Monday, 25 July 2011

अस्सी से बन रही सडक अभी तक अधूरी


मंडी। अस्सी के दशक से बन रहा सनोर घाटी का टकोली-भमसोई -भालथड लिंक मार्ग अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। यह मार्ग जितना बन पाया है उसकी हालत भी खस्ताहाल हो गई है। जिससे क्षेत्र के बागवानों और किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। करीब 5 किलोमीटर लंबे इस मार्ग से क्षेत्र के करीब आधा दर्जन गांवों के हजारों लोगों को फायदा पहुंचना था। लेकिन सडक के निर्माण कार्य को पूरा नहीं किया जा रहा है। स्थानिय लोगों के अनुसार इस कार्य को पूरा करने के लिए लोक निर्माण मंत्री गुलाब सिंह ठाकुर, पंचायती राज मंत्री जयराम ठाकुर, शहरी विकास मंत्री महेन्द्र सिंह के साथ-साथ अनेकों बार स्थानिय विधायक कौल सिंह को भी कई बार आग्रह किया गया है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। ग्रामिणों ने बताया कि विभाग यह कह कर अपना पल्लू झाड लेता है कि लोग सडक के लिए जमीन नहीं दे रहे हैं। जबकि ऐसी कोई बात नहीं है सब लोग जमीन देने को तैयार हैं और वैसे भी सडक का 90 फीसदी निर्माण सरकारी जमीन पर होना है। उन्होने बताया कि सडक का काफी हिस्सा बन भी गया है लेकिन रखरखाव न होने के कारण यह सडक भी बुरी तरह से उखड चुकी है। सडक पर 3-4 फुट गहरे गढ्ढे पडे हैं। जिससे कई बार बडे वाहन भी इन गढढों में फंस जाते हैं। सनोर घाटी का यह क्षेत्र सब्जी और बागवानी के लिहाज से बहुत उपजाऊ माना जाता है। लेकिन सडक की सुविधा नहीं होने से किसानों और बागवानों को भारी मुश्किलें उठानी पड रही हैं। स्थानिय निवासी भाग चंद नंबरदार, महेन्द्र लाल, किसान युनियन प्रधान मोहर सिंह, ग्राम पंचायत टकोली के उप-प्रधान ज्ञान चंद ठाकुर, भाजपा इलाका सनोर के पूर्व प्रधान दौलत राम, ठाकर बांठ, मोहन भंडारी, प्रेम सिंह, झल्ली राम, रोशन लाल, नरपत, इंद्र सिंह, संत राम और देवेन्द्र ने मांग की है कि सडक को जल्द से जल्द पूरा किया जाए और बन चुकी सडक को पक्का किया जाए। इधर, इस बारे में संपर्क करने पर लोक निर्माण विभाग के पधर मंडल के अधिशाषी अभियंता नरेन्द्र पाल सिंह चौहान ने बताया कि सडक का केस नाबार्ड को भेजा गया था। लेकिन ग्रेड सही नहीं होने के कारण इसे मंजूरी नहीं मिल पाई है। उन्होने कहा कि अगर लोग सर्वेक्षण के अनुसार जमीन दे दें तो सडक बनने की संभावना बन सकती है।

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