मंडी। सरकाघाट उपमंडल के एक विकलांग जलवाहक ने प्रदेश उच्च न्यायलय को शिकायत प्रेषित कर न्याय की गुहार लगाई है। उपमंडल के धलौण(तनिहार) गांव निवासी रवि कुमार ने स्थानिय पुलिस और पाठशाला स्टाफ के खिलाफ उन्हे झूठे केस में फंसाने का आरोप लगाया है। प्रदेश उच्च न्यायलय के मुख्य न्यायधीश को लिखी शिकायत के अनुसार रवि का कहना है कि उन्होने 27 जून 2011 को अपनी सुरक्षा के लिए उच्च न्यायलय को पत्र प्रेषित किया था। जिसके बाद धर्मपूर की प्राथमिक पाठशाला टिहरा और हियुण गलू के कुछ अध्यापको ने साजिश करके उन्हे 6 जूलाई 2011 को एक झूठे मामले में फंसा दिया है और अब उन्हे नौकरी से निकालने की धमकियां दी जा रही हैं। उन्होने बताया कि गत जून माह में सरकाघाट थाना पुलिस ने पाठशाला के स्टाफ की शिकायत पर अपनी जांच शुरू की थी। जांच के दौरान स्कूल स्टाफ की ओर से रवि के खिलाफ करीब 8-9 महिने पहले सिलेंडर चोरी करना और प्रवेश पंजीका के पन्ने फाड देने के आरोप शामिल किए गए। जिसके आधार पर पुलिस ने उनको 6 जुलाई को गिरफतार कर लिया था। पोसट पोलियो रेजिडुयल पैरालैसिस की 70 फीसदी विकलांगता के शिकार रवि का कहना है कि जलवाहक होने के नाते वह प्रशासनिक कार्यप्रणाली में कोई दखल नहीं दे सकता। लेकिन उन्हे साजिशन उकत आरोपों के तहत फंसाया गया है। रवि ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए उच्च न्यालय से न्याय की मांग की है। उन्होने कहा कि विकलांगता का खामियाजा उन्हे यह भुगतना पड रहा कि स्कूल स्टाफ और पुलिस उन्हे नौकरी झोडने को विवश कर रहे हैं। इधर, हिमालयन विकलांग संघ की जिला अध्यक्ष हेमलता पठानिया ने विकलांग जलवाहक का उत्पीडन होने की शिकायत मिलने की पुषटी करते हुए बताया कि संघ ने रवि की समसया को लेकर प्रदेश के शिक्षा मंत्री आई डी धीमान से इस मामले की जांच करने की मांग की है।
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