक कर्मियों ने जनगीतों और नुक्कड नाटकों के माध्यम से प्रदेश की संस्कृति का प्रतिनिधित्व किया।

No comments:

Post a Comment

मंडी में बनाया जाए आधुनिक पुस्तकालयः शहीद भगत सिंह विचार मंच

मंडी। प्रदेश की सांस्कृतिक और बौद्धिक राजधानी मंडी में आधुनिक और बेहतरीन पुस्तकालय के निर्माण की मांग की गई है। इस संदर्भ में शहर की संस्...