मंडी। प्रदेश उच्च न्यायलय से सेवानिवृत डिप्टी एटवोकेट जनरल महेन्द्र सिंह गुलेरिया का देहांत हो गया। वह पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। बुधवार को उनका अंतिम संस्कार मंडी के हनुमान घाट में किया गया। वह करीब 68 वर्ष के थे। जिला बार ऐसोसिएशन ने उनके देहांत पर शोक सभा आयोजित उनके परिजनो को शोक संवेदना प्रेषित की है। मंडी के समीपवर्ती गांव कैहनवाल निवासी महेन्द्र सिंह गुलेरिया ने वर्ष 1968 मे एलएलबी की पढाई पूरी करने के बाद अपनी वकालत शुरू की थी। इसके बाद उनका चयन हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायलय में बतौर डिप्टी एडवोकेट जनरल के रूप में हुआ। सेवानिवृती के बाद गुलेरिया उच्च न्यायलय में बतौर अधिवक्ता प्रैक्टिस कर रहे थे। वह पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। इसी के चलते उनका देहांत हो गया। बीते कल यहां पर ब्यास नदी के तट पर हनुमान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनकी अंतिम यात्रा में सेवानिवृत सैसन जज एम एस मंडयाल, जिला बार ऐसोसिएशन के अध्यक्ष एस पी परमार, प्रदेश बार कौंसिल के उपाध्यक्ष नरेन्द्र गुलेरिया सहित बार ऐसोसिएशन के सदस्य मौजूद थे। इधर, जिला बार एसोसिएशन के महासचिव लोकेन्द्र कुटलैहडिया ने बताया कि एसोसिएशन की ओर से बार रूम में एक शोकसभा आयोजित की गई जिसमें उनकी आत्मा की शांती के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।
Thursday, 11 July 2013
सेवानिवृत डिप्टी एडवोकेट जनरल एम एस गुलेरिया का देहांत
मंडी। प्रदेश उच्च न्यायलय से सेवानिवृत डिप्टी एटवोकेट जनरल महेन्द्र सिंह गुलेरिया का देहांत हो गया। वह पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। बुधवार को उनका अंतिम संस्कार मंडी के हनुमान घाट में किया गया। वह करीब 68 वर्ष के थे। जिला बार ऐसोसिएशन ने उनके देहांत पर शोक सभा आयोजित उनके परिजनो को शोक संवेदना प्रेषित की है। मंडी के समीपवर्ती गांव कैहनवाल निवासी महेन्द्र सिंह गुलेरिया ने वर्ष 1968 मे एलएलबी की पढाई पूरी करने के बाद अपनी वकालत शुरू की थी। इसके बाद उनका चयन हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायलय में बतौर डिप्टी एडवोकेट जनरल के रूप में हुआ। सेवानिवृती के बाद गुलेरिया उच्च न्यायलय में बतौर अधिवक्ता प्रैक्टिस कर रहे थे। वह पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। इसी के चलते उनका देहांत हो गया। बीते कल यहां पर ब्यास नदी के तट पर हनुमान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनकी अंतिम यात्रा में सेवानिवृत सैसन जज एम एस मंडयाल, जिला बार ऐसोसिएशन के अध्यक्ष एस पी परमार, प्रदेश बार कौंसिल के उपाध्यक्ष नरेन्द्र गुलेरिया सहित बार ऐसोसिएशन के सदस्य मौजूद थे। इधर, जिला बार एसोसिएशन के महासचिव लोकेन्द्र कुटलैहडिया ने बताया कि एसोसिएशन की ओर से बार रूम में एक शोकसभा आयोजित की गई जिसमें उनकी आत्मा की शांती के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
मंडी में बनाया जाए आधुनिक पुस्तकालयः शहीद भगत सिंह विचार मंच
मंडी। प्रदेश की सांस्कृतिक और बौद्धिक राजधानी मंडी में आधुनिक और बेहतरीन पुस्तकालय के निर्माण की मांग की गई है। इस संदर्भ में शहर की संस्...
-
राहुल सांकृत्यायन की श्रेष्ठ कृति दर्शन-दिग्दर्शन का अध्ययन पूरा हुआ। दर्शन जैसे विषय पर मेरे जीवन में पढ़ी गई शायद यह पहली पुस्तक है। प...
-
मंडी। नेटफलिक्स की टॉप वेब सीरीज अरण्यक में मंडी से संबंध रखने वाले एक्टर कपिल शर्मा ने दमदार और शानदार अभिनय से अपनी छाप छोड़ी है। इस वेब...
-
मंडी। जाति-पाति की जडें समाज को अभी भी कितने गहरे से जकडे हुई हैं इसके प्रमाण अक्सर सामने आते रहते हैं। समाज में गहरी समाई परंपरागत जाति...
No comments:
Post a Comment