Monday, 18 July 2011
धर्म चंद गुलेरिया बने जिला बार एसोसिएशन के प्रधान
मंडी। जिला बार एसोसिएशन के चुनावों में अधिवक्ताओं ने वरिष्ठता को सम्मान देते हुए धर्मचंद गुलेरिया को प्रधान पद पर विजयी बनाया। जबकि उपप्रधान के पद पर मनीष भारद्वाज और महासचिव के पद पर विजय ठाकुर कांटे की टक्कर में विजयी रहे। एसोसिएशन के चुनाव संयोजक रवि राणा शाहिन, नीरज कपूर और तरूण पाठक ने मतगणना के बाद बार रूम में चुनाव के नतीजे घोषित किए। एसोसिएशन के कुल 345 अधिवक्ताओं में से 228 सदस्यों ने प्रधान, उपप्रधान और महासचिव पद के लिए हुए मतदान में भाग लिया। प्रधान पद पर अधिवक्ता धर्मचंद गुलेरिया को 148 मत मिले जबकि अनुपम भंडारी को 78 मत मिले। उपप्रधान पद के लिए मनीष भारद्वाज को 116 और विख्यात गुलेरिया को 110 मत मिले। जबकि महासचिव के पद पर विजय ठाकुर को 116 और विकास शर्मा को 111 मत मिले। प्रधान, उपप्रधान के पद पर दो-दो मत अवैध घोषित हुए जबकि महासचिव के पद पर एक मत को अवैध घोषित किया गया। सोमवार को जिला बार रूम में हुए इन चुनावों में अधिवक्ताओं ने भारी उत्साह में भाग लिया। एसोसिएशन के संयुक्त सचिव के रूप में आशीष शर्मा और लाईब्रेरियन के रूप में प्रशांत शर्मा को पहले ही सर्वसम्मति से चुन लिया गया है। जिला बार एसोसिएशन के नवनिर्वाचित प्रधान धर्म चंद गुलेरिया सहित निर्वाचित कार्यकारिणी ने अपनी जीत के लिए एसोसिएशन के सदस्यों का धन्यावाद किया है। प्रधान धर्मचंद गुलेरिया ने कहा कि समय के बदलाव के साथ वकालत के पेशे में भी बदलाव आ रहा है। हमें इन बदलावों के साथ अपने को ढालना होगा। उन्होने कहा कि अधिवक्ताओं की तमाम लंबित समस्याओं पर कार्य करके उनके निराकरण के प्रयास किए जाएंगे।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
मंडी में बनाया जाए आधुनिक पुस्तकालयः शहीद भगत सिंह विचार मंच
मंडी। प्रदेश की सांस्कृतिक और बौद्धिक राजधानी मंडी में आधुनिक और बेहतरीन पुस्तकालय के निर्माण की मांग की गई है। इस संदर्भ में शहर की संस्...
-
राहुल सांकृत्यायन की श्रेष्ठ कृति दर्शन-दिग्दर्शन का अध्ययन पूरा हुआ। दर्शन जैसे विषय पर मेरे जीवन में पढ़ी गई शायद यह पहली पुस्तक है। प...
-
मंडी। नेटफलिक्स की टॉप वेब सीरीज अरण्यक में मंडी से संबंध रखने वाले एक्टर कपिल शर्मा ने दमदार और शानदार अभिनय से अपनी छाप छोड़ी है। इस वेब...
-
मंडी। जाति-पाति की जडें समाज को अभी भी कितने गहरे से जकडे हुई हैं इसके प्रमाण अक्सर सामने आते रहते हैं। समाज में गहरी समाई परंपरागत जाति...
No comments:
Post a Comment