Saturday, 8 June 2013

अधिवक्ताओं को छत की बंधी उम्मीद, मुख्य न्यायधीश ने दिया आश्वासन


मंडी। कडी धूप और बरसात में खुले आसमान के नीचे प्रैक्टिस कर रहे वकीलों को उस समय राहत का क्षण सामने आया जब प्रदेश के उच्च न्यायलय के मुखय न्यायधीस न्यायमुर्ति अजय माणिकराव खानविलकर ने उनकी मांग को पूरी करने का आश्वासन दिया। मंडी प्रवास के दौरान जिला एवं सत्र न्यायलय परिसर में पहुंचे मुुखय न्यायधीश ने न्यायलय में प्रैक्टिस कर रहे अधिवक्ताओं से मुलाकात की। इस दौरान बार एसोसिएशन की ओर से अधिवक्ताओं के बैठने की जगह तथा अन्य मांगों को लेकर मुखय न्यायधीश को ज्ञापन सौंपा गया। जिस पर मुखय न्यायधीश ने 30 दिनों के भीतर इस बारे में रिर्पोट तैयार करने के निर्देश दिये हैं। मुखय न्यायधीश के इन निर्देशों से डीसी आफिस के सामने खुले आसमान के नीचे प्रैक्टिस करने वाले अधिवक्ताओं में राहत की उममीद जगी है। अधिवक्ता गीतांजली शर्मा, मनीष कटोच, देश राज शर्मा, नरेन्द्र, वीरेन्द्र, दीपक शर्मा, दीपक ठाकुर, हेम सिंह ठाकुर, देविन्द्र शर्मा, समीर कश्यप, कुलदीप ठाकुर, राजेश्वर शर्मा, राज कुमार चावला, पुष्प राज शर्मा, तिलक राज पठानिया और पंकज शर्मा ने बताया कि उन्हे कडी धूप और बरसात में खुले आसमान के नीचे प्रैक्टिस करनी पड रही है। उनका कहना था कि जब नये न्यायलय परिसर का काम शुरू हुआ था तो उन्हे डीसी आफिस के मुखय गेट के सामने बैठने की जगह मुहैया करवाई गई थी। परिसर में हालांकि अन्य अधिवक्ताओं के टीन के शेड बनाए गए हैं लेकिन डीसी आफिस के सामने बैठे अधिवक्ताओं के लिए शैड नहीं बनाए गए हैं। जिससे अधिवक्ताओं को कई वर्षों से खुले आसमान के नीचे प्रैक्टिस करनी पड रही है। इधर, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एस पी परमार ने बताया कि अधिवक्ताओं के बैठने की उचित सुविधा मुहैया करवाने की मांग पर मुखय न्यायधीश न्यायमुर्ति अजय माणिकराव खानविलकर ने एक माह में रिर्पोट तलब करने के निर्देश दिये हैं।

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