मंडी। अखिल भारतीय ट्रेड युनियनों की समन्वय समिती के देशव्यापी आहवान पर बुधवार को जिला मुखयालय में धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। इस अवसर पर मजदूरों ने नारेबाजी करते हुए उपायुक्त कार्यालय तक रैली आयोजित की। जहां पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए सीटू के जिला महासचिव राजेश शर्मा ने कहा कि समन्वय समिति के आहवान पर इससे पहले 20-21 फरवरी को दो दिवसीय अखिल भारतीय हडताल का आयोजन किया गया था। जिसमें देश भर के करीब 10 करोड से अधिक मजदूरों ने प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से भाग लिया था। इसी कडी में समन्वय समिति की 6 अगस्त को केन्द्रीय ट्रेड युनियनों की दिल्ली में हुई बैठक में बुधवार को प्रदर्शन किये जाने का आहवान किया गया था। आल इंडिया ट्रेड युनियन (एटक) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रकाश पंत ने कहा कि आज का धरना प्रदर्शन मंहगाई पर तुरंत रोक लगाने, श्रम कानूनों को सखती से लागू करने, उल्लंघन करने वालों पर कठोर कारवाई करने आदि मांगों को लेकर आयोजित किया गया है। आंगनवाडी वर्करस और हैल्परस की जिला प्रधान सुमित्रा ठाकुर और हमेन्द्री का कहना था कि मिड डे मील वर्करस को न्युनतम वेतन 4500 रूपये मसिक दिया जाए। सीटू के जिला अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह का कहना था कि ठेका प्रथा पर रोक लगाई जाए और 45 दिनों के अंदर ट्रेड युनियनों का पंजीकरण अनिवार्य रूप से किया जाए। उन्होने कहा कि मजदूरों को न्युनतम मजदूरी 10,000 रूपये दी जाए और केंद्र व राज्य के सार्वजनिक क्षेत्र के प्रतिष्ठानों के विनिमेश पर रोक लगाई जाए। एटक के जिला अध्यक्ष राज सिंह मंडयाल ने कहा कि सभी श्रमिकों को पैंशन दी जाए और असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। जनसभा को सीटू के सहसचिव नरेश कुमार और जिला सदस्य भोपेन्द्र शर्मा ने भी संबोधित किया।
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