Thursday, 26 April 2012

रिश्वत लेते पकडे गए अधिशाषी अभियंता और ड्राफ्टसमैन अदालत ने 3 दिन के पुलिस रिमांड में भेजे


मंडी। जोगिन्द्रनगर की उहल परियोजना में रिश्वत लेते रंगे हाथ पकडे गए अधिशाषी अभियंता और ड्राफ्टसमैन को अदालत ने तीन दिन के पुलिस रिमांड में भेज दिया। दोनों आरोपियों से मामले की तहकीकात प्रारंभिक चरण में होने के कारण अदालत ने उक्त आदेश दिए। वीरवार को जिला एवं सत्र न्यायधीश वीरेन्द्र सिंह की विशेष अदालत में विजिलेंस की टीम ने निरिक्षक मदन कुमार की अगुआई में अधिषाशी अभियंता आर एन शर्मा और ड्राफ्टसमैन गणेश दत को पेश किया। विजिलेंस के दल ने अदालत में अर्जी देकर आरोपियों से तहकीकात शेष होने के कारण उन्हे पुलिस रिमांड में भेजने की प्रार्थना की। जिसे स्वीकारते हुए अदालत ने दोनों अधिकारियों को 28 अप्रैल तक पुलिस रिमांड में भेजने के आदेश दिये। उल्लेखनीय है कि विजिलेंस को सूचना मिली थी कि निर्माणाधीन उहल जल विद्युत परियोजना में ब्यास वैली पावर कारपोरेशन के अंतर्गत डिविजन नंबर तीन के कार्यालय में तैनात अधिशाषी अभियंता कार्य के बदले एक ठेकेदार से रिश्वत की मांग कर रहे हैं। ग्राम पंचायत तुलाह में लाडा की राशि से रास्ते के निर्माण के लिए टेंडर के बदले यह रिश्वत मांगी जा रही थी। विजिलेंस ने अपना जाल बिछाते हुए बुधवार को उक्त ठेकेदार को अधिशाषी अभियंता के पास फिनालफथलीन पाऊडर लगी हुई रिश्वत की राशी के साथ भेजा। अधिशाषी अभियंता ने रिश्वत में मिली 10 हजार रूपये की राशि में से दो हजार रूपये ड्राफ्टसमैन को दिए थे। जैसे ही अधिकारियों ने यह राशि ली तो वहां मौजूद विजिलेंस के दल ने उन्हे रंगे हाथों रिश्वत लेते धर लिया था। विजिलेंस ने भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत दोनों अधिकारियों को हिरासत में लेकर वीरवार को अदालत में पेश किया। जहां आरोपियों से तहकीकात शेष होने के कारण उन्हे तीन दिन के पुलिस रिमांड में भेज दिया गया।  

No comments:

Post a Comment

मंडी में बनाया जाए आधुनिक पुस्तकालयः शहीद भगत सिंह विचार मंच

मंडी। प्रदेश की सांस्कृतिक और बौद्धिक राजधानी मंडी में आधुनिक और बेहतरीन पुस्तकालय के निर्माण की मांग की गई है। इस संदर्भ में शहर की संस्...